Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे

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वह बताते हैं कि निवेश के तरीके बदलने के साथ अब कोई प्रॉपर्टी खरीदने के लिए बड़ी पूंजी की जरूरत भी नहीं है। आपके पास जितनी पूंजी है, उससे ही रियल एस्टेट में निवेश कर सकते हैं सीधे रियल एस्टेट में निवेश के बजाय अप्रत्यक्ष तरीके से पैसे लगाकर अधिक लिक्विडिटी का भी फायदा पा सकते हैं।
जानिए नए साल में कहां करें निवेश, जिससे आने वाले सालों में पैसा हो सकता है डबल
जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटेगी निवेश से मिलने वाले रिटर्न भी बेहतर होते जाएंगे. जैसे कि पिछले कुछ महीनों के दौरान शेयर बाजार ने जोरदार कमबैक किया है, इससे निवेशकों के नुकसान की काफी भरपाई हुई है. कई शेयर ऐसे हैं जिन्होंने कई गुना रिटर्न दिया है. इसी प्रकार म्यूचुअल फंड के रिटर्न भी काफी अच्छे हुए हैं.
By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 01 Jan 2021 02:58 PM (IST)
साल 2020 लगभग-लगभग पूरी दुनिया के लिए कष्टकारी रहा. कोरोना वायरस नाम की जानलेवा बीमारी ने इस कदर तबाही मचाई की इसकी चपेट में आकर लाखों लोगों की मौत हो गई, कई देशों की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई, लोगों की नौकरियां छूट गई. ऐसे में बीते साल की दुखदायी यादों को भुलाकर साल 2021 से हर कोई उम्मीद लगाए है कि ये साल उनके लिए नई खुशियां लाएगा. देश की अर्थव्यवस्था सुधरेगी और हालात बेहतर होंगे.
गौरतलब है कि जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटेगी Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे निवेश से मिलने वाले रिटर्न भी बेहतर होते जाएंगे. जैसे कि पिछले कुछ महीनों के दौरान शेयर बाजार ने जोरदार कमबैक किया है, इससे निवेशकों के नुकसान की काफी भरपाई हुई है. कई शेयर ऐसे हैं जिन्होंने कई गुना रिटर्न दिया है. इसी प्रकार म्यूचुअल फंड के रिटर्न भी काफी अच्छे हुए हैं. ऐसे में हम चाहते हैं कि नया साल आपके लिए काफी अच्छा रहे और आपकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत हो. इसीलिए हम आपको बता रहे हैं नये साल में निवेश करने के कुछ बेहतर ऑप्शंस के बारे में. इन विकल्पों में इंवेस्ट कर आपको पैसे संबंधी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा.
शेयर बाजार में कर सकते हैं निवेश
नव वर्ष में निवेश Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे करने का सबसे अच्छा विकल्प शेयर बाजार ही है. दरअसल शेयर मार्किट में इवेंस्ट करने से पैसा बहुत जल्द दोगुना हो सकता है. हालांकि यहां रिस्क भी है. इसलिए अगर आप जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं तो किसी शेयर में अपना पैसा इंवेस्ट करने से पहले किसी विशेषज्ञ, वित्तीय सलाहकार या ब्रोकिंग फर्म से सलाह ले लें. उसी के बाद चुनिंदा शेयरों में अपना पैसा इंवेस्ट करें.
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म्यूचुअल फंड(इक्विटी) में कर सकते हैं पैसा निवेश
बता दें कि म्यूचुअल फंड की आमतौर पर दो कैटेगिरी ही हैं. डेब्ट और इक्विटी. इक्विटी स्कीम में पैसा शेयर मार्किट में ही इंवेस्ट किया जाता है. इस वजह से यहां से अच्छा-खासा रिटर्न मिलने की उम्मीद रहती है. उदाहरण के तौर पर इस साल 70 फीसदी तक रिटर्न देने वाली स्कीम इक्विटी की ही है. हालांकि इस स्कीम में निवेश करने से पहले उसकी रेटिंग देखनी जरूरी होती है.
जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं तो डेब्ट फंड में करें निवेश
म्यूचुअल फंड की डेब्ट स्कीम कम जोखिम भरी होती है. यहां आप अपना पैसा डेब्ट उपकरणों ( बॉन्ड या सरकारी प्रतिभूति) में निवेश कर सकते हैं. यहां रिटर्न मिलना निश्चित रहता है, साथ ही आपका पैसा भी सुरक्षित रहता है. इसलिए नववर्ष पर निवेश की प्लानिंग कर रहे लोगों के लिए डेब्ट स्कीम काफी बेहतर ऑप्शन है.
गोल्ड में निवेश रहेगा फायदे का सौदा
अगस्त 2020 में सोना रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था जिसके बाद सोने की चमक फीकी भी रही. लेकिन इस साल गोल्ड का रिटर्न काफी अच्छा रहा है. एक्सपर्ट्स की माने तो आने वाले समय में सोने के भाव ऊपर जा सकते हैं. सरकार की सॉरवेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के जरिए आप इलेक्ट्रॉनिक रूप में सोना खरीद सकते हैं. गोल्ड बॉन्ड को ऑनलाइन खरीदा जा सकता है. वहीं चुनिंदा बैंकों और डाकघरों से भी इन्हें खरीदा जा सकता है.
एफडी की ब्याज दर बढ़ने की है संभावना
बता दें कि साल 2020 में Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे एफडी का इंटरेस्ट रेट कम था हालांकि यह अब भी इंवेस्टमेंट के लिहाज से सेफ ऑप्शन है. एफडी पर 6-7 फीसदी तक ब्याज मिलेगा. वरिष्ठों के मामले में ये 8-9 फीसदी तक है. वहीं साल 2021 में एफडी ब्याज दरों में वृद्धि की पूरी संभावना है. ऐसे में आप अपना पैसा एफडी में निवेश कर सकते हैं.
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में करें निवेश
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट या राष्ट्रीय बचत पत्र एक लंबे समय के निवेश का माध्यम है. यह किसी भी डाकघर से खरीदा जा सकता है. गौरतलब है कि इसे भारत सरकार की डाकघर योजना के तहत जारी किया गया है. इसमें फिक्स्ड रिटर्न के अलावा टैक्स में भी छूट मिलती है. इसमें निवेश की राशि की भी कोई सीमा नहीं है. आप 100 रूपये के न्यूनतम निवेश से भी शुरुआत कर सकते हैं. फिलहाल नेशनल सेविंग सर्टिफिकेश पर 6.8 फीसदी ब्याज दर मिल रही है.
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम है निवेश का बढ़िया ऑप्शन
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट में 1, 2, 3, और 5 साल की अवधि के लिए पैसा डिपॉजिट किया जा सकता है. इस स्कीम में कोई भी व्यक्ति खाता खुलवा सकता है. ज्वाइंट अकाउंट खुलवाने के अलावा 10 वर्ष से ज्यादा उम्र के बच्चो के लिए भी यह अकाउंट खुलवाया जा सकता है. इस स्कीम के तहत पैसा इंवेस्ट करने से टैक्स में छूट मिलती है. वर्तमान में इस अकाउंट में पैसा जमा करने पर राशि पर 6.6 फीसदी ब्याज मिल रहा है. हर तीन महीने में सरकार द्वारा इस स्कीम पर ब्याज दर तय की जाती है.
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Published at : 01 Jan 2021 02:58 PM (IST) Tags: investment in 2021 new year investment plan top investment option for 2021 हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
स्मार्ट इन्वेस्टमेंट 8 टिप्स हिंदी में :
निवेश के बारे में तो सब बात करते हैं लेकिन निवेश किस तरह करना चाहिये ? निवेश किसमे करना चाहियें ? इसके बारे में काफी कम लोगों को हि जानकारी होती हैं.
गलत जगह निवेश करने से आपको भारी नुक़सान भी हो सकता है, इसलिये हम इस आर्टिकल में आपको बताने जा रहे हैं Smart Investment कैसे करें ? Smart Investment करने के कौन कौन से Tips है यह हम आज देखेंगे तो यह पोस्ट को आखिर तक पढ़े.
8 TIPS for SMART INVESTMENT
1. ज्यादा लालच ना करें
अगर आप किसी भी चींज में इन्वेस्टमेंट करते हो तो उसे थोड़ा बहुत अगर आप समय देते हो तो आपको लाभ मिलना निश्चित होता हैं.
