शेयर मार्केट में निवेश क्यों करें?

क्या आपको भारतीय स्टॉक मार्केट में निवेश करने के इन फायदों के बारे में पता है?
Stock Market Investment शेयरों का स्वामित्व आपको वोटिंग अधिकार प्रदान करता है और आपको डिविडेंट बोनस इत्यादि प्राप्त होते है। साथ ही आपकी ग्राोथ भी कंपनी के भविष्य में होने वाली ग्रोथ की रफ्तार पर निर्भर करती है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। स्टॉक और स्टॉक मार्केट, ये शब्द तो आपने सुने ही होंगे। लेकिन क्या आपको इनके बारे में पूरी जानकारी है? क्या आपको इनके फायदे के बारे में पता है? क्या आप यह जानते हैं कि इसमें सही तरीके से निवेश करके कोई भी आम इंसान अच्छा खासा घर बैठे- बिठाए मुनाफा कमा सकता है।
वैसे तो हम सभी को यह मालूम है कि निवेश या बचत करने का प्राथमिक उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर व्यक्ति अपने भविष्य के वित्तीय उद्देश्यों मजबूती के साथ पूरा कर सके। हालांकि यह भी कही हद तक सच ही है कि मुद्रास्फीति में वृद्धि से आम लोगों के लिए साधारण ढंग से कमाना और अपनी आय के कुछ हिस्से को बचा पाना अपर्याप्त हो गया है। फिर भी हमें अपने फ्यूचर को सुरक्षित करने के लिए बचत करना जरूरी हो जाता है। इसके लिए स्टॉक में निवेश करना महत्वपूर्ण हो जाता है, जोकि बड़ा फायदेमंद भी साबित होता है। आईए, इस लेख में स्टॉक व उनके बारे में बारीकी से समझते हैं।
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पहले समझें शेयर मार्केट के फायदे के बारे में-
कम समय में अधिक रिटर्न की प्रबल संभावना
अगर आप भी कम समय में अधिक पैसे कमाने चाहते हैं या अपने पैसे का सही उपयोग करना चाहते हैं तो शेयर मार्केट सबसे सटीक जगह है। इस मार्केट में इन्वेस्टमेंट का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें बैंक एफडी, बचत खाते आदि जैसे अन्य इन्वेस्टमेंट की तुलना में थोड़े समय में ही अधिक रिटर्न जेनरेट करने की क्षमता होती है।
कंपनी में हिस्सेदारी
जब आप पब्लिक लिस्टेड कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो इसमें आपके शेयर का आकार कितना भी छोटा क्यों न हो, यह आपको कंपनी पर नियंत्रण प्रदान करता है। शेयरों का यह स्वामित्व आपको वोटिंग अधिकार प्रदान करता है और आपको डिविडेंट, बोनस इत्यादि प्राप्त होते है। साथ ही आपकी ग्राोथ भी कंपनी के भविष्य में होने वाली ग्रोथ की रफ्तार पर निर्भर करता है।
हाई लिक्विडिटी
अन्य इन्वेस्टमेंट के विपरीत, शेयरों में कोई लॉक-इन अवधि नहीं होती है। इन्वेस्टर सेकंड के भीतर स्टॉक एक्सचेंजों के माध्यम से शेयरों को खरीद और बेच सकते हैं।
सेबी द्वारा अधिकारों को संरक्षित किया जाना
स्टॉक मार्केट को भारतीय सिक्योरिटी और एक्सचेंज बोर्ड (SEBI) द्वारा रेगुलेट किया जाता है। सेबी सख्ती से शेयरधारकों की सुरक्षा के लिए ब्रोकर, सब ब्रोकर, एडवाइजर और स्टॉक एक्सचेंज जैसे मार्केट पार्टिसिपेंट की निगरानी करता है।
टैक्स में मिलते हैं कई तरह के लाभ
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन जैसे 12 महीने से अधिक समय तक ₹1 लाख रुपये से अधिक की इन्वेस्टमेंट पर 10% टैक्स लगता है। शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन्स जैसे 12 महीने से कम समय के लिए की गई इन्वेस्टमेंट पर 15% + 3% सेस लगता है। किसी भी पूंजीगत नुकसान को आठ फाइनेंशियल वर्षों तक ऑफसेट या आगे बढ़ाया जा सकता है।
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करना होता है? 8 बुनियादी सवालों के जवाब
Share Market Guide: शेयर खरीदने के लिए क्या करना होगा, किस कंपनी का शेयर खरीदे?
