वायदा का उपयोग करके व्यापार कैसे करें

क्या है डिजिटल करेंसी या डिजिटल मुद्रा

क्या है डिजिटल करेंसी या डिजिटल मुद्रा
हम सब डिजिटल युग में जी रहे है। डिजिटल टेक्नोलॉजी का प्रयोग दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। कोविड आने के कारण लोगो की ज़िंदगी में बहुत से बदलाव आए है जैसे लोग अब डिजीटल ट्रांजेक्शन ज्यादा कर रहे है। लोगो का झुकाव अब डिजीटल मुद्रा (Digital Currency) और क्रिप्टो के तरफ हो रहा है। डिजिटल मुद्राओं को लेकर पूरी दुनिया में दिवानगी बढ गई है। भारत सरकार भी डिजीटल मुद्रा का देशी संस्करण इसी बीत बर्ष में लाने की तैयारी कर रही है। भारत सरकार डिजीटल मुद्रा को डिजिटल रुपया के नाम से जारी करने का प्लान बना रही है। आइए जानते है डिजीटल रुपया क्या है?

What is Digital Currency in Hindi | Meaning, Merits & Demerits

डिजिटल मुद्रा एक form of currency है जो केवल डिजिटल या इलेक्ट्रॉनिक रूप में उपलब्ध है। इसका उपयोग इंटरनेट पर व्यापार के लिए किया जाता है। इसे डिजिटल मनी, इलेक्ट्रॉनिक मनी, इलेक्ट्रॉनिक करेंसी या साइबरकैश के नाम से में भी जाना जाता है।

डिजिटल करेंसी एक ऐसा मुद्रा है जिसे आप online मोबाईल या कंप्युटर के मदत से इस्तेमाल कर सकते है क्योंकि यह करेंसी सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक रूप में होता है।

डिजिटल क्या है डिजिटल करेंसी या डिजिटल मुद्रा मुद्राएं currency trading करने का सबसे सस्ता तरीका है क्योंकि उन्हें बिचौलियों की जरूरत नहीं होती है।

सारे cryptocurrency डिजिटल करेंसी है, लेकिन सारे डिजिटल करेंसी cryptocurrency नहीं है।

डिजिटल करेंसी की कई फ़ायदों में से एक यह है की आप बिना कीसी परेशानी के डिजिटल करेंसी को transfer कर सकते है, जिस कारण से लेन-देन का लागत कम किया जा सकता है।

डिजिटल करेंसी को समझें | Understanding Digital Currency

दोस्तों, डिजिटल करेंसी को समझने का सबसे आसान तरीका यह है की जिस करेंसी को आप सिर्फ अपने मोबाईल या कंप्युटर के मदत से इस्तेमाल कर सकते है वो डिजिटल करेंसी है। उदाहरण के लिए-

मान लीजिए आपके बैंक अकाउंट में ₹10,000 balance है।

#Condition 1. जब आप ATM या बैंक के ब्रांच में जाकर इन पैसों को अपने बैंक अकाउंट से निकलते है तो ये पैसे आपको करेंसी नोट या सिक्कों के रूप में मिलता है|

#Condition 2. वहीं यदि आप अपना बैंक balance अपने ATM कार्ड, नेट-बैंकिंग या मोबाईल बैंकिंग जैसी सुविधाओं की मदत से चेक करते है तो आपके बैंक का balance नम्बर में दिखता है।

दरअसल दोनों condition में ये करेंसी है। पहले condition में आप अपने पैसों को अपने हातों से छु सकते है, काही पर रखना चाहे तो रख भी सकते है।

डिजिटल करेंसी के प्रकार | Types of Digital Currencies

दोस्तों, डिजिटल करेंसी एक बहुत क्या है डिजिटल करेंसी या डिजिटल मुद्रा बड़ा शब्द है, जिसके मदत से हम कई तरह की currencies के बारे में जानेंगे जो इलेक्ट्रॉनिक छेत्र में मौजूद है। आम तौर पर डिजिटल करेंसी के तीन प्रकार है:

1. वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency)

2. क्रिप्टोकरेंसी (CryptoCurrency)

3. सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (Central Bank Digital Currency- CBDCs)

वर्चुअल करेंसी

Virtual Currency एक डिजिटल करेंसी है जिसका इस्तेमाल किसी खास नेटवर्क के अंदर किया जाता है। ऐसे करेंसी का इस्तेमाल आज-कल के मोबाईल games में होता है।

उदाहरण के लिए, सभी फ़ार्मविले (FarmVille Game) खिलाड़ी फ़ार्मविले गेम में वर्चुअल मनी कॉइन का इस्तेमाल करते हैं जिसके साथ वे अपने खेत के लिए चीज़ें खरीद सकते हैं।