लेकिन अगर आपके Analysis करके जो अंदाज लगाया था उससे ज्यादा भी अगर आपको रिटर्न्स मिल रहें हैं तो आप जितना मिला है उतना पहले Profit Book करले, ज्यादा लालच भी बहुत बार नूकसान का कारण बनती हैं.
क्योंकि कोई चीज ज्यादा तेजी से बढ़ती है तो वह तेजी से गिरने कि भी उतनी ही संभावना होती है इसलिये निवेश करें लेकिन ज्यादा लालच आपको नुकसान देह हो सकता हैं.
2. निवेश लाॅग टर्म में ज्यादा अच्छा होता हैं
कई लोगों में पेशंस कि बहुत कमी होती हैं,वो आज इन्वेस्ट करेंगे और दो चार दिन बात कहेंगे कि रिटर्न्स नहीं मिल रहे इसे निवेश नहीं जुआ बोलते हैं. आजतक का इतिहास देखा जाये तो लंबे निवेश में हि ज्यादा लाभ होता है और कम में नुकसान इसलिये Long Term Investment कि सोचे ना की जल्दी में.
अगर आप Wipro Share और MRP Share जैसे शेअर में अगर आप ४०-५० साल पहले अगर इन्वेस्टमेंट करके रखते तो आपको अब कुछ करने की भी जरुरत नहीं पड़ती इतने प्रतिशत कई शेअरों ने रिटर्न कमाके दिया हैं. इसलिये हमेशा लंबा नज़रिया रखें.
3. अभावों पर ध्यान बिल्कुल ना दें
कई बार हम किसी की सुनके या तो किसको देखकर Investment करने का मन बनाते हैं इससे हमको नुकसान होता है लेकिन अगर आप सही तरिके से यानी Smart Investment करते हैं तो आपको जल्द ही Financial Freedom भी मिल जायेंगे और आपको कभी पैसे के लिये काम नहीं करना पड़ेगा, पैसा आपके लिये काम करेगा.
रोज हम कोई ना कोई न्युज देखते हैं, किसी कि टिप्स को फोलो करके गलती करते हैं तो ऐसा बिल्कुल ना करें. कहीं भी पैसे लगाये चाहे वो सोना-चांदी हो, शेअर मार्केट हो, या म्युचुअल फंड या फिर CryptoCurrency हो.
अपने खुदकी Technical , Fundamental Analysis करें, किसी Expert कि राय ले, और फिर भी अपना पैसा लगाये यही Smart Investment होगा.
4. एक ही जगह सारे अंडे ना रखें
इसका मतलब हैं कि किसी एक जगह ही अपनी सारी कमाई ना डाले उसे बॅलेन्स करने कि कोशिश करें. समझे आपके पास Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे 100 रुपयें है निवेश करने के लिये तो आप उसमे से फिक्स्ड डिपॉजिट में लगाते, थोड़ा म्युचुअल फंड में, थोड़ा शेअर मार्केट में , थोड़ा सोने में निवेश, असेट्स में थोड़ा क्रिप्टोकरेंसी में ऐसे करके आप उसका सही तरिके बैलन्स करेंगे तो आपको नुकसान तो कभी भी नहीं होगा, इसका कारण यह हैं कि अगर स्टाॅक मार्केट गिरता है तो ज्यादातर देखा गया हैं सोने कि किमते बढ़ती हैं.
अगर आपको बैंक से ज्यादा यानी एफडी से ज्यादा रिटर्न चाहिये और आपको अगर Risk भी नहीं चाहिये तो आप डेप्थ फंड के साथ जा सकते हैं, इसी तरह आपके रिस्क अनुसार अलग अलग जगह अलग-अलग प्रतिशत निवेश करें इससे आपको नुकसान होने के चांसेज ना के बराबर रहेगा.
