स्टॉक चुनना कैसे शुरू करें

Stock Market में Trading कैसे करे, ट्रेडिंग कैसे करें, ट्रेडिंग करना सीखे
स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान है लेकिन स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास स्टॉक मार्केट की पूरी जानकारी होना चाहिए. अगर आपके पास स्टॉक मार्केट की पूरी जानकारी नहीं है तो आप स्टॉक मार्केट में पैसे कमाने की जगह पैसे गवा सकते है.
क्योंकि स्टॉक मार्केट एक ऐसा बाजार है जो की पूरी तरह जोख़िम से भरा है. यहां अगर आपको पूरी जानकारी होती है तो आप बहुत पैसे कमा सकते हैं लेकिन अगर आपको जानकारी नहीं है तो आप कुछ ही मिनट के अंदर कंगाल भी हो सकते हैं. तो चलिए सबसे पहले स्टॉक मार्केट और ट्रेडिंग के बारे में जानते है .
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Stock Market Me Trading Kaise Kare
Stock Market में आप Intraday, Scalping और Swing आदि Trading कर सकते है यह सब स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने के तरीके है जिनका उपयोग कर के आप स्टॉक मार्केट में शेयर को खरीद व बैच कर मुनाफा कामते है. जिसके लिए आपको एक किसी ट्रेडिंग Technique को चुनना होता है जैसे की इंट्राडे, स्काल्पिंग और स्विंग फिर इन ट्रेडिंग के नियमों का पालन करना होता है.
अगर आप सभी नियमों का पालन करते है और Technique को Follow करते है तो आप रोज स्टॉक मार्केट से मुनाफा कमा सकते है इन ट्रेडिंग की Technique का उपयोग कर के बस आपके पास एक Demat Account और Trading Account होना चाहिए जिनकी मदद से आप Stock Exchange में से शेयर को खरीद सके और बेचने का काम कर सके.
Demat Account Kya Hai
डीमेट अकाउंट, हमारे बैंक के सेविंग अकाउंट की तरह ही होता है. जैसे सेविंग अकाउंट का उपयोग पैसों को रखने के लिए करते हैं. ठीक उसी तरह डिमैट अकाउंट का उपयोग शेयर को रखने के लिए किया जाता है. अपना खुद का डिमैट अकाउंट कैसे खोलें यह जानने के लिए हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़.
Trading Account Kya Hai
ट्रेडिंग अकाउंट हमारे बैंक के चालू खाते की तरह होता है. जिस तरह हम चालू खाते का उपयोग पैसों का लेनदेन करने के लिए करते हैं. ठीक उसी तरह ट्रेडिंग अकाउंट का उपयोग शेयर का लेनदेन करने के लिए किया जाता है. अपना खुद का ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें उसके बारे में जानने के लिए हमारे नीचे दी गई पोस्ट को पढ़ें.
Trading Kya Hai
रोज Stock Exchange से शेयर को खरीद कर बेचने का स्टॉक चुनना कैसे शुरू करें काम Trading कहलाता है इसे ही हम Trading कहते है और इस ट्रेडिंग को Daily 2 Days Hold और Weekly भी किया जाता है. जो की अलग अलग ट्रेडिंग Technique में Divided होती है.
ट्रेडिंग के बारे में और भी अधिक विस्तार से जानने के लिए आप हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़े उसमे आपको Trading क्या है उसके कितने प्रकार है पूरी जानकारी मिलेगी.
Trading Kaise Kare
ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान होता है. ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट एवं डिमैट अकाउंट होना बहुत जरूरी है. क्योंकि इनके बिना आप ट्रेडिंग नहीं कर सकते. अगर आपके पास ये है तो अब आपको ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से शेयर मार्केट से शेयर को कम दामों में खरीदना है और उस शेयर की कीमत बढ़ जाने पर उसे ज्यादा दाम में बेच कर मुनाफा कमाना है इसी तरह हम ट्रेडिंग करते हैं. ट्रेडिंग कैसे करें इसके बारे में और विस्तार से जानने के लिए हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़ें.
Share Market Me Trading Kaise Kare
शेयर मार्केट में मुख्य रूप से तीन प्रकार की ट्रेडिंग ज्यादा होती हैं.
- Intraday Trading
- Scalping Trading
- Swing Trading
Intraday Trading Kya Hai
इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग एक ही दिन के अंदर की जाने वाली ट्रेडिंग होती है. इसमें आम शेयर मार्केट के खुलने से बंद होने के बीच में शेयर को खरीद और बेच कर ट्रेडिंग करते हैं.
एक ही दिन के अंदर की जाने वाली इस ट्रेडिंग को हम इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग भी कहते है. इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में और भी विस्तार से जानने के लिए हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़ें.
Intraday Trading Kaise Kare
शेयर मार्केट रोज सुबह 9:15 पर खुल जाती है और दोपहर में 3:30 पर बंद हो जाती है. हमें इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए सुबह 9:15 से लेकर 10:00 के बीच में शेयर को खरीदना होता है.
ताकि हम शेयर को कम से कम दाम पर खरीद सकें और 3:00 से लेकर 3:20 तक 20 मिनट के अंदर अंदर हमें शेयर को हर हाल में बेचना होता है. इस प्रकार हम इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं. इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में और भी विस्तार से जाने के लिए हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़ें.
Scalping Trading Kya Hai
सकैलपिंग ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग की तरह ही एक दिन के अंदर की जाती है. लेकिन सकैलपिंग ट्रेडिंग को हम कुछ ही मिनट या घंटे के अंदर पूरा कर लेते हैं.
यह ट्रेडिंग कुछ ही समय के लिए की जाती है इसलिए इसे सकैलपिंग ट्रेडिंग कहा जाता है. सकैलपिंग ट्रेडिंग के बारे में और भी अधिक विस्तार से जानने के लिए आप नीचे दी गई पोस्ट को पढ़ें.
Scalping Trading Kaise Kare
सकैलपिंग ट्रेडिंग को करने के लिए भी हमें शेयर मार्केट के खुलने और बंद होने के बीच में शेयर को खरीदना होता है. लेकिन सकैलपिंग ट्रेडिंग में की जाने वाली ट्रेडिंग कुछ ही मिनट या घंटे के अंदर पूरी हो जाती है.
इसलिए मान लीजिए कि अगर आपने 9:15 पर ही शेयर मार्केट से शेयर खरीद लिए तो आपकी ट्रेडिंग 9:30 तक ही पूरी हो जाएगी. इस तरह से हम कुछ ही मिनट के अंदर ज्यादा से ज्यादा पैसों के साथ ट्रेडिंग करते हैं और सकैलपिंग ट्रेडिंग का फायदा उठाकर ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाते हैं.
सकैलपिंग ट्रेडिंग के बारे में और भी अधिक विस्तार से जानने के लिए आप हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़ें.
Swing Trading Kya Hai
स्विंग ट्रेडिंग दोनों इंट्राडे ट्रेडिंग और सकैलपिंग ट्रेडिंग से बहुत अलग है. क्योंकि स्विंग ट्रेडिंग को हम 1 दिन या 1 हफ्ते या फिर 1 महीने के लिए करते हैं.
स्विंग ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि हम इसमें शेयर मार्केट के खुलने से लेकर बंद होने के बीच में कम से कम कीमत पर शेयर को खरीद कर रख लेते हैं और फिर टारगेट लगाकर उस शेयर की कीमत बढ़ने का इंतजार करते हैं.
जैसे ही उस शेयर की कीमत बढ़ जाती है तब हम उस शेयर को बेचकर ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा लेते हैं.
स्विंग ट्रेडिंग के अंदर हमें ट्रेडिंग एक ही दिन या एक ही घंटे के अंदर पूरी नहीं करनी होती. इसे हम एक दिन एक हफ्ते या 1 महीने तक भी कर सकते हैं.
इसलिए इसमे नुकसान कम और फायदा ज्यादा होता है. इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए नीचे दी गई स्टॉक चुनना कैसे शुरू करें पोस्ट को पढ़े।
Swing Trading Kaise Kare
ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास एक बहुत ही अच्छी स्ट्रेटजी होनी चाहिए. उसी के साथ आपको स्विंग ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए एवं डिमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए.
अगर आपके पास यह सब चीजें हैं तो अब आपको शेयर मार्केट में जाकर सबसे ज्यादा उछाल आने वाले शेयर को चुनना है. अगर उस शेयर की कीमत आज की दिनांक से बढ़ने वाली है या घटने वाली है तो उसके हिसाब से शेयर खरीदना है.
मान लेते है अगर उस शेयर की कीमत आज की दिनांक से बढ़ने वाली है तो आप उस शेयर को आज की तरीख में खरीद के रख लें एवं अपना स्ट्रेटेजी के हिसाब से टारगेट बनाएं और जैसे ही वह टारगेट की कीमत शेयर छू जाए तब उसे बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं.
स्विंग ट्रेडिंग के बारे में और अधिक विस्तार से जानने के लिए हमारी नीचे लिखे पोस्ट को पढ़ें.
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Intraday Trading Tips: स्टॉक चुनना कैसे शुरू करें क्या होती है डे ट्रेडिंग? कुछ घंटों में ही मिल सकता है मोटा मुनाफा, ध्यान रखें जरूरी टिप्स
How to start Day Trading: इंटरनेट और आनलाइन ट्रेडिंग हाउसेज की पहुंच बढ़ने से अब शेयर बाजार में घर बैठे पैसे लगाना और मुनाफा कमाना आसान हो गया है.
