दलाल पर राय

दलाल पर राय
हालांकि नए साल को शुरू हुए अभी बहुत समय नहीं हुआ है लेकिन अभी तक वैश्विक स्तर पर कई मोर्चों पर सुस्ती के संकेतों को देखते हुए दुनिया भर के बाजार उसकी मार से कराहते नजर दलाल पर राय आए हैं। वैश्विक जिंसों खासतौर से कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त कमी, चीनी अर्थव्यवस्था की सुस्ती और ग्रीस में बैंकों की दयनीय हालत की इसमें प्रमुख भूमिका रही है। घरेलू मोर्चे पर भी कंपनियों के दिसंबर तिमाही में कमजोर नतीजे और उसमें भी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के बेहद लचर प्रदर्शन ने बाजार की मुश्किलों में और इजाफा किया। मौजूदा हालात को मद्देनजर रखते हुए जानकारों को हाल फिलहाल बाजार में सुधार के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। अभी बाजार के खिलाडिय़ों की नजरें अमेरिकी फेडरल रिजर्व की प्रमुख जेनेट येलेन के अगले कदम पर दलाल पर राय लगी हुई हैं कि वह अमेरिका में ब्याज दरों के मोर्चे पर क्या कदम उठाती हैं। वहीं चीनी नववर्ष के अवसर पर चीन में बाजार बंद हैं और अगले हफ्ते ही खुलेंगे। वहीं जानकारों की राय है कि समग्र वैश्विक धारणा को देखते हुए बाजार में धारणा कमजोर बने रहने का ही अनुमान है।
ऐंबिट कैपिटल के सीईओ (निवेश सलाहकार) एंड्रयू हॉलैंड बताते हैं, 'वैश्विक स्तर पर तमाम नकारात्मक धारणाएं बनी हुई हैं और मुझे नहीं पता उनमें से कितनी वास्तविक हैं या बस उन्हें लेकर डर बना हुआ है। मुझे नहीं लगता कि यह मुश्किल दौर तुरंत गायब होने वाला है। यहां तक कि अप्रत्याशित वैश्विक तरलता के लंबे सिलसिले के बावजूद अर्थव्यवस्थाएं अभी भी कमजोर हैं। बड़ा सवाल यही है कि क्या हम मंदी की ओर तो नहीं बढ़ रहे हैं। यह चीन की स्थिति पर भी निर्भर करता है। बाजारों को येलेन के रुख का भी इंतजार है।'
वहीं मैकवॉयरी कैपिटल सिक्योरिटीज (इंडिया) में शोध के प्रमुख और प्रबंध निदेशक राकेश अरोड़ा का भी मानना है कि भारतीय बाजार में गिरावट भी वैश्विक घटनाक्रम का नतीजा है। उन्होंने कहा, 'अभी यह कहना मुश्किल है कि बाजार की गिरावट कहां जाकर ठहरेगी। हालांकि अभी शेयरों के भाव कम हैं इसलिए कोई अगर एक-डेढ़ साल को ध्यान में रखकर निवेश करना चाहता है तो खरीदारी के लिहाज से यह अच्छा वक्त है। हमारा अभी भी मानना है निफ्टी दिसंबर के अंत तक 9,200 के स्तर तक पहुंच जाएगा।' जापान के मिजुहो बैंक में इंडिया स्ट्रैटिजिस्ट तीर्थंकर पटनायक का कहना है कि भारतीय बाजारों की आगे की तस्वीर दलाल पर राय काफी हद तक इस पर निर्भर करेगी कि वैश्विक बाजारों में कितनी जल्दी स्थिरता आती है। कुछ जानकारों की यह भी राय है कि आगामी बजट भी बाजार की आगे की दिशा तय करेगा। मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज में संयुक्त प्रबंध निदेशक रामदेव अग्रवाल मानते हैं कि कीमतों में गिरावट दीर्घावधिक खरीदारी के लिहाज से बढिय़ा मौका है।
दलाल पर राय
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हिसार : कृषि मंत्री दलाल ने किया लुवास के निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण
