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बिटकॉइन के लाभ

बिटकॉइन के लाभ
Bitcoin Kya Hai

बिटकॉइन क्या है ? What is Bitcoin in Hindi

What is Bitcoin in hindi

नमस्कार दोस्तो , मैं अभिषेक दुबे ( ABHISHEK DUBEY ) एक बार फिर से OnlineGkTrick.com पर आपका स्वागत करता हूँ , दोस्तों इस पोस्ट मे हम आपको बिटकॉइन क्या है ? ( What is Bitcoin in Hindi ? ), बिटकॉइन का विकास क्यों और किसने किया ?(Who Invented the bitcoin in Hindi), बिटकॉइन को कैसे इस्तेमाल किया जाता है ? (How to use bitcoin in Hindi), बिटकॉइन को कैसे खरीदा जा सकता है ?(How to buy bitcoin in Hindi?), बिटकॉइन के लाभ व लोक प्रिय होने के कारण , बिटकॉइन के नुकसान (Loss of bitcoin) की जानकारी उपलब्ध करा रहे है ! जो आपके आगामी प्रतियोगी परीक्षाओ के लिए बहुत Important है , तो दोस्तों उम्मीद है यह जानकारी आपके लिए काफी महत्वपूर्ण साबित होगी !

बिटकॉइन क्या है ? ( What is bitcoin ?)-

Bitcoin क्या है, कैसे काम करता है, इसको कहाँ रखा जाता है, ये सब ले कर आपके मन में बहुत सवाल होंगे.

  • बिटकाइन एक डिजिटल मुद्रा है। यह पहली डिजिटल या वर्चुअल मुद्रा है |
  • यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा नहीं संचालित होती।जैसे बाकि currencies होते है Rupee, Dollar इत्यादि ठीक उसी तरह Bitcoin भी एक digital currency है.
  • ये बाकि currencies से बिलकुल अलग है क्यूंकि Bitcoin को ना ही हम देख सकते हैं ना ही उसे पैसों की तरह छू सकते हैं. Bitcoin को हम सिर्फ online wallet में store करके रख सकते हैं यह केवल इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर होती है। अगर किसी के पास बिटकॉइन है तो वह आम मुद्रा की तरह ही सामान खरीद सकता है।
    बिटकॉइन एक नई इनोवेटिव टेक्नोलॉजी है जि‍सका इस्तेमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा सकता है |
  • पहले यह एक इलेक्ट्रॉनिक मुद्रा के रूप में थी लेकिन 2017 में इसको दो भागों में बट गई Bitcoin (BTC) और The Bitcoin Cash.
  • इसे control करने के लिए कोई भी bank या authority या सरकार नहीं है यानि की कोई इसका मालिक नहीं है. Bitcoin का इस्तेमाल कोई भी कर सकता है जैसे हम सब internet का इस्तेमाल करते हैं और उसका भी कोई मालिक नहीं है ठीक उसी तरह Bitcoin भी है.

बिटकॉइन का विकास क्यों और किसने किया ?(Who Invented the bitcoin in Hindi)

  • इसका विकास अक्टूबर 2008 में, सब-प्राइम के दौरान, यूएस में सातोशी नकामोतो नामक एक सॉफ्टवेयर डेवलपर ने किया था। और 2009 में यह सबसे के सामने आयी |
  • बिटकॉइन का विकास कंप्यूटर नेटवर्किंग पर आधारित भुगतान हेतु इसे निर्मित किया गया है।

बिटकॉइन को कैसे खरीदा जा सकता है ?(How to buy bitcoin in Hindi?)

  • जिस तरह रुपए, डॉलर और यूरो खरीदे जाते हैं, उसी तरह बिटकॉइन की भी खरीद होती है। ऑनलाइन भुगतान के अलावा इसको पारम्परिक मुद्राओं में भी बदला जाता है।
  • बिटकॉइन की खरीद-बिक्री के लिए एक्सचेंज भी हैं, लेकिन उसका कोई औपचारिक रूप नहीं है।

बिटकॉइन को कैसे इस्तेमाल किया जाता है ? (How to use bitcoin in Hindi)

  • कम्प्यूटर नेटवर्कों के जरिए इस मुद्रा से बिना किसी मध्‍यस्‍था के ट्रांजेक्‍शन किया जा सकता है। वहीं इस डिजिटल करंसी को डिजिटल वॉलेट में रखा जाता है। बिटकॉइन को क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है।