How to do Intraday Trading: इंटरनेट और आनलाइन ट्रेडिंग हाउसेज की पहुंच बढ़ने से अब शेयर बाजार में घर बैठे पैसे लगाना और मुनाफा कमाना आसान हो गया है.
How to start Day Trading or Intraday Trading: इंटरनेट और आनलाइन ट्रेडिंग हाउसेज की पहुंच बढ़ने से अब शेयर बाजार में घर बैठे पैसे लगाना और मुनाफा कमाना आसान हो गया है. हालांकि निवेशकों की सोच अलग अलग होती है. कुछ निवेशकों का लक्ष्य लंबी अवधि का होता है और वे अपना पैसा अलग अलग लक्ष्य पूरा करने के लिए लांग टर्म के लिए निवेश करते स्टॉक चुनना कैसे शुरू करें हैं. वहीं, कुछ निवेशक शॉर्ट टर्म गोल लेकर बाजार में पैसा लगाते हैं. इन्हीं में से कुछ इंट्राडे इन्वेस्टर्स या डे ट्रेडर्स होते हैं. इंट्राडे ट्रेड में अगर सही स्टॉक की पहचान हो जाए तो शेयर बाजार में डेली बेसिस पर पैसा लगाकर मुनाफा कमाया जा सकता है.
क्या है इंट्राडे ट्रेडिंग
असल में बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहते हैं. इसमें सुबह पैसा लगाकर दोपहर तक अच्छी कमाई की जा सकती है. यहां शेयर खरीदा तो जाता है लेकिन उसका मकसद निवेश करना नहीं, बल्कि एक दिन में उसमें होने वाली बढ़त से मुनाफा कमाना होता है. ध्यान रहे कि इसमें जरूरी नहीं है कि आपको फायदा ही हो. डे-ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो इसके लिए पहले आपको डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होता है.
चुनें सही स्टॉक: ऐसे शेयर चुनें, जिन्हें बेचना भी आसान हो. जिन शेयरों में हाई लिक्विडिटी हो और आप उन्हें आसानी से सेल कर सकें. क्यों कि अगर आपके शेयर का कोई बॉयर नहीं होगा तो आप नुकसान में पड़ जाएंगे. लेकिन लिक्विड स्टॉक में भी 2 या 3 ही स्टॉक चुनेंं.
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हॉयर ट्रेडिंग वॉल्यूम: हॉयर ट्रेडिंग वॉल्यूम वाले शेयरों का ही चुनाव करें. ऐसे शेयरों में ज्यादा से ज्यादा इन्वेसटर्स का रूझान होता है.
शेयर बाजार से अपडेट रहें: अपको डे ट्रेडिंग करते समय शेयर बाजार से अपडेट रहना जरूरी है. जानना जरूरी है कि बाजार को लेकर किस तरह कीर खबरें चल रही हैं. इससे आपको सही शेयर चुनने में मदद मिलेगी और आपद जोखिम से बच जाएंंगे.
मार्केट का ट्रेंड देखें: वोलेटाइल स्टॉक से दूर रहें और अच्छे कोरेलेशन वाले शेयरों में करें खरीददारी. शेयर का चुनाव करने के पहले बाजार का ट्रेंड जरूर देख लें, मार्केट के ट्रेंड के खिलाफ न जाएं.
एक्सपर्ट से सलाह लें: निवेश के पहले एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें. उसके बाद रिसर्च के बाद जिन शेयरों को लेकर कांफिडेंट हैं, उनमें निवेश करें.
तय करें टारगेट: शेयर खरीदने के पहले यह तय करें कि किस भाव में खरीदना है और उसका लक्ष्य कितना है.
जैसे ही लक्ष्य पूरा हो, प्रॉफिट बुकिंग करें.
स्टॉप लॉस स्ट्रैटेजी: इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस जरूर लगाएं. पेनी स्टॉक में निवेश करने से बचें.
(Source: इसमें अलग अलग ब्रोकरेज हाउस की रिपोर्ट के आणार पर टिप्स दिए गए हैं.)
कितने पैसों की पड़ती है जरूरत
इंट्रा डे में आप किसी शेयर में कितनी भी रकम लगा सकते हें. शेयर बाजार में नियम है कि जिस दिन शेयर खरीदा जाता है, उस दिन पूरा पैसा नहीं देना होता है. नियम के तहत जिस दिन शेयर खरीदा जाता है, उसके 2 ट्रेडिंग दिनों के बाद पूरा भुगतान करना होता है. फिर भी आपको शेयर के भाव का शुरू में 30 फीसदी रकम निवेश करना होता है.
कैसे मिलता है फायदा
इसका उदाहरण 1 अगस्त के कारोबार में देख सकते हैं. आज एयरटेल में निवेश करने वालों की चांदी रही है और शेयर में 5 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ मिली है. असल में आज एजीआर इश्यू पर निवेशकों की नजर थी. सुप्रीम कोर्ट ने एजीआर बकाया चुकाने के लिए टेलिकॉम कंपनियों को 10 साल का समय दिया है. जिसके बाद एयरटेल में 5 फीसदी तेजी आ गई. ऐसे ट्रेड का ध्यान रखना डे ट्रेडर्स के लिए जरूरी है.
