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बिटकॉइन किस देश की करेंसी है?

बिटकॉइन किस देश की करेंसी है?

बिटकॉइन किस देश की करेंसी है?

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Bitcoin ka malik kaun hai : Bitcoin जो क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया का सबसे अधिक पॉपुलर नाम है, पिछले कुछ सालों में बिटकॉइन ने ऐसी रफ़्तार पकड़ी है अगर किसी व्यक्ति द्वारा कुछ सालों पहले महज सौ रूपये का भी निवेश किया गया होगा तो आज वह व्यक्ति करोणों का मालिक होगा.

बिटकॉइन को Digital Gold कहा जाता है और यह पूरी तरह सहीं है आज से दश-ग्यारह साल पहले Bitcoin की वैल्यू एकदम ना के बराबर थी पर आज के समय में 1 बिटक्वाइन की कीमत 4,218,510.29 भारतीय रुपये हैं. किसी आम आदमी के लिए एक Bitcoin खरीद पाना केवल एक सपना लगता है. हलाकि सुरुवात से अब तक देखा जाये तो बिटक्वाइन में कई उतार-चढाव आये हैं. बावजूद इसके Bitcoin का जलवा कम नहीं हुआ.

ऐसे में लोग Bitcoin पर निवेश करने के लिए आतुर हैं. साथ ही वे बिटकॉइन से संबंधित सारी जानकारियों को जानना चाहते हैं जैसे बिटकॉइन क्या है यह कैसे कार्य करता है और Bitcoin का मालिक कौन है इत्यादि. तो चलिए जानते हैं की आखिर बिटकॉइन का मालिक कौन है.

बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी का मालिक कौन है?

Bitcoin का मालिक Satoshi Nakamoto है जिन्होंने बिटकॉइन को बनाया है

बिटकॉइन के मालिकसतोशी नाकामोतो
जन्म5 अप्रैल 1975
राष्ट्रीयताजापान
खोजब्लॉक चैन तकनिकी का पहला अविष्कारक और बिटकॉइन का जनक
कार्य क्षेत्रDigital करेंसी, कम्प्यूटर साइंस, क्रिप्टोकरेंसी
अन्यअज्ञात

आखिर कौन है Bitcoin के मालिक सतोशी नाकामोतो?

वैसे तो इंटरनेट पर सतोशी नाकामोतो के विषय में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है परन्तु बिटकॉइन की ऑफिसियल वेबसाइट Bitcoin.org के डोमिन और होस्टिंग को जापान से ख़रीदे जाने के कारण यह कयास लगाया जाता है की बिटकॉइन के मालिक सतोषी नाकामोतो जापान के रहने वाले हैं.

बिटकॉइन में सतोशी क्या होता है?

सतोशी को बिटकॉइन बिटकॉइन किस देश की करेंसी है? की सबसे छोटी इकाई माना गया है 1 बिटकॉइन 8 दशमलव तक भाज्य होती है अर्थात इसको 1000000000 हिस्सों में बांटा जा सकता है. 1 बिटकॉइन में 0.0000000001 सतोशी होते हैं.

बिटकॉइन के मालिक सतोशी नाकामोतो का उम्र क्या है?

सतोशी नाकामोतो की उम्र 46 साल है.

Satoshi Nakamoto net worth

सतोशी नाकामोतो ने 24 मई 2017 को लगभग 1 लाख बिटकॉइन को खरीदा था. जिसकी कीमत अमरीकी डॉलर में 15.5 अरब डॉलर की लगायी जा रही है. इस हिसाब से देखा जाये तो सतोशी नाकामोतो के पास अनगिनत संपत्ती होने की संभावना है.

आखिर में

हमे पूरी उम्मीद है कि आपको हमारा यह लेख… Bitcoin का मालिक कौन है? और बिटकॉइन कौन से देश की करेंसी है? (Which Country’s Currency Is Bitcoin) पसंद आया होगा. कृपया करके इस लेख को अधिक से अधिक Shear करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ उठा सके. अगर लेख से संबंधित किसी प्रकार की शिकायत हो तो Comment Box के माध्यम से हमें अवश्य कहें.