बिटकॉइन के लाभ व लोक प्रिय होने के कारण –

  • इसके अलावा यह सुरक्षित और तेज है जिससे लोग बिटकॉइन स्वीकार करने के लिए प्रोत्साहित हो रहे हैं।
  • किसी अन्य क्रेडिट कार्ड की तरह इसमें कोई क्रेडिट लिमिट नहीं होती है न ही कोई नगदी लेकर घूमने की समस्या है।
  • वर्तमान में लोग कम कीमत पर बिटकॉइन खरीद कर ऊंचे दामों पर बेच कर कारोबार कर रहे हैं।
  • आम डेबिट /क्रेडिट कार्ड से भुगतान करने में लगभग दो से तीन प्रतिशत लेनदेन शुल्क लगता है, लेकिन बिटकॉइन में ऐसा कुछ नहीं होता है। इसके लेनदेन में कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगता है, इस वजह से भी यह लोकप्रिय होता जा रहा है।
  • खरीदार की पहचान का खुलासा किए बिना पूरे बिटकॉइन नेटवर्क के प्रत्येक लेन देन के बारे में पता किया जा सकता है। यह एकदम सुरक्षित और सुपर फास्ट है और यह दुनिया में कहीं भी कारगर है और इसकी कोई सीमा भी नहीं है।

बिटकॉइन के नुकसान (Loss of bitcoin)-

  • जिस तरह से बिटकॉइन का इस्‍तेमाल कारोबार के लिए बिजनेसमैन कर रहे हैं। इसका दुरुपयोग भी उतना ही बढ़ता जा रहा है। क्‍योंकि, इसके जरिए होने वाले लेन-देन में गड़बड़ी की जिम्‍मेदारी किसी की नहीं होती है।
  • बिटकॉइन का दुरुपयोग ड्रग्स की खरीद-बिक्री, हवाला, आतंकी गतिविधियों को वित्तीय मदद, टैक्स की चोरी आदि किया जा रहा है |
  • बिटकॉइन की माइनिंग में उपयोग होने वाली बिजली के कारण भी इसकी आलोचना की गयी है। एक बिटकॉइन के संचालन सौदे में अनुमानित 300 kwh बिजली लगती है जो 36000 केतलियों में पानी गर्म करने में लगनी वाली उर्जा के बराबर है |

बिटकॉइन का लेन देन कैसे किया जाता है (How to transact bitcoin)

  • बिटकॉइन के लेन देन के लिए बिटकॉइन एड्रेस का प्रयोग किया जाता है। कोई भी ब्लॉकचेन में अपना खता बनाकर इसके ज़रिये बिटकॉइन का लेन देन कर सकता है।
  • बिटकॉइन की सबसे छोटी संख्या को सातोशी कहा जाता है। एक बिटकॉइन में 10 करोड़ सातोशी होते हैं। यानी 0.00000001 BTC को एक सातोशी कहा जाता है।

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मैं बिनेंस पर INR में बिटकॉइन कैसे खरीदूं?

पिछले एक साल में बड़ी संख्या में भारतीय निवेशकों ने क्रिप्टोकरेंसी में अपनी रुचि दिखाई है। वैश्विक महामारी से उत्पन्न अनिश्चितताओं के अलावा, भारतीयों ने मई 2021 के अंत तक हजारों करोड़ रुपये जमा किए हैं। इस जबरदस्त निवेश उछाल का कारण दुनिया भर में प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी द्वारा प्रदान किए गए निवेश पर प्रतिफल (रिटर्न) है। अकेले पिछले एक साल के निचले स्तर के बावजूद, बिटकॉइन की कीमत चार गुना और एथेरियम दस गुना से अधिक बढ़ गई है।

हालांकि देश में क्रिप्टोकरेंसी के लिए विनियमन अस्थिर रहा है, फिर भी भारत में क्रिप्टो निवेशों ने महत्वपूर्ण संकर्षण प्राप्त किया है। 15 मिलियन से अधिक भारतीयों ने डिजिटल मुद्राएं खरीदी या बेची हैं।

दुनिया की सबसे बड़ी आईटी आबादी वाले देश में कई क्रिप्टो उत्साही मानते हैं कि भारतीय निवेशकों द्वारा प्रदान की गई वर्तमान मात्रा बड़े पैमाने पर आपनाये जाने के मामले में केवल हिमशैल का सिरा है।

बिनेंस पर INR में बिटकॉइन खरीदने के लिए इन चरणों का पालन करें:

बिनेंस दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज है, जिस पर दुनिया भर के लाखों उपयोगकर्ता बिटकॉइन के लाभ भरोसा करते हैं। हमारे प्लेटफॉर्म में भारतीय निवेशकों के लिए INR में क्रिप्टोकरेंसी खरीदने और बेचने का विकल्प है। भारत में INR में बिटकॉइन खरीदने के लिए नीचे दिए गए कदमों अथवा चरणों का पालन करें।