हिसार, 13 नवम्बर (हि.स.)। हरियाणा के कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य विकास मंत्री जयप्रकाश दलाल रविवार को यहां के लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के गाय फार्म एवं निर्माणाधीन भवनों का निरीक्षण किया।
मंत्री ने सबसे पहले लुवास दलाल पर राय के फार्म पर गायों का निरीक्षण किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अनुसंधान निदेशक डॉ. नरेश जिंदल ने मंत्री को इटीटी/भ्रूण प्रत्यारोपण तकनीक के लिए हरियाणा के विभिन्न गौशालाओं से लाई गई सरोगेट गायों के बारे में जानकारी दी। इसके बाद उनके द्वारा गाय के फार्म पर साहीवाल व हरधेनु नस्ल की गायों का निरीक्षण किया गया।
मंत्री दलाल ने विश्वविद्यालय के अधिकारीयों को निर्देश दिए कि भ्रूण प्रत्यारोपण तकनीक को प्रदेश में बड़े पैमाने पर चलाया जाए जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी एवं प्रदेश के दुग्ध उत्पादन में भी वृद्धि होगी। कुलपति प्रो. (डॉ.) विनोद कुमार वर्मा ने मंत्री को विश्वास दिलाया कि लुवास भ्रूण प्रत्यारोपण तकनीक को बड़े स्तर पर लेकर जाएगा।
इस दौरान एचएयू कुलपति प्रो. डॉ. बीआर कम्बोज व लुवास के छात्र कल्याण निदेशक एवं एस्टेट ऑफिसर डॉ. डीएस दलाल, मानव संसाधन एवं प्रबंधन निदेशक डॉ. एसएस ढाका, आईपीवीएस निदेशक डॉ. सतपाल दहिया, अधिष्ठाता स्नातकोत्तर डॉ. मनोज रोज, जनसंपर्क अधिकारी डॉ. अशोक मलिक, अधीक्षक अभियंता अशोक मलिक एवं अन्य अधिकारी तथा विभागाध्यक्ष भी उपस्थित रहे।
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दलाल पर राय
हालांकि नए साल को शुरू हुए अभी बहुत समय नहीं हुआ है लेकिन अभी तक वैश्विक स्तर पर कई मोर्चों पर सुस्ती के संकेतों को देखते हुए दुनिया भर के बाजार उसकी मार से कराहते नजर आए दलाल पर राय हैं। वैश्विक जिंसों खासतौर से कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त कमी, चीनी अर्थव्यवस्था की सुस्ती और ग्रीस में बैंकों की दयनीय हालत की इसमें प्रमुख भूमिका रही है। घरेलू मोर्चे पर भी कंपनियों के दिसंबर तिमाही में कमजोर नतीजे और उसमें भी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के बेहद लचर प्रदर्शन ने बाजार की मुश्किलों में और इजाफा किया। मौजूदा हालात को मद्देनजर रखते हुए जानकारों को हाल फिलहाल बाजार में सुधार के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। अभी बाजार के खिलाडिय़ों की नजरें अमेरिकी फेडरल रिजर्व की प्रमुख जेनेट येलेन के अगले कदम पर लगी हुई हैं कि वह अमेरिका में ब्याज दरों के मोर्चे पर क्या कदम उठाती हैं। वहीं चीनी नववर्ष के अवसर पर चीन में बाजार बंद हैं और अगले हफ्ते ही खुलेंगे। वहीं जानकारों की राय है कि समग्र वैश्विक धारणा को देखते हुए बाजार में धारणा कमजोर बने रहने का ही अनुमान है।
ऐंबिट कैपिटल के सीईओ (निवेश सलाहकार) एंड्रयू हॉलैंड बताते हैं, 'वैश्विक स्तर पर तमाम नकारात्मक धारणाएं बनी हुई हैं और मुझे नहीं पता उनमें से कितनी वास्तविक हैं या बस उन्हें लेकर डर बना हुआ है। मुझे नहीं लगता कि यह मुश्किल दौर तुरंत गायब होने वाला है। यहां तक कि अप्रत्याशित वैश्विक तरलता के लंबे सिलसिले के बावजूद अर्थव्यवस्थाएं अभी भी कमजोर हैं। बड़ा सवाल यही है कि क्या हम मंदी की ओर तो नहीं बढ़ रहे हैं। यह चीन की स्थिति पर भी निर्भर करता है। बाजारों को येलेन के रुख का भी इंतजार है।'