डिजिटल करेंसी के फायदे | Advantages of Digital Currency

  • कम लेनदेन लागत
  • तेज़ लेन-देन
  • ब्लॉकचेन तकनीक से सुरक्षित
  • लेन-देन के लिए कोई तीसरे पक्ष की भागीदारी नहीं
  • पीयर-टू-पीयर लेनदेन
  • हर एक लेन-देन अलग और गोपनीय होती है
  • व्यापारियों के लिए सुरक्षित
  • आकार में बदलने की क्षमता
  • साइबर सुरक्षा के मुद्दे
  • मूल्य की अस्थिरता
  • नियमों पर कोई नियंत्रण नहीं

डिजिटल मुद्रा : आज की आवश्यकता

बीते एक दशक में एथरियम और बिटकॉइन जैसी डिजिटल मुद्राओं या क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती लोकप्रियता ने विश्व भर के अधिकांश केंद्रीय बैंकों को उनके द्वारा नियंत्रित डिजिटल मुद्रा लॉन्च करने पर गंभीरता से विचार करने के लिये मजबूर कर दिया है, जो कि कैशलेस सोसाइटी के लक्ष्य को बढ़ावा देने के साथ-साथ अर्थव्यवस्था में डिजिटल मुद्रा की कमियों को दूर करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण साबित होगी। इस संदर्भ में यूरोपीय केंद्रीय बैंक ने यूरोपीय संघ के लिये 'सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी’ यानी केंद्र बैंक द्वारा जारी डिजिटल मुद्रा के मूल्यांकन का इरादा व्यक्त किया है। ज्ञात हो कि वर्ष 2018 में भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्तीय संस्थाओं को किसी भी प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े लेन-देनों को सुविधा न प्रदान करने का निर्देश दिया था।

हालाँकि बीते दिनों रिजर्व बैंक ने संकेत दिया था कि वह सरकार समर्थित डिजिटल मुद्रा (क्रिप्टोकरेंसी) विकसित करने की व्यवहार्यता का अध्ययन कर रहा है। विश्व भर में आज ऐसे तमाम देश हैं, जो सरकार द्वारा समर्थित डिजिटल मुद्रा की संभावना की तलाश कर रहे हैं, जिसमें चीन और अमेरिका जैसे बड़े देश भी शामिल हैं, ऐसे में भारत को डिजिटल मुद्रा विकसित करने हेतु प्रतिस्पद्र्धा में पीछे नहीं रहना चाहिये और जल्द-से-जल्द इस प्रकार की संभावनाओं की तलाश करनी चाहिये।

What is Central Bank Digital currency (CBDC क्या है?)

सीबीडीसी (CBDC) का फुल फार्म सेंट्रल बैंक ऑफ डिजीटल करेंसी) होता है। CBDC किसी देश के केंद्रीय बैंक द्वारा डिजिटल रूप में जारी किया जाने वाला डिजीटल मुद्रा है। इसे डिजीटल फिएट करेंसी या डिजीटल बेस मनी भी कहा जाता है। यह फिएट मुद्रा की तरह है और इसके माध्यम से लेनदेन किया जा सकता है।

CBDC एक केंद्रीय बैंक जारी डिजिटल या वर्चुअल करेंसी है, जिसकी तुलना प्राइवेट वर्चुअल करेंसी या क्रिप्टो करेंसी से नहीं की जा सकती है।

Image Source – Freepik

Crypto Currency (क्रिप्टो करेंसी)

पिछले क्या है डिजिटल करेंसी या डिजिटल मुद्रा एक दशक में प्राइवेट डिजीटल करेंसी या वर्चुअल करेंसी जैसे क्रिप्टो, बिटकॉइन का चलन काफी तेजी से बढ़ा है। प्राइवेट डिजिटल करेंसी किसी भी व्यक्ति की देनदारियों का प्रतिनिधित्व नहीं करती हैं क्योंकि उनका कोई जारीकर्ता नहीं है जबकि सीबीडीसी किसी देश के केंद्रीय बैंक द्वारा जारी किया जाता है। प्राईवेट करेंसी जैसे क्रिप्टो, बिटकॉइन निश्चित रूप से करेंसी नहीं हैं। इससे राष्ट्रीय सुरक्षा और वित्तीय स्थिरता भी प्रभावित हो सकता हैं,इसी लिए RBI इसका विरोध कर रहा है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी ने 2022-23 के बजट भाषण में कहा CBDC की शुरुआत से डिजिटल अर्थव्यवस्था को बड़ा बढ़ावा मिलेगा। उनका कहना है कि “डिजिटल करेंसी से एक अधिक दक्ष तथा सस्ती करेंसी प्रबंधन व्यवस्था वजूद में आएगी। डिजिटल करेंसी ब्लॉक चेन और अन्य टेक्नोलॉजी का उपयोग करेगी”।