चरण 1: अपना बिनेंस खाता बनाएं

बिनेंस के साथ साइन अप करें और अपना ईमेल पता या मोबाइल फोन नंबर जैसे आवश्यक विवरण भरें। अपने क्रिप्टो वॉलेट की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमेशा एक मजबूत पासवर्ड चुनना याद रखें। आप अपना बिनेंस खाता बनाने के लिए मोबाइल फ़ोन एप्लिकेशन भी डाउनलोड कर सकते हैं। आप सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत प्रदान करते हुए, 2FA या दो-कारक प्रमाणीकरण (two-factor authentication) के साथ अपने खाते की सुरक्षा भी कर सकते हैं। प्रोफ़ाइल टैब के अंतर्गत "सुरक्षा" (“Security”) विकल्प पर क्लिक करें।

चरण 2: अपना केवाईसी सत्यापन (verification) पूरा करें

केवाईसी (बिटकॉइन के लाभ KYC- Know your customer) एक वित्तीय संस्थान द्वारा ग्राहक की पहचान का अनिवार्य सत्यापन है। केवाईसी प्रक्रिया में विभिन्न दस्तावेज शामिल हैं जिनका उपयोग आपकी पहचान को सत्यापित करने के लिए किया जा सकता है जैसे वैध पहचान पत्र, उपयोगिता बिल, और इसी तरह। प्रोफाइल टैब पर क्लिक करें, और फिर ड्रॉपडाउन मेनू से पहचान (identification) विकल्प चुनें।

चरण 3: अपनी पहचान सत्यापित (verify) करें

अपना केवाईसी विवरण दर्ज करने के बाद, सत्यापन प्रक्रिया शुरू करने के लिए वेरीफाई (verify) बटन पर क्लिक करें। कृपया ध्यान दें कि जमा किए गए दस्तावेज़ केवल आपकी राष्ट्रीयता के अधिकारियों द्वारा जारी किए हुए होने चाहिए।

चरण 4: सत्यापन (verification) पूरा करें

पुष्टि करें कि आपके केवाईसी सत्यापन को स्वीकार करने के लिए प्रस्तुत किए गए विवरण सटीक हैं। सत्यापन प्रक्रिया में कुछ समय लग सकता है, जिसके बाद आपका खाता ट्रेडिंग के लिए तैयार हो जाएगा। आपके पास बुनियादी (basic) से उन्नत (advanced) सत्यापन मॉडल पर स्विच करने का विकल्प भी होगा।

चरण 5: बिनेंस पी2पी के माध्यम से INR में बिटकॉइन खरीदें

बिनेंस पी2पी (पीयर-टू-पीयर एक्सचेंज) एक ऐसा बाज़ार है जहाँ लोग लगभग किसी भी देश में अपनी शर्तों पर एक-दूसरे के साथ सीधे क्रिप्टो व्यापार कर सकते हैं। 70 से अधिक फिएट मुद्राओं के साथ, पी2पी मार्केटप्लेस भारतीय निवेशकों के लिए भारतीय रुपये में क्रिप्टोकरेंसी खरीदना और बेचना आसान बनाता है।

मार्केटप्लेस पर जाने के लिए, वॉलेट टैब पर क्लिक करें, और फिर ड्रॉपडाउन मेनू से पी2पी विकल्प पर क्लिक करें। आप यहां क्लिक करके भी मार्केटप्लेस जा सकते हैं।

चरण 6: बिटकॉइन खरीदने के लिए अपनी आवश्यकताओं को भरें

व्यापार करने के लिए क्रिप्टोकुरेंसी के रूप में बीटीसी का चयन करें, और फिर 'खरीदें' विकल्प चुनें। वह राशि दर्ज करें जिसे आप फिएट मुद्रा के रूप में INR के साथ खरीदना चाहते हैं। उस भुगतान विकल्प का चयन करें जिसे आप मौजूद विभिन्न विकल्पों में से चुनना चाहते हैं। बिनेंस द्वारा सत्यापित व्यापारियों की सूची के साथ बिटकॉइन से INR मूल्य और, उनकी न्यूनतम और अधिकतम बिक्री की सीमा के लिए "केवल व्यापारी विज्ञापन दिखाएं" (“only show merchant ads “) विकल्प पर क्लिक करें।

चरण 7: व्यापारियों से बिटकॉइन खरीदना

उपयुक्त मर्चेंट का चयन करने के बाद, बीटीसी खरीदें ("BUY BTC") विकल्प पर क्लिक करें और अपनी चयनित फिएट मुद्रा में खरीदारी करने के लिए राशि भरें।