एक्सपर्ट का मानना है कि शेयर बाजार का अधिकांश कारोबार डे ट्रेडिंग का ही होता है, लेकिन फिर भी सावधानी के साथ कारोबार करना चाहिए. शेयर का चुनाव करने के पहले बाजार का ट्रेंड जरूर देखना चाहिए. मार्केट के ट्रेंड के खिलाफ न जाएं. शेयर खरीदने के पहले यह तय करें कि किस भाव में खरीदना है और उसका लक्ष्य कितना है. स्टॉप लॉस जरूर लगाएं.
(Discliamer: हम यहां इंट्राडे कारोबार के बारे में जानकारी दे रहे हैं, न कि निवेश की सलाह. शेयर बाजार के अपने जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)
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Intraday Trading के लिए सबसे बढ़िया स्टॉक कैसे चुनें?
Intraday Stock Selection Tips: इक्विटी मार्केट में मुनाफा कमाने के सबसे उम्दा तरीकों में से एक इंट्राडे ट्रेडिंग है। लेकिन सवाल आता है कि अपने लिए बेस्ट इंट्राडे स्टॉक का चयन कैसे करें? (How to choose the best intraday stock?) तो बताए गए टिप्स का पालन करके बेस्ट स्टॉक चुने।
Intraday Trading Tips in Hindi: इक्विटी मार्केट में मुनाफा कमाने के सबसे उम्दा तरीकों में से एक इंट्राडे ट्रेडिंग है, हालांकि यह काफी जोखिम भरा है, लेकिन इसमें रिटर्न काफी अच्छा है। जैसा कि नाम से ही पता चलता है, Intraday Trading में एक ही ट्रेडिंग दिन में स्टॉक खरीदना (Buy) और बेचना (Sell) शामिल है।
अटक की कीमतों में उतार-चढ़ाव तेज होता है, इसलिए व्यापारियों के लिए उच्च स्तर के जोखिम और कम लाभ के लक्ष्य के प्रति सचेत रहना आवश्यक है। इंट्राडे ट्रेडिंग में बड़ी संख्या में छोटे-लाभकारी ट्रेड करना शामिल है, जो लंबे समय में जुड़ जाता है।
हालांकि जब Intraday Trading की बात आती है, तो सभी स्टॉक इस स्ट्रेटेजी के लिए सही विकल्प नहीं हो सकते हैं। इसलिए इस स्ट्रेटेजी के साथ आगे बढ़ने से पहले सही स्टॉक चुनना बहुत महत्वपूर्ण है। अब सवाल आता है कि अपने लिए बेस्ट इंट्राडे स्टॉक का चयन कैसे करें? (How to choose the best intraday stock?) यहां कुछ टिप्स बताए गए है जिनका अनुसरण करके आप Intraday Trading के लिए बढ़िया स्टॉक चुन सकते है।
1) लिक्विड स्टॉक की तलाश करें
ऐसे स्टॉक जिन्हें आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है, लिक्विड स्टॉक कहलाते हैं। जब इंट्राडे आधार पर स्टॉक ट्रेडिंग की बात आती है तो लिक्विडिटी बहुत बड़ी भूमिका निभाती है क्योंकि आप उन्हें उसी दिन खरीद और बेच रहे होंगे।
आमतौर पर लार्ज कैप और मिड कैप स्टॉक स्मॉल कैप कैटेगरी के शेयरों की तुलना में अधिक लिक्विड होते हैं। इसलिए, अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग के जरिए जल्दी मुनाफा कमाना चाहते हैं तो ऐसे शेयरों में बने रहने की सलाह दी जाती है।
2) अत्यधिक उतार-चढ़ाव वाले शेयरों से दूर रहें
अस्थिरता इस बात का सूचक है कि किसी शेयर का शेयर मूल्य कितनी स्टॉक चुनना कैसे शुरू करें जल्दी बदलता है। अत्यधिक अस्थिर स्टॉक आमतौर पर सेकंड या मिनटों के भीतर कीमतों को बहुत तेज़ी से बदलते हैं। और कम अस्थिरता वाले शेयरों की कीमत अधिक स्थिर होती है, जिसमें दोनों तरफ कम गति होती है।
Intraday Trading में भाग लेते समय मध्यम अस्थिरता वाले शेयरों से चिपके रहना एक अच्छा विचार है। यह न केवल सुरक्षित होगा, बल्कि आपको कई ट्रेडों को जल्दी से करने की अनुमति भी देगा। हालांकि अत्यधिक अस्थिर शेयरों का कारोबार किया जा सकता है, लेकिन कीमत में बेतहाशा बदलाव के कारण वे बहुत जोखिम भरे हैं।
3) बाजार के रुझान के साथ चलने वाले शेयरों को चुनें