आसान शब्दों में कहें तो सीबीडीसी एक वाणिज्यिक बैंक के बजाय एक केंद्रीय बैंक यानी RBI द्वारा जारी एक डिजिटल मुद्रा होगा।

Tax on Digital currency or virtual currency in India (डिजीटल करेंसी या वर्चुअल करेंसी पर टैक्स)

प्राईवेट वर्चुअल करेंसी या प्राईवेट डिजिटल करेंसी (जैसे क्रिप्टो करंसी) से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स लगेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी पर विचार-विमर्श शुरु किया गया है और जो निस्कर्ष आएगा उसके बाद हम इस पर कायदे-कानून बनाने पर विचार करेंगे।

बितमंत्री ने क्रिप्टोकरेंसी और अन्य प्राइवेट डिजिटल Assets पर टैक्सेशन को स्पष्ट किया। उन्होंने प्राइवेट डिजिटल करेंसी के लेनदेन से होने वाली कमाई पर 30 प्रतिशत टैक्स लगाने की घोषणा की है। डिजीटल एसेट को कर के दायरे में लाने के लिये इस संपत्ति की श्रेणी में एक सीमा से अधिक के लेन-देन पर एक प्रतिशत टीडीएस लगाने का भी प्रस्ताव किया गया है।

क्या आप क्रिप्टो ट्रेडिंग (Crypto Trading) में नए हैं? कहां से करें शुरुआत और क्या हर कोई कर सकता है ट्रेडिंग? आइए जान लेते हैं

Are you new to Crypto Trading Where to start and can everyone do trading let's find out | क्या आप क्रिप्टो ट्रेडिंग (Crypto Trading) में नए हैं? कहां से करें शुरुआत और क्या हर कोई कर सकता है ट्रेडिंग? आइए जान लेते हैं

Highlights क्रिप्टो करेंसी ने पिछले कुछ वर्षों में काफी तेजी से ग्रो की है। ऐसे में जिन लोगों ने धैर्य से काम लिया है आज वे करोड़पति बन गए है। आज की तारीख में क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करना बहुत ही आसान बन गया है।

Crypto: वर्ष 2010 में 10000 रूपए की मूल्य के Crypto currency आज की तारीख में लगभग 66 करोड़ रूपए के हो गए हैं उस समय जिन्होंने धैर्य के साथ विश्वास करके invest बनाए रखा वो सभी आज करोड़पति बन गए।

क्या ये Digital Currency आम लोगों के लिए नहीं है?

बताते चलें की आम लोग RBI के पहले से इजाजत दिए गए e- Wallet का इस्तेमाल कर रहे हैं. लेकिन

Wholesale में e- Wallet से काम नहीं हो पा रहा है, जिसके लिए इस प्रोजेक्ट को लाया गया है. जैसे शादी की

Shopping में होने वाले मोटे खर्च, मंडी में होने वाला खर्च इत्यादि, अब ये सब आसान हो जाएगा.

Currency Note क्या खत्म हो जाएंगे?

बता दें की नहीं, ऐसा नहीं होगा. लेकिन इससे सुविधा हो जाएगी. अभी आपके नोट फट जाएं या चोरी हो जाएं तो

दिक्कत होगी. लेकिन Digital Currency में ये सब परेशानी नहीं होगी. Travel करते समय कोई Tension

नही होगी. अभी दो लाख -पांच लाख Transfer करने में मुश्किल आती है. जो अब आसान हो जाएगा।

कैश ट्रांसफर (Cash Transfer) को अपग्रेड करने का भी प्रयास किया जा रहा है।

Net Banking से कैसे अलग है?

बता दें Net Banking में पेमेंट चार्ज भी लगता है, इसमें कैश-टू-कैश ट्रांजैक्शन होगा. कोई चार्ज नहीं देना होगा।

RBI ने देखा होगा कि किस क्या है डिजिटल करेंसी या डिजिटल मुद्रा बैक का डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर बहुत मजबूत है, किसकी Cyber Security मजबूत है,

किसकी पहुंच कितनी है- जैसे मापदंप RBI ने देखे होंगे और उन्हें ही इस Project का हिस्सा बनाया होगा।

रेटिंग: 4.76
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 72
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *