विदेशी मुद्रा में निवेश करने के लिए आपको कितना पैसा चाहिए

मार्च के महीने में एक दिन या 24 घंटे में कोविड-19 संक्रमण के सर्वाधिक 7,554 नए मामले दो मार्च को आए थे और इस दौरान सबसे अधिक 4,100 (महाराष्ट्र और केरल के आंकड़ों में संशोधन के साथ) मौतें 26 मार्च को दर्ज की गई थीं.
ब्रिटेन में मंदी की घोषणा, अब आप क्या करें? जेफ बेजोस के ये टिप्स आएंगे काम
ब्रिटेन आर्थिक मंदी की चपेट में आ चुका. इसके बाद से पूरी दुनिया पर मंदी की आशंका के बादल गहरे होने लगे हैं. कुछ महीनों में मंदी को लेकर लगाए जा रहे कयास अब सच हो सकते हैं. आर्थिक मंदी जब भी आती है, जनजीवन पर गहरा असर छोड़ जाती है. कई विदेशी मुद्रा में निवेश करने के लिए आपको कितना पैसा चाहिए बार तो मंदी से उबरने में वर्षों लगे हैं. मंदी के आने से किसी भी देश की सिर्फ जीडीपी की साइज नहीं घटती, बल्कि लोगों के खर्च में भी भारी इजाफा होता है. कंपनियों की आमदनी घटती है. इसलिए वो पैसों की बचत के लिए कर्मचारियों को नौकरी से निकालने लगती हैं. इस तरह लोगों की मुश्किलें बढ़ जाती हैं और मंदी अपना गहरा असर छोड़ जाती है.
कब आती है आर्थिक मंदी?
अगर किसी भी देश की GDP लगातार दो तिमाही में निगेटिव में रहती है, तो इकोनॉमिक्स में उसे आर्थिक मंदी के रूप में परिभाषित किया जाता है. आमतौर पर मंदी के दौरान कंपनियों की कमाई घट जाती है. इस वजह से कर्मचारियों के वेतन में कौटती होती है. मंदी के दौरान कंपनियां आर्थिक बोझ को कम करने के लिए लोगों को नौकरी से भी निकालती हैं. इस वजह से बेरोजगारी बढ़ जाती है. इसका मतलब साफ तौर पर ये है कि सरकार को पब्लिक सर्विस पर खर्च करने के लिए टैक्स के रूप में कम पैसा मिलता है.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 4,46,66,377 मामले सामने आए हैं और मृतक संख्या 5,30,531 है. विश्व में संक्रमण के 63.49 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक इस महामारी की चपेट में आकर 66.09 लाख से ज़्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
नई दिल्ली: भारत में कोविड-19 के 734 नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,46,66,377 हो गई. वहीं, उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 12,307 रह गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार सुबह आठ बजे तक जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान संक्रमण से तीन और विदेशी मुद्रा में निवेश करने के लिए आपको कितना पैसा चाहिए मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 5,30,531 हो गई है.
इनमें से मौत का एक मामला केरल द्वारा संक्रमण से मौत के आंकड़ों का पुनर्मिलान करने के बाद मृतकों की सूची में जोड़ा गया है.
वायरस के मामले और मौतें
नवंबर महीने की बात करें तो कोविड-19 संक्रमण के एक दिन या 24 घंटे के दौरान बीते 12 नवंबर को 833, 11 नवंबर को 842, 10 नवंबर को 1,016, नौ नवंबर को 811, आठ नवंबर 625, सात नवंबर को 937, छह नवंबर को 1,132, पांच नवंबर को 1,082, चार नवंबर को 1,216, तीन नवंबर को 1,321, दो नवंबर को 1,190 और एक नवंबर को 1,046 नए मामले सामने आए थे.
इस अवधि में बीते 12 नवंबर को 5, 11 नवंबर को 1, 10 नवंबर को 03, नौ नवंबर को 02, आठ नवंबर को कोई मौत नहीं, सात नवंबर को 02, छह नवंबर को 14, पांच नवंबर विदेशी मुद्रा में निवेश करने के लिए आपको कितना पैसा चाहिए को 5, चार नवंबर को 3, तीन नवंबर को 4, दो नवंबर को 4 और एक नवंबर को 4 लोगों की मौत हुई थी.
अक्टूबर महीने में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 3,805 मामले एक अक्टूबर को सामने आए थे और केरल में आंकड़ों के पुनर्मिलान के साथ सबसे अधिक 28 लोगों की मौत तीन अक्टूबर को हुई थी.
मई 2021 रहा है सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.
इसके अलावा मई 2021 इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इतने मामले और इतनी संख्या में मौतें किसी अन्य महीने में नहीं दर्ज की गई हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.