5. Warren Buffett कि स्टॅटर्जी अपनायें
वारेन बफेट ने अपने बुक में लिखा है कि लोग ज्यादा डर रहे हो तो आप ग्रिडी हो जाओ और लोग ज्यादा ग्रिडी हो तो आप डर जावों इसमे उन्होंने एक Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे अपने फंडे को बताया है जो कई लोगों को मालुम नहीं होगा जब स्टाॅक मार्केट अपने Peak Point से 15 से 20 प्रतिशत गिरेगा तब स्माल कॅप के शेअरो में या small और Mid Cap Mutual Funds को खरिदो यानी जब लोग डरे हुयें हो तब और जब ज्यादा उपर हो तब small और Mid कैप शेअर अथवा mid Cap mutual को बेचकर Large Cap Stocks या Large Cap Mutual Fund में शिफ्ट हो जाओ.
यही वारेन बफेटजी के इन्वेस्टमेंट का बेसिक और आसान फंडा हैं जो की आज भी काम करता है और आगे भी करता रहेगा.
6. टर्म इंश्योरेन्स और हेल्थ इंश्योरेंस भी है महत्वपूर्ण
सिर्फ अलग अलग जगह इन्वेस्टमेंट के साथ हमें Term Insurance और Health Insurance पर भी ध्यान देना होगा. क्योंकी अगर आप सिर्फ Life Insurance निकालते हो तो यह गलत है इसके साथ लाईफ और टर्म Insurance भी उतना ही महत्वपूर्ण हैं. आज के समय में कब कोनसा फॅमिली मेंबर बीमार पड़ जाये पता नहीं इसलिये ऐसी पैडमिक सीचवेशन में यह होना ही चाहियें.
अगर Term Insurance कि बात करे तो इसके बारे में लोग बात नहीं करते और इसकी जानकारी भी कम लोगों के पास ही होती हैं, दरसल जब हम किसी Insurance Agents के पास जाते हैं तो वह Term Insurance के बारे में कम हि बात करते हैं क्योंकी उन्हें इसमें उनका कमिशन ज्यादा नहीं मिलता इसलिये टर्म इंश्योरेन्स की ज्यादा जानकारी कोई नहीं देता लेकिन इससे आपको नहीं लेकिन आपकी फॅमिली को बड़ा कव्हर मिलता है जिसके आपको कुछ होता भी है तो आपके फॅमिली को आगे जाके कोई फायनाशियल दिक्कत नहीं आयेंगी, इसलिये Term Insurance भी Smart Investment का महत्वपूर्ण विषय हैं.
7. अपने पोर्टफोलियो को हमेशा अपडेट करें
सिर्फ इन्वेस्टमेंट करना ही नहीं बल्की पोर्टफोलियो को उस वक्त के हिसाब से और फ्युचर के नजरिये से हर वक्त अपडेट रखना भी महत्वपूर्ण हैं, अब पहले Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे जैसा नहीं रहा कि एक बार निवेश करो और भुल जावों, आज कल क्रिप्टोकरेंसी जैसी नई चीज बैंक एफडी के से तुलना करें तो सौ साल में बैंक एफडी ने मुनाफा नहीं दिया उतना बिटकॉइन, एथेरियम जैसे क्रिप्टोकरेंसी ने रिटर्न्स दिये हैं इसलियें हम वक्त के साथ साथ अपडेट रहना पड़ेगा नाकी पुराने खयालात को चालु रखना हैं.
8. निवेश कहा करना है इसके महत्त्वपूर्ण है कहा नहीं करना हैं
आपको समाज में कई सारे उदाहरण मिलेंगे जो की गलत निवेशकारणो से उन्हें सालों साल भुगतना पड़ा हैं, जी हां कई बार ज्यादा लाभ के चक्कर में लोग गलत जगह इन्वेस्टमेंट करते हैं और अचानक एक दिन में सब डुब जाता हैं ऐसे किसी भी जल्दी पैसे कमाने के स्किम पर विश्वास ना करें भले ही रिटर्नस थोड़े कम मिले लेकिन सोच समझ कर ही Investment करें क्योंकि आपको निवेश से पैसा बनाना हैं ना की गवाना हैं.
अगर आप इन्वेस्टमेंट के बारे में ज्यादा जानना चाहते हैं तो आप हमारे इन्वेस्टमेंट / शेअर मार्केट पर ६ अच्छी किताबें यह आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं इससे आपको सही इन्वेस्टमेंट यानी Smart Investment क्या होती है इसके बारे सही जानकारी मिलेगी.
