रणनीतियां विदेशी मुद्रा

जब विदेशी मुद्रा संपत्ति और ऋण परिपक्वता अवधि के जोखिम और समयावधि के संदर्भ में मेल खाती हैं, तो इसे क्या वर्णित किया जाता है?
University Grants Commission (Minimum Standards and Procedures for Award of Ph.D. Degree) Regulations, 2022 notified. As, per the new regulations, candidates with a 4 years Undergraduate degree with a minimum CGPA of 7.5 can enroll for PhD admissions. The UGC NET Final Result for merged cycles of December 2021 and June 2022 was released on 5th November 2022. Along with the results UGC has also released the UGC NET Cut-Off. With tis, the exam for the merged cycles of Dec 2021 and June 2022 have conclude. The notification for December 2022 is expected to be out soon. The UGC NET CBT रणनीतियां विदेशी मुद्रा exam consists of two papers - Paper I and Paper II. Paper I consists of 50 questions and Paper II consists of 100 questions. By qualifying this exam, candidates will be deemed eligible for JRF and Assistant Professor posts in Universities and Institutes across the country.
भारत में निवेश बढ़ाती दुनिया
निश्चित रूप से जिस तरह भारत की नई लॉजिस्टिक नीति 2022 और गति शक्ति योजना का आगाज अभूतपूर्व रणनीतियों के साथ हुआ है, उससे भी विदेशी निवेश बढ़ेगा। हम उम्मीद करें कि सरकार के द्वारा देश में एफडीआई की नई चमकीली संभावनाओं को मुठ्ठियों में लेने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे और ऐसे में वैश्विक निवेश बैंक मार्गन स्टेनली के द्वारा 2 नवंबर को प्रस्तुत की गई वह रिपोर्ट साकार होते हुए दिखाई दे सकेगी, जिसमें कहा गया है कि तेजी रणनीतियां विदेशी मुद्रा से बढ़ती हुई भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से विदेशी निवेश को आकर्षित कर सकेगी और साथ ही भारत अपनी आर्थिक अनुकूलताओं से वर्ष 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरकर दिखाई दे सकेगा। कई कारणों से इस वक्त भारत को विदेशी निवेश के अनुकूल माना जा रहा है…
इन दिनों विभिन्न वैश्विक आर्थिक संगठनों के द्वारा विदेशी निवेश से संबंधित रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि दुनिया में आर्थिक मंदी की चुनौतियों के बीच भी भारत में विदेशी निवेश का प्रवाह बढ़ रहा है। हाल ही में 2 नवंबर को वैश्विक निवेश बैंक मॉर्गन स्टेनली के द्वारा ‘व्हाई दिस इज इंडियाज डिकेड’ शीर्षक से प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत विश्व अर्थव्यवस्था में नई शक्ति प्राप्त कर रहा है। ऐसे में भारत में दुनिया के निवेशकों के लिए विदेशी निवेश किया जाना हर प्रकार से लाभप्रद माना जा रहा है। साथ ही भारत में तेजी से बढती हुई आर्थिक अनुकूलताओं के कारण वर्ष रणनीतियां विदेशी मुद्रा 2030 के अंत से पहले भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। गौरतलब है कि 2 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट ‘इन्वेस्ट कर्नाटक-2022’ को वर्चुअल रूप से संबोधित करते हुए कहा है कि भारत में निवेश का मतलब लोकतंत्र और विश्व के लिए निवेश है। यद्यपि यह दुनिया के लिए आर्थिक संकट और युद्ध की परिस्थितियों से जूझने का समय हो सकता है, लेकिन दुनियाभर के अर्थ विशेषज्ञ प्रत्यक्ष रणनीतियां विदेशी मुद्रा विदेशी निवेश (एफडीआई) के लिए भारत को चमकता स्थान (स्पाट) बता रहे हैं। यह कोई छोटी बात नहीं है कि पिछले वर्ष 