महंगाई (Inflation) बढ़ रही है और रुपये (Rupee) का मूल्य घट रहा है. यानी सिर्फ पैसा बचाने से काम नहीं चलेगा, पैसा बढ़ाना भी पड़ेगा. ऐसे में शेयर बाजार (Share Market) में निवेश अच्छा विकल्प हो सकता है. लेकिन शेयर मार्केट (Stock Market) में पहली बार निवेश करने वालों के लिए क्या जानना जरूरी है? शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करना होता है?
कब कर सकते हैं? किस शेयर में पैसा लगाएं? ये सारी बातें यहां हम आपको बता रहे हैं.
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करना होता है? 8 बुनियादी सवालों के जवाब
1. शेयर क्या है?
किसी कंपनी को चलाने के लिए पूंजी यानी कैपिटल की जरूरत पड़ती है. अब कंपनी को चलाने के लिए मालिक बाजार से पैसा उठाना चाहता है तो वह कैपिटल को हिस्सों में बांट देता है यही हिस्से कहलाते हैं शेयर. जैसे किसी कंपनी की कैपिटल 100 रुपये है. अब कंपनी इसे 100 हिस्सों में बांट दें तो वे 100 हिस्से शेयर्स कहलाएंगे और एक शेयर एक रुपये का होगा. अब इसी कैपिटल को दो या 5 हिस्सों में भी बांटा जा सकता है. यानी कंपनी की एक यूनिट एक शेयर के बराबर होती है.
अब आप किसी कंपनी का हिस्सा बनना चाहते हैं तो उसके शेयर खरीद सकते हैं. इन्हीं शेयर्स की जब आप खरीदी बिक्री करने जिस बाजार में जाएंगे उसे कहते हैं शेयर बाजार.
2. शेयर खरीदने के लिए क्या करना होगा?
शेयर बाजार में पांव रखने से पहले आपको चाहिए डिमैट अकाउंट. जैसे बैंक में बचत, एफडी में निवेश के लिए बैंक अकाउंट चाहिए वैसे ही शेयर मार्केट में निवेश के लिए डिमैट अकाउंट होना जरूरी है. डीमैट के जरिए ही शेयर्स को खरीदा-बेचा जाता है, होल्ड किया जाता है. यह एक तरह से शेयर्स का डिजिटल अकाउंट है.
3. डीमैट अकाउंट क्या है
डीमैट अकाउंट मतलब- डीमटेरियलाइज्ड यानी किसी भी फिजिकल चीज का डिजिटलाइज होना. डिमैट अकाउंट आप चंद सैकेंड में खोल सकते हैं. आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसी केवाईसी डॉक्यूमेंट लगती हैं. इसके लिए ब्रोकर की जरूरत होती है. अब ब्रोकर कोई व्यक्ति भी हो सकता है और कंपनी भी. ब्रोकर की वेबसाइट या एप पर जाकर डिमैट अकाउंट आसानी से खोला जा सकता है. अगर आप नेटबैंकिंग करते हैं तो आपके बैंक की वेबसाइट या एप पर भी डिमैट अकाउंट खोल सकते हैं. आमतौर पर इसकी लिए कोई फीस नहीं देनी होती लेकिन यह कंपनी पर निर्भर करता है कि वे डिमैट के लिए कितना वसूलना चाहते हैं.
4. किस कंपनी का शेयर खरीदें?
जवाब है किसी अच्छी कंपनी है, क्योंकि अच्छी कंपनी के शेयर्स अच्छा रिटर्न देते हैं. अच्छी कंपनी मतलब जिसका प्रॉफिट, प्रोडक्ट, भविष्य अच्छा हो. शेयर मार्केट की भाषा में इसे कंपनी के फंडामेंटल्स यानी बुनियादी बातें कहते हैं, कंपनी के फंडामेंटल्स अच्छे हैं तो कंपनी का भविष्य अच्छा माना जाता है. इसके लिए आपको कंपनी की सालाना बैलेंस शीट पर नजर रखनी होती है. यानी कंपनी कितना कमा रही है, कितना कर्ज है, कितना मुनाफा हो रहा है? कंपनी के शेयर्स ने पहले कैसा प्रदर्शन किया है. ये सब देखना होता है. कई बार खबरें भी कंपनी के शेयर्स को प्रभावित करती हैं. जैसे कि जब दुनिया के सबसे अमीर आदमी ईलॉन मस्क ने ट्विटर को खरीदने का ऐलान किया तो निवेशकों में ट्विटर के शेयर्स को खरीदने की होड़ लग गई. लेकिन निवेशक केवल कंपनी के फंडामेंटल्स पर ध्यान दें तो भी काम बन सकता है. सबसे पहले ऐसे शेयर में निवेश करें जो सुरक्षित हैं. यानी उन बड़ी कंपनियों के शेयर्स खरीदें जो दशकों पुरानी हैं, प्रॉफिट में रहती है और आगे भी रहेंगी. इससे आप नुकसान में नहीं रहेंगे. जब इसमें निवेश कर लें तो शेयर्स को स्टडी करना सीखें, कंपनी की बैलेंस शीट पढ़ना सीखें.