सात मई 2021 को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई 2021 को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.
रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई 2021 तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई 2021 तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई 2021 को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.
कोविड-19: साल 2021 में किस महीने-कितने केस दर्ज हुए जानने के लिए यहां क्लिक करें.
पतंजलि की पांच दवाओं पर लगाई गई रोक का आदेश दो ही दिन बाद वापस: रिपोर्ट
उत्तराखंड आयुर्वेद एवं यूनानी लाइसेंसिंग प्राधिकरण ने बीते 9 नवंबर को रामदेव की कंपनी पतंजलि की पांच दवाओं के उत्पादन और उनके विज्ञापनों पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था और कंपनी से एक सप्ताह में जवाब मांगा था, लेकिन शनिवार को उक्त आदेश को एक ‘त्रुटि’ बताते हुए वापस ले लिया गया. The post पतंजलि की पांच दवाओं पर लगाई गई रोक का आदेश दो ही दिन बाद वापस: रिपोर्ट appeared first on The Wire - Hindi.
उत्तराखंड आयुर्वेद एवं यूनानी लाइसेंसिंग प्राधिकरण ने बीते 9 नवंबर को रामदेव की कंपनी पतंजलि की पांच दवाओं के उत्पादन और उनके विज्ञापनों पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था और कंपनी से विदेशी मुद्रा में निवेश करने के लिए आपको कितना पैसा चाहिए एक सप्ताह में जवाब मांगा था, लेकिन शनिवार को उक्त आदेश को एक ‘त्रुटि’ बताते हुए वापस ले लिया गया.
देहरादून: उत्तराखंड आयुर्वेद एवं यूनानी लाइसेंसिंग प्राधिकरण ने बुधवार (9 नवंबर) को बाबा रामदेव के पतंजलि उत्पादों का निर्माण करने वाली दिव्य फार्मेसी द्वारा बनाई जाने वाली पांच दवाओं के उत्पादन पर एक नोटिस जारी करके रोक लगा दी थी.
दिव्य फार्मेसी को पांच दवाओं का उत्पादन रोकने के निर्देश देते हुए उसे उनकी मंजूरी लेने के लिए अपनी संशोधित फार्मूलेशन शीट प्रस्तुत करने को कहा गया था.
पतंजलि अपनी दवाओं को लेकर पहले भी रहा है विवादों में
इससे पहले जुलाई 2022 में पतंजलि योगपीठ की इकाई दिव्य फार्मेसी कपंनी पर इसके आयुर्वेदिक उत्पादों के भ्रामक विज्ञापन जारी करने के चलते आयुर्वेद एवं यूनानी सेवा (उत्तराखंड) के लाइसेंसिंग अधिकारी ने हरिद्वार के ड्रग इंस्पेक्टर को दिव्य फार्मेसी के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे.
उल्लेखनीय है कि बीते साल रामदेव और उनकी कंपनी पतंजलि ने अपनी दवा ‘कोरोनिल’ के कोविड-19 के इलाज में कारगर होने संबंधी दावे किए थे. साथ ही एलोपैथी और एलोपैथी डॉक्टरों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की थीं, जिसके खिलाफ डॉक्टरों के विभिन्न संघों ने अदालत का रुख किया था.
जुलाई 2022 में रामदेव की कंपनी ने अदालत को बताया था कि वह कोरोनिल के इम्युनिटी बूस्टर, न कि बीमारी का इलाज होने को लेकर सार्वजनिक स्पष्टीकरण जारी करने के लिए तैयार है. हालांकि, अगस्त की सुनवाई में उसने जो स्पष्टीकरण प्रस्तुत किया, उसमें लिखा था:
Top 5 Best Performing ESS to Invest in 2022 – More than 80% returns in 3 Years
ELSS (Equity Linked Saving Scheme) is one of the best investment options. ELSS not only helps you to save taxes but also gives opportunity to grow your money. You can claim a tax deduction of 1.5 Lakh under section 80C by investing in ELSS. ELSS comes with 3 years lock-in period.
Tax saving season is almost at its peak only one month is left to complete your tax planning and investment exercise for FY 2021-22. If you are interested to save tax by investing in ELSS, here are the Top 5 Best performing ELSS to invest in 2022 along with the evaluation method.
How to evaluate ELSS for investment?
You should consider the following parameters while evaluating ELSS for investment.
Top 5 Best Performing ESS to Invest in 2022
Note – विदेशी मुद्रा में निवेश करने के लिए आपको कितना पैसा चाहिए Above returns are as of Feb 2022
Canara Robeco Equity Tax Saver Fund – Growth
Canara Robeco Equity Tax Saver Fund is one of the best ELSS for investment in 2022. This fund has given consistently higher returns to the investors. In the last five years, this fund has given more than 125% absolute return to the investors. The expense ratio of this fund is slightly higher. However, if you have the risk-taking capacity you can go with this fund.
