2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है?

Crypto Tax India vs US: भारत और अमेरिका में क्रिप्टो कमाई पर टैक्स के तय हैं नियम, जानिए क्या है अंतर
Crypto Tax India vs US: भारत और अमेरिका में बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर टैक्स नियमों में काफी अंतर है और मूल 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है? रूप से इनकी प्रकृति ही अलग है.
दुनिया भर में क्रिप्टो को लेकर अभी अनिश्चितता बनी हुई है. हालांकि भारत समेत कुछ देशों में इस पर टैक्स का प्रावधान कर दिया है. (Image- Pixabay)
Crypto Tax India vs US: दुनिया भर में क्रिप्टो को लेकर अभी अनिश्चितता बनी हुई है. हालांकि भारत समेत कुछ देशों में इस पर टैक्स का प्रावधान कर दिया है. केंद्रीय बजट 2022 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पहली बार भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स प्रावधानों का ऐलान किया. वहीं अमेरिका में इंटरनल रेवेन्यू सर्विस (IRS) ने पहली बार 2014 में क्रिप्टो को लेकर टैक्स से जुडे प्रावधान तय किए. दोनों देशों में बिटक्वाइन (BitCoin) जैसी क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर टैक्स नियमों में काफी अंतर है और मूल रूप से इनकी प्रकृति ही अलग है जैसे कि क्रिप्टो को किस प्रकार का एसेट समझा जाए, इसे लेकर दोनों देशों में अलग-अलग प्रावधान हैं.
क्रिप्टो एसेट्स का वर्गीकरण
इस साल के बजट में भारत सरकार ने क्रिप्टो एसेट् को वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के तौर पर माना. हालांकि इन्हें एसेट्स माना गया है लेकिन वर्चुअल डिजिटल एसेट्स टैक्स के मामले में अन्य प्रकार के एसेट्स से अलग हैं. केंद्रीय बजट 2022 के मुताबिक वर्चुअल डिजिटल एसेट्स से मुनाफे पर फ्लैट 30 फीसदी का टैक्स चुकाना होगा. वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी में क्रिप्टोकरेंसीज को कैपिटल एसेट्स माना जाता है. ऐसे में जब क्रिप्टोकरेंसी की बिक्री पर मुनाफा होता है तो इस पर लांग टर्म क्रिप्टो एसेट्स या शॉर्ट टर्म क्रिप्टो एसेट्स के आधार पर टैक्स चुकाना होता है. अमेरिकी कानून के मुताबिक एक साल से कम की एसेट होल्डिंग शॉर्ट टर्म है.
Top Stocks for Portfolio: निवेश के लिए 13 लार्जकैप और 9 मिडकैप शेयरों की लिस्ट, पोर्टफोलियो को बना देंगे दमदार
SBFC Finance: NBFC कंपनी लाएगी आईपीओ, 1600 करोड़ रुपये जुटाने की योजना, कंपनी का क्या है पूरा प्लान
Nykaa Bonus Share: कंपनी 1 के बदले 5 शेयर देगी एक्स्ट्रा, क्या आपके पास हैं स्टॉक, ये है रिकॉर्ड और एक्स डेट
Jhunjhunwala Portfolio: राकेश झुनझुनवाला पोर्टफोलियो की वैल्यू 35000 करोड़, वाइफ रेखा ने खरीदे 2 नए शेयर, 4 में बढ़ाई हिस्सेदारी
नुकसान एडजस्ट करने का प्रावधान
भारत में वर्चुअल डिजिटल एसेट्स पर एक्विजिशन कॉस्ट को छोड़कर डिडक्शन का फायदा नहीं मिलता है और अगर नुकसान हुआ है तो इसे सेट ऑफ या कैरी फारवर्ड नहीं कर सकते हैं. इसके अलावा अन्य प्रकार के कैपिटल एसेट्स (वर्चुअल डिजिटल एसेट्स को छोड़) की बिक्री पर नुकसान हुआ है तो कुछ शर्तों के साथ कैपिटल एसेट्स गेन के साथ सेट ऑफ किया जा सकता है और अगर नहीं कर पा रहे हैं तो इसे अगले आठ साल तक इसे कैपिटल गेन के साथ एडजस्ट कर सकते हैं. वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी इनकम टैक्स कानून के तहत क्रिप्टो एसेट्स में निवेश पर अगर नुकसान हआ है तो इसे आय के अन्य स्रोत से सेट ऑफ कर सकते हैं. अगर इस नुकसान को एडजस्ट नहीं कर पा रहे 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है? हैं तो इसे आगे निवेश से हुए मुनाफे से सेट ऑफ के लिए कैरी फारवर्ड भी कर सकेंगे.