सभी शेयर बाजार के रुझान का पालन नहीं करते हैं। कुछ इसका विरोध भी कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि बेंचमार्क सूचकांक पॉजिटिव हैं, तो यह पॉजिटिव मार्केट प्रवृत्ति को दर्शाता है और इसके विपरीत, बाजार की प्रवृत्ति का पालन करने वाले शेयरों में व्यापार करने से मौजूदा प्रवृत्ति के विपरीत चलने वाले शेयरों में व्यापार की तुलना में मुनाफा कमाने का एक बेहतर मौका है। इसलिए, अगर बाजार का रुख सकारात्मक है, तो ऐसे शेयरों में बने रहने की कोशिश करें, जिनमें तेजी भी हो।
4) ऐसे स्टॉक चुनें जिनका डेरिवेटिव सेगमेंट में भी कारोबार होता है
जब सबसे अच्छा इंट्राडे स्टॉक चुनते हैं, तो उन शेयरों से चिपके रहना एक अच्छा विचार है, जिनकी डेरिवेटिव सेगमेंट में उपस्थिति है। इस तरह के स्टॉक मध्यम रूप से अस्थिर और अत्यधिक तरल होते हैं, जो दो सबसे अच्छी विशेषताएं हैं जो आप इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक में चाहते हैं। वह सब कुछ नहीं हैं, जिन कंपनियों के शेयर डेरिवेटिव सेगमेंट में हैं, उनके बारे में जानकारी प्राप्त करना भी कहीं अधिक आसान है क्योंकि वे प्रकृति में अधिक पारदर्शी होते हैं।
Conclusion -
ऊपर उल्लिखित सभी युक्तियों का उपयोग करके, आप कुछ ही समय में व्यापार करने के लिए सबसे अच्छा इंट्राडे स्टॉक जल्दी और आसानी से चुन सकते हैं। हालांकि स्टॉक ट्रेडिंग के साथ शुरुआत करने के लिए, आपके पास पहले एक डीमैट खाता होना चाहिए।
सौरभ मुखर्जिया से जाने स्टॉक खरीदने से पहले किन बातों का रखें ख्याल
हम शायद ही किसी कंपनी में निवेश के वक्त उसके शेयर के भाव पर नजर डालते हैं. हमारा फोकस तीन चीजों पर होता है.
- Money9 Hindi
- Publish Date - October 16, 2021 / 03:48 PM IST
हमारे सभी निवेश गहन विश्लेषण पर आधारित हैं. हमारे निवेश गुजरे 10-15 साल की एनुअल रिपोर्ट्स को पढ़ने के बाद तय होते हैं
Stock Market: सौरभ मुखर्जिया वैसे तो इनवेस्टमेंट मैनेजर हैं लेकिन, उनकी नजर एक डिटेक्टिव जैसी है. वे लिस्टेड फर्मों में संदेहास्पद गतिविधियों को सूंघने में माहिर हैं. उनका मानना है कि खराब अकाउंटिंग स्टैंडर्ड इनवेस्टर्स की वेल्थ के लिए सबसे ज्यादा नुकसानदायक साबित होते हैं. ब्योरे जुटाने और खातों को जांचने के लिए फोरेंसिक एप्रोच उनकी पहचान है. इसकी वजह से उन्हें कई दफा धमकी भरे कॉल्स भी आ चुके हैं. लेकिन, लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (LSE) के स्टूडेंट रह चुके मुखर्जिया इन सबसे बेपरवाह हैं.
करीब आठ साल तक वे एंबिट कैपिटल के इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के हेड रहे. इसके बाद उन्होंने मर्सीलस इनवेस्टमेंट मैनेजर्स के नाम से अपनी पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज शुरू कर दी.
अपनी काबिलियत के बूते उनके PMS ने 25% सालाना की कंपाउंडिंग ग्रोथ हासिल की है. मनी9 को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने इनवेस्टर्स को ट्रेडिंग की ट्रिक्स बताई हैं. पेश हैं इंटरव्यू के अंशः
किसी स्टॉक को चुनने के पीछे आपकी सोच होती है?
मर्सीलस में हम तीन मुख्य आधारों पर किसी स्टॉक का चुनाव करते स्टॉक चुनना कैसे शुरू करें हैं. 1. कंपनी के खाते क्लीन हों. 2. कंपनी ऐसे उत्पाद या सेवाएं बेच रही हो जो कि भारत की 1.4 अरब आबादी के लिए जरूरी हों. 3. कंपनी बिना किसी चुनौती के लिए मार्केट में कामकाज कर रही हो. इस लिहाज से मैं हमारे पोर्टफोलियो में मौजूद नेस्ले और पिडिलाइट का उदाहरण दे सकता हूं.