2021-22 में भारत के रिकॉर्ड स्तर पर 84 अरब डॉलर का विदेशी निवेश मिला था। यदि हम इस बात पर विचार करें कि जब पूरी दुनिया में आर्थिक और वित्तीय मंदी का माहौल है, विश्व की अर्थव्यवस्था में बड़ी गिरावट है, इसके बावजूद विदेशी निवेशकों के द्वारा भारत को एफडीआई के लिए प्राथमिकता क्यों दी जा रही है, तो हमारे सामने कई चमकीले तथ्य उभरकर सामने आते हैं। नि:संदेह देश में विदेशी निवेश के लिए पारदर्शी व स्थायी नीति है। देश में रणनीतियां विदेशी मुद्रा विदेशी निवेश के लिए रेड कार्पेट बिछाने का माहौल बना है। वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच ने वर्तमान वैश्विक मंदी के बीच भारत की रेटिंग नकारात्मक से उन्नत करके स्थिर की है, जो विदेशी निवेश के लिए उपयुक्त है। भारत में मजबूत राजनीतिक नेतृत्व है। भारत में निवेश पर बेहतर रिटर्न हैं। भारतीय बाजार बढ़ती डिमांड वाला बाजार है। देश में प्रतिभाशाली नई पीढ़ी की कौशल दक्षता, आउटसोर्सिंग और देश में बढ़ते हुए मध्यम वर्ग की चमकीली क्रयशक्ति के कारण विदेशी निवेश भारत की ओर तेजी से बढऩे लगा है। वस्तुत: भारतीय घरेलू बाजार और अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है। इस समय जहां भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है, वहीं दुनिया में सबसे तेज डिजिटलीकरण वाला देश भी है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 में भारत की विकास दर करीब 6.8 फीसदी होगी, जो दुनिया की सर्वाधिक विकास दर होगी। देश में 100 से अधिक यूनिकॉर्न है। करीब 531 अरब डॉलर से अधिक का विदेशी मुद्रा भंडार है। भारत के शेयर बाजार की ऊंचाई बड़ी है। बैंचमार्क सेंसेक्स 61 हजार अंकों के आसपास केंद्रित है। खाद्यान्न का रिकॉर्ड उत्पादन है। कृषि विकास और कृषि निर्यात से भारत की नई पहचान बनी है।
दुनिया के विभिन्न देशों से भारत में कृषि क्षेत्र में भी बड़े निवेश किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि विगत 28 सितंबर को इंडोनेशिया के बाली में दुनिया के विकसित और विकासशील देशों के सबसे प्रभावी संगठन जी-20 की बैठक के माध्यम से केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भारत के कृषि क्षेत्र में निवेश की सभावनाओं को आगे बढ़ाया है। इस मौके पर श्री तोमर ने अपने प्रभावी संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले आठ वर्षों में भारत सरकार ने कृषि और खाद्य प्रणालियों के समक्ष स्थिरता संबंधी चुनौतियों से निपटने, छोटे व सीमांत किसानों के कल्याण, खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भरता, प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन, कृषि अवसंरचना में बड़े निवेश, कृषि के डिजिटलीकरण और जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से मुकाबले की रणनीतियों से भारत न केवल अपनी खाद्य जरूरतों की सफलता से पूर्ति कर रणनीतियां विदेशी मुद्रा रहा है, वरन जरूरतमंद देशों को वसुधैव कुटुम्बकम की भावना के साथ खाद्यान्न की आपूर्ति भी कर रहा है। वैश्विक महामारी के दौरान 2021-22 में भारत का कृषि निर्यात 50.21 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है। उल्लेखनीय है कि इस अहम बैठक में कृषि मंत्री तोमर ने रणनीतियां विदेशी मुद्रा जी-20 के सभी प्रतिनिधियों से अनुरोध किया कि वे भारत आकर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में कृषि एवं ग्रामीण विकास के क्षेत्र में जो सकारात्मक परिवर्तन हो रहे हैं, उसे स्वयं देखें और भारत में निवेश के अभूतपूर्व अवसर का लाभ लें। इसमें कोई दो मत नहीं है कि देश के विकसित प्रदेशों के साथ-साथ मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश सहित विकासशील प्रदेशों में भी कृषि क्षेत्र में निवेश बढ़े हैं।
मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल के मुताबिक मध्यप्रदेश में कृषि क्षेत्र में विदेशी निवेश तेजी से बढ़ रहा है। नि:संदेह निवेश के लिए भारत दुनिया में सबसे अच्छी जगह इसलिए भी है, क्योंकि भारत में चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने की क्षमता है और सरकार ने देश को वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब बनने के लिए आवश्यक सुधार किए हैं। साथ ही 3-डी प्रिंटिंग, मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स और आईओटी औद्योगिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। इतना ही नहीं भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा एक नवंबर 2022 से डिजिटल रुपए के प्रायोगिक इस्तेमाल की शुरुआत और वैश्विक व्यापारिक सौदों का निपटान रुपए में किए जाने संबंधी महत्वपूर्ण निर्णय से भी देश में विदेशी निवेश और तेजी से बढऩे का नया परिदृश्य निर्मित हुआ है। निश्चित रूप से जिस तरह भारत की नई लॉजिस्टिक नीति 2022 और गति शक्ति योजना का आगाज अभूतपूर्व रणनीतियों के साथ हुआ है, उससे भी विदेशी निवेश बढ़ेगा। हम उम्मीद करें कि सरकार के द्वारा देश में एफडीआई की नई चमकीली संभावनाओं को मुठ्ठियों में लेने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे और ऐसे में वैश्विक निवेश बैंक मार्गन स्टेनली के द्वारा 2 नवंबर को प्रस्तुत की गई वह रिपोर्ट साकार होते हुए दिखाई दे सकेगी, जिसमें कहा गया है कि तेजी से बढ़ती हुई भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से विदेशी निवेश को आकर्षित कर सकेगी और साथ ही भारत अपनी आर्थिक अनुकूलताओं से वर्ष 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरकर दिखाई दे सकेगा।
रणनीतियां विदेशी मुद्रा
- विदेशी मुद्रा एक्सपो दुबई
विदेशी मुद्रा एक्सपो दुबई वीडियो। हमारे सम्मेलन से अंतर्दृष्टि। ऑलेक्ज़ेंडर नोवोसियाडली। अलेक्जेंडर अलेक्जेंड्रोव। शेख मोहम्मद जाबरी। महमूद हज मोहम्मद। जियोवानी फ्रेनी स्टेरेंटिनो। डायरेक्ट ट्रेडिंग टेक्नोलॉजीज। एनसीएम निवेश केएससीसी। वनप्रो ग्लोबल लिमिटेड। वनप्रो ग्लोबल लिमिटेड। स्कैंडिनेवियाई पूंजी बाजार। आर्थिक आजादी आज
यह छठा संस्करण फॉरेक्स इवेंट है। यहां आपको दुनिया भर के शीर्ष विदेशी मुद्रा ब्रांड एक ही छत के नीचे अपने उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन करते हुए मिलेंगे।
Learn from industry experts and speakers about the financial industry.
पुरस्कार समारोह में प्रदर्शक को धन्यवाद दिया जाता है और मनाया जाता है।
निवेशकों, व्यापारियों और व्यापारियों से मिलें। वे प्रदर्शनी में सर्वोत्तम पेशकशों के साथ बाजार की उच्च मांग को पूरा करेंगे।
Our event will provide insights into key facts and trends that are shaping the Forex industry as it continues to grow. You can also network with investors, experts, and other traders, and meet top Forex market leaders at our event.
Engage with more than 1200+ Financial Brokers and 5000+ Investors. 6000+ Traders. 3000+ IB, Affiliates and 300+ B2B & Technology providers. They have met the market's high demand with the best offerings at the Exhibition.
