शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें

3. क्या T2T सेगमेंट से बाहर आकर शेयर दोबारा सामान्य तरह से ट्रेड कर सकता है?
बिल्कुल. शेयर T2T सेगमेंट से बाहर आ सकता है. एक्सचेंज और सेबी के दिशानिर्देशों के अनुसार इसमें सामान्य तरह से ट्रेडिंग शुरू हो सकती है.
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है – What is intraday trading 2022
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ? जब आप किसी कंपनी के शेयर को खरीदते हो और उससे अच्छा रिटर्न मिलने के बाद बेच देते है लेकिन इंट्राडे ट्रेडिंग इन्वेस्टिंग का एक ऐसा जरिया है जिसमें आपको ज्यादा दिनों का इंतजार नहीं करना पड़ता है बल्कि आप एक ही दिन में मार्केट से प्रॉफिट निकाल सकते है इंट्राडे ट्रेडिंग के अंदर आपको एक ही दिन मे किसी कंपनी के शेयर को खरीदना है और उसी दिन बेच देना है इसे ही इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं अब चलिए मैं आपको बताता हूं की इंट्राडे ट्रेडिंग के अंदर आपको कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं को ध्यान में रखना चाहिए
यह शेयर मार्केट से पैसे कमाने का एक ऐसा तरीका है जिसमें आपको सप्ताह, महीना और सालों का इंतजार नहीं करना पड़ता है बल्कि आपको एक ही दिन में प्रॉफिट मिल शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें जाता है दोस्तों आप भी इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसा कमाना शुरू कर सकते हैं
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें – how to do intraday trading
Intraday Day Trading करने के लिए आपके पास एक डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट होना आवश्यक है इसी के ऊपर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करने वाले हैं इसके साथ ही आपके पास एक लैपटॉप या पर्सनल कंप्यूटर होना आवश्यक है जिसके ऊपर आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक को एनालिसिस करना पड़ता है वैसे यह काम आप मोबाइल से भी कर सकते हैं लेकिन कंप्यूटर या लैपटॉप हो तो सोने पर सुहागा शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें हो जाएगा,
इसके अलावा आपके पास एक अच्छा इंटरनेट कनेक्शन होना आवश्यक है अब आपको इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए 9:15 से 3:30 तक का समय मिलता है इसी समय के अंदर आपको किसी एक कंपनी के स्टॉक को खरीदना और बेचना होता है,
इंट्राडे शेयर कैसे खरीदें – how to buy intraday shares
यह तो समझ लिया की इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है, अब जानते हैं कि आपको इंट्राडे के लिए शेयर खरीदने के 1 दिन पहले कुछ शेयर का चुनाव करना होता है,
अब आपको इन चुने गए शेयर को एनालिसिस करना होता है जैसे कि टेक्निकल एनालिसिस जिसमें यह शेयर कहां पर सपोर्ट और रेजिस्टेंस ले रहा है कहां पर शेयर की ट्रेंडलाइन टूट रही है आदि ऐसी कई सारी बातें टेक्निकल एनालिसिस के अंदर आती हैं यह एनालिसिस आपको इंट्राडे के लिए शेयर का चुनाव करते समय करना होता है
आप न्यूज़ पढ़ कर जैसे कि कौन सी कंपनी को अच्छा प्रॉफिट हुआ है या किसी कंपनी से संबंधित कोई अच्छी न्यूज़ आती है ऐसे शेयर को आप अपनी वॉच लिस्ट में ऐड कर सकते हैं इन बातों का ध्यान रखकर आप इंट्राडे ट्रेनिंग के लिए शेयर का चुनाव कर सकते हैं
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे
यहां से आप रोज पैसा कमा सकते है
No Risk
इंट्राडे ट्रेडिंग के अंदर जब मार्केट बंद हो जाता है उसके बाद आप को नुकसान नहीं हो सकता क्योंकि मार्केट के बंद होने से पहले यदि आप अपनी शेर को बेच देते हैं या फिर नहीं भी बेचते हैं तो भी आपका शेयर ऑटोमेटिक बिक जाता है जिससे आपको बाद में कोई भी नुकसान नहीं हो सकता है
डे ट्रेडिंग के अंदर आपको बहुत ज्यादा समय का इंतजार नहीं करना पड़ता है क्योंकि यहां पर आप एक ही दिन में शेयर को खरीदते और बेच भी देते है हैं और उसी दिन अपना मुनाफा मार्केट से निकाल लेते हैं
आप इंट्राडे ट्रेडिंग की कम पैसों के साथ भी शुरुआत कर सकते हैं क्योंकि यहां पर आपको ज्यादा समय का इंतजार नहीं करना पड़ता है
क्या शेयरों के ट्रेड-टू-ट्रेड सेगमेंट के बारे में जानते हैं आप?