बीटीसी खरीदें ("BUY BTC") पर क्लिक करने के बाद, आपके पास पहले चुने गए भुगतान विकल्प के माध्यम से मर्चेंट को फंड ट्रांसफर करने के लिए 15 मिनट की समय सीमा होगी। भुगतान करें, और फिर "स्थानांतरित, अगला" (“Transferred, NEXT”) पर क्लिक करें।

चरण 8: व्यापारी से बिटकॉइन प्राप्त करना

व्यापारी को आपके खाते में खरीदे गए बिटकॉइन की राशि को स्थानांतरित करने के लिए एक सूचना मिलेगी। आपको व्यापारी से कुछ ही मिनटों में अपना बिटकॉइन प्राप्त हो जाएगा।

देरी होने पर, आप हमेशा "अपील उठा सकते हैं"। आपके द्वारा “स्थानांतरित, अगला” (“Transferred, NEXT”) विकल्प पर क्लिक करने के तुरंत बाद ही यह विकल्प उपलब्ध है। अगला कदम होगा "अपील का कारण" के लिए सबूत के साथ अपने तर्क का समर्थन करना।

अपने बिनेंस खाते से भारत में INR में बिटकॉइन खरीदने के लिए बस इतना ही करना है। यह आसान और तेज़ है। आप इस विशेष मार्गदर्शिका का उपयोग बिनेंस पी2पी मार्केटप्लेस के माध्यम से अन्य क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए भी कर सकते हैं।

Bitcoin Investment : क्या हम सचमुच कहीं निवेश करते हैं या बस अनुमान लगाते हैं कि रिटर्न मिल जाएगा?

Cryptocurrency prices : क्रिप्टोकरेंसी निवेश को लेकर एक बड़ा ही सीधा, सहज सवाल उठता है, क्या हम सच में किसी चीज में निवेश कर रहे हैं? या हम बस यह अनुमान लगाकर चल रहे हैं कि भविष्य में हमें कुछ रिटर्न मिल जाएगा?

साल 2009 में डेवलप होने के बाद से क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Cryptocurrency Bitcoin Value) की बढ़ती पॉपुलैरिटी और दूनी-चौगुनी होती इसकी वैल्यू निवेशकों को भी हैरानी में डालती है. जैसाकि इंटरनेट के साथ हुआ था, उसी तरह क्रिप्टोकरेंसी को भी मेनस्ट्रीम में आने में कुछ साल लगे, लेकिन अब यह वर्चुअल करेंसी अप्रत्याशित तेजी से बढ़ रही है. बहुत से निवेशकों ने क्रिप्टोकरेंसी को अपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो (Cryptocurrency in investment portfolio) का हिस्सा बना लिया है. लेकिन बिटकॉइन और इस जैसी दूसरी क्रिप्टोकरेंसी फिजिकल असेट नहीं हैं, यानी आप इन्हें छू नहीं सकते, हाथ से इनका लेन-देन नहीं कर सकते. ये करेंसी किसी एक संस्था या सिस्टम के तहत नहीं चलती हैं. यह पूरा नेटवर्क खुद से खुद को चलाता है. ट्रांजैक्शन कुछ डिसेंट्रलाइज्ड यानी बिना किसी एक सेंटर वाले कंप्यूटरों के नेटवर्क पर होता है.

ऐसे में एक बड़ा ही सीधा, सहज सवाल उठता है, क्या हम सच में किसी चीज में निवेश कर रहे हैं? या हम बस यह अनुमान लगाकर चल रहे हैं कि भविष्य में हमें कुछ रिटर्न मिल जाएगा? 2018 में बिजनेस टाइकून वॉरेन बफे ने सार्वजनिक तौर पर बिटकॉइन को एक निवेश के माध्यम के तौर पर खारिज किया था. इसके तीन साल हो गए हैं और क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में तबसे बहुत कुछ हो चुका है, बहुत कुछ बदल चुका है. एक ओर बड़ी-बड़ी बिजनेस कंपनियां इन डिजिटल संपत्तियों में निवेश कर रही हैं. दूसरी ओर, क्रिप्टो की दुनिया में हुई धोखाधड़ियों ने अपने पीछे बड़ा गुबार छोड़ रखा है. शायद हमें यह पूछना ही बंद कर देना चाहिए कि क्या बिटकॉइन में निवेश करना अनुमान लगाना भर है? इसकी बजाय हमें क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में ऐसे आसान नियमों पर फोकस करना चाहिए, जो कि हमें असल में लाभ दिला सकें.