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बिटकॉइन क्या है? 1 बिटकॉइन कितने रुपए का आता है? क्या है इसका भविष्य

बिटकॉइन क्या है: Digital लेनदेन का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। कई लेनदेन डिजिटल करेंसी के रूप में भी होता है। इसके साथ ही इन्टरनेट की दुनिया में और अपने आसपास आपने क्रिप्टोकरेंसी के बारे में तो जरुर सुना होगा। कई तरह की क्रिप्टोकरेंसी आज के टाइम में इन्टरनेट पर उपलब्ध है जैसे DogeCoin, BitCoin इत्यादि। ऐसी ही क्रिप्टोकरेंसी की सूची में बिटकॉइन भी एक बिटकॉइन किस देश की करेंसी है? ऐसी ही करेंसी है। हम आज इस आर्टिकल में इसी करेंसी के बारे में बताने जा रहे है। उम्मीद करते है आपको यह लेख पसंद आएगा।

बिटकॉइन क्या है?

बाज़ार में कई तरह की क्रिप्टोकरेंसी होती है, यह बिटकॉइन भी कुछ इस तरह की ही एक क्रिप्टोकरेंसी है। बिटकॉइन की जब शुरुआत हुई थी तब इसकी प्राइस इतनी कम थी की आप एक चिप्स के पैकेज की रेट में इसे खरीद सकते थे। बिटकॉइन किस देश की करेंसी है? आज इस एक बिटकॉइन की रेट उतनी है की उसमे आप आज एक बड़ा और Luxary फ्लैट खरीद सकते है।

बिटकॉइन क्या है

BitCoin की कीमत कितनी है?

इस बिटकॉइन की शुरुआत में इसकी कीमत तक़रीबन 50 रूपये थी परन्तु आज के समय में इसकी कीमत तक़रीबन 23,47,739 रूपये के आसपास है। बिटकॉइन की किमत रोजाना बढ़ रही है। वर्तमान में इसकी कीमत तक़रीबन 23 लाख के आसपास थी जो की काफी कम है क्योंकि इससे पहले यह कीमत 50 लाख के आसपास हो चुकी थी।

बिटकॉइन का भविष्य क्या है?

अगर हम बात करे इस क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य की तो यह भारत मी ही नही बल्कि पूरी दुनिया में लेनदेन का एक जरिया बन चुकी है। इस क्रिप्टो करेंसी की अपनी एक अलग वैल्यू और अपनी एक अलग ही ब्रांड वैल्यू है। इसके साथ ही इस इसका भविष्य भी काफी सुरक्षित है।

भारत ने भी अपनी बिटकॉइन किस देश की करेंसी है? खुद की क्रिप्टो करेंसी ला रहा है। इसके बाद इस करेंसी का भविष्य क्या हो सकता है इसके बारे में अभी कुछ नही कहा जा सकता है। भारत के अलावा और भी कई देश है जहा पर इस क्रिप्टोकरेंसी को एक लीगल अस्सेस्ट माना जा चूका है।

कई देशों में इस करेंसी को लीगल माना जाता है तो कई देशों में इस क्रिप्टोकरेंसी को बेन करने की गुहार चलाई जा रही है।

बिटकॉइन का भारत में भविष्य –

भारत में इसका भविष्य भी फिलहाल तो सुनहरा दिखाई दे रहा है। इस करेंसी में भारत में लोग निवेश करते है। इसके अलावा भारत में इस पर 30 प्रतिशत टैक्स की घोषणा की गई है। अगर कोई इसमें भारत में निवेश करता है तो उसे 30 प्रतिशत तक का टैक्स देना पड़ सकता है फिर चाहे उसे नुकसान हो या लाभ। हालांकि भारत सरकार ने यह भी घोषणा की है की भारत अपनी खुद की करेंसी लाएगा जिसके बाद शायद इसका इस्तेमाल भारत में कम हो जाए।

बिटकॉइन का मालिक कौन है?बिटकॉइन किस देश की करेंसी है?

बिटकॉइन जो की भारत में ही नही बल्कि विश्व में भी काफी महत्वपूर्ण डिजिटल बन चुकी है। अब कई लोगो के मन में यह सवाल आता होगा की इस बिटकॉइन का मालिक कौन है ? आईये जानते है इसके मालिक के बारे में।

इस करेंसी को 2008 में एक सॉफ्टवेर के रूप में Develope किया गया था। इस सॉफ्टवेर को डिजाईन करने का श्रेय सातोशी नाकामोतो को जाता है। ऐसा माना जाता है की वर्तमान में हम जिस सॉफ्टवेर का इस्तेमाल करते है उसका मालिक सातोशी है और इस एक बिटकॉइन 10 करोड़ सातोशी के बराबर है। सातोशी नाकमोतो को ही इस बिटकॉइन का फाउंडर माना जाता है।

इसे पढ़ें – व्यवसाय कर्ज योजना

बिटकॉइन किस देश की करेंसी है?

Bitcoin किस देश की कंपनी है इसको जानने से पहले हम इस बात के बारे में जान लेते है की BitCoin नेशनल है या इंटरनेशनल है। BitCoin एक इंटरनेशनल डिजिटल करेंसी है जिसका इस्तेमाल डिजिटल करेंसी के रूप में होता है और इस करेंसी की मदद से कई लेनदेन ऑनलाइन होते है।

बिटकॉइन किस देश की कंपनी है, वैसे तो इस करेंसी के फाउंडर जापान देश का है और इस हिसाब से इस करेंसी को भी जापान देश का ही माना जाता है परन्तु बिटकॉइन को किसी भी देश की करेंसी नही माना गया है। यह एह डिजिटल और इंटरनेशनल करेंसी है और इसका इस्तेमाल पूरी दुनिया के साथ भारत में भी होता है।

बिटकॉइन के नुकसान –

Bitcoin एक ऐसी करेंसी है जिसने कई लोगो को लखपति से करोड़पति बनाया है वही इसने कई करोड़पतियों को सड़क पर लाके रख दिया है। बिटकॉइन का यह एक बहुत ही बड़ा नुकसान है की इस करेंसी की प्राइस स्टेबल नही है। यह हमेशा बदलती रहती है और यह कई बार तो निम्नतम स्तर पर आ जाती है।

बिटकॉइन में 100 रुपये का निवेश आपको बना सकता था 7.5 करोड़ का मालिक

​9 साल में बिटकॉइन ने साढ़े सात लाख गुना रिटर्न दिया . एक बिटकॉइन का भाव 4000 डॉलर के पार पहुंचा

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bitcoin

क्या है बिटकॉइन ?
बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी हैं . यह अन्य मुद्राओं की तरह जैसे डॉलर, रुपये या पाउन्ड की तरह भी इस्तेमाल की जा सकती है. ऑनलाइन पेमेंट के अलावा इसको डॉलर और अन्य मुद्राओं में भी एक्सचेंज किया जा सकता है. यह करेंसी बिटकॉइन के रूप में साल 2009 में चलन में आई थी. आज इसका इस्तेमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा रहा है. बिटकाइन की ख़रीद और बिक्री के लिए एक्सचेंज भी हैं. दुनियाभर के बड़े बिजनेसमैन और कई बड़ी कंपनियां वित्तीय लेनदेन में

दुनिया की सबसे महंगी करेंसी
बिटकॉइन दुनिया की सबसे महंगी करेंसी बन गई है. फिलहाल एक बिटकॉइन की ऑनलाइन या बाजार कीमत करीब 2.69 लाख रुपये से भी ज्यादा है. कम्प्यूटर नेटवर्कों के जरिए इस मुद्रा से बिना बैंक के ट्रांजेक्शन किया जा सकता है. वहीं, इस करेंसी को डिजिटल वॉलेट में भी रखा जाता है.

कैसे काम करती है बिटकॉइन?
आप बिटकॉइन को अपने कंप्यूटर या मोबाइल फोन पर बिटकॉइन वॉलेट के रूप में इंस्टॉल कर सकते हैं. इससे आपका पहला बिटकॉइन एड्रेस बनेगा और जरूरत पड़ने पर आप एक से ज्यादा एड्रेस भी बना सकते हैं. अब आप अपने मित्रों को अपना बिटकॉइन एड्रेस दे सकते हैं. इसके बाद आप उनसे भुगतान ले या उन्हें भुगतान कर भी सकते हैं.