ट्रेड-टू-ट्रेड (T2T) एक ऐसा सेगमेंट है जहां शेयर केवल अनिवार्य डिलीवरी शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें के आधार पर ट्रेड किए जा सकते हैं. इसका मतलब यह है कि ट्रेड-टू-ट्रेड शेयर की इंट्राडे ट्रेडिंग नहीं हो सकती है. इस सेगमेंट के हर एक खरीदे/बेचे गए शेयर की पूरा पेमेंट देकर डिलीवरी लेनी पड़ती है. इस सेगमेंट में उपलब्ध शेयरों का निपटान ट्रेड-टू-ट्रेड आधार पर किया जाता है.
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें चंदन तपाड़िया कहते हैं, "T2T सेगमेंट में इंट्राडे ट्रेडिंग की अनुमति नहीं है. शेयरों की डिलीवरी लेना और उनका पूरा भुगतान जरूरी होता है."
2. T2T सेगमेंट में शेयर के जाने का पैमाना क्या है?
सेबी के साथ विचार-विमर्श के बाद स्टॉक एक्सचेंज किसी शेयर को T2T सेगमेंट में डालने या उससे निकालने का फैसला करते हैं. स्टॉक एक्सचेंज और सेबी की वेबसाइटों पर इसके पैमाने लिस्ट हैं. इसकी समय-समय पर समीक्षा होती है. समीक्षा के दिन प्रतिभूति को कम से कम 22 कारोबारी दिनों के लिए 5 फीसदी के प्राइस फिल्टर बैंड में होना चाहिए. इस मापदंड को न पूरा करने पर शेयर 'T'सेगमेंट में नहीं जा सकता है.
इंट्राडे ट्रेडिंग की मूल बातें:
Basics of Intraday Trading:- Day trading से तात्पर्य एक ही दिन में शेयरों की खरीद और बिक्री से है। यह ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करके किया जाता है मान लीजिए कि कोई व्यक्ति किसी कंपनी के लिए स्टॉक खरीदता है तो उन्हें इस्तेमाल किए गए प्लेटफॉर्म के पोर्टल में विशेष रूप से ‘इंट्राडे’ का उल्लेख करना होगा। यह उपयोगकर्ता को बाजार बंद होने से पहले उसी दिन एक ही कंपनी के शेयरों की समान संख्या को खरीदने और बेचने में सक्षम बनाता है। उद्देश्य बाजार सूचकांकों की गति के माध्यम से लाभ अर्जित करना है। इसे कई लोग डे ट्रेडिंग भी कहते हैं
अगर आप लंबी अवधि के निवेशक हैं तो शेयर बाजार आपको अच्छा रिटर्न देता है। लेकिन Short Term में भी, वे आपको मुनाफा कमाने में मदद कर सकते हैं मान लीजिए कोई शेयर सुबह 500 रुपये पर ट्रेड खोलता है। जल्द ही, यह रुपये तक चढ़ जाता है। एक या दो घंटे के भीतर 550। यदि शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें आपने सुबह 1,000 स्टॉक खरीदे और 550 रुपये में बेचे तो आपको 50,000 रुपये का अच्छा लाभ हुआ होगा – सब कुछ कुछ ही घंटों में इसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग- विशेषताएं
Intraday Trading- Features :- ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर, आपको यह specify करना होगा कि कोई ऑर्डर इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए specific है या नहीं। उस स्थिति में, आप स्टॉक पर एक पोजीशन लेते हैं और उसी दिन ट्रेडिंग घंटों के भीतर इसे बंद कर देते हैं। यदि आप इसे स्वयं बंद नहीं करते हैं, तो बाजार बंद होने की कीमत पर पोजीशन अपने आप चुकता हो जाती है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में आपके द्वारा खरीदे और बेचे जाने वाले शेयरों का स्वामित्व आपको नहीं मिलता है। इंट्राडे ट्रेडिंग का लक्ष्य शेयरों का मालिक होना नहीं है, शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें बल्कि दिन के दौरान कीमतों में उतार-चढ़ाव का लाभ उठाकर मुनाफा कमाना है।
Leverage: Leverage का अर्थ है निवेश पर संभावित रिटर्न को बढ़ाने के उद्देश्य से, अपनी Purchasing Power को बढ़ाने के लिए अपने ब्रोकर से पैसे शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें उधार लेना। ओपन पोजीशन के एक Share का भुगतान करते हुए बड़ा एक्सपोजर लेने के लिए आप इंट्राडे ट्रेडिंग में लीवरेज का लाभ उठा सकते हैं। लीवरेजिंग से जुड़े नियम और शर्तें हैं जिनका लाभ उठाने के लिए आपको अपने ब्रोकर से परिचित होना चाहिए।
इंट्राडे ट्रेडिंग VS डिलीवरी ट्रेडिंग Intraday Trading Details Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग के विपरीत, यदि आप एक शेयर खरीदते हैं, लेकिन उसी ट्रेडिंग दिन पर उसे नहीं बेचते हैं, तो इसे डिलीवरी ट्रेडिंग कहा जाता है। डिलीवरी ट्रेडिंग में, आपके द्वारा खरीदे गए स्टॉक को आपके डीमैट खाते में क्रेडिट कर दिया जाता है। आप इसे बेचने से पहले जितनी देर चाहें, दिनों, महीनों या सालों तक अपने शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें पास रखते हैं।
आपके पास इन शेयरों का स्वामित्व बना रहेगा। डिलीवरी ट्रेडिंग में, निवेशक दिन के भीतर कीमतों में उतार-चढ़ाव के बजाय मुनाफा बुक करने के लिए शेयरों के long-term price movement पर विचार करते हैं।
Intrading trading rules क्या है
Share trading का टाइम 9:15 am से 3:30 pm तक होता है. आपके द्वारा ख़रीदे हुए शेयर आपको उस दिन 3:30 pm तक बेचने होते है.