1. लॉन्ग टर्म में फायदा या शॉर्ट टर्म में
स्पेक्युलेशन यानी अनुमान लगाना तब होता है, जब हम कम समय में ज्यादा लाभ कमाने की उम्मीद में जोखिम भरा निवेश करते हैं. ऐसे में स्पेक्युलेटर बनने के बजाय रियल इन्वेस्टर बनिए, जिसका फोकस लॉन्ग टर्म्स गोल्स यानी लंबे समय में ज्यादा रिटर्न बनाने पर होना चाहिए. निवेश के पहले नियमों में से एक है कि जितना खोने का रिस्क उठा सकते हैं, उतना ही निवेश करना चाहिए. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के जोखिम काफी भारी हो सकते हैं, ऐसे में हमें इसके खतरों को नाप-तौल कर ही अपने गोल का चुनाव करना चाहिए.

2. क्वालिटी पर भरोसा
हमेशा ‘too good to be true’ और रिस्की प्रोजेक्ट्स और ऑफर से बचकर रहना चाहिए. कोई आपको तुरंत प्रॉफिट नहीं दिला सकता है, ऐसे ऑफर्स के चक्कर में न पड़ें, वर्ना हो सकता है कि आप जिंदगी भर रिटर्न के इंतजार में ही रह जाएं. किसी भी कॉइन में निवेश करने से पहले उसके रेड फ्लैग्स यानी कमियां, रिस्क, हकीकत में उसकी स्थिति परख लें, फिर निवेश करें. इससे आपको तुरंत प्रॉफिट हो न हो, लॉन्ग टर्म में आप फायदे में रहेंगे. बिटकॉइन का प्राइस, इसकी शुरुआत के साथ भारत में कई गुना बढ़ चुका है.

बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है? | What Is Bitcoin In Hindi

दोस्तों आज का समय इंटरनेट का समय है। हम अपने हर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े काम जो इंटरनेट के माध्यम से हो सकता है उसे करने के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। पैसों का लेनदेन हमारे जीवन में हमेशा से ही होता है, हमें कुछ खरीदने के लिए पैसा देना होता है एवं हमसे कुछ खरीदे जाने पर हमें पैसा मिलता है। दोस्तों पैसों के रूप में हम दुनिया भर के विभिन्न देशों में उपयोग होने वाले मुद्राएं जैसे रुपया, डॉलर, पाउंड, आदि को जानते हैं। हम मुद्राओं का लेन देन इन्हीं के रूप में करते हैं।

आज के ऐसे इंटरनेट के समय में हम ऑनलाइन खरीदी, ऑनलाइन पेमेंट, आदि जैसी सुविधाओं का इस्तेमाल बड़े स्तर पर कर रहे हैं। इंटरनेट पर किसी भी प्रकार के मुद्राओं का लेनदेन करने के लिए हमें Bank जैसी संस्थाओं के प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। परंतु आज के समय बिटकॉइन के लाभ में इसका एक दूसरा विकल्प भी है जिसमें नाम आता है क्रिप्टोकरंसी (crypoto currency) का।

आसान नाम में इसे डिजिटल करेंसी (digital currency) या वर्चुअल करेंसी (virtual currency) भी कहा जाता है। और डिजिटल या वर्चुअल करेंसी में सबसे लोकप्रिय नाम है बिटकॉइन (Bitcoin)।

दोस्तों हर वह शख्स जो टेक्नोलॉजी रुचि रखता है एवं इंटरनेट से जुड़ा है उसने बिटकॉइन का नाम जरूर सुना होगा। अगर आप से कहा जाए कि अगर आपने आज से 10 साल पहले ₹10000 कहीं इन्वेस्ट किए होते और आज वही 10000, करोड़ों बन जाते हैं तो शायद आप इस पर विश्वास नहीं करेंगे लेकिन बिटकॉइन से यह संभव हुआ है। आज के समय में बिटकॉइन बहुत ही लोकप्रिय हो चुका है। बहुत से लोगों को यह जानने इच्छा होती है कि बिटकॉइन क्या है? यह कैसे काम करता है? आदि।

दोस्तों आज इस लेख में हम मुख्यत: इसी से संबंधित सवालों पर चर्चा करेंगे।

बिटकॉइन (Bitcoin) क्या है? (Bitcoin kya hai)

दोस्तों अगर सीधे-सीधे कहें की बिटकॉइन क्या है तो Bitcoin एक डिजिटल करेंसी है इसे वर्चुअल करेंसी भी कहा जाता बिटकॉइन के लाभ है इसका मतलब है की अन्य मुद्राओं की तरह आप इसे छू या पकड़ नहीं सकते यह मुद्रा केवल इंटरनेट पर ही रहती है एवं वही से इसे प्राप्त व इसका भुगतान किया जा सकता है। इंटरनेट की भाषा में इसे क्रिप्टो करेंसी कहा जाता है।