वहीं मैकवॉयरी कैपिटल सिक्योरिटीज (इंडिया) में शोध के प्रमुख और प्रबंध निदेशक राकेश अरोड़ा का भी मानना है कि भारतीय बाजार में गिरावट भी वैश्विक घटनाक्रम का नतीजा है। उन्होंने कहा, 'अभी यह कहना मुश्किल है कि बाजार की गिरावट कहां जाकर ठहरेगी। हालांकि अभी शेयरों के भाव कम हैं इसलिए कोई अगर एक-डेढ़ साल को ध्यान में रखकर निवेश करना चाहता है तो खरीदारी के लिहाज से यह अच्छा वक्त है। हमारा अभी भी मानना है निफ्टी दिसंबर के अंत तक 9,200 के स्तर तक पहुंच जाएगा।' जापान के मिजुहो बैंक में इंडिया स्ट्रैटिजिस्ट तीर्थंकर पटनायक का कहना है कि भारतीय बाजारों की आगे की तस्वीर काफी हद तक इस पर निर्भर करेगी कि वैश्विक बाजारों में कितनी जल्दी स्थिरता आती है। कुछ जानकारों की यह भी राय है कि आगामी बजट भी बाजार की आगे की दिशा तय करेगा। मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज में संयुक्त प्रबंध निदेशक रामदेव अग्रवाल मानते हैं कि कीमतों में गिरावट दीर्घावधिक खरीदारी के लिहाज से बढिय़ा मौका है।
परिषद की बैठक में उठा नपा में दलाली का मुद्दा, विधायक ने कहा होगी कार्रवाई
बीना. नगरपालिका में नई परिषद की बैठक का आयोजन शुक्रवार दलाल पर राय को विधायक महेश राय और नपाध्यक्ष लता सकवार की मौजदूगी में किया गया, जिसमें 13 प्रस्ताव एजेंडा में शामिल थे और सभी को सहमति से पारित किया गया। साथ ही कुछ पार्षदों ने भी सुझाव रखे।
बैठक में वीरसावरकर वार्ड के पार्षद अजय ठाकुर ने एक साल से नामांतरण न होने का मुद्दा उठाया। साथ ही उपाध्यक्ष रमाकांत बिलगैंया ने नामांतरण के बदले रुपए लेने की बात कही। पार्षदों का कहना था कि नपा में दलाल सक्रिय हैं और उनके माध्यम से ही कर्मचारी रुपए ले रहे हैं। विधायक ने कहा कि नमांतरण के नाम पर रुपए लेने और दलाल सक्रिय होने की सूचना मिल रही है। जो कर्मचारी रुपए लेकर कार्य कर रहे हैं, वह नपा के बाहर रेट लिस्ट चस्पा कर लें, जिससे उन्हें आसानी होगी। यदि रिश्वतखोरी बंद नहीं हुई तो, संबंधित कर्मचारी कार्रवाई को तैयार दलाल पर राय रहें। विधायक ने कहा कि विभिन्न विकास कार्यों के लिए दस करोड़ रुपए की जरूरत है और इसके लिए नगरीय प्रशासन मंत्री से जल्द चर्चा की जाएगी। वीरसावरकर वार्ड पार्षद ने वार्ड में खाली पड़ी जमीन पर ऑडिटोरियम बनाने का प्रस्ताव रखा। इस दौरान नपाध्यक्ष ने विकास कार्यों को लेकर अपनी तरफ से कोई बात नहीं रखी। बैठक में नेता प्रतिपक्ष प्रशांत राय, पूनम राजपूत, प्रतिमा सिंह, रजनी साहू, मधुलिका यादव, शशि तिवारी, रश्मि कुशवाहा, मीना चौबे, विजय लखेरा, विवेक पोरिया, अनुराधा यादव, राजकुमारी ठाकुर, अतीक खान, सौरभ कैथोरिया, भारती राय, संतोष राय, नीतू राय, गौरीशंकर राय, जितेंद्र बोहरे, बीडी रजक आदि उपस्थित थे।
कच्चे रोड का होगा डामरीकरण
