शेयर मार्केट का गणित

अगर आपको शेअर मार्केट से रोज इनकम करनी हो हैं यह पहले दिन से नहीं होगा इसके लिये आपको शेयर बाजार को वक्त देना होगा बहुतसी चीजें सिखनी होगी इससे आपको जैसे जैसे एक्सपिरियंस बढ़ेगा वैसे वैसे आपका काॅन्फिडंस बढ़ेगा। आप शुरवात में पेपर ट्रेंडिंग करके प्रेक्टिस करें जब आपको यकिन हो जाये कि आपकी स्टेटर्जी से आपको फायदा हो रहा है तब आप रियल स्टाॅक ट्रेडिंग करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
शेयर मार्केट क्या है सीखें और पैसे कमाए – What Is Share Market In Hindi
Share Market In Hindi: बिना निवेश किए पैसे कमाना थोड़ा मुश्किल है पर शेयर बाजार में निवेश कर पैसे कमाना आसान है.
आज हर कोई व्यक्ति एक खुशहाल जीवन जीने के लिए बहुत पैसे कमाना चाहता है जिसके लिए वह नौकरी में कड़ी मेहनत भी करता है, लेकिन नौकरी में कड़ी मेहनत करने के बाद भी वह एक खुशहाल जीवन जीने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं कमा पाता है.
लेकिन शेयर बाजार पैसों का एक ऐसा कुआ है जो सारे देश की प्यास बुझा सकता है. जिन लोगों को शेयर बाजार की अच्छी समझ होती है वह शेयर बाजार से करोड़ों रूपये की कमाई करते हैं.
अगर आप भी जानना चाहते हैं कि Share Market क्या है, शेयर मार्केट कैसे सीखें, शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगायें और शेयर मार्केट से पैसा कैसे कमाए तो इस लेख को पूरा अंत तक जरुर पढ़ें. इस लेख में हमने आपको इन सब के अतिरिक्त शेयर मार्केट का गणित और शेयर मार्केट से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण शब्दों के बारे में बताया है जिससे कि आपको शेयर बाजार के बारे में अच्छी समझ मिले.
शेयर मार्केट का गणित समझे, सटीक कैलकुलेशन में छुपा है कमाई का मंत्र
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शेयर मार्केट में कमाई के लिए इसका गणित समझना जरूरी है। SPECULATION के भरोसे कमाई की उम्मीद करना सही स्ट्रैटेजी नहीं है।शेयर शेयर मार्केट का गणित मार्केट में कमाई के लिए इसका गणित समझना जरूरी है। SPECULATION के भरोसे कमाई की उम्मीद करना सही स्ट्रैटेजी नहीं है। इसलिए किसी भी कंपनी के शेयर खरीदने से पहले उसे अंकगणित की कसौटी पर कसा जाना चाहिए। मसलन, बैलेंसशीट कैसा है। कितना कैश रिजर्व है, कर्ज की स्थिति, कंपनी का वैल्युएशन कैसा है। ये ऐसे पैमाने हैं जिनसे सही शेयर की पहचान की जा सकती है। आज हम निवेश के लिए वैसी ही कंपनियां चुनकर लाए हैं, जिनके अंकगणित बेहद मजूबत है।
प्रदीप पंड्या का अंकगणित के हिसाब से कमाई का स्टॉकः SBI LIFE
प्रदीप का कहना है कि ये इंश्योरेंस सेक्टर की कंपनी है। इंश्योरेंस सेक्टर में इस कंपनी का मार्केट शेयर 13 प्रतिशत है। देश में इंश्योरेंस पेनेट्रेशन सिर्फ 3.7 प्रतिशत है और दुनिया में औसत इंश्योरेंस पेनेट्रेशन 6.3 प्रतिशत है इसलिए इस कंपनी का स्टॉक लेने पर निवेशकों को कमाई हो सकती है।
डिमेट अकाऊंट क्या होता है:
जैसे हम पैसे रखने के लिए Bank मे Saving Account निकालते है वैसे ही हमे खरिदे हुये शेअर को रखने के लिये Demat Account की जरुरत होती है|
आप दो जगह से Demat Account खोल सकते हैं| एक तो आप सीधे बॅक मे ही खोल सकते हैं या तो किसी Broker House से खोल सकते हैं| जादातर लोग Broker से ही Demat Account खुलवा लेते है क्यो की Broker आपको Share खरिदने और बेचने मे कम चार्ज लेता है और उनके जादा फायदे भी आपको मिलते है | वैसे तो बहोत सारे Broker आपको Demat अकाऊंट खुलवाके देते है जैसे Zerodha, Angle Broking, Motilal Oswal..आजकल तो आप घर बैठे ही आपका Demat अकाऊंट चुटकीयो मे खोल सकते है इसके लिए आपको निचे दिये गये चीजो की जरुरत पडेगी|
आजकल E-KYC के जरिये आप आसानी से घर बैठे अपना अकाऊंट खोल शेयर मार्केट का गणित सकते हैं| अगर Broker के यहा आप अपना अकाऊंट खोलते है तो आप उनके दिये गये Application की मदत से मोबाईल मे भी Share को बेच या खरिद सकते हैं|
कहा से खरिदे और बेचे ?