5. प्राइमरी मार्केट और सेकेंडरी मार्केट क्या है?
जब आप कोई शेयर सीधे कंपनी से खरीदते हैं जैसे की आईपीओ के जरिए.. यह प्राइमरी मार्केट है. यानी कंपनियां जो शेयर्स बाजार में इश्यू करती है. लेकिन जब सीधे कंपनी से खरीदे हुए शेयर्स को आप अन्य खरीदारों में बेचने जाते हैं तो वो सेकेंड्री मार्केट है. यानी इश्यू किए हुए शेयर्स की जब खरीद बिक्री होती है.
6. ट्रेडिंग या निवेश?
एक्सपर्ट कहते हैं कि 5 साल, 10 साल या उससे भी ज्यादा समय के लिए निवेश करने वाले फायदे में रहते हैं. यानी लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट. अब शेयर बाजार को गहनता से समझने वाले और रिस्क उठा सकने वाले ही शॉर्ट टर्म या हर रोज शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं. कितना और कितने समय के लिए निवेश? अब सबसे पहले आप ये तय करें कि निवेश कितना करना है और कितने समय के लिए. फिर तय करें कि आप निवेश करना क्यों चाहते हैं यानी कि आपका उद्देश्य क्या है. जैसे, शिक्षा, शादी या घर खरीदने जैसे गोल्स. इसी अनुसार आप आगे बढ़ते हैं और तभी आप फैसला ले पाएंगे कि आपको किस शेयर में निवेश करना शेयर मार्केट में निवेश क्यों करें? है. शेयर मार्केट में शुरुआत धीमी रखें.
7. शेयर बाजार नहीं समझते हैं तो कैसे निवेश करें?
अगर आपके पास इन सब के लिए समय नहीं है या समझ नहीं है तो ऐसी स्थिति में आप किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट से ही सलाह लें, एक्सपर्ट को बताएं कि आप कितना खर्च करना चाहते हैं और कितने समय के लिए. आपका निवेश का उद्दश्य क्या है और आप निवेश से कितने रिटर्न की अपेक्षा रखते हैं. एक उपाय म्यूचुअल फंड भी हैं. जिसमें कुछ एक्सपर्ट आपके जैसे कई निवशकों के पैसे को कहां लगाना है ये तय करते हैं.
Share Market: किसी ने कमाए करोड़ों- इसपर न जाएं, अपनी अक्ल लगाएं
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Benefits of Share Market – Why to Invest In Stock Market ?
पैसा सभी कमाना चाहते हैं और कमाते भी हैं, कोई जॉब करके पैसा कमाता है तो कोई बिज़नस करके पैसा कमाता है लेकिन पैसा कमाने के लिए हमें रोज काम करना पड़ता है और Retirement तक हमेशा करना पड़ेगा और उसके बाद हम बूढ़े हो जाते हैं और किसी काम के नहीं रहते , कोई अपने बच्चों पे निर्भर रहता है तो कोई पेंशन प्लान से मिलने वाले मुट्ठी भर पैसो से अपना गुजारा चलाता है किसी को तो ये भी नसीब नहीं होता है और उसे अपनी आखिरी सांसो तक काम करना पड़ता है|
अमेरिका के महान निवेशक Warren Buffett कहते हैं – “If you don’t find a way to make money while you sleep, you will work until you die.”
अर्थात “अगर आप पैसा कमाने का ऐसा विकल्प तलाश नहीं करते जिससे आप सोते समय भी पैसा कमा सको तो आपको अपनी अंतिम सांसो तक काम करना होगा.”