अवैध धंधों में हो रही बड़े पैमाने पर इस्तेमाल
बिटकॉइन का इस्तेमाल ब्लैकमनी, हवाला, ड्रग्स की खरीद-बिक्री, टैक्स की चोरी और आतंकवादी गतिविधियों में बड़े पैमाने पर होता है. बिटकॉइन के बढ़ते इस्तेमाल ने दुनियाभर के देशों में सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है. भारत में रिजर्व बैंक या किसी भी अन्य रेग्युलेटर ने इस वर्चुअल मुद्रा को कानूनी मान्यता नहीं दी है.

देश में भी खूब हो रहा बिटकॉइन में लेनदेन
केंद्र सरकार फिलहाल बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी के ऑनलाइन लेनदेन पर रोक लगाने की स्थिति में नहीं है. इस मामले में सरकार के भीतर हुए विमर्श कई बार हो चुका है. ऐसी करेंसी की ऑनलाइन खरीद-फरोख्त पर नियंत्रण संभव नहीं है. हालांकि अभी सरकार ने इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है. दुनिया में करीब 90 से अधिक वर्चुअल करेंसी चलन में हैं.बिटकॉइन किस देश की करेंसी है?

क्या है क्रिप्टो करेंसी का भविष्य
अमेरिकी निवेश बैंक गोल्डमैन सैक्स ने अपने ग्रााहकों को पिछले हफ्ते भेजे नोट में कहा था कि क्रिप्टो करेंसी को अनदेखा नहीं किया जा सकता है. इसमें ग्रोथ की प्रबल संभावना है. भारत में क्रिप्टो करेंसी में शुरुआती कारोबार से जुड़े एमकैप क्रिप्टो करेंसी के संचालक अमित भारद्वाज के मुताबिक क्रिप्टो करेंसी का भविष्य काफी बेहतर है. अगर आप बिटकॉइन में निवेश से चूक गए हैं तो बाजार में क्रिप्टो करेंसी में निवेश के कई और विकल्प हैं. मसलन, एमकैप का मौजूदा भाव 2 डॉलर के करीब है इसके अलावा यूथेरियम क्रिप्टो करेंसी का मौजूदा भाव 300 डॉलर है. जानकारों के मुताबिक एमकैप क्रिप्टो करेंसी का भाव इस साल 50 डॉलर के पार जाने की संभावना है.

अब इस देश में क्रिप्‍टोकरेंसी को मिला कानूनी दर्जा, जानिए और कौन से देश में है ये लीगल

अल सल्वाडोर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को कानूनी दर्जा देने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है. अब तक किसी देश ने इसे अपनी वैध करेंसी नहीं घोषित बिटकॉइन किस देश की करेंसी है? किया था.

अब इस देश में क्रिप्‍टोकरेंसी को मिला कानूनी दर्जा, जानिए और कौन से देश में है ये लीगल

TV9 Bharatvarsh | Edited By: आशुतोष वर्मा

Updated on: Jun 26, 2021 | 11:23 AM

मध्‍य अमेरिका के देश अल सल्‍वाडोर में सात सितंबर से क्रिप्‍टोकरेंसी से जुड़े कानून लागू हो जाएंगे. देश में हालिया पास कानूनों पर लीगल टेंडर तैयार हो चुका है. देश की संसद में राष्‍ट्रपति नायब बुकेले की तरफ से क्रिप्‍टोकरेंसी को अपनाने के प्‍लान को मंजूरी मिल गई है. इसके बाद यह पहला देश बन गया है जहां पर बिटक्‍वॉइन को लीगल टेंडर के तौर पर अपनाया जाएगा. माना जा रहा है कि जल्‍द ही पैराग्‍वे भी इसे कानूनी रूप दे सकता है.

अल सल्‍वाडोर में महंगी हुई प्रॉपर्टी

राष्ट्रपति बुकेले ने सोमवार को ऐलान किया था कि देश की कानूनी मुद्रा बन जाने के बाद इस पर कोई कैपिटल गेन्स टैक्स नहीं लगाया जाएगा. देश में क्रिप्टो एंटरप्रेन्योर को तुरंत स्थायी तौर पर रहने की अनुमति दी जाएगी. राष्ट्रपति के इस ऐलान के बाद अल-सल्वाडोर में प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ गई हैं. दुनिया के कुछ देशों में बिटक्‍वॉइन को पहले ही कानूनी मान्‍यता मिल चुकी है. एक नजर डालिए ऐसे ही कुछ देशों के पर जहां पर क्रिप्‍टोकरेंसी लीगल है.