गिफ्ट पर टैक्स
बजट 2022 में केंद्र सरकार ने एक सीमा से अधिक बिक्री वैल्यू के वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के ट्रांसफर पर 1 फीसदी टीडीएस का प्रावधान किया है. वहीं गिफ्ट में अगर क्रिप्टो मिलता है तो इस पर भी टैक्स चुकाना होगा, अगर इसकी फेयर मार्केट वैल्यू एक थ्रेसहोल्ड लिमिट के ऊपर होती है लेकिन रिश्तेदारों व खास मौके पर मिले गिफ्ट पर एग्जेम्प्शन मिलेगा. वहीं दूसरी तरफ अमेरिका की बात करें तो क्रिप्टो एसेट्स एसेट्स में पेमेंट पर कोई विदहोल्ड टैक्स नहीं है. इसके अलावा गिफ्ट मिलने पर कोई टैक्स नहीं देना होगा लेकिन अगर भविष्य में इसकी बिक्री करते हैं तो कैपिटल गेन्स टैक्स चुकाना होगा. हालांकि इसके लिए जरूरी है कि जिस शख्स ने क्रिप्टो गिफ्ट में दिया है, उसकी जानकारी सरकार को दे, अगर इसकी वैल्यू एक लिमिट के ऊपर है.
कारोबारी लेन-देन में प्रावधान
अगर किसी गुड्स या सर्विसेज के बदले में क्रिप्टो से भुगतान मिला है तो टैक्सपेयर को इस पर कैपिटल गेन टैक्स चुकाना होगा यानी कि शुरुआती खरीद भाव और मौजूदा भाव के अंतर पर. वहीं जिसे पेमेंट मिला है, उसे आय मानते हुए रेगुलर टैक्स रेट्स के हिसाब से टैक्स देना होगा. वहीं दूसरी तरफ भारत में बजट 2022 में सरकार ने इसे लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं किया है कि जब इसका इस्तेमाल करेंसी के तौर पर किया 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है? जाएगा तो कैसे टैक्स देनदारी बनेगी. यहां अभी ‘ट्रांसफर’ को लेकर स्पष्टता की जरूरत है.
क्रिप्टो के अन्य प्रयोग पर टैक्स प्रावधान
भारत में केंद्रीय बजट 2022 में स्टेकिंग, माइनिंग, लेंडिंग, बॉरोइंग, एयरड्रॉप्स, फोर्क्स, वॉलेट ट्रांसफर्स, पी2पी ट्रांसफर्स, गेमिंग, गिफ्टिंग, डोनेशंस इत्यादि से हुई आय को लेकर कोई प्रावधान नहीं तय किए हैं. वहीं अमेरिका में अगर आप माइनिंग, किसी गुड्स या सर्विसेज के प्रमोशन या पेमेंट के लिए क्रिप्टो पाते हैं तो इसे रेगुलर टैक्सेबल इनकम माना जाता है. इस पर जिस दिन इसे प्राप्त किया है, उस दिन के बाजार भाव पर अपने रेगुलर इनकम टैक्स रेट के हिसाब से टैक्स चुकाना होता है.