शेयर बाजार हमें एक ऐसा विकल्प प्रदान करता है जिसके माध्यम से हम अपने देश की अर्थव्यवस्था में निवेश कर सकते हैं विभिन्न प्रकार के बिज़नेस में निवेश करके उनके Profit में भागीदार बन सकते हैं.देश के अच्छे बिज़नेस में लम्बे समय के लिए निवेश करके अपनी संपत्ति को कई गुना तक बढ़ा सकते हैं. हमारे पास निवेश करने के लिए शेयर बाजार के अतिरिक्त और भी विकल्प उपलब्ध हैं, जैसे – Bank FD, RD, Gold, Govt./Corporate Bonds, Insurance Schemes, PPF, etc. और ये सभी विकल्प शेयर बाजार की तुलना में अधिक सुरक्षित और कम जोखिम भरे हैं.लेकिन क्या ये विकल्प शेयर बाजार की तुलना में ज्यादा Returns या उसके बराबर Returns दे सकते हैं ?
आइये कुछ उदाहरण देखते हैं ?
यहाँ पर हम उन कंपनियों का उदाहरण देखेंगे जिनके बारे में हर कोई जानता है,हर कोई इन कंपनियों के उत्पाद और सेवाओ का प्रयोग करते हैं |
SHARE PRICE OF MARUTI SUZUKI
पिछले 10 सालों में मारुती सुजुकी ने निवेशकों को हर साल 20% (CAGR) का return दिया है |
SHARE PRICE OF BRITANNIA INDUSTRY
पिछले 10 सालों में ब्रिटानिया ने निवेशकों को हर साल 30% (CAGR) से अधिक का return दिया है |
SHARE PRICE OF शेयर मार्केट में निवेश क्यों करें? HDFC BANK
पिछले 10 सालों में HDFC बैंक ने भी निवेशकों को हर साल 20% (CAGR) का return दिया है |
मारुती सुजुकी की कारों के बारे मैं कौन नहीं जानता, ब्रिटानिया के बिस्कुट कौन नहीं खाता और बैंकिंग सेवाओ का उपयोग कोन नहीं करता |शेयर बाजार में ऐसी हजारो कंपनियां हैं बस जरुरत है उन्हें तलाशने की |अगर हम इन कंपनियों के उत्पाद और सेवाओं से संतुष्ट हैं तो हम इन कंपनियों में निवेश करने के बारे में सोच सकते हैं |
Comparison of Returns in Different Investment Options-
अब हम इन तीनो कम्पनीज के रिटर्न्स को निवेश के अन्य विकल्पों के साथ तुलना करेंगे
Saving Account | Recurrent Deposit/GOVT. BOND YIELD | REAL ESTATE | DABUR INDIA | HDFC OR MARUTI | BRITANNIA OR SHREE CEMENT | |
AVERAGE ANNUAL RATE OF RETURNS * (LAST 10 YEARS) | 3% | 7% | 12% | 18% | 20% | 32% |
MONTHLY INVESTMENT OF Rs.5000 AFTER 10 Yrs (TOTAL RETURNS) | 99000 | 260000 | 521000 | 948000 | 1126000 | 3313000 |
MONTHLY INVESTMENT OF Rs.5000 AFTER 20 Yrs | 438000 | 135200 | 344000 | 8455000 (84.5 L) | 11214000 (1.12 Cr.) | 55321000 (5.53 Cr.) |
MONTHLY INVESTMENT OF Rs.5000 AFTER 30 Yrs | DO | IT YOURSELF. | YOU | WILL BE | SURPRISED. |
TABLE में दिखाए गए DATA तो अगर हम ध्यान से देखे तो पाएंगे कि शेयर्स के returns अन्य विकल्पों की तुलना में बहुत अधिक हैं हालांकि यह संभव नहीं है कि इन कंपनीयों ने आज तक जो returns दिए हैं आने वाले 10,20 या 30 सालों तक ये कंपनियां ऐसे ही returns देती रहे लेकिन हम अपने रिसर्च और analysis द्वारा अच्छी व भरोसेमंद कंपनियों का चुनाव करके और अनुशाषित तरीके से निवेश करके अन्य विकल्पों की तुलना में बहुत बेहतर returns प्राप्त कर सकते हैं.
हर महीने मात्र 1000 रुपये शेयर बाजार में निवेश करके 30 सालों बाद कितनी संपत्ति बनाई जा सकती है? इस पोस्ट को अवश्य देखें- शेयर बाजार में निवेश कैसे करें?