मोहम्मद अल-मारीरी, ओरबेक्स में प्रशिक्षण और बाजार रणनीतिकार के प्रमुख, एक चार्टर्ड मार्केट तकनीशियन और अमेरिकन मार्केट तकनीशियन एसोसिएशन के सदस्य हैं। 15 से अधिक वर्षों के व्यापारिक अनुभव के साथ, उन्होंने मौलिक विश्लेषण के लिए एक परिष्कृत दृष्टिकोण विकसित किया है जो जोखिम प्रबंधन रणनीतियों पर केंद्रित है। वह कई निवेश सम्मेलनों के अध्यक्ष हैं और ऑर्बेक्स रिसर्च एंड एनालिसिस ग्रुप के प्रमुख हैं। अल-मारीरी वेबिनार, सेमिनार और कार्यक्रमों की मेजबानी करता है। बाजारों के बारे में उनकी विशेषज्ञ अंतर्दृष्टि के लिए उन्हें अक्सर सीएनबीसी और अल-अरबिया जैसे प्रमुख मीडिया आउटलेट्स पर लाइव प्रदर्शित होने के लिए आमंत्रित किया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय मेले
विभिन्न विदेशी बाजारों में भारतीय समुद्री खाद्य पदार्थों को बढ़ावा देने और नए बाजारों में प्रवेश करने के लिए, अति महत्वाकांक्षी विपणन रणनीतियों को प्रभावी ढंग से और समय पर अपनाना सबसे आवश्यक हो गया है। अंतर्राष्ट्रीय समुद्री खाद्य मेलों में भाग लेने से विदेशों में भारतीय समुद्री उत्पादों को बढ़ावा देने में काफी मदद मिलेगी, जिससे साल दर साल देश के लिए बेहतर विदेशी मुद्रा राजस्व अर्जित होगा।
अंतरराष्ट्रीय मेलों में भागीदारी भारत के समुद्री खाद्य उत्पादों की श्रृंखला और अंतरराष्ट्रीय खरीदारों और उपभोक्ताओं के सामने मूल्यवर्धन की संभावना को पेश करने का एक प्रभावी और सार्थक तरीका है। अंतर्राष्ट्रीय मेलों में भाग लेने से, भारतीय समुद्री खाद्य निर्यातकों को अपने उत्पादों का प्रदर्शन करने, खरीदारों के साथ बातचीत करने और अपने उत्पादों के लिए कन्फर्म ऑर्डर प्राप्त करने का अवसर मिलता है। कृपया ध्यान दें कि एमपीईडीए द्वारा प्रस्तावित मेलों का चयन कृपया ध्यान दें कि एमपीईडीए द्वारा प्रस्तावित मेलों का चयन (क ) बाजारों में उत्पाद की मांग (ख) बाजार अवसरों की पेशकश (ग) भारत के बाजार हिस्सेदारी को बढ़ाने और मजबूत करने के लिए प्रत्याशित गुंजाइश (घ) विकस योग्य बाजार के (ङ) व्यापार संबंधों को विकसित करने और बनाए रखने के लिए आवश्यक बातचीत (च) आधार पर किया गया था। आवश्यकताओं पर फीड बैक एकत्र करने के लिए और (छ) व्यापार के मुद्दों को हल करने के लिए एक कदम आदि को ध्यान में रखते हुए और उसके आधार पर किया गया था।
एमपीईडीए स्टालों पर प्राप्त स्पॉट ऑर्डर के अलावा, एमपीईडीए पविलियन में प्राप्त व्यापार पूछताछ और बाद में प्रदर्शनी के बाद अनुवर्ती कार्रवाई व्यापार को नए व्यापारिक भागीदारों का पता लगाने और मौजूदा व्यापार क्षेत्र का विस्तार करने में सक्षम बनाती है।
अंतर्राष्ट्रीय मेले: 2012-13
1 जापान इंटरनेशनल सीफूड एंड टेक्नोलॉजी एक्सपो, टोक्यो: 4-6 जुलाई 2012
- एशियाई सीफूड प्रदर्शनी, हांगकांग: 11-13 सितंबर 2012