(Article: Archit Gupta, Founder and CEO, Clear (formerly ClearTax))
Bitcoin Price Prediction 2021 in Hindi: 1 लाख डॉलर तक जा सकती है बिटकॉइन की कीमत
नई दिल्ली। दुनिया की सबसे बड़ी, पुरानी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है? कही जाने वाली बिटकॉइन की कीमत ने इस साल अप्रैल में 65,000 डॉलर का रिकॉर्ड बनाया था। जिसके बाद से बिटकॉइन की कीमतों में काफी गिरावट दर्ज की गई है। फिलहाल बिटकॉइन की कीमतें 47,750 डॉलर के आसपास ट्रेड कर रही है। हालांकि पिछले दिनों से बिटकॉइन की कीमतों में बढ़त दर्ज की जा रही है। जिसके देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि अगले साल तक इसकी कीमत 1,00,000 डॉलर तक पहुंच सकती है। यानी एक साल के अदंर बिटकॉइन की कीमत दोगुना होने की उम्मीद जताई जा रही है।
हालांकि कुछ दिनों में बिटकॉइन की कीमतों में बढ़त जरूर दर्ज की गई, लेकिन बात अगर बीते हफ्तों की करें तो बिटकॉइन निवेशकों के लिए यह काफी चिंताजनक रहे हैं। वहीं पेशेवर निवेशकों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में उतार-चढ़ाव होता रहता है और 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है? इस तरह की आई गिरावट से स्थिति में सुधार भी जरूर आएगा। निवेशकों का यह भी कहना है कि बिटकॉइन की कीमत एक बार फिर नए रिकॉर्ड पर पहुंचेगी।
जानिए अभी कितना है रेट
अप्रैल के महीने में जब बिटकॉइन की कीमत 65,000 डॉलर पहुंच गई थी 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है? तो कई क्रिप्टो इनवेस्टर्स ने अपनी निवेश नीति में बदलाव किए और बिटकॉइन पर हाथ आजमाया। अब बिटकॉइन के लाखों निवेशक बाजार में मौजूद हैं, जिसे देखते हुए आने वाले साल में इसकी कीमत 1,00,000 डॉलर तक जाने का अंदाजा लगाया जा रहा है। गौरतलब है कि क्रिप्टोबाजार में करेंसी की कीमत पूरी तरह निवेशकों और ट्रेंड्स पर निर्भर करती है। यह भी कारण है जिसे देखते हुए बिटकॉइन की कीमतों में अगले साल तक नया रिकॉर्ड बनाए जाने की बात कही जा रही है।
Crypto Prices Crash: निजी Cryptocurrency को बैन करेगी सरकार! जानें इससे जुड़े 10 Facts
Crypto Prices Crash: पिछले 24 घंटों में वैश्विक क्रिप्टोकरेंसी बाजार पूंजीकरण (Market Cap) 0.36 फीसदी गिरकर 2.56 ट्रिलियन डॉलर हो गया है। वहीं क्रिप्टो बाजार की कुल वॉल्यूम (कारोबार किए गए सिक्कों की कुल राशि) 126.32 अरब डॉलर रही।
- क्रिप्टोकरेंसी या बिटकॉइन पूरी दुनिया को बहुत तेजी से अपनी गिरफ्त में लेती जा रही है।
- क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सावधान रहने की जरूरत है।
- RBI पायलट के तौर पर डिजिटल मुद्रा लॉन्च कर सकता है। केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) फिएट मुद्राओं का डिजिटल रूप है।
Crypto Prices 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है? Crash: केंद्र सरकार जल्द ही क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर शिकंजा कसने जा रही है। सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में 'द क्रिप्टोकरेंसी एंड 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है? रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021' पेश करेगी। इस खबर के बाद दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी, बिटकॉइन (Bitcoin) में गिरावट आई।
जानें इससे जुड़े 10 तथ्य (10 Facts)
- Coinmarketcap के अनुसार, सुबह 9.22 बजे न सिर्फ बिटकॉइन, बल्कि सोलाना कार्डानो, एक्सआरपी और डॉजकॉइन में भी गिरावट आई। बिटकॉइन 1.07 फीसदी गिरकर 56,377.33 डॉलर (करीब 42,28,299.75 रुपये) पर था। इस दौरान सोलाना कार्डानो, एक्सआरपी और डॉजकॉइन की कीमत में क्रमश: 0.74, 6.62, 1.24 और 0.33 फीसदी की गिरावट थी और इनकी कीमत क्रमश: 218.66, 1.68, 1.04 और 0.2225 डॉलर थी।
- संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू हो रहा है। संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान क्रिप्टोकरेंसी एवं आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विनियमन विधेयक 2021 पेश किया जाएगा।
- विधेयक कुछ आपत्तियों के साथ भारत में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करेगा। शीतकालीन सत्र के दौरान इस पर अंतिम विचार किया जा सकता है। यह पारित हो सकता है।
- भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अपनी खुद की डिजिटल करेंसी (digital currency) जारी करेगा। इसका उद्देश्य केंद्रीय बैंक द्वारा जारी की जाने वाली आधिकारिक डिजिटल मुद्रा के निर्माण के लिए एक सुविधाजनक ढांचा तैयार करना है।
- देश में निवेशकों के पैसे की सुरक्षा और जोखिमों के बारे में भ्रामक 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है? विज्ञापन लंबे समय से चिंता का विषय रहे हैं।
- डिजिटल मुद्राओं के नियमन पर चर्चा करने के लिए सरकार ने हितधारकों के साथ 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है? 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है? कई बैठकें की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मुद्दे पर विभिन्न मंत्रालयों और आरबीआई के अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
- 16 नवंबर को क्रिप्टो फाइनेंस के अवसरों और चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए बीजेपी के जयंत सिन्हा की अध्यक्षता में डिजिटल मुद्राओं पर समिति इस आम सहमति पर पहुंची कि क्रिप्टोकरेंसी को रोका नहीं जा सकता है। लेकिन इसे विनियमित किया जाना चाहिए।
- 18 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिडनी डायलॉग (Sydney Dialogue) को 'भारत में प्रौद्योगिकी विकास तथा क्रांति' विषय पर संबोधित किया था। उन्होंने कहा था कि सभी लोकतांत्रिक देश यह सुनिश्चित करें कि क्रिप्टोकरेंसी गलत हाथों में न जाए। यह हमारे युवाओं को खराब कर सकती है।
- भारतीय रिजर्व बैंक और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने भी कमजोर खुदरा निवेशकों को ध्यान में रखते हुए भारत में क्रिप्टोकरेंसी के अनियंत्रित विकास के बारे में चिंता व्यक्त की है।
- अल साल्वाडोर (El Salvador) क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी निविदा के रूप में मान्यता देने वाला एकमात्र देश है।
Cryptocurrency: किसी को रातोंरात कर सकती है मालामाल तो किसी को कंगाल, जानिए क्रिप्टोकरेंसी के फायदे और नुकसान
Times Now Navbharat पर पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।
GATE 2023 की तैयारी में ये रणनीति आएगी आपके काम, मिलेगी सफलता
ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE) की आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और इसका आयोजन 4, 5, 11 और 12 फरवरी, 2023 को किया जाएगा। इस परीक्षा में अब लगभग पांच महीने का समय बचा है, ऐसे में इस परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को इस परीक्षा की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। अगर आप भी GATE में शामिल होने वाले हैं तो हम आपको इस परीक्षा की तैयारी से जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताएंगे।
GATE क्या है?
प्रमुख शैक्षिक संस्थानों के इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्सेज में प्रवेश और PSUs में भर्ती के लिए GATE का आयोजन किया जाता है। यह परीक्षा कुल 29 विषय क्षेत्रों के लिए आयोजित की जाती है। इसमें इंजीनियरिंग, विज्ञान, ह्यूमैनिटीज और सोशल साइंस समेत विभिन्न ग्रेजुएट विषयों की व्यापक समझ का टेस्ट लिया जाता है। इस परीक्षा में इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन कर चुके और अंतिम वर्ष के छात्र शामिल हो सकते हैं।
GATE का परीक्षा पैटर्न कैसा होता है?
