शुरुआती लोगों की मुख्य गलतियाँ

वास्तविक खाता

वास्तविक खाता
वास्तविक खाता वह खाता अथवा Account होता है जो किसी वस्तु या संपत्ति से संबंधित होते हैं. Real Account से किसी कंपनी के Assets , Stock and Property , Cash , Liabilities , Machinery Product इत्यादि के बारे में जानकारी मिलती है.

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Accounting क्या होता है – What is Accounting and Types

स्वागत है आपका knowledgemera में नमस्कार दोस्तों आप Title पढ़ कर समझ ही गए है की आज की Post किस बारे मे है आज की Post लेखा - जोखा (Statement of Account ) से सम्बंदित है वैसे तो आप थोड़ा - थोड़ा Accounting के बारे में जानते ही है ये Post पढ़ कर आप पूरी तरह से समझ जायेगे की दरसल एकाउंटिंग क्या होता है ? साथ ही

शायद आपको मालूम हो जब Computer का चलन कम था तब व्यापारी बंधु ज्यादातर एक लाल डायरी रखते थे इस पुस्तक (Book) को बही कहा जाता था और आज भी कहि-कहि इसका उपयोग आपको देखने मिल सकता है इस पुस्तक में Manual Entry हाथों द्धारा की जाती थी लेन-देन का हिसाब उचित बहियों में रखा जाता था इस Process को पुस्तक-पालन (Book-Keeping) / बहीखाता कहते है

अब आप जैसा की जानते ही है वक्त के साथ परिवर्तन होता है जहां बहीखाता का कार्य समाप्त हो जाता है वही से Accounting जिसका Hindi में अनुवाद लेखांकन है उसका कार्य प्रांरभ हो जाता है जब रुपयों का आदान-प्रदान कर उसके पुरे Record को सहेज कर रखना Accounting (लेखांकन) कहते है

What is Debit and Credit - Debit और Credit क्या है -

एक सौदे के दो रूप है जैसे की मेने आपको 100 रु दिये पहला रूप, आप 100 रु प्राप्त करते है यह दूसरा रूप है अतः - 1. रोकड़ का जाना, 2. आपके द्धारा 100 प्राप्त करना, इन दोनों रूपों को दोहरा प्रणाली कहा जाता है प्रत्येक सौदे के दो रूप में से एक को ऋणी "ऋ." मतलब Debit "Dr." दूसरा धनी "ध." मतलब Credit "Cr."

Debit वास्तविक खाता और Credit के आधार पर ही लेखे लिखे जाते है आपका बयां हाथ ( Left hand ) इसे आप Debit "Dr. " और दाया हाथ ( Right hand ) को कहते है

Meaning of Debit and Credit - Debit और Credit का मतलब -

Credit - इसका का मतलब हो ता है 'उसको देय' Due to that है जैसे आप मुझ से 2000 रु का सामान लेते है और साथ ही उसकी कीमत अदा कर देते है तो में आपके खाते पर 2000 रु C r. लिख दुगा इसे Credit कहा जाएगा जिसका मतलब हिंदी में धनी होता है

What are the types of accounts - Account ( खाते ) कितने प्रकार के होते है -

Account (खाते) तीन प्रकार के होते है - Account are three type

Personal Account ( व्यक्तिगत खाता ) - वे Account जो किसी व्यक्ति, Company, Organization , Bank से संबंधित होते है इन्हे Personal Account ( व्यक्तिगत खाता ) कहा जाता है इसमें सभी प्रकार के व्यक्तिगत खाते आते है जैसे-

  • Ram Account
  • Abc वास्तविक खाता bank Account
  • Abc Pvt limited Account
  • College Account
  • Club Account
  • Policy Company Account

Real Account ( वास्तविक खाता ) - वे Account जो संपति या वस्तु से संबंद रखते है इन्हे Assets, good and services देनदारियों से जुडी जानकारी मिलती है इसे वस्तुगत खता भी कह सकते है जैसे -

  • Building Account
  • Furnishers Account
  • Land Account
  • Cash Account
  • house Account
  • Trademark Account
  • Copyright Account

Post से सम्बन्दित सारांश - Conclusion of this Post

दोस्तों इस Post में मेने Account से Related हर पहलु को आपके सामने रखा है जो आप एक बार पढ़ कर ही समझ जायेगे सरल शब्दों में और Example देते हुए सभी definations को बताया है जैसे What is Accounting, Type of Accounting, what is Debit Credit, Advantage of Accounting.

