ट्रेंड मूवमेंट क्या है

1- नॉर्डिक वॉकिंग में बॉडी ज्यादा रिलैक्स रहती है. ये वॉक उन लोगों के लिये भी सपोर्टिव है जिनका वेट ज्यादा है. शुरु में उनको स्टिक के सहारे वॉक करने में मदद मिलती है .
2- रिसर्च के मुताबिक इस नॉर्डिक वॉकिंग में नॉर्मल वॉक के मुकाबले 40% ज्यादा कैलोरी बर्न होती हैं जिससे जल्दी वेट लूज(Weight Loss) करते हैं.
3- इस वॉकिंग में रिब केज ओपन रहता है जिससे बॉडी में 60% ज्यादा ऑक्सिडेशन होता है और शरीर में ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचती है.
4- नॉर्डिक वॉकिंग में हाथों के अलावा फुल बॉडी वर्कआउट होता है और ओवरऑल पूरे शरीर से फैट कम होता है.
5- नॉर्डिक वॉकिंग एक अच्छी कार्डियो एक्सरसाइज भी है इसके अलावा इस वॉक के कंधे, हाथ और गर्दन के दर्द में भी आराम मिलता है.
Technical Analysis क्या है Market Analysis कैसे करें ?
Market Analysis को मुख्य रूप से fundamental analysis और technical analysis में विभाजित किया गया है। तकनीकी विश्लेषण ( Technical Analysis) को विशेष रुप से शेयर मार्केट में शॉर्ट टर्म की ट्रेडिंग करने के लिए किया जाता है।टेक्निकल एनालिसिस की मदद से share price movements, trends, trading volume इत्यादि का विश्लेषण कर सकते हैं।
टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग ( फंडामेंटल एनालिसिस के मुकाबले) वित्तीय बाजार की चाल को आसानी से समझने के लिए किया जाता है। यह ऐतिहासिक वॉल्यूम और प्राइस मूवमेंट के आंकड़ों के आधार पर वित्तीय बाजार (financial market) की कीमतों की दिशा का पहले से अनुमान लगाने का एक मेथड है । इसके माध्यम से पुराने आंकड़ों के आधार पर शेयर कि चाल का पूर्वानुमान लगा सकते हैं। शेयर के उतार-चढ़ाव के चार्ट का विश्लेषण कर सकते हैं।
फंडामेंटल बनाम टेक्निकल एनालिसिस
टेक्निकल एनालिसिस में ऐतिहासिक आंकड़ों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित किया जाता है। ट्रेंड मूवमेंट क्या है टेक्निकल एनालिसिस में ऐतिहासिक प्राइस और वॉल्यूम के आंकड़ों के आधार पर शेयर के ट्रेंड का मूल्यांकन कर सकते हैं। वहीं फंडामेंटल एनालिसिस में कंपनी की फाइनेंशियल स्टेटमेंट, बिजनेस मॉडल, मैनेजमेंट कैपबिलिट्स इत्यादि का अध्ययन करना पड़ता है। fundamental analysis करने का सबसे बड़ा मकसद किसी भी कंपनी में लंबे समय के लिए इन्वेस्टमेंट करने के लिए पहले से अनुमान लगा सकते है।
शॉर्ट टर्म निवेशक या ट्रेडर्स के लिए टेक्निकल एनालिसिस और लंबे समय ट्रेंड मूवमेंट क्या है के निवेशक के लिए फंडामेंटल एनालिसिस बेहतर माना जाता है। प्राइस और वॉल्यूम के माध्यम से आप लॉन्ग टर्म के लिए एंट्री और एग्जिस्ट का सही तरीके से निर्णय ले सकते है। टेक्निकल एनालिसिस आपको लॉग टर्म में निवेश करने में भी मददगार साबित होता है। वहीं शॉर्ट टर्म के लिए निवेश करने के लिए सिर्फ टेक्निकल एनालिसिस का स्टडी कर सकते हैं। चलिए अब टेक्निकल एनालिसिस से जुड़े कुछ और भी basic के बारे में जान लेते है।
तकनीकी विश्लेषक का टूलबॉक्स - Technical Analyst's Toolbox