इन देशों में क्रिप्‍टोकरेंसी बिटकॉइन किस देश की करेंसी है? लीगल

भारत

भारत सरकार की तरफ से क्रिप्‍टोकरेंसी को लेकर अभी नियम या फिर गाइडलाइंस जारी करनी हैं. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने साल 2020 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के उस सर्कुलर को मानने से इनकार कर दिया था जिसमें क्रिप्‍टोकरेंसी पर आधारित ट्रांजेक्‍शन को प्रतिबंधित करने के लिए बैंकों को आदेश दिए गए थे. सुप्रीम कोर्ट के आदेश का ट्रेडर्स ने स्‍वागत किया था. मगर आरबीआई ने बैंकों को आदेश दिया था कि वो नियतों के तहत ही इसे पर सारी प्रक्रिया करें जैसे कि केवाईसी, एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग, वित्‍तीय आतंकवाद. साथ ही साथ ही आरबीआई बिटकॉइन किस देश की करेंसी है? ने साल 2002 के प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्‍ट का पालन करने क लिए भी कहा था.

अमेरिका

अमेरिका में मार्केट रेगुलेटर की तरफ से बिटकॉइन किस देश की करेंसी है? कांग्रेस से अपील की गई है कि क्रिप्‍टोकरेंसी एक्‍सचेंज सिक्‍योरिटीज एंड एक्‍सचेंज कमीशन (एसईएस) के साथ ट्रेडिंग करने पर कड़े नियम लागू किए जाएं. एसईएस का मानना है कि क्रिप्‍टोकरेंसी के साथ ट्रेडिंग करने पर निवेशकों को पारंपरिक ट्रेडिंग की तुलना में कुछ रिस्‍क झेलना पड़ सकता है. मगर इसके बाद भी डिश नेटवर्क, माइक्रोसॉफ्ट, सबवे और ओवरस्‍टॉक ने बिटक्‍वॉइन को पेमेंट मैथेड में शामिल कर लिया है. अमेरिकी वित्‍त विभाग की तरफ से इसे मनी सर्विस बिजनेस के तौर पर मान्‍यता दी गई है. क्रिप्‍टोकरेंसी को अमेरिका में टैक्‍स के मकसद से भी जनरल प्रॉपर्टी के तौर पर माना जा रहा है.

कनाडा

कनाडा ने भी अमेरिका की तर्ज पर क्रिप्‍टोकरेंसी को अपनाया है. यहां पर टैक्‍सेशन अथॉरिटीज क्रिप्‍टोकरेंसी का इनकम टैक्‍स एक्‍ट के तहत एक कमोडिटी के तौर पर मानती हैं. इसका मतलब ये हुआ कि कोई भी ट्रांजेक्‍शन जो क्रिप्‍टोकरेंसी के जरिए किया गया है उसे बिजनेस इनकम या फिर पूंजा हासिल करने के मकसद से समझा जाएगा. ट्रांजेक्‍शन किन परिस्थितियों में हुआ है, उस पर भी गौर किया जाएगा.

यूरोपियन यूनियन

यूरोपियन देशों में इसे लेकर अलग-अलग नियम हैं. साल 2015 में यूरोपियन कोर्ट ऑफ जस्टिस (ECJ) ने क्रिप्‍टोकरेंसी में होने वाली ट्रेडिंग को सेवा के तहत परिभाषित किया था. इसके साथ ही इसे वैल्‍यु एडडेड टैक्‍स यानी VAT से बाहर कर दिया था. यूरोप के कुछ देश जैसे फिनलैंड, बेल्जियम और यूनाइटेड किंगडम क्रिप्‍टोकरेंसी को एक संपत्ति के तौर पर देखते हैं न कि मुद्रा के तौर पर.

ऑस्‍ट्रेलिया

ऑस्‍ट्रेलिया ने भी क्रिप्‍टोकरेंसी को कानूनी करार दिया है. मगर देश में क्रिप्‍टोकरेंसी एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग एंड काउंटर टेररिज्‍म फाइनेंसिंग एक्‍ट के तहत आती है. ऑस्‍ट्रेलिया भी वर्चुअल करेंसीज को प्रॉपर्टी के तौर पर मानता है और इन्‍हें टैक्‍स के दायरे से बाहर रखा गया है.

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