NSE और BSE माने तो शेअर बेचनेवाली दो दुकाने है जहाँ से आप शेअर खरिद सकते हैं| जो जो कंपनीया इस दो Exchange मे रजिस्टर की गई है उस कंपनी के शेअर आप खरिद और बेंच सकते हैं| हमारे जो Broker होते है वो Stock Exchange के सदस्य होते है| बीना Stock Exchange के हम सीधे शेअर मार्केट से शेअर नहीं खरिद सकते| ये सभी securities and exchange Board of India (SEBI) के अंडर मे आता है इसलिए धोकाधाडी का खतरा ना के बराबर रहता है|
शेअर मार्केट मे तभी उतरे जब आपको उसका अच्छे से ज्ञान हो नहीं तो ना उतरे क्यो की बीना शेअर मार्केट के जानकारी के आप अपना सारा पैसा गवा सकते हैं| शेअर मार्केट को समझने के लिये आप Economic Times, Money Control जैसी वेबसाईट को रोज पढा करे Zee business, CNBC Awaaz जैसे चॅनेल देखा करे | बडे बडे इनवेस्टर और Economist के Interview देखा करें | इससे आपको जादातर अंदाजा आ जायेगे की शेअर मार्केट दरसल कैसे काम करता है|
कौनसा शेअर खरिदे कौनसा बेचे:
ऐसा कोई रुल नहीं है की आप किसी कंपनी का शेअर खरिदे अथवा बेचे आप कौनसे भी कंपनी के शेअर ले अथवा ना ले| शेयर मार्केट का गणित शेयर मार्केट का गणित शेअर खरिदते वक्त आपको बहोत सारे बातो का ध्यान रखना होता है|
ऐसी बहुत सारी कंपनीया होती है जो हप्ते मे आपका पैसा कई गुना कर देती है पर ऐसी Froud कंपनीयो से सावधान ही रहे ये कब NSE और BSE से डिलिस्ट कर दिये जाये आपको पता भी नहीं लगेगा| अगर आप शेअर मार्केट मे नये निवेशक है तो आप 'निफ्टी 50 शेयर मार्केट का गणित इंडेक्स' मे जो '50 कंपनीया' है उसमे ही जादातर पैसा डाले क्यो की 'निफ्टी 50' के '50 कंपनीया' सर्वश्रेष्ट '50' कंपनीया मानी जाती है| अगर आपको ठिक-ठाक जानकारी है तो ही आप मिडकॅप और स्माॅलकॅप की कंपनीयो मे निवेश कर सकते हैं|
यदि रास नहीं आ रहे हैं शेयर खरीदने-बेचने के बारीक नियम तो कमोडिटी मार्केट से बनाएं बड़ा मुनाफा
अब अगर हम शेयर मार्केट की बात करें तो इक्विटी मार्केट में लिस्टेड कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं जिसमें शेयरहोल्डर को आंशिक रूप से कंपनी का मालिक भी माना जाता है। इक्विटी शेयरों की कोई समाप्ति तिथि नहीं होती है जबकि कमोडिटी में ऐसा संभव नहीं है।
ब्रांड डेस्क, नई दिल्ली। शेयर मार्केट इन दिनों काफी चर्चा में है। बीते कुछ महीनों में इस बाजार की ओर रुख करने वाले लोगों की संख्या में भी लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। निवेशकों की संख्या में हर दिन होने वाली इस बढ़त ने पिछले दिनों में एक रिकॉर्ड भी बनाया है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2022 के अगस्त महीने में डीमैट अकाउंट की संख्या पहली बार करीब 10 करोड़ के पार पहुंच चुकी है। ऐसे में शेयर बाजार में अब आम लोगों का भी दिलचस्पी साफ दिखाई देने लगी है।
शेयर के अलावा कैसे बना सकते हैं बड़ा मुनाफा
क्या आपको पता है कि शेयर मार्केट के अलावा भी एक मार्केट है, जिसमें ठोस वस्तुओं में पैसे लगाकर बड़ा मुनाफा कमाया जा सकता है। इस मार्केट को कहते हैं कमाोडिटी मार्केट। जब कभी शेयर बाजार में कमजोरी का ट्रेंड रहता है तो लोग ऐसे समय में कमोडिटी मार्केट में सोने और चांदी जैसी चीजों में अधिक पैसा लगाने लगते हैं जिससे इसकी मांग में भी तेजी देखने को मिलने लगती है। लेकिन अब सवाल है कि क्या आप कमोडिटी मार्केट और इक्विटी यानी शेयर मार्केट के बीच के अंतर को समझते हैं?