इन्वेस्टमेंट के लिए सही मौके का आकलन आप कैसे करते हैं?
हमारे सभी निवेश गहन विश्लेषण पर आधारित हैं. हमारे निवेश गुजरे 10-15 साल की एनुअल रिपोर्ट्स को पढ़ने के बाद तय होते हैं. इसके बाद 30-40 विचार-विमर्श कस्टमर्स, सप्लायर्स, पूर्व-एंप्लॉयीज और कंपनी के प्रतिस्पर्धियों से होता है. आखिर में हम कुछ घंटे कंपनी के मैनेजमेंट से चर्चा करते हैं कि वे किस दिशा में कंपनी को ले जाना चाहते हैं.
आप ऐसे स्टॉक्स को कैसे होल्ड करते हैं जो मल्टीबैगर हो चुका होता है?
हम शायद ही किसी कंपनी में निवेश के वक्त उसके शेयर के भाव पर नजर डालते हैं. हमारा फोकस तीन चीजों पर होता है. 1. प्रमोटर का व्यवहार कैसा है- क्या वह फालतू की चीजें कर रहा है? क्या वह समझदारी से फैसले ले रहा है या जल्दबाजी में है? क्या वह आलसी है या परिश्रमी है? 2. उत्पाद की डिमांड- क्या ये बनी हुई है या कमजोर पड़ रही है? क्या इसके विकल्प आ रहे हैं? 3. उत्तराधिकार योजना- क्या कंपनी अगली पीढ़ी के लीडर्स तैयार कर रही है? या एक एक पारिवारिक बिजनेस है जहां काबिलियत की कोई परवाह नहीं होती है.
मर्सीलस में आमतौर पर स्टॉक होल्ड करने की अवधि कितनी होती है?
हम मर्सीलस में शायद ही स्टॉक खरीदते-बेचते हैं. मर्सीलस के पोर्टफोलियो में किसी एक साल में हम एक स्टॉक बेचते हैं और एक स्टॉक खरीदते हैं. इसका मतलब ये है कि हमारा आमतौर पर होल्डिंग पीरियड 10 साल है.
आपकी दिनचर्या क्या है और आपके क्या शौक हैं?
मैं सुबह 5 बजे उठता हूं. ब्रेकफास्ट करने के बाद दो घंटे पढ़ता हूं. फिर मैं एक घंटे एक्सरसाइज करता हूं और 8.30 बजे कामकाज शुरू कर देता हूं. सुबह से लंचटाइम तक मैं मर्सीलस की रिसर्च टीम और हमारे फंड मैनेजरों से चर्चा करता हूं लंच के बाद मैं क्लाइंट मीटिंग्स करता हूं. मैं अपना दिन शाम को 6 बजे खत्म करने की कोशिश करता हूं. जब मुझे US क्लाइंट्स से बात करनी होती है तो रात के 8.30-9 बज जाते हैं.
इस दौरान आपके क्या सबक रहे हैं?
हमारे पास अभी तक ऐसे शेयर नहीं रहे जिनसे क्लाइंट्स की पूंजी बर्बाद हुई हो. कई स्टॉक्स ऐसे रहे हैं जहां लंबे वक्त के दौरान हमारा परफॉर्मेंस संतोषजनक नहीं रहा है. ऐसे मामलों में हम मैनेजमेंट से बात करते हैं और जानने की कोशिश करते हैं कि क्या इस हालात में सुधार हो सकता है. जब हमें लगता है कि ऐसा नहीं हो सकता, तब हम इससे निकल जाते हैं.
फिलहाल आप कौन सी किताब पढ़ रहे हैं?
मैं हर हफ्ते एक किताब पढ़ता हूं. मैं फिलहाल ब्रायन आर्थर की ‘नेचर ऑफ टेक्नोलॉजी’ पढ़ रहा हूं.
एक आम निवेशक के लिए आपकी क्या सलाह है?
सालाना रिपोर्ट्स को पढ़ना सीखिए. साफ-सुथरी कंपनियों में पैसा लगाइए और इसके बाद मजे से पैसे को बढ़ता हुआ देखिए.