बार चार्ट, कैंडलस्टिक चार्ट लाइन चार्ट या प्वाइंट एंड फिगर चार्ट इत्यादि तकनीकी विश्लेषक के टूल बॉक्स का हिस्सा हैं। चलिए इनके बारे में कुछ बेसिक जानकारी प्राप्त करते है।
बार चार्ट, कैंडलस्टिक चार्ट लाइन चार्ट या प्वाइंट एंड फिगर चार्ट इत्यादि तकनीकी विश्लेषक के टूल बॉक्स का हिस्सा हैं। चलिए इनके बारे में कुछ बेसिक जानकारी प्राप्त करते है।
Bar Chart
Bar Chart का प्रयोग किसी भी शेयर या स्टॉक के particular समय की मूवमेंट के लिए उपयोग किया जाता है यह किसी भी stock या commodity या forex share के कुछ समय के अवधि ( 15 minutes, 1 hours, 1 day इत्यादि।) का ओपनिंग, हाई, लो, और क्लोज को जानने के लिए प्रयोग किया जाता है। Technical Analysis बार चार्ट या किसी और तरह के चार्ट जैसे कि कैंडलस्टिक या लाइन चार्ट को शेयर कि प्राइस का मूवमेंट को दर्शाने के लिए उपयोग किया जाता है।
Basic Terminology Of Technical Analysis
Bull -
Bull का मतलब bullish होता है। स्टॉक मार्केट की भाषा में bull का मतलब शेयर बाजार की दिशा का मूवमेंट ऊपर जाने का होता है।
Bear-
Bear का मतलब bearish होता है। अगर शेयर मार्केट की दिशा आपको ऐसा लगता है कि नीचे की तरफ जाएगी तो यह स्टॉक मार्केट की भाषा में bearish कहलाता है।
Intraday -
Intraday ट्रेडर्स को बेसिकली day traders भी कहा जाता है। इसमें आपको मार्केट ओपन होने के बाद शेयर को खरीदना होता है और मार्केट के closed होने से पहले शेयर को sell करना होता है। यानी कि आज ही शेयर खरीदना और आज ही उसी शेयर को बेचना शेयर मार्केट में Intraday trading कहलाता है।
Swing Trading -
Swing trading का शेयर बाजार में मतलब यह है कि आज किसी भी स्टॉक को खरीदना और एक से ज्यादा लगभग 1 सप्ताह तक होल्ड करना और उसके बाद में sell कर देना स्टॉक मार्केट में स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है।
Fitness Tips: फिटनेस ट्रेंड में Nordic Walking के बारे में सुना क्या, जानिये नॉर्डिक वॉकिंग के फायदे
By: ABP Live | Updated at : 02 Aug 2022 05:38 PM (IST)
What Is Nordic Walking ? नॉर्डिक वॉकिंग यूरोप में फेमस एक तरह की वॉकिंग है जिसमें स्टिक या पोल के सहारे वॉक की जाती है. नॉर्डिक वॉकिंग की शुरुआत फिनलैंड से हुई है. इस तरह की वॉक करने में पूरे शरीर का वर्कआउट होता है और खासतौर पर लंग्स में ज्यादा ऑक्सीजन जाती है और ये हार्ट के लिये अच्छी है.
नॉर्डिक वॉकिंग(Nordic Walking) में दो छड़ी जैसी स्टिक ली जाती है जिसे पोल कहते हैं और फिर इनके सपोर्ट से वॉक की जाती है. नॉर्डिक वॉकिंग का सबसे बड़ा फायदा है कि ये फुल बॉडी वर्क आउट है. दरअसल नॉर्मल वॉक में कमर और नीचे के हिस्से पर ज्यादा जोर पड़ता है इसलिये इसे फुल बॉडी के लिये ज्यादा अच्छा नहीं माना जाता. नॉर्मल वॉक में कार्डियो एक्सरसाइज(Cardio Exercise) भी नहीं हो पाती, लेकिन जब आप स्टिक की मदद से वॉक करते हैं तो उसमें हाथों और अपर बॉडी का भी पूरा मूवमेंट होता है और फुल बॉडी मसल्स मूव करती हैं. सही तरीके से नॉर्डिक वॉकिंग कैसे करते हैं इसके लिये यूट्यूब पर वीडियो देख सकते हैं.