Benefits of Share Market में हमने जाना कि सोच समझ कर रिसर्च करके अच्छे बिज़नेस मॉडल वाली क्वालिटी कंपनियों में निवेश करके अन्य विकल्पों जैसे बैंक डिपोजिट, बांड, रियल एस्टेट और अन्य सरकारी स्कीम से बेहतर returns प्राप्त किये जा सकते हैं, इसके अतिरिक्त शेयर्स में निवेश करने के और भी फायदे होते हैं | जैसे –
- कुछ कंपनियां हर साल अपने नेट प्रॉफिट का कुछ प्रतिशत भाग अपने शेयर होल्डर्स को देती हैं जिसे Dividend कहा जाता है | कंपनियां जब भी dividend देती हैं वो सीधे शेयर होल्डर्स के बैंक अकाउंट में आता है | जिससे शेयर होल्डर्स को मिलने वाले returns कुछ और बढ़ जाते हैं |
- HighLiquidity-शेयर ऐसी Asset Class में आते हैं जिनको आसानी से बहुत ही कम समय में कैश में कन्वर्ट किया जा सकता है|आवश्यकता पड़ने पर किसी आकस्मिक स्थिति में शेयर होल्डर जब चाहे अपने शेयर्स बेचकर बहुत कम समय ( कुछ मिनट या घंटे ) में कैश प्राप्त कर सकता है |
- शेयर मार्केट में अलग अलग तरह की ( Small Cap to Large Cap ) हजारों कंपनियां होती हैं जिनमे High Business Growth वाली नयी कंपनियों से लेकर Low Risk वाली पुरानी और स्टेबल कंपनियां मौजूद हैं | जिनमे से निवेशक अपनी जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार किसी भी कंपनी में निवेश कर सकता है|
- हम जब कंपनी के शेयर्स खरीदते हैं तो उसी समय हम कंपनी के Owners की लिस्ट में शामिल हो जाते हैं जिस कारण हमें कंपनी मीटिंग में वोटिंग करने का अधिकार भी मिल जाता है |
- निवेश के अन्य विकल्पों की तुलना में शेयर्स खरीदना और बेचना सबसे आसान होता है और इसमें सबसे काम समय लगता है|
दोस्तों आपको ये जानकारी Benefits of Share Market कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताइए और अगर आपको ये जानकारी पसंद आयी हो सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें |
शेयर बाजार में पैसे कमाने के 7 गोल्डेन टिप्स, देखते-देखते बन जाएंगे मालामाल
how to make money from stock market: शेयर बाजार एक ऐसी जगह है, जहां निवेशकों को लगता है कि रातोंरात कमाई की जा सकती है. कई बार ऐसा होता है कि कुछ घंटे में ही शेयर से मोटा मुनाफा हो जाता है. बावजूद इसके यह ध्यान रखना चाहिए कि इक्विटी में ट्रेडिंग हमेशा से आसान नहीं है. बाजार में आपको अनुशासन और धैर्य की जरूरत पड़ती है. मार्केट में निवेश से पहले अच्छी तरह रिसर्च कर लेनी चाहिए. आइए शेयर मार्केट में निवेश क्यों करें? जानते हैं 7 ऐसे गोल्डेन टिप्स, जिनका अगर ध्यान रखा जाए तो शेयर बाजार से जमकर कमाई की जा सकती है.
शेयर बाजार में कभी न करें ये गलतियां, डूब जाएगी मेहनत की कमाई; जान लें एक्सपर्ट के खास सुझाव
Stock Market trading tips: शेयर बाजार में अगर सही तरीके से निवेश किया जाए, तो इससे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. लेकिन, अगर आपका अप्रोच गलत रहता है, तो यह बाजार आपको तगड़ा झटका भी दे सकता है.
Stock Market trading tips: शेयर बाजार में अगर सही तरीके से निवेश किया जाए, तो इससे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. लेकिन, अगर आपका अप्रोच गलत रहता है, तो यह बाजार आपको तगड़ा झटका भी दे सकता है. स्टॉक मार्केट में अपने निवेश पर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न के लिए हमें उन गलतियों से बचना होगाा, जो आपकी वेल्थ को नुकसान पहुंचा सकते हैं. साथ ही आपके जीवन के महत्वपूर्ण फाइनेंशियल गोल को प्रभावित कर सकते हैं. एडलवाइज वेल्थ मैनेजमेंट के प्रेसिडेंट एंड हेड (पर्सनल वेल्थ) राहुल जैन ने बाजार में उन गलतियों से बचने की सलाह दी है, जो अक्सर निवेशक करते हैं. उनका कहना है कि बाजार से वेल्थ बनाना है, शेयर मार्केट में निवेश क्यों करें? तो एंट्री से पहले जरूरी होमवर्क करना जरूरी है. साथ ही बाजार में हमेशा धैर्य बनाए रखना चाहिए.