आपको यह आर्टिकल कैसा लगा अगर अच्छा लगा हो या उपयोगी लगा हो तो अपने मित्रों से जरुर साझा करें और कुछ सवाल और सुझाव हो तो हमें अवश्य लिखें.
Types of Investment In Hindi | इन्वेस्टमेंट क्या है? निवेश के प्रकार, निवेश कहा करे
हम म्यूच्यूअल फंड, शेयर बाजार में इन्वेस्ट तो करते है लेकिन इनके अलावा भी निवेश करने के बहुत से तरीके है जैसे की, bond, gold, घर, दुकान, जमीन जैसे चीजों में भी हम इन्वेस्ट या निवेश कर सकते है और अच्छा लाभ पा सकते है। तो दोस्तों हमने निचे इनसे जुडी बहुत महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है जिससे आपको investment प्रति काफी इनफार्मेशन मिल सकती है।
Table of Contents
What Is Investment in Hindi – इन्वेस्टमेंट क्या है?
Investment, निवेश या विनियोग का मतलब है, कि एक परिसंपत्ति खरीदी जाती है या उस पैसे को बैंक में भविष्य में ब्याज प्राप्त करने के लिए रखा जाता है। निवेश/विनियोग एक कंपनी के शेयरों को खरीदने में शेयरधारक द्वारा खर्च की गई कुल राशि भी हो सकती है, याने प्रबंधन विज्ञान में इन्वेस्टमेंट का मतलब लंबी अवधि की बचत है।
इन्वेस्टमेंट में हम अपने पैसे को ऐसी जगह पर लगाते है, जिससे हमें भविष्य में जितने पैसे निवेश किये हैं उससे ज्यादा पैसा मिल सके। इसलिए हमने आपके लिए इन्वेस्टमेंट के बारे कुछ जानकारी, ideas और tips दी है।
Types Of Investment In Hindi – निवेश के प्रकार
1. Real Estate
इन्वेस्टमेंट के लिए Real Estate यह भी एक बहुत अच्छा पर्याय है, जहा निवेश करके आप अच्छा return पा सकते है। रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट में रिस्क बहुत कम होता है और आप इसमे निवेश करके बहुत अच्छा फायदा भी उठा सकते है।
आज घर, जमीन, बंगला, प्लाट या कोई प्रोपर्टी जैसे चीजों की कीमत बढ़ रही है, अगर हम इन चीजों में इन्वेस्ट करना चाहते है तो हमे अच्छे return की उम्मीद भी ज्यादा होती है।
2. Share Market
आप शेयर बाजार या स्टॉक मार्केट में निवेश Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे तो कर सकते है, लेकिन आपको इसमे बहुत रिस्क भी उठानी पडती है क्योंकि इसमे फायदा और नुकसान कुछ भी हो सकता है।
अगर आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते है तो आपको उस कंपनी का भागीदार माना जाता है। अगर कोई कंपनी फायदे में होती है तो उस कंपनी के शेयर के दर भी बढ़ते है और वही कंपनी घाटे में आती है तो उस कंपनी के शेयर दर भी कम होते है।
इसलिए दोस्तों आप किसी कंपनी के शेयर खरीदना चाहते है, तो उस कंपनी के बारे में पूरी और सही जानकारी लेने के बाद ही शेयर ख़रीदे। अगर आप जल्दबाजी में कोई फैसला लेते है तो आपको बहुत बड़ी कीमत चुकानी पडती है।
अगर आपको शेयर बाजार में निवेश करना ही है तो सबसे पहले शेयर बाजार के बारे में पूरी और सही जानकारी होना बहुत जरूरी है।
3. Gold (सोना)
आप तो जानते ही है की, समय के साथ साथ सोने के रेट कम-ज्यादा होता है। Gold के इन्वेस्ट में रिस्क कम होती है और इसमें इन्वेस्ट करने पर एक फायदा यह होता है जैसे की, आपको चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर यानि CAGR 9% तक मिलता है।