Bitcoin एक विकेंद्रीकृत मुद्रा है, इसे अंग्रेजी मे इसे डिसेंट्रलाइज्ड करेंसी (decentrilised currency) कहा जाता है जिसका मतलब है किस मुद्रा का संचालन मुद्राओं की तरह कोई केंद्रीय बैंक या सरकार नहीं कर सकती है। हम जिस दिन मुद्रा का इस्तेमाल किसी प्रकार की खरीद बिक्री के लिए करते हैं उसका संचालन किसी ना किसी बैंक द्वारा किया जाता है मतलब भुगतान करने या पेमेंट लेने के लिए आपको बैंक की आवश्यकता पढ़ती ही पढ़ती है।

परंतु विकेंद्रीकृत मुद्रा होने के कारण बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी पर किसी बिटकॉइन के लाभ की केंद्रीय बैंक का संचालन नहीं होता, अगर आप कंप्यूटर नेटवर्किंग पर कुछ खरीदने या बेचने के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करते हैं तो आप सीधा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक बिना किसी संस्था के बीच में आए भुगतान कर सकते हैं या भुगतान बिटकॉइन के लाभ ले सकते हैं।

Bitcoin का इस्तेमाल इंटरनेट पर कोई भी व्यक्ति कर सकता है, जिस प्रकार इंटरनेट का एक्सेस हर किसी के पास है उसी प्रकार बिटकॉन को भी कोई भी व्यक्ति इस्तेमाल कर सकता है क्योंकि इसका कोई मालिक नहीं होता।

बिटकॉइन का आविष्कार किसने किया?

दोस्त अगर बात करें बिटकॉइन के आविष्कार की तो रिपोर्ट के अनुसार बिटकॉइन का आविष्कार सतोशी नाकामोतो ने वर्ष 2009 में किया था और उस समय 1 बिटकॉइन की जो वैल्यू थी वह आज के समय में काफी ज्यादा बढ़ चुकी है।

भारत में 1 बिटकॉइन का मूल्य कितना है?

आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2009 में एक बिट कॉइन की वैल्यू 0.008 डॉलर्स थी, वही आज के समय में अगर आप गूगल पर जाकर 1 बिटकॉइन की वैल्यू चेक करें तो यह 37476. 60 यूएस dollars है जो की इंडियन रुपीस में 27 लाख 47 हजार 700 रुपए के आसपास की हो जाती है।

विकेंद्रीकृत मुद्रा होने के कारण बिटकॉइन को किसी बैंक में जमा नहीं कराया जा सकता बिटकॉइन को हम सिर्फ ऑनलाइन वॉलेट (online wallet) में ही रख सकते हैं।

बिटकॉइन कैसे खरीदें?

अगर आप भी बिटकॉइन खरीद कर रखना चाहते हैं तो आप इसे ऑनलाइन खरीद सकते हैं। जेबपे (zebpay), Unocoin, आदि जैसी अन्य और कई ऐसी वेबसाइट पर जाकर आप बिटकॉइन खरीद सकते हैं।

इसमें आपको पहले कुछ डाक्यूमेंट्स सबमिट करने होते हैं जिनमें आपका वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड पैन कार्ड आदि एवं बैंक डिटेल्स लिया जाता है। उसके बाद आप अपनी इच्छा अनुसार जितनी भी रुपए जैसे हजार, 10 हज़ार, के बिटकॉइन खरीद सकते हैं एवं उनका इस्तेमाल इंटरनेट पर लेन देन में कर सकते हैं।

अगर बात करें बिटकॉइन कमाने की तो आप पैसे देकर उसके बदले बिटकॉइन खरीद सकते हैं या फिर अगर आपने किसी को कुछ बेचा है तो आप पैसों के बदले उससे बिटकॉइन के रूप में पेमेंट ले लेकर उसे अपने वॉलेट में रख सकते हैं।

बिटकॉइन के फायदे और नुकसान? (Bitcoin ke fayde aur nuksaan)

दोस्तों बिटकॉइन पर किसी भी प्रकार का कोई नियंत्रण ना होने के कारण बहुत से लोग इंटरनेट पर लेनदेन के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करना ज्यादा पसंद करते हैं। परंतु कोई नियंत्रण ना होने के कारण बिटकॉइन में होने वाले फ्रॉड के भी संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

पेमेंट करने के लिए बिटकॉइन peer to peer नेटवर्क पर काम करता है मतलब लोग एक दूसरे के साथ सीधा सीधा बिना किसी भी बैंक या क्रेडिट कार्ड या किसी भी अन्य कंपनी के ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।

बिटकॉइन को अन्य मुद्राओं की तरह ट्रैक नहीं किया जा सकता अर्थात इसका भुगतान कब,कहां,किसको किया गया है इसका पता लगाना संभव नहीं होता इसी कारण ज्यादातर ऐसे लोग जो इन जानकारियों को गुप्त रखना चाहते हैं पेमेंट करने या पेमेंट रिसीव करने के लिए बिटकॉइन का इस्तेमाल करते हैं।