GATE एक कंप्यूटर आधारित परीक्षा होती है जिसमें वैकल्पिक प्रकार के कुल 65 प्रश्न पूछे जाएंगे। यह परीक्षा कुल 100 अंक की होगी और इसके लिए उम्मीदवार को तीन घंटे का समय मिलेगा। अगर उम्मीदवार एक अंक वाले प्रश्न का गलत उत्तर देता है तो उसके 1/3 अंक कटेंगे। अगर वह दो अंक वाले प्रश्न का गलत उत्तर देता है तो उसके 2/3 अंक कटेंगे। इस बार GATE का आयोजन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) कानपुर कर रहा है।
GATE में किस भाग से कितने प्रश्न पूछे जाते हैं?
GATE की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को बता दें कि इस पेपर में दो भाग होते हैं। पहले भाग में जनरल एप्टीट्यूड और दूसरे में जिस स्ट्रीम के पेपर के लिए आवेदन किया है, उससे संबंधित प्रश्न पूछ जाते हैं। इसमें इंजीनियरिंग मैथ्स से 13 अंक (13 प्रतिशत) के प्रश्न पूछे जाते हैं, जबकि जनरल एप्टीट्यूड से 15 अंक (15 प्रतिशत) के प्रश्न पूछे जाते हैं। इसके अलावा 72 अंक (72 प्रतिशत) उम्मीदवार की स्ट्रीम से जुड़े होते हैं।
जनरल एप्टीट्यूड का सिलेबस कैसा होता है?
GATE के जनरल एप्टीट्यूड सिलेबस में चार सेक्शन होते हैं, वर्बल एप्टीट्यूड, एनॉलिटिकल एप्टीट्यूड, स्पेशल एप्टीट्यूड और न्यूमेरिकल एप्टीट्यूड। इन सभी सेक्शन को उम्मीदवार के कोर्स के साथ-साथ अन्य पहलुओं के ज्ञान का टेस्ट करने के लिए तैयार किया गया है। वर्बल और नॉन वर्बल रीजनिंग और क्वांटिटेटिव एप्टिट्यूड की तैयारी के लिए आप डॉ आरएस अग्रवाल की किताब पढ़ सकते हैं और अंग्रेजी व्याकरण और रचना की तैयारी के लिए रेन एंड मार्टिन की किताब पढ़ सकते हैं।
जनरल एप्टीट्यूड की तैयारी के लिए ये रणनीति आएगी काम
जनरल एप्टीट्यूड की तैयारी के लिए GATE के सभी स्ट्रीम के पुराने पेपर जरूर देखें। पेपर शुरू करने से पहले उम्मीदवार अंग्रेजी के सभी शब्द और उनके आगे का सीरियल नंबर लिख लें। इस रणनीति से उम्मीदवार जब एप्टीट्यूड से जुड़े प्रश्न हल करता है तो उसका काफी समय बचता है। इसके साथ-साथ उम्मीदवार को अंग्रेजी अखबार भी रोजाना पढ़ना चाहिए ताकि उसकी शब्दावली मजबूत हो सके और उसका अंग्रेजी व्याकरण का भाग अच्छा हो।
पुरान पेपर हल करने और मॉक टेस्ट देने से बेहतर होगी GATE की तैयारी
आपने इंजीनियरिंग की जिस 2023 में 1 बिटकॉइन कितने का है? स्ट्रीम के तहत GATE पेपर के लिए आवेदन किया है, उसके पुराने पेपर जरूर हल करें। इसके अलावा फॉर्मूलों, जरूरी टॉपिक और पेपर में बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्नों के नोट्स बना लें। इससे आपको परीक्षा के अंतिम समय में रिवीजन करने में आसानी होगी। इसके साथ-साथ उम्मीदवार मॉक टेस्ट भी देते रहें ताकि आपको यह पता चल सकेगा कि आप कहां कमजोर हैं और फिर आप उस अनुसार मेहनत कर सकें।