- सियाल मेला, पेरिस: 21-25 अक्टूबर 2012
4 चीन मत्स्य पालन और सीफूड एक्सपो, क़िंगदाओ: 6-8 नवंबर 2012
5 मध्य पूर्व और अफ्रीका सीफूड प्रदर्शनी, दुबई: 19-21 नवंबर 2012
6 अंतर्राष्ट्रीय बोस्टन सीफूड शो, बोस्टन: 10-12 मार्च 2013
7 यूरोपीय सीफूड प्रदर्शनी, ब्रुसेल्स: 23-25 अप्रैल 2013
8 एक्वारामा, सिंगापुर: 30 मई से 3 जून, 2013
अंतर्राष्ट्रीय मेले 2013-14
1 15वां जापान इंटरनेशनल सीफूड और टेक. एक्सपो, टोक्यो 1-23, अगस्त 2013
2 विश्व खाद्य मास्को, रूस 16-19 सितंबर 2 013
3 कोंकसेमर, विगो, स्पेन 01 – 03 अक्टूबर 2013
4 चीन मत्स्य पालन और सीफूड एक्सपो, चीन 5 -7 नवंबर 2013
5 सीफ़ेक्स , दुबई 17-19 नवंबर 2013
6 सीफूड एक्सपो उत्तरी अमेरिका (सेना), बोस्टन, यूएसए 16-18, मार्च 2014
7 सीफूड एक्सपो ग्लोबल (एसईजी), ब्रुसेल्स 6-8 मई 2014
अंतर्राष्ट्रीय मेले 2014-15
1 सियाल मेला, पैरिस, 19-23 अक्टूबर 2014
2 चीन मत्स्य पालन और सीफूड एक्सपो, क़िंगदाओ, 5-7 नवंबर 2014
3 सीफ़ेक्स, दुबई 9 -11 नवंबर 2014
4 सीफूड एक्सपो उत्तरी अमेरिका, बोस्टन, 15-17 मार्च 2015
5 सीफूड एक्सपो ग्लोबल, ब्रुसेल्स, 21-23 अप्रैल 2015
अंतर्राष्ट्रीय रणनीतियां विदेशी मुद्रा मेले 2015-16
1 21वां चीन मत्स्य पालन और सीफूड एक्सपो
2 सीफूड एक्सपो ग्लोबल
3 सीफूड एक्सपो उत्तरी अमेरिका
अंतर्राष्ट्रीय मेले 2016-17
1 सीफूड एक्सपो उत्तरी अमेरिका
2 चीन मत्स्य पालन और सीफूड एक्सपो, किग्दाओ 16-17
3 सीफूड एक्सपो ग्लोबल, ब्रुसेल्स 16-17
अंतर्राष्ट्रीय मेले 2017-18
1 बुसान इंटरनेशनल सीफूड एंड फिशरीज एक्सपो, बुसान 17-18
2 चीन मत्स्य पालन और सीफूड एक्सपो, किग्दाओ 17-18
3 हांगकांग फूड एक्सपो 17-18
4 जापान अंतर्राष्ट्रीय सीफूड और प्रौद्योगिकी एक्सपो, टोक्यो 17-18
5 सीफ़ेक्स , दुबई 17-18
6 सीफूड एक्सपो ग्लोबल, ब्रुसेल्स 17-18
7 विश्व खाद्य मास्को 17-18
अंतर्राष्ट्रीय मेले– 2018-19
1 रणनीतियां विदेशी मुद्रा चाइना फिशरीज एंड सीफूड एक्सपो 2018 चाइना फिशरीज एंड सीफूड एक्सपो (सीएफएसई) 2019।
ईडी ने अवैध ऑनलाइन विदेशी मुद्रा व्यापार के लिए OctaFX से संबंधित 21 करोड़ रुपये से अधिक के खातों को फ्रीज किया
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कई बैंक खातों को सील कर दिया है। ऑनलाइन विदेशी मुद्रा (विदेशी मुद्रा) व्यापार में अवैध रूप से लिप्त होने के लिए मेसर्स OctaFX और संबंधित संस्थाओं से संबंधित 21.14 करोड़ शेष।
इससे पहले, ईडी ने अंतरराष्ट्रीय दलालों, अर्थात् OctaFx ट्रेडिंग ऐप और वेबसाइट www.octafx.com के माध्यम से अवैध ऑनलाइन विदेशी मुद्रा व्यापार के लिए मेसर्स OctaFX इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और संबंधित कंपनियों के विभिन्न परिसरों में तलाशी ली थी।
विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत अधिकारियों द्वारा की गई जांच के अनुसार, उपरोक्त ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप और वेबसाइट भारत में मेसर्स ऑक्टाएफएक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से काम कर रही हैं। लिमिटेड फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, जिसे सोशल नेटवर्किंग साइटों पर व्यापक रूप से प्रचारित किया जा रहा है, उपयोगकर्ताओं को अपने प्लेटफॉर्म पर आकर्षित करने के लिए रेफरल-आधारित प्रोत्साहन मॉडल का पालन कर रहा है।
यह देखा गया है कि मुख्य रूप से यूपीआई/स्थानीय बैंक हस्तांतरण के माध्यम से उपयोगकर्ताओं से एकत्रित धन को विभिन्न नकली संस्थाओं के बैंक खातों में डाला जाता है और लेयरिंग के उद्देश्य रणनीतियां विदेशी मुद्रा रणनीतियां विदेशी मुद्रा से घरेलू स्तर पर अन्य बैंकों में स्थानांतरित किया जाता है। लेयरिंग जटिल वित्तीय लेनदेन की परतों के उपयोग के माध्यम से आपराधिक गतिविधि की आय को रणनीतियां विदेशी मुद्रा उनके मूल से अलग करने की प्रक्रिया है, जिससे धन को ट्रैक करने की प्रक्रिया को पूरा करना अधिक कठिन हो जाता है।
जांच के अनुसार, धन का उपयोग सीमा पार लेनदेन के लिए भी किया गया है। जांच में अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन विदेशी मुद्रा व्यापार दलालों और उनके भारतीय भागीदारों/एजेंटों के बीच सांठगांठ का भी पता चला है।
OctaFX ऐप और इसकी वेबसाइट को फॉरेक्स ट्रेडिंग में डील करने के लिए RBI द्वारा अधिकृत नहीं किया गया है। विदेशी मुद्रा व्यापार का संचालन और संचालन (किसी मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज पर नहीं किया जा रहा है) अवैध है और फेमा नियमों का भी उल्लंघन करता है।
जांच के दौरान, यह सामने आया कि विभिन्न भारतीय बैंकों के कई खाते निवेशकों/उपयोगकर्ताओं को OctaFX ट्रेडिंग ऐप और वेबसाइट पर फॉरेक्स ट्रेडिंग को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से फंड इकट्ठा करने के लिए दिखाए जा रहे थे। संचित धन को एक साथ कई ई-वॉलेट खातों जैसे नेटेलर, स्क्रिल या डमी संस्थाओं के बैंक खातों में स्थानांतरित कर दिया गया था।
इसके अलावा, यह भी सामने आया है कि ट्रेडिंग ऐप पर धोखाधड़ी की गई राशि का एक बड़ा हिस्सा मैसर्स ज़ानमाई लैब्स प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से क्रिप्टो मुद्राओं/संपत्तियों को खरीदने के लिए इस्तेमाल किया गया था।
मेसर्स ज़ानमाई लैब भारतीय रुपये में प्राप्त राशि को वज़ीरक्स वॉलेट में जमा करने के लिए बैंकिंग चैनल और एक पुल प्रदान कर रहा है, जिसने राशि को बिनेंस एक्सचेंज (केमैन द्वीप में उपयोग किया जाने वाला एक क्रिप्टो एक्सचेंज) में स्थानांतरित कर दिया, जिससे भारतीय मुद्रा के हस्तांतरण की सुविधा हुई। क्रिप्टो मुद्राओं के रूप में विदेशी संस्थाएं। आगे की जांच की जा रही है।