शुरुआती के लिए 6 बेस्ट शेयर मार्केट टिप्स
लेकिन इससे पहले कि हम सुझावों को समझें, शेयर बाजार और शेयर बाजार क्या है? शेयर बाजार और शेयर बाजार वह जगह है जहां शेयर जारी और कारोबार किया जाता है। शेयर बाजार और शेयर बाजार में अंतर की छोटी सी बात यह है कि वित्तीय साधन जैसेम्यूचुअल फंड्स बांड सभी शेयर बाजार में कारोबार कर रहे हैं। शेयर बाजार केवल शेयरों के व्यापार के लिए।
शुरुआती के लिए सर्वश्रेष्ठ शेयर बाजार युक्तियाँ
1. लिटिल . से शुरू करें
यह शायद सबसे महत्वपूर्ण में से एक हैस्टॉक मार्केट टिप्स भारत में पालन करने के लिए। अधिक पैसा कमाने की उम्मीद में आप अधिक नकदी के साथ अपना व्यापार शुरू करने के लिए ललचा सकते हैं। हालांकि, अधिकांश स्थितियों में यह सच नहीं है। शेयर बाजार में, यह हमेशा अनुशंसा की जाती है कि आप व्यावहारिक ज्ञान के साथ व्यापार के बारे में समझ स्टॉक चुनना कैसे शुरू करें हासिल करने के बाद छोटी शुरुआत करें और अंततः अपनी ट्रेडिंग राशि बढ़ाएं।
हालाँकि, पहले से योजना बनाना अधिक महत्वपूर्ण हैनिवेश शेयर खरीदने में पैसा। इन पांच आवश्यक प्रश्नों को याद रखें और शुरू करने से पहले उनका उत्तर दें:
- मैं शेयरों में कैसे निवेश करना चाहता हूं?
- स्टॉक खरीदने का मेरा लक्ष्य क्या है?
- स्टॉक खरीदने के लिए मेरा बजट क्या है?
- मुझे ट्रेडिंग और स्टॉक के बारे में कितना पता है?
- क्या मैं अभी निवेश शुरू करने के लिए तैयार हूं?
ये प्रश्न आपको अपने उद्यम की नींव रखने में मदद करेंगे क्योंकिइन्वेस्टर. एक शुरुआत के रूप में, अधिक खर्च न करें। अपनी ट्रेडिंग के लिए सावधानी से एक बजट अलग रखें और ट्रेडिंग के लिए कभी भी लोन न लें।
2. अपने विकल्पों को समझें
एक शुरुआत के रूप में, आप बाजार में उपलब्ध विकल्पों की संख्या से भ्रमित हो सकते हैं। आपको थोड़ा आराम करने में मदद करने के लिए, यहां आपके लिए शेयर मार्केट टिप दी गई है।
याद रखें कि स्टॉक स्टॉक वर्गों, बाजार पूंजीकरण, स्वामित्व, लाभांश भुगतान, बुनियादी बातों, जोखिम और मूल्य प्रवृत्तियों पर आधारित होते हैं। आइए उन पर एक संक्षिप्त नज़र डालें:
ए। बाजार पूंजीकरण पर आधारित स्टॉक
बाजार पूंजीकरण के आधार पर यहां तीन प्रकार के स्टॉक दिए गए हैं:
लार्ज कैप स्टॉक्स: ये स्टॉक आमतौर पर ब्लू-चिप कंपनियों के होते हैं। इन कंपनियों के पास अपने निपटान के लिए बड़ी मात्रा में नकदी है। निवेशकों को की तुलना में अधिक लाभांश प्राप्त करने का लाभ मिलता हैमध्यम दर्जे की कंपनियों के शेयर तथाछोटी टोपी कंपनियां।
मिड कैप स्टॉक्स: ये शेयर उन कंपनियों के हैं जिनका बाजार पूंजीकरण रु. 250 करोड़ से रु. 4000 करोड़। ये कंपनियां अच्छे लाभांश का भुगतान करती हैं और इनमें विकास और स्थिरता की क्षमता भी होती है।
स्मॉल-कैप स्टॉक: ये शेयर उन कंपनियों के हैं जिनका बाजार पूंजीकरण रुपये तक है। 250 करोड़। उनमें बढ़ने की क्षमता है।
बी। स्वामित्व
तीन प्रकार के स्टॉक का उल्लेख नीचे किया गया है:
पसंदीदा और सामान्य स्टॉक: ये शेयर अपने निवेशकों को हर साल एक निश्चित राशि का लाभांश देते हैं।
हाइब्रिड स्टॉक: ये शेयर कंपनियों के हैंप्रस्ताव पसंदीदा शेयरों को आम शेयरों में बदलने के विकल्प के साथ। हालांकि, यह एक विशेष समय पर शर्तों के अधीन है।
एंबेडेड डेरिवेटिव ऑप्शन स्टॉक्स: ये ऐसे स्टॉक हैं जो आमतौर पर उपलब्ध नहीं होते हैं।
सी। लाभांश भुगतान
ग्रोथ स्टॉक्स: इन शेयरों का मूल्य विकास दर के साथ बढ़ता है जो निवेशकों को उच्च रिटर्न से लाभ प्राप्त करने की अनुमति देता है।
आय स्टॉक: इन शेयरों से संकेत मिलता है कि कंपनी की स्थिर वृद्धि होगी और लगातार लाभांश उपलब्ध होगा।
डी। बुनियादी बातों
ओवरवैल्यूड शेयर- यह उस शेयर को संदर्भित करता है जिसकी कीमत आधार मूल्य से अधिक है।