इस Post से Related अगर आप कुछ समझ नही पते या कोई प्रश्न है तो मुझे mail करे और दोस्तों मुझे उम्मीद है की ये Post आप को समझने के साथ - साथ पसंद भी आयी होगी ये Post अपने दोस्तों के साथ Share करना न भूले उन तक भी जानकारी आपके द्धारा पहुचये और साथ ही हमें comments करे

दोहरा लेखा प्रणाली (डेबिट और क्रेडिट)
(Double Entry System- Debit & Credit)

दोहरा लेखा प्रणाली या वित्तीय लेखांकन सबसे महत्वपूर्ण और प्रचलित लेखा प्रणाली है। यह प्रणाली मूलतः इस सिद्धांत पर आधारित है कि प्रत्येक सौदे के दो रुप अथवा पहलू (aspect) होते है। जैसे- एक पक्ष लाभ पाने वाला तथा दूसरा, लाभ देने वाला। इसी प्रकार जब कोई वस्तु आती है तो बदले में दूसरी वस्तु जाती है।

दोहरा लेखा प्रणाली का अभिप्राय हिसाब-किताब लिखने की उस प्रणाली से है जिसमें प्रत्येक लेन-देन के दोनों पहलुओं में से एक को नाम (Debit or Dr.) तथा दूसरे को जमा (Credit or Cr.) कुछ निश्चित नियमों के आधार पर किया जाता है।

डेबिट तथा क्रेडिट करने के नियम
(Rules of Debit and Credit)-

बुनियादी तौर से ‘डेबिट’ का आशय एक खाते के बायें पक्ष में राशि के लिखने से है और ‘क्रेडिट’ का आशय राशि को एक खाते के दायें पक्ष में लिखने से है। डेबिट का संक्षिप्त रुप Dr. तथा क्रेडिट का संक्षिप्त रुप Cr. है। डेबिट तथा क्रेडिट या तो वृद्धि (increase) या कमी (decrease) का प्रतिनिधित्व करता है जो लेखा या खाते की प्रवृति पर निर्भर करता है।

यह तय करने के लिए कि किसी खाते के बायें भाग में (डेबिट पक्ष में) कब लिखा जायेगा और दायें भाग में (क्रेडिट पक्ष में) कब लिखा जायेगा, इसके लिए निम्न नियम हैः-

चूँकि खाते तीन प्रकार के होते हैं, इसलिए व्यक्तिगत खाता, वास्तविक खाता तथा अवास्तविक खाता के लिए निम्न नियम बनाये गये हैं।

Accounting क्या है और इसे कैसे सीखें

नमस्कार दोस्तों , क्या आप जानते है की Accounting क्या होता है ( What is Accounting in hindi ) और वित्तीय लेखा जोखा के लिए यह क्यों आवश्यक होता है. एक व्यवसाय को अच्छे से चलाने के लिए Accounting यानी लेखांकन जरूरी वास्तविक खाता होता है क्योंकि इसके बिना बिज़नेस में लाभ हानि , नगदी उधार , संपत्ति आदि का विवरण रखना मुश्किल हो जाएगा.

Accounting अर्थात लेखांकन एक ऐसी विधि है जिसमे बिज़नेस की वित्तीय गति विधि को रिकॉर्ड करके रखा जाता है. जैसे बिज़नेस के लेन देन , लाभ और हानि , सामान खरीदना व बेचना , कंपनी के ऊपर लोन , कंपनी की संपत्ति आदि को Accounting के माध्यम से सुव्यवस्थित किया जाता है.

किसी भी कंपनी को सुचारू रूप से चलाने के लिए Accountant की बहुत ज्यादा जरूरत होती है क्योंकि कब कंपनी को फायदा हो रहा है , कब नुकसान हो रहा है , कितना Tax Pay करना है , कंपनी की वित्तीय प्रदर्शन कैसी है इन चीज़ों को मैनेज किए बिना कंपनी नुकसान में आ सकती है.

Accounting क्यों जरूरी है ?

अगर कोई बड़ी कंपनी है और हर दिन का उसका करोड़ो का Transaction होता है और कई तरह के Taxes सरकार को चुकाने पड़ते हैं तो ऐसे में अगर कोई इन सब चीज़ो का जानकार नहीं है और व्यापर में होने वाले Transaction का रिकॉर्ड नहीं रखता है तो कंपनी को काफ़ी समस्याओं सामना करना पड़ सकता है. इसलिए व्यापार में Accounting महत्वपूर्ण है चाहे आप उसे किसी सॉफ्टवेयर की मदद से करें या पेपर पन्नो में.

Accounting के प्रकार ( Types of Accounting in hindi )

इसको मुख्यतः तीन भागों में बाटा गया है जिससे Accounting यानी लेखांकन को आसान व सरल बनाया जा सके. आइए देखते हैं – Personal Account , Real Account , Nominal Account.

Personal Account ( व्यक्तिगत खाता )

इसे व्यक्तिगत खाता कहा जाता है यह किसी व्यक्ति , किसी संगठन या किसी कंपनी के नाम पर हो सकता है. जैसे मोहन के द्वारा खोला गया खाता Personal Account के अंतर्गत आता है. आइए Personal Account को उदाहरण के द्वारा समझते हैं –

एकाउंटिंग के प्रकार।

एकाउंटिंग के प्रकार की बात करे तो यह तीन प्रकार के होते है आइये जानते है अक्सर लोग एकाउंटिंग के प्रकार के बारे में नहीं जानते है।

  • व्यक्तिगत खाता (Personal Account)
  • वास्तविक खाता (Real Account)
  • नाममात्र खाता (Nominal Account)