बिटकॉइन का ट्रांजैक्शन एक पब्लिक लेजर (ledger) यानी खाते में रिकॉर्ड होकर रहता है जिससे बिटकॉइन ब्लॉकचेन (blockchain) कहते हैं।

इंटरनेट में आज के समय में 21 मिलीयन बिटकॉइन ही है जिनमें से लगभग 25% खो चुके हैं जिसका मतलब है कि यह किसी के पास भी नहीं है। बिटकॉइन को एक्सेस करने के लिए एक पब्लिक की (key) होती है, एवं उस की के खो जाने पर आप उस बिटकॉइन को एक्सेस नहीं कर सकते।

क्या हमें बिटकॉइन खरीदना चाहिए?

Bitcoin की वैल्यू इंटरनेट पर हमेशा एक समान नहीं रहती वह घटती और बढ़ती रहती है। इसलिए अगर आपने कभी कम कीमत पर बिटकॉइन खरीदी और कुछ समय बाद उसकी कीमत बढ़ने पर अगर आपको लगता है कि आपको उस बिटकॉइन को बेचकर बिटकॉइन के लाभ बहुत फायदा होगा तो आप उसे उस समय की कीमत के अनुसार बेचकर मुद्राएं ले सकते हैं। बिटकॉइन का लेनदेन आप पूरे दुनिया भर में किसी से भी और कहीं भी कर सकते हैं।

बिटकॉइन क्या है ? Bitcoin Kya Hai

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Bitcoin Kya Hai

बिटकॉइन (Bitcoin Kya Hai ) या क्रिप्टोकरेंसी करेंसी एक आभासी या वर्चुअल ( Virtual ) करेंसी है, जिसे हम डिजिटल करेंसी ( Digital Currency ) भी कहते हैं। इसका कोई वास्तविक स्वरूप नहीं होता है। जिस प्रकार से रूपया, डालर, पोंड, यूरो को हम छू सकते हैं , फिजिकली अपने वालेट मे रख सकते हैं, बिटकॉइन के साथ ऐसा नहीं इसे आप अपने वालेट मे कैरी नहीं कर सकते है। कुल मिलाकर आप इसे गुप्त करेंसी भी कह सकते है। इसे खरीदा और बेचा जा सकता है। इस पर किसी भी सेंट्रल बैंक का कंट्रोल नहीं है। हर बिटकॉइन के लाभ देश की करेंसी को वहां का सेंट्रल बैंक रेगुलेट करता है जैसे भारत मे रूपये को आरबीआई करता है। बिटकॉइन या क्रिप्टोकरेंसी पर किसी का नियंत्रण नहीं है।

यह आपके अकाउंट मे डिजिटल फार्म मे जमा रहती है। बहुत सी बड़ी बड़ी कंपनियां इसका प्रयोग पेमेंट के लिए करती हैं। अभी तक आप Bitcoin Kya Hai यह तो जान ही गये होंगें, आइये अब समझते हैं क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency kya hai ) क्या है ?

क्रिप्टोकरेंसी क्या है ?: ( Cryptocurrency kya hai )

क्रिप्टोकरेंसी या क्रिप्टो एक डिजिटल करेंसी को कहते हैं जो करेंसी ओनर बिटकॉइन के लाभ के खाते मे डिजिटल रूप मे जमा रहती है।

बिटकॉइन जैसी अन्य करेंसी जैसे ईथरम, लाईटकॉइन, नेमकॉइन, रेड कॉइन, सिया कॉइन, डागीकॉइन सभी क्रिप्टोकरेंसी ही हैं। डागीकॉइन को जाने माने बिजनेसमेन एलन मस्क ने बनाया है। ये सभी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के बाद ही आयी है, बिटकॉइन की कीमतों मे पिछले कुछ दिनों मे अभूतपूर्व उछाल देखने को मिला है।

बिटकॉइन की शुरुआत : ( Start of Bitcoin )

बिटकॉइन को वर्ष 2008 मे Satoshi Nakamoto नाम के जापानी ब्यक्ति ने बनाया था। बिटकॉइन मे सबसे छोटी यूनिट को Satoshi कहा जाता है। जैसे एक रूपये मे 100 पैसे होते हैं उसी प्रकार एक बिटकॉइन मे 10 करोड़ Satoshi होते हैं।

1 बिटकॉइन – 10,00,00,000 सतोशी

बिटकॉइन पर अमेरिकन Coin Base नामक कंपनी जो US Stock Exchange नास्डेक मे लिस्टेड है, का नियंत्रण है। अगर सीधे शब्दों मे कहा जाये Coin Base नामक कंपनी Coinbase.com बिटकॉइन खरीदती और बेचती है। इसकी स्थापना Brain Armstrong वर्ष 2012 मे की थी।