शेयर मार्केट व कमोडिटी मार्केट में अंतर क्या है?
कमोडिटी मार्केट (Commodity Market) ऐसा मार्केटप्लेस है जहां निवेशक मसाले, कीमती मेटल्स यानी धातुओं, बेस मेटल्स, एनर्जी , कच्चे तेल जैसी कई अन्य कमोडिटीज की ट्रेडिंग करते हैं। यह मूलत: दो तरह की होती हैं , जिनमें से एक है एग्री कमोडिटीज इसे सॉफ्ट कमोडिटी भी कहते हैं, इसके अंतर्गत मसाले जैसे काली मिर्च, धनिया, इलायची, जीरा, हल्दी और लाल मिर्च, सोया बीज, मेंथी ऑयल, गेहूं, और चना जैसी वस्तुएं आती हैं। वहीं नॉन-एग्री या हार्ड कमोडिटीज में सोना, चांदी, कॉपर, जिंक, निकल, लेड, एन्युमिनियम, क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस शामिल हैं।
अब अगर हम शेयर मार्केट की बात करें तो इक्विटी मार्केट में लिस्टेड कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं जिसमें शेयरहोल्डर को आंशिक रूप से संबंधित कंपनी का मालिक भी माना जाता है। इसके अलावा इक्विटी शेयरों की कोई समाप्ति तिथि नहीं होती है,जबकि कमोडिटी में ऐसा संभव नहीं है। इक्विटी मार्केट में शेयरहोल्डर डिविडेंड के योग्य भी माना जाता है।
कंपनी के भविष्य को परख कर करते हैं निवेश
आपको पता होगा कि कंपनी शेयर मार्केट में उतरती हैं. इन कंपनियों के शेयरों पर निवेशक पैसा लगाते हैं. कंपनी के भविष्य को परख कर ही निवेशक और विश्लेषक शेयरों में निवेश करते हैं. जब कोई कंपनी अच्छा प्रदर्शन करती है, तो उसके शेयरों को लोग ज्यादा खरीदते हैं और उसकी डिमांड बढ़ जाती है. ऐसे ही जब किसी कंपनी के बारे में ये अनुमान लगाया जाए कि भविष्य में उसका मुनाफा कम होगा, तो कंपनी के शेयर गिर जाते हैं.
डिमांड और सप्लाई के फॉर्मूले शेयर मार्केट का गणित पर काम करता है शेयर
शेयर मार्केट डिमांड और सप्लाई के फॉर्मूले पर काम करता है. लिहाजा दोनों ही परिस्थितियों में शेयरों का मूल्य घटता या बढ़ता जाता है. इस बात को शेयर मार्केट का गणित ऐसे लसमझिए कि किसी कंपनी का शेयर आज 100 रुपये का है, लेकिन कल ये घट कर 80 रुपये का हो गया. ऐसे में निवेशक को सीधे तौर पर घाटा हुआ. वहीं शेयर मार्केट का गणित जिसने 80 रुपये में शेयर खरीदा उसको भी कोई फायदा नहीं हुआ. लेकिन अगर फिर से ये शेयर 100 रुपये का हो जाता है, तब दूसरे निवेशक को फायदा होगा.