बाजारों के बारे में कभी अनुमान न लगाएं
राहुल जैन कहते हैं, शेयर बाजार अस्थिर और रहस्यमय हैं. यहां तक कि सबसे अनुभवी निवेशक भी यह अनुमान नहीं लगा सकते हैं कि भविष्य में बाजार किस दिशा में जाएगा. बाजारों की भविष्यवाणी करने का प्रयास करना सही नहीं है और इसके अच्छे नतीजे नहीं मिलते हैं. बाजार में टाइमिंग को समझना काफी मुश्किल है. इसके चलते असकर गलत फैसले हो जाते हैं.
इसलिए, भविष्यवाणी करने के बजाय बाजारों में लंबी अवधि का नजरिया रखना सबसे अच्छा तरीका है. बाजार से उन लोगों को अच्छा खासा मुनाफा हुआ है, जो इसके मूवमेंट का अनुमान लगाने के बजाय इसमें लंबी अवधि तक बने रहे.
पर्याप्त होमवर्क नहीं करना
बिना पर्याप्त होमवर्क के शेयर बाजारों में एंट्री नहीं करनी चाहिए. आपको अपना होमवर्क कई स्तरों पर करना चाहिए. बाजार की सामान्य शब्दावली जानने से लेकर स्टॉक चुनने तक के बारे में आपको उचित होमवर्क करना होगा. आज के समय में इंटरनेट पर पर्याप्त सामग्री उपलब्ध है, जो आपको ट्रेड के कॉन्सेप्ट्स और ट्रिक्स को सीखने में मदद करती शेयर मार्केट में निवेश क्यों करें? है. सबसे अहम बात, धैर्य रखें और संदेह होने पर प्रोफेशनल की मदद लें.
अनुशासन की कमी
बाजार में अनुशासन रखना जरूरी है. अनुशासन की कमी हर जगह आपको नुकसान पहुंचा सकती है. शेयर बाजार में निवेश भी अलग नहीं है. अपने लक्ष्यों और जोखिम उठाने की क्षमता को ध्यान में रखे बिना निवेश करना आपको कहीं नहीं ले जा सकता है. बाजार में उतार-चढ़ाव आने पर जल्दबाजी में शेयर खरीदना या बेचना सही नहीं होता है.
भीड़ को फॉलो करना
शेयर बाजारों में, किसी खास स्टॉक का पीछा करने वाले लोगों की भीड़ अमूमन दिखाई देती है. इस तरह के झुंड का आंख बंद करके पीछा करना आगे चलकर नुकसान पहुंचा सकता है. किसी स्टॉक में निवेश करने से पहले, उसके फंडामेंट्ल्स को समझें, कंपनी के ग्रोथ आउटलुक का मूल्यांकन करें, उसकी वित्तीय स्थिति देखें और प्रबंधन के ट्रैक रिकॉर्ड का विश्लेषण करें. सबसे अहम बात यह सुनिश्चित करें कि निवेश आपके लक्ष्य के अनुरूप हो. जब ये सभी चीजें आप शेयर मार्केट में निवेश क्यों करें? समझ लें, तब ही निवेश के लिए कदम बढ़ाएं.
डायवर्सिफिकेशन न करना
राहुल जैन का कहना है, डायवर्सिफिकेशन निवेश के मूलभूत सिद्धांतों में से एक है. पर्याप्त डायवर्सिफिकेशन आपके पोर्टफोलियो में स्थिरता आती है. डायवर्सिफिकेशन से मंदी के दौरान आपका मुनाफा खत्म होने से बचाने में मदद मिलती है. बाजार हरेक सेक्टर को अलग तरह से प्रभावित करते हैं और डायवर्सिफिकेशन वॉलेटाइल मार्केट में अपकी लैंडिंग को आसान बनाता है.
बाजार में यह जानना मुश्किल हो सकता है कि निवेश करने का सही समय कब है. स्टॉक की कीमतों की आकलन करना भी मुश्किल है. बहुत से लोग बाजार को समय देने की कोशिश करते हैं, लेकिन कुछ निश्चित वजहों से ऐसा नहीं कर पाते हैं. वहीं, ऐसे कई स्टॉक होते हैं, जिनमें लगता है कि अच्छी कमाई होगी और इसी उम्मीद में निवेशक अपना पूरा पैसा गंवा बैठते हैं. निवेशक के रूप में, हम सभी गलतियाँ करते हैं. जरूरी यह है कि हमें उनसे सीखना है और उन्हें दोहराना नहीं है.