बिटकॉइन का प्रयोग : ( Uses of Bitcoin )

कई बडी बडी कंपनियां माइक्रोसॉफ्ट,टेसला, एनजीओ, डेवलपर इसका प्रयोग पेमेंट करने के लिये करते हैं। लेकिन आजकल लोगों ने इसे निवेश का जरिया बना लिया है। इसकी बढती कीमतों की वजह से इसमें लोगों की रूचि बढी हैं। पिछले कुछ समय से इसकी कीमतों मे बेहताशा उछाल आया है जिससे लोग इसमे निवेश करके अधिक धन कमाना चाहते हैं। बिटकॉइन बहुत सीमित मात्रा मे बाजार मे हैं और इसकी कीमतों मे बृद्धि की वजह भी यहीं है। बिटकॉइन हाईली वोलेटाइल है, इसकी कीमतों मे एक ही दिन मे तीस से चालीस प्रतिशत तक की गिरावट भी दर्ज की गई है।

बिटकॉइन कमाने के तरीके :

1. आप सीधे तौर पर एक बिटकॉइन को लगभग 35.57 लाख देकर खरीद सकते है। जाहिर तौर पर इतनी बडी रकम सभी के पास नहीं होती है। इसके लिये आप बिटकॉइन की सबसे छोटी यूनिट सतोशी खरीद सकते है।

2. आप अगर बिजनेसमैन है तब अपने पेमेंट का भुगतान बिटकॉइन के रूप मे ले सकते हैं।

बिटकॉइन कैसे खरीदें : ( How to Purchase Bitcoin)

भारत मे बिटकॉइन कई प्लेटफार्म जैसे Zebpay, UnoCoin, CoinSecure से खरीदा जा सकता है। यहां पर अपने पैन नम्बर के जरिये अपनी आईडेंटिटी वेरीफाई करवानी होती है। एक बार वैरीफिकेशन प्रोसेस कम्पलीट होने के बाद आप बिटकॉइन खरीद सकते है।

बिटकॉइन की आलोचना : (Criticism of Bitcoin)

  • एक ओर जहां बिटकॉइन कीमतों मे रिकॉर्ड उछाल देखने को मिलता है वहीं 20- 30% तक की गिरावट भी देखी जा सकती है। यह हाईली वोलेटाइल है। आज इसमे निवेश करके एक साल बाद मुनाफे के बारे मे आप दावे के साथ कुछ भी नहीं कह सकते है। इसकी कीमतों मे भारी उतार चढाव देखने को मिलता है। अपनी गाढी कमाई को इसमे निवेश करने से पहले अच्छी तरह बिटकॉइन के लाभ सोच विचार कर लें।
  • चूंकि इस पर कि सी एजेंसी का नियंत्रण नहीं है अतः इसका प्रयोग ड्रग्स, तस्करी, और अन्य अनुचित गतिविधियों के लेनदेन मे सो सकता है।
  • आप अगर बैंक के जरिये आनलाईन कोई ट्रांजेक्शन करते हैं, कुछ भी खरीदते, बेचते, या निवेश करते है सरकार को टैक्स के रूप मे कुछ राशि का भुगतान भी करते है। बिटकॉइन के जरिये पेमेंट या निवेश मे किसी भी प्रकार की कोई अतिरिक्त राशि का भुगतान नहीं किया जाता है।
  • पिछले समय की तुलना मे आजकल हैकर्स का खतरा बहुत ज्यादा बढ गया है किसी भी वजह से यदि आपका अकाउंट हैक हो जाता है और आपके अकाउंट से आपका पैसा निकल जाता है उस परिस्थिति मे आप कहीं भी अपील नहीं कर पायेंगे।

बिटकॉइन के फायदे : ( Bitcoin ke Fayade )

  • बिटकॉइन के द्वारा विश्व मे कहीं भी किसी को पेमेंट की जा सकता है।
  • इसमें कोई मिडल एजेंसी न होने के कारण कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लगता है।
  • इसमे अकाउंट को ब्लॉक नहीं किया जा सकता है।

बिटकॉइन की कीमत / बिटकॉइन का आज का रेट : ( Bitcoin Price)

अगर आप भारत मे आज बिटकॉइन की कीमत की बात करें तो, 1 बिटकॉइन = 35,57,047.06. INR है।

दोस्तों आपको हमारा यह आर्टिकल Bitcoin kya hota hai / Bitcoin kya hai in hindi पढ़ा। यह जानकारी आपको कैसी लगी। कमेंट मे जरूर बतायें।

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