Mirae Asset Tax Saver Fund – Growth
Mirae Asset Tax Saver Fund is one of the top-performing ELSS funds where you can invest your money in 2022. Mirae Asset Tax Saver Fund has given consistent two-digit returns to the investors in the last 3 years. The expense ratio of this fund is low. The major investment विदेशी मुद्रा में निवेश करने के लिए आपको कितना पैसा चाहिए of Mirae Asset Tax Saver Fund is in blue-chip stocks such as Infosys, Reliance, HDFC Bank, etc.
भारतीय शेयर बाजार में बहार
घरेलू शेयर बाजार में शुक्रवार को शानदार तेजी दिखी। इस दौरान सेंसेक्स में 1181 अंकों की मजबूती के साथ अब तक के सबसे ऊंचे लेवल 61795 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी भी 321 अंकों की तेजी के साथ 18350 के अब तक के सबसे उच्चतम स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी आईटी इंडेक्स में 3.81 फीसदी की तेजी दिखी।
के कारोबार के दौरान निफ्टी 18362 अंकों के लेवल पर पहुंचा जो एक नया रिकॉर्ड है। निफ्टी के 37 शेयरों में तेजी दिखी, जबकि 12 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। शुक्रवार को बाजार में तेजी का बड़ा कारण एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के शेयर रहे। इन दोनों शेयरों में क्रमशः 5.72 और 5.73 प्रतिशत की शानदार तेजी दिखी।
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने दूसरी तिमाही के लिए 2,089 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया
ऑटोमोबाइल प्रमुख महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड ने शुक्रवार को कहा कि उसने 2,089.92 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ के साथ वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही को बंद कर दिया था। कंपनी ने कहा कि समीक्षाधीन अवधि के दौरान, उसने 20,839.27 करोड़ रुपये (पिछले साल की दूसरी तिमाही के 13,314.38 करोड़ रुपये) का परिचालन राजस्व और 2,089.92 करोड़ रुपये (1,433.45 करोड़ रुपये) का शुद्ध लाभ अर्जित किया।
प्रबंध निदेशक और सीईओ डॉ. अनीश शाह के अनुसार, वित्तीय परिणाम कंपनी द्वारा रणनीतिक अनिवार्यताओं पर की गई प्रगति को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि जहां ऑटो सेगमेंट ने विकास का नेतृत्व किया है, वहीं हमने अपनी ग्रुप कंपनियों में स्थिर प्रदर्शन देखा है। रिलायंस सिक्योरिटीज में अनुसंधान प्रमुख मितुल शाह के अनुसार, इसके नए प्रोडक्ट और नई एक्सयूवी 700 और नई स्कॉर्पियो के लिए रिकॉर्ड उच्च बुकिंग के साथ इसकी कुल मात्रा और लाभप्रदता को बढ़ावा मिला है।
मस्क के बड़े बदलाव के कारण 'कैप्टन सुली' ने छोड़ा ट्विटर
सुली सुलेनबर्गर उर्फ 'कैप्टन सुली', जिन्हें अमेरिका में हडसन नदी पर हवाई जहाज उतारने के लिए जाना जाता है, उन्होंने एलन मस्क के स्वामित्व वाले ट्विटर से पीछे हटने की घोषणा की है। सुली ने ट्वीट किया, "ट्विटर पर अपने दोस्तों के लिए, मैं अभी के लिए मंच से एक कदम पीछे हटा रहा हूं।" 2013 के सीएनबीसी वीडियो में, ट्विटर के सह-संस्थापक जैक डोर्सी ने 2009 यूएस एयरवेज फ्लाइट 1549 को हडसन नदी में पानी पर उतरने के लिए एक क्षण कहा था, जिसने 'सब कुछ बदल दिया।'
सुली ने आगे पोस्ट किया, "सूचित रहने और मेरे लेटेस्ट व्यक्तिगत और पेशेवर अपडेट सुनने के लिए मेरे साथ फेसबुक, लिंक्डइन या इंस्टाग्राम पर जुड़ें।" उनके ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए एक ट्विटर यूजर ने लिखा, "हम आपको बहुत मिस करेंगे! क्या यह ट्विटर के नए स्वामित्व के कारण है? आपको शुभकामनाएं!" मस्क ने माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म में कई बदलाव लागू किए हैं क्योंकि उन्होंने ट्विटर को सुपर फास्ट गति से हासिल किया है, जिनमें से कुछ लोगों के साथ अच्छे नहीं हुए हैं।