दोस्तों पैसा इन्वेस्ट करने के लिए गोल्ड यानि सोना यह भी एक बहुत अच्छा ऑप्शन है, जहा आप निवेश करके अच्छे लाभ पा सकते है।
4. Bond
इन्वेस्टमेंट के लिए Bond यह एक ऐसा ऑप्शन है, जहा छोटा-बड़ा कोई भी आम आदमी निवेश कर सकता है। जितने ज्यादा कालावधि तक आप bonds में इन्वेस्ट करेंगे उतना ही ज्यादा अच्छा return पा सकते है। इसलिए यह bonds एक भरोसेमंद, अच्छा और फ़ायदेमंद इन्वेस्टमेंट का प्रकार है।
5. Mutual Fund
Mutual Fund में आम आदमी से लेकर बड़े आदमी तक हर कोई निवेश कर सकता है। आप म्यूच्यूअल फंड में 500/- की राशी से भी निवेश की शुरुवात कर सकते है और अच्छा लाभ पा सकते है।
दोस्तों अगर कोई व्यक्ति म्यूच्यूअल फंड में पहली बार निवेश कर रहा है, तो उस निवेशक को अपनी आवश्यकताओं और निवेश की अवधि के अनुसार स्कीम में पैसा इन्वेस्ट करना चाहिए।
म्यूच्यूअल फंड यह उन लोगो के लिए बहुत फ़ायदेमंद रहता है, जिन्हें हर महीने की तनखा मिलती है। म्यूच्यूअल फंड में निवेश करके आप जितने ज्यादा समय तक निवेश को रखेंगे उतना ही अच्छा return मिलेगा।
आप Equity fund, Debt fund और Liquid fund जैसे म्यूच्यूअल फंड में पैसा इन्वेस्ट करके अच्छे return की उम्मीद कर सकते है।
FAQs For Investment In Hindi
लोग Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे इन्वेस्टमेंट याने निवेश इसलिए करते है, क्योकि यह इन्वेस्टमेंट पैसे को काम पर लगाने और संभावित रूप से धन की अधिक वृद्धि करने का एक प्रभावी तरीका है।
बचत निश्चित रूप से सुरक्षित है, परन्तु बचत की तुलना में कुछ ऐसे निवेश उत्पाद है जिसमे बहुत अधिक रिटर्न मिल सकता है, जैसे की Gold, Property, Bonds, Mutual Funds, Shares, इत्यादी।
टैक्स सेविंग के लिए इन्वेस्टमेंट यह अच्छा विकल्प है, जिसमे PPF, Fixed Deposits, ULIPs, ELSS, Life insurance plans, Bonds इत्यादी, यह टैक्स सेविंग के लिए सबसे अच्छे विकल्प हो सकते है।
हाँ, शेयर या स्टॉक में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है, परन्तु यह जोखिम के साथ उच्च रिटर्न निवेश विकल्प भी हैं। याने इसमे निवेश करते समय आप जो जोखिम उठाते हैं, उसके लिए आपको अधिक रिटर्न मिलता है।
तो आशा करते है की आपको, Investment in hindi, Types of investment in hindi, इन्वेस्टमेंट क्या है, इन्वेस्टमेंट के प्रकार, निवेश कहा करे, Investment tips, इत्यादी जानकारी अच्छी लगी होंगी। यदि आपको यह पोस्ट सही लगी तो हमें कॉमेंट्स करके बताये और अपने दोस्तों में जरुर शेअर करे।
कितना फायदेमंद: कैसे करें बिना प्रॉपर्टी खरीदे रियल एस्टेट में निवेश, पढ़ें पूरी रिपोर्ट
पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए आप प्रॉपर्टी में निवेश करना चाहते हैं तो सोने के बाद रियल एस्टेट अच्छा विकल्प है। इसमें लंबी अवधि के लिए निवेश फायदेमंद होता है। हालांकि, रियल्टी में निवेश के लिए प्रॉपर्टी खरीदनी जरूरी नहीं है। बिना इसके भी रियल एस्टेट में कई तरीकों से निवेश कर सकते हैं। पूरा गणित बताती कालीचरण की रिपोर्ट.