लैट पुलडाउन कैसे करें
पीठ की मांसपेशियां शरीर में दूसरा सबसे बड़ा मांसपेशी समूह हैं। पैरों के बाद हम कह सकते हैं कि जिस क्षेत्र में मांसपेशियों के तंतु सबसे अधिक घने होते हैं, वह हमारी पीठ है। लैट पुलडाउन मूवमेंट के साथ, इन मांसपेशियों को बड़ा करना बहुत आसान है, जो पीछे के क्षेत्र में सामान्य और कठोर हैं! इसलिए, हमें यह जानने की जरूरत है कि पीठ के विस्तार और मात्रा बढ़ाने के लिए सबसे अच्छा फिटनेस बैक मूवमेंट क्या हैं। इस लेख में हम टॉप-डाउन बैक पुल मूवमेंट के बारे में बात कर रहे हैं, जो शायद बैक एक्सरसाइज में सबसे अच्छा है। यहां बताया गया है कि पीठ की मांसपेशियों को तेजी से कैसे बढ़ाया जाए लैट पुलडाउन कैसे करेंआइए देखें कि पीछे के क्षेत्र में कौन सी मांसपेशियां काम करती हैं।
लैट पुलडाउन क्या काम करता है?
कई मांसपेशी समूह पीठ के ऊपर से नीचे तक पुल-अप आंदोलन में काम करते हैं। हालांकि, हम नीचे 5 सबसे सक्रिय मांसपेशी समूहों को सूचीबद्ध करते हैं:
1. अक्षांश (पंख की मांसपेशियां)
पंखों की मांसपेशियां एक सौंदर्य पेशी समूह हैं जो पुरुषों को आकर्षक और मजबूत दिखती हैं। जब हम अपने हाथ को पीछे की ओर खींचते हैं तो यह सक्रिय रूप से काम करता है।
2. अपर बैक
इन्फ्रास्पिनैटस, जो पीठ के मांसपेशी समूहों में से एक है, सक्रिय रूप से प्रमुख और छोटी मांसपेशियों को सक्रिय करता है।
3. ट्रेपेज़ियस (ट्रेपेज़ियस मसल)
यह गर्दन के पिछले हिस्से में मांसपेशी समूह है जो गर्दन को स्थिर रखने के लिए कंधों से जुड़ता है। गर्दन मोटी है, यह आदमी को राजसी दिखता है।
4. पोस्टीरियर डेल्टॉइड (बैक शोल्डर मसल)
यदि हम वजन को नीचे की ओर खींचते हुए और ऊपर की ओर छोड़ते हुए धीरे-धीरे आगे बढ़ते हैं, तो हमारे पिछले कंधे की मांसपेशियां अधिक सक्रिय रूप से काम करेंगी।
गुजरात चुनाव में सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर ट्रेंड मूवमेंट क्या है रहा है #banEVM मूवमेंट
जिस तरह से EVM की विश्वसनीयता को लेकर देशभर के विभिन्न कोनों से सवाल उठ रहें है और वही हाल के हुए विधानसभा एवं नगर निकाय चुनावों में, EVM को लेकर जो अनियमितता की बात हो रही है. आज वह विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के अस्तित्व लिए चुनौती साबित हो रहा है.
इसको लेकर गुजरात ट्रेंड मूवमेंट क्या है चुनाव से पहले ही, सोशल मीडिया पर वहां के युवाओं ने EVM के विरोध में एक बड़ा कैम्पेन शुरू कर चुके हैं. जिसका असर गुजरात के करीब देश के अन्य राज्यों में साफ़ पड़ता दिखाई पड़ रहा है. जिसमें युवाओं द्वारा यह अपील किया जा रहा है कि देश का कोई भी नागरिक EVM को बैन लगाने के लिए जन अपील के माध्यम से चुनाव आयोग तक अपना सन्देश पहुंचाने के लिए, सोशल मीडिया के माध्यम से यानि You Tube, Facebook, Twitter एवं अन्य माध्यमों के द्वारा EVM को बैन कर, बैलेट पेपर से चुनाव कराने की माँग किया जा रहा है. जिसमें सबसे ज्यादा पापुलर 30-40 सेकेण्ड का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करने की बात की जा रही है.