1. व्यक्तिगत खाता : जब किसी कंपनी संस्था ट्रस्ट सोसाइटी या व्यक्ति से जुडा अकाउंट होता है उसे वास्तविक खाता व्यक्तिगत खाता personal account कहा जाता है।

इस अकाउंट में किसी व्यक्ति का नाम किसी कंपनी का नाम किसी संस्था का नाम भी हो सकता है जैसे राजू ट्रेडर्स, बैंक अकाउंट, किसी व्यक्ति के नाम से यह खाता हो सकता है।

2. वास्तविक खाता : जब किसी वस्तु या सम्पत्ति से जुड़ा अकाउंट होता है उसे वास्तविक खाता real account कहा जाता है वास्तविक खाता में Assets, Goods and Services, Liability से जुड़े लेनदेन को रियल अकाउंट से जोड़ा जाता है।

एकाउंटिंग कैसे सीखें?

अब प्रश्न है एकाउंटिंग सिखने की इसके लिए एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर का ज्ञान होना ज़रूरी है इसके लिए आप कंप्यूटर इंस्टिट्यूट से टैली, मई बुक, प्रॉफिट बुक, सरल, व्यापर, बिजी एकाउंटिंग, लॉजिक, जैसे कई एकाउंटिंग सॉफ्टवेयर सीख सकते है और एकाउंटिंग फील्ड में अपना करियर बना सकते है।

एकाउंटिंग के बहुत सारे फायदे है आइये हम इस पर एक नजर डालते है।

  • एकाउंटिंग के जरिये इन्वेंटरी मेन्टेन किया जाता है इसे हमे यह पता चल पाता है की हमारी कंपनी में कितना माल बचा हुआ है कितना आया था कितना बिक्री हो चूका है कितना अभी गोडाउन में रखा हुआ है जिससे काफी हेल्प हो सकता है एक व्यक्ति को।
  • अब आता है पैसो के लेनदेन का लेख जोखा रहता है इसमें यह पता चल जाता है की कंपनी कितना लाभ में है कितना हानि में है किसका कब कितना पेमेंट हुआ है किसका बचा हुआ है यह एक क्लिक से बड़ी आसानी से जान सकते है।
  • एकाउंटिंग लेखा जोखा से किसी प्रकार का कोई एक पैसे का घपला नहीं कर सकता है क्योकि वास्तविक खाता पूर्ण रिकॉर्ड सिस्टम में मौजूद होता है।
  • ऑडिट करने में आसानी होती है इनकम टैक्स रिटर्न करने में काफी आसानी होती है क्योकि यहाँ से अपने कम्पनी का एक क्लिक में पूरा व्यौरा प्राप्त कर सकते है।
  • एम्प्लोयी के वेतन की जानकारी कितने लोगो को वेतन मिल गया है कितने लोगो का पेंडिंग है इस प्रकार की जानकारी एकाउंट मेन्टेन करने पर मिल जाती है।

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गोविंदपुर अंचल के मौजा जियलगोड़ा 129 खाता संख्या 141 प्लॉट संख्या 498 एवं 497 रकबा 0.5 एवं 6.39 डिसमिल भूमि का नामांतरण शुद्धि पत्र मुकदमा संख्या 180/ आर 27 2019-2020 द्वारा दिनांक 18-07-2019 को क्रेता महताबी मल्लिक के नाम किया गया. खाता संख्या 141 के खतियान का सत्यापन किया गया तो खतियान में प्लॉट संख्या 497 अंकित नहीं है. प्लॉट संख्या 497 का वास्तविक खाता संख्या 142 है. महताबी मल्लिक ने दलील संख्या 7803 द्वारा दिनांक 30-11-2018 को कन्हैया प्रसाद सिंह से जमीन खरीदी है.

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जमीन दलाल खरीददार को जो जमीन दिखाते हैं, वह पूरी तरह खाली होती है. कागज किसी रैयती का होता है. अगर जमीन के कागजात का सत्यापन कराते हैं तो सत्यापन में जमीन रैयती ही दिखती है. रजिस्ट्री के समय खाता संख्या, प्लॉट नंबर बदल दिया जाता है. बाद में उसका म्यूटेशन भी हो जाता है. जब दखल कब्जा के लिए खरीददार जाते हैं तो पता चलता है कि जमीन पर पहले से ही किसी दूसरे का कब्जा है. नहीं तो जमीन मूलत: आदिवासी खाता या सीएनटी के दायरे में आता है. ऐसी जमीन पर न बैंक से लोन मिलता है और न ही भविष्य में खरीद-बिक्री कर पाते हैं.

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धनबाद में ऐसे सैकड़ों लोग हैं, जो इस तरह की जमीन खरीद कर परेशान हैं. जमीन के क्रय-विक्रय में गड़बड़ी की हो रही प्रशासनिक जांच में कई मामलों की पुष्टि हुई है. अभी डेढ़ सौ से अधिक डीड की जांच हो रही है. आने वाले समय में कई और मामलों की जांच हो सकती है.

Posted By : Guru Swarup Mishra

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