अगर आप उन को किसी वजह शेयर मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें से न बेच पाए तो वो delivery product बन जाते है.
मतलब की आपको उन शेयर के पैसे देकर अपने demat account में रखने होते है.
आप अगले 2-3 दिन बाद उन शेयर को दुबारा बेच सकते है.
Q.1 डे ट्रेडिंग और इंट्राडे ट्रेडिंग में क्या अंतर है?
Ans. डे ट्रेडिंग और इंट्राडे ट्रेडिंग अलग-अलग शब्द हैं लेकिन इनका एक ही अर्थ है। स्टॉक एक्सचेंज में एक ही दिन में शेयरों की खरीद-बिक्री इंट्राडे ट्रेडिंग कहलाती है। जैसा कि खरीद और बिक्री एक ही दिन होती है, इसे डे ट्रेडिंग के रूप में भी जाना जाता है।
शेयर की कीमतें एक दिन में ऊपर और नीचे चलती रहती हैं, व्यापारी शेयर की कीमत की गति से लाभ कमाता है। शेयर डीमैट खाते में जमा नहीं होते हैं।
Paytm Money के जरिए भी शेयर बाजार में कर सकेंगे निवेश; जानें क्या है ट्रेडिंग चार्ज, अकाउंट खुलवाने का प्रोसेस
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। शेयर बाजार में ट्रेडिंग के इच्छुक लोग अब Paytm Money के जरिए भी शेयर बाजार में निवेश कर सकेंगे। वर्तमान में कंपनी ने बीटा वर्जन के जरिए सीमित यूजर्स के जरिए इस सुविधा की शुरुआत की है। इसका मतलब है कि अब आप पेटीएम मनी पर भी अपना डिमैट अकाउंट ओपन करा सकते हैं और निवेश कर सकते हैं। पेटीएम मनी की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कंपनी आपसे 10 रुपये का शुल्क लेगी। इसके अलावा कंपनी ने अकाउंट खोलने के लिए केवाईसी की पूरी प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल रखी है।
Short term trading शॉर्ट ट्रम ट्रेडिंग
जब कोई ट्रेडिंग कुछ हप्तो से लेकर कूछ महिनो मे complete होता है.उसे शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे एक active trade investment हे आपको इसमे अपने स्टॉक पर नजर रखनी पडती है तभी आप अपने स्टॉक को minimise कर सकते है
वैसे तो इस ट्रेडिंग मे आप अगर पुरी research के साथ stock स्सिलेक्ट करोगे तो आप अपने लॉस ओर प्रॉफिट को मिनिमाईज कर पावोगे
शॉर्ट ट्रेडिंग के नुकसान
अगर आप किसीके कहने पर या YouTube पर video देखकर किसी स्टॉक को खरीद लेते हो तो आपको पक्का लॉस ही होगा क्युकी आप जिस किसी भी स्टॉक को सिलेक्ट करते हो ऊस कंपनी के fundamentals के बारे मे हि आपको पता नही होता तभी आप लॉस मे जाते हो
अब आप इसके नाम से ही जान गये होंग आखिर लॉंग टर्म ट्रेडिंग क्या है. इस ट्रेडिंग में आप जो कोई स्टॉक एक साल या उससे ज्यादा के लिये खरीद लेते हो उसे लॉंग टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है
लॉंग टर्म ट्रेडिंग के नुकसान और फायदे
इसमे अगर आप कोई अच्छा स्टॉक सिलेक्ट नही कर पाओगे तो आपको नुकसान होगा .और रिसर्च करके अगर सिलेक्ट करोगे तो आपको बहुत ज्यादा प्रॉफिट भी हो सकता है
दोस्तो आशा करता हु आपको यह आर्टिकल देहत पसंद आया होगा अगर आपका कोई सवाल है तो आप हमे नीचे comment मे जरूर बताये और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे
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FAQ
ट्रेडिंग कितने प्रकार कि होती है
ट्रेडिंग चार प्रकार की होती है
1, Intraday trading
2, Swing trading
3, Short term trading
4, Long term trading
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