आय के कई स्रोतों के प्रकार

पिछले 4 वर्षों में , ग्रामीण विकास मंत्रालय ने मनरेगा में बड़े सुधार किए हैं जिससे कि इसे गरीबों के लिए चिरस्थायी आजीविका प्रदान करने वाला संसाधन के रूप में परिवर्तित किया जा सके। 2014-15 में, केवल 26.85 प्रतिशत मामलों में ही 15 दिनों के अंदर भुगतान किया गया था और उस वर्ष में मुश्किल से 29.44 लाख परिसंपत्तियाँ ही पूरी की गई थी।
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हिंदू विधि के प्रमुख स्रोत: What are the various sources of Hindu law
हिंदू विधि के स्रोत (sources of Hindu law): - प्राचीन मत के अनुसार विधि एवं धर्म में एक अभिन्न संबंध था तथा विधि धर्म का ही एक अंग मानी जाती थी धर्म के स्रोत ही विधि के स्रोत माने जाते थे मनु के अनुसार वेद, स्मृति, सदाचार एवं जो अपने को तुष्टिकरण लगे यह 4 धर्म के स्पष्ट लक्षण माने गए थे.
याज्ञवल्क्य ने भी धर्म के चार आधार स्तंभ इस प्रकार बतलाए हैं .श्रुति, स्मृति .सदाचार जो अपने को प्रिय लगे तथा सम्यक् संकल्पों से उत्पन्न इच्छाये़। याज्ञवल्क्य ने पुनः विधि के ज्ञान के 14 स्रोत बताएं हैं वेद (4) ,वेदांग (6)धर्मशास्त्र , न्याय पुराण एवं मीमांसा .
मनरेगा को अबतक का सबसे ज्यादा 61,084 करोड़ रुपया दिया गया
भारत सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून (मनरेगा) के आरई चरण में 6 , 084 करोड़ रूपये का अतिरिक्त आवंटन किया गया है। जिसके कारण इस योजना के लिए कुल आवंटन 2018-19 में 61 , 084 करोड़ रूपया हो गया है, जो कि अब तक का सबसे अधिक आवंटन है। शासन में सुधार और स्थायी परिसंपत्तियों के माध्यम से चिरस्थायी आजीविका पर जोर देकर मजदूरी , आय और स्थायी परिसंपत्तियों के माध्यम से गरीबों के लिए बेहतर जीवन सुनिश्चित किया गया है।
मनरेगा, ग्रामीण विकास मंत्रालय का एक प्रमुख कार्यक्रम है जो कि सामाजिक विषमताओं पर काबू पाने और सतत और दीर्घकालिक विकास के लिए एक आधार तैयार करके पूर्ण रूप से गरीबी को खत्म करता है। मनरेगा, ग्रामीण भारत को अधिक उत्पादक , न्यायसंगत और संयुक्त समाज में बदल रहा है। इसने पिछले तीन वर्षों में, प्रत्येक वर्ष लगभग 235 करोड़ मानव दिवस कार्य प्रदान किया है। इस वर्ष भी, यह लगभग समान रहेगा, जिससे चिरस्थायी आजीविका के लिए स्थायी परिसंपत्तियों के साथ वेतन रोजगार के मामले में यह लगातार चार वर्ष तक उच्च प्रदर्शन कायम रख सकेगा।
जानिए भारत में प्राइवेट ट्रस्ट की आय पर कैसे लगता है टैक्स
अगर आपका कोई स्पेशल चाइल्ड है, अगली पीढ़ी को बड़ा बिजनेस ट्रांसफर करना है या किसी बड़ी संपत्ति की रक्षा करनी है तो प्राइवेट ट्रस्ट एक प्रभावी एस्टेट प्लानिंग टूल साबित हो सकता है। यूं तो एक प्राइवेट ट्रस्ट का गठन कई मुद्दों को सुलझाता है। लेकिन टैक्स के मद्देनजर प्राइवेट ट्रस्ट बनाने के लिए बहुत कुछ चाहिए। अलग-अलग स्ट्रक्चर में ट्रस्ट पर विभिन्न टैक्स लगाए जाते हैं। इनकम टैक्स के रूप में ज्यादा पैसा न कटे इसलिए समझदारी से प्लानिंग करने की जरूरत होती है, ताकि फायदे मिलते रहें।
प्राइवेट ट्रस्ट के प्रकार: चूंकि सिर्फ लाभार्थियों को ही प्राइवेट ट्रस्ट की आय उपलब्ध है। इसलिए टैक्स उसी स्ट्रक्चर में लगाया जाता है, जिसमें इनकम मिली है। टैक्स के मद्देनजर दो स्ट्रक्चर एेसे हैं, जिनमें आय के कई स्रोतों के प्रकार प्राइवेट ट्रस्ट की इनकम पर टैक्स लगाया जाता है।
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Income Tax की श्रेणियां आय के कई स्रोतों के प्रकार और स्लैब
भारत में टैक्स देने वालों को व्यक्तिगत कर दाता, हिंदू अविभाजित परिवार (HUF), फर्म और कंपनी के रूप में बांटा जाता है। इस सब के लिये टैक्स की अलग अलग श्रेणियां और स्लैब हैं। फाइनेंशियल साल यानि वित्त वर्ष 2017-18 के लिए आय कर सलैब यहां दिये गये हैं।
साठ साल से कम आयु के लिए Income Tax Rates | |
इनकम टैक्स स्लैब | इनकम टैक्स रेट्स |
रु 2,50,000 से कम आय | शून्य |
कुल आय रु 2,0,000 से ज्यादा मगर रु 5,00,000 से कम | रु. 2,50,000 से अधिक जितनी आय है उस पर 5% |
कुल आय रु 5,00,000 से ज्यादा मगर रु 10,00,000 से कम | रु. 5,00,000 से अधिक जितनी आय है उस पर 20% |
कुल आय रु 10,00,000 से जादा | रु. 10,00,000 से जितनी अधिक आय है उस आय के कई स्रोतों के प्रकार पर 30 % |
आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण एमएफपी
मौसम | एमएफपी एकत्र किया | आय के कई स्रोतों के प्रकारअर्थव्यवस्था |
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जनवरी- मार्च | लाख (राल), महुवा, फूल और इमली | उड़ीसा, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश में 75 प्रतिशत से अधिक आदिवासी परिवारों ने महुआ फूल इकट्ठा किया और प्रति वर्ष 5000 रुपये कमाते हैं। लाख उत्पादन में 3 मिलियन लोग शामिल हैं |
अप्रैल-जून | तेंदू के पत्ते, नमकीन बीज और आय के कई स्रोतों के प्रकार चिरौंजी | 30 मिलियन वनवासी नमकीन पेड़ों से बीज, पत्तियों और रेजिन पर निर्भर करते हैं; तेंदू पत्ता संग्रह में आय के कई स्रोतों के प्रकार लगभग 90 दिनों के लिए 7.5 मिलियन लोगों को रोजगार मिलता है, आगे के 3 मिलियन लोगों को बीड़ी प्रसंस्करण में लगाया जाता है |
जुलाई-सितम्बर | चिरौंजी, आम, महुवा आय के कई स्रोतों के प्रकार फल, रेशम कोकून और बांस | 10 मिलियन लोग आजीविका के लिए बांस पर निर्भर हैं; 1,26,000 परिवार केवल तुषार रेशम की खेती में शामिल हैं |
अक्टूबर - नवंबर | लाख, कुल्लू गोंद, अगरबत्ती में इस्तेमाल होने वाले रेजिन | मसूड़ों के संग्रह से रोजगार के 3 लाख व्यक्ति दिन। |