एजेंडा में शामिल प्रस्ताव महावीर चौक से पुलिस थाने केे पीछे दलाल पर राय तक डामरीकरण के प्रस्ताव को परिषद ने सहमति दी और यह कार्य 40.77 लाख रुपए की लागत से होगा। साथ ही छोटी फायरब्रिगेड गाड़ी की खरीदी का प्रस्ताव भी पारित किया गया और यह वाहन 22 लाख रुपए आएगा। इसके अलावा पीपीपी मॉडल पर ग्राम बिहरना में गौशाला बनाने, रैनबसेरा में शेड लगाने, बस स्टैंड पर नपा की दलाल पर राय दुकानें लेने की बाद भी शेष राशि का भुगतान न करने वालों को नोटिस के माध्यम से एक माह समय देने, शव वाहन से शहर के अंदर शव ले जाने के लिए 500 रुपए शुल्क निर्धारित किए हैं, लेकिन गरीबों से कोई शुल्क न लेने पर सहमति बनी। अमृत 2.0 के अंतर्गत जलावर्धन योजना और स्वच्छता, कीटनाशक सामग्री के दलाल पर राय लिए प्राप्त न्यूनतम दरों को भी स्वीकृति दी गई।
परिषद की बैठक में उठा नपा में दलाली का मुद्दा, विधायक ने कहा होगी कार्रवाई
बीना. नगरपालिका में नई परिषद की बैठक का आयोजन शुक्रवार को विधायक महेश राय और नपाध्यक्ष लता सकवार की मौजदूगी में किया गया, जिसमें 13 प्रस्ताव एजेंडा में शामिल थे और सभी को सहमति से पारित किया गया। साथ ही कुछ पार्षदों ने भी सुझाव रखे।
बैठक में वीरसावरकर वार्ड के पार्षद अजय ठाकुर ने एक साल से नामांतरण न होने का मुद्दा उठाया। साथ ही उपाध्यक्ष रमाकांत बिलगैंया ने नामांतरण के बदले रुपए लेने की बात कही। पार्षदों का कहना था कि नपा में दलाल सक्रिय हैं और उनके माध्यम से ही कर्मचारी रुपए ले रहे हैं। विधायक ने कहा कि नमांतरण के नाम पर रुपए लेने और दलाल सक्रिय होने की सूचना मिल रही है। जो कर्मचारी रुपए लेकर कार्य कर रहे हैं, वह नपा के बाहर रेट लिस्ट चस्पा कर लें, जिससे उन्हें आसानी होगी। यदि रिश्वतखोरी बंद नहीं हुई तो, संबंधित कर्मचारी कार्रवाई को तैयार रहें। विधायक ने कहा कि विभिन्न विकास कार्यों के लिए दस करोड़ रुपए की जरूरत है और इसके लिए नगरीय प्रशासन मंत्री से जल्द चर्चा की जाएगी। वीरसावरकर वार्ड पार्षद ने वार्ड में खाली पड़ी जमीन पर ऑडिटोरियम बनाने का प्रस्ताव रखा। इस दौरान नपाध्यक्ष ने विकास कार्यों को लेकर अपनी तरफ से कोई बात नहीं रखी। बैठक में नेता प्रतिपक्ष प्रशांत राय, पूनम राजपूत, प्रतिमा सिंह, रजनी साहू, मधुलिका यादव, शशि तिवारी, रश्मि कुशवाहा, मीना चौबे, विजय लखेरा, विवेक पोरिया, अनुराधा यादव, राजकुमारी ठाकुर, अतीक खान, सौरभ कैथोरिया, भारती राय, संतोष राय, नीतू राय, गौरीशंकर राय, जितेंद्र बोहरे, बीडी रजक आदि उपस्थित थे।
कच्चे रोड का होगा डामरीकरण
एजेंडा में शामिल प्रस्ताव महावीर चौक से पुलिस थाने केे पीछे तक डामरीकरण के प्रस्ताव को परिषद ने सहमति दी और यह कार्य 40.77 लाख रुपए की लागत से होगा। साथ ही छोटी फायरब्रिगेड गाड़ी की खरीदी दलाल पर राय का प्रस्ताव भी पारित किया गया और यह वाहन 22 लाख रुपए आएगा। इसके अलावा पीपीपी मॉडल पर ग्राम बिहरना में गौशाला बनाने, रैनबसेरा में शेड लगाने, बस स्टैंड पर नपा की दुकानें लेने की बाद भी शेष राशि का भुगतान न करने वालों को नोटिस के माध्यम से एक माह समय देने, शव वाहन से शहर के अंदर शव ले जाने के लिए 500 रुपए शुल्क निर्धारित किए हैं, लेकिन गरीबों से कोई शुल्क न लेने पर सहमति बनी। अमृत 2.0 के अंतर्गत जलावर्धन योजना और स्वच्छता, कीटनाशक सामग्री के लिए प्राप्त न्यूनतम दरों को भी स्वीकृति दी गई।