अंडरवैल्यूड स्टॉक्स- यह निवेशकों के बीच एक लोकप्रिय स्टॉक है क्योंकि इसकी कीमत कम है। निवेशकों का मानना है कि भविष्य में कीमतों में तेजी आएगी।
इ। जोखिम
बीटा स्टॉक: बीटा स्टॉक की कीमत में उतार-चढ़ाव का सूचक है। बीटा जितना अधिक होगा, स्टॉक का जोखिम उतना ही अधिक होगा।
ब्लू चिप स्टॉक: यह स्थिर आय वाली कंपनियों के शेयरों को संदर्भित करता है, नियमित लाभांश का भुगतान करता है और कम देनदारियां रखता है।
एफ। मूल्य रुझान
रक्षात्मक स्टॉक- ये शेयर इससे अप्रभावित हैंआर्थिक स्थितियां. बाजार की स्थिति खराब होने पर इन शेयरों को प्राथमिकता दी जाती है।
चक्रीय स्टॉक: ये स्टॉक कीमतों में उतार-चढ़ाव और आर्थिक स्थितियों से अत्यधिक प्रभावित होते हैं। ऑटोमोबाइल उद्योग श्रेणी में आता है।
3. अनुसंधान
एक शुरुआत के रूप में यह सबसे अच्छा हैइंट्राडे ट्रेडिंग ट्रेडिंग पर खर्च करना शुरू करने से पहले टिप यह है कि आप अच्छी तरह से शोध करें। उस कंपनी के बारे में जानें जिसमें आप निवेश करना चाहते हैं। आय, लाभांश भुगतान, ऐतिहासिक प्रदर्शन, विकास विकल्प, प्रबंधन कौशल इत्यादि के बारे में जानें। ये सही स्टॉक चुनने और निवेश करने में आपकी सहायता करने के लिए महत्वपूर्ण संकेतक हैं।
शुरुआत के रूप में शोध के बिना शुरुआत न करें। आप बिना किसी सूचना के निर्णय ले सकते हैं और भावनाओं या भीड़-आधारित रुझानों को आप पर हावी होने दे सकते हैं।
4. अपनी निवेश विधि चुनें
उन्नत स्टॉक ट्रेडिंग और इंट्राडे ट्रेडिंग पर सबक लेना फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि यह आपको ट्रेडिंग क्षेत्र में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करता है। यदि आपने ऑनलाइन प्रशिक्षण कक्षाओं का विकल्प चुना है तो आप ऑनलाइन सामग्री का उपयोग कर सकते हैं। इंटरएक्टिव सत्र, वेबिनार आदि जब चाहें तब काम आ सकते हैं।
ट्रेडिंग में खुद को शिक्षित करने से आपको एक जानकार व्यापारी बनने में मदद मिलेगी और व्यावहारिक अनुभव होने से आपको सही निर्णय लेने और अधिक लाभ कमाने में मदद मिलेगी।
6. लंबी अवधि का निवेश
जब आप लंबे समय तक स्टॉक खरीदते और बनाए रखते हैं तो आप मूल्य खरीद और विविधीकरण में भाग ले रहे हैं। आप अपने धन को गुणवत्ता और मात्रा के साथ लंबे समय तक बढ़ने में मदद कर सकते हैं। शेयरों में लंबे समय तक निवेश करने से शॉर्ट टर्म निवेश की तुलना में आपकी टैक्स दरें भी कम हो जाती हैं। आप नकारात्मक रिटर्न की संभावना से भी बच सकते हैं और उच्च रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं। इसके साथ ही लागूकरों, शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग की तुलना में ओवरहेड खर्च सभी बेहद कम हैं।
पूछे जाने वाले प्रश्न
1. विविधीकरण क्या है?
विविधीकरण एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा आप इसमें शामिल जोखिम को कम कर सकते हैंशेयर बाजार निवेश. विभिन्न उद्योगों, उपकरणों और अन्य श्रेणियों में निवेश आवंटित किए जाते हैं।
2. लाभांश क्या है?
लाभांश एक कंपनी की आय के वितरण को संदर्भित करता हैशेयरधारकों.
3. पेपर ट्रेडिंग क्या स्टॉक चुनना कैसे शुरू करें है?
पेपर ट्रेडिंग एक ऐसा व्यवहार है जो आपको वास्तविक धन को जोखिम में डाले बिना खरीदने और बेचने की अनुमति देता है। सॉफ्टवेयर में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ने पेपर ट्रेडिंग को बढ़ा दिया है।
4. आईपीओ क्या है?
IPO का मतलब इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) से है। यह एक स्टॉप इश्यू के माध्यम से एक निजी कंपनी के शेयरों को जनता को देने की प्रक्रिया है।
निष्कर्ष
यदि आप सबसे अच्छे शेयरों पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना मुश्किल नहीं है। हमेशा सूचित रहें और किसी भी बदलाव के अनुकूल होने के लिए शोध करें।