लंबी अवधि के लिए पैसा लगाना हमेशा फायदेमंद
ईआईएफएल सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (रिसर्च) अनुज गुप्ता का कहना है कि अगर कोई अपने आ पोटॅफोलियो में विविधता लाने के लिए प्रॉपर्टी में निवेश करना चाहता है तो सोने के बाद रियल एस्टेट अच्छा विकल्प बन सकता है। इसमें सीधे निवेश या प्रॉपर्टी में पैसा लगाना लंबी अवधि के लिए फायदेमंद है। रियल एस्टेट में निवेश करने के कई विकल्प हैं सीधे प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं या फिर इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड खरीदकर प्रॉपर्टी में अप्रत्यक्ष निवेश कर सकते हैं। रियल एस्टेट म्यूचुअल फंड्स, रीट और फ्रैक्शनल रियल एस्टेट आदि के जरिये भी इस क्षेत्र में पैसे लगा सकते हैं।
- वह बताते हैं कि निवेश के तरीके बदलने के साथ अब कोई प्रॉपर्टी खरीदने के लिए बड़ी पूंजी की जरूरत भी नहीं है। आपके पास जितनी पूंजी है, उससे ही रियल एस्टेट Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे में निवेश कर सकते हैं सीधे रियल एस्टेट में निवेश के बजाय अप्रत्यक्ष तरीके से पैसे लगाकर अधिक लिक्विडिटी का भी फायदा पा सकते हैं।
- इस समय आवासीय प्रॉपर्टी से किराये के रूप में कमाई कम हो रही है, लेकिन वाणिज्यिक प्रॉपर्टी से आमदनी ठीक है। अप्रत्यक्ष रूप से रियल एस्टेट में निवेश से इसका फायदा उठा सकते हैं।
रीट: इक्विटी की तरह खरीद बिक्री
रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (रीट) रियल एस्टेट में निवेश का आकर्षक विकल्प है। इसके जरिये निवेशकों से पैसे जुटाकर निवेश होता है। इसमें निवेशकों को उसी अनुपात में यूनिट मिलते हैं, जो एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होते हैं। इनकी खरीद-बिक्री इक्विटी शेयरों जैसी होती है। रीट एक्सचेंज ट्रेडेड फंड की तरह है, जिसका पैसा कई हिस्सों में बांटकर रियल एस्टेट में लगाया जाता है। इसकी 90 फीसदी करयोग्य कमाई को निवेशकों के बीच डिविडेंड के रूप में बांटा जाता है। कमाई मालिकाना हक वाली प्रॉपर्टी से मिलने वाले किराये और कुछ हद तक दाम बढ़ने से होती है। इसमें आप एक यूनिट भी खरीद सकते हैं।
म्यूचुअफ फंड: देश के बाहर भी निवेश
म्यूचुअल फंड- ऑफ-फंड्स के पैसे एशिया-प्रशांत क्षेत्र में रीट में निवेश होता है। इसके पैसे अधिकत्तर सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया के रियल एस्टेट में लगाए जाते हैं। इसका मतलब है कि निवेशकों को देश के बाहर भी रीट मार्केट में निवेश का मौका मिलता है, जो अधिक विकसित है।
फ्रैक्शनल रियल एस्टेट पूंजी की रहती है समस्या
फ्रैक्शनल रीयल एस्टेट (एफआरई) असंगठित स्ट्रक्चर है। इसमें रियल एस्टेट कारोबार या सर्विसेज की कंपनी कई निवेशकों से लीगल दस्तावेजों के जरिये पैसे जुटाकर किसी संपत्ति में निवेश करती है। यह रीट की तरह है, लेकिन दोनों में अंतर है कि एफआरई के तहत एक्सचेंज पर यूनिट सूचीबद्ध नहीं होते। इसमें लिक्विडिटी की समस्या आती है। हालांकि, इसमें प्रॉपर्टी को जानने का अधिक मौका मिलता है।
विस्तार
लंबी अवधि के लिए पैसा लगाना हमेशा फायदेमंद
ईआईएफएल सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष (रिसर्च) अनुज गुप्ता का कहना है कि अगर कोई अपने आ पोटॅफोलियो में विविधता लाने के लिए प्रॉपर्टी में निवेश करना चाहता है तो सोने के बाद रियल एस्टेट अच्छा विकल्प बन सकता है। इसमें सीधे निवेश या प्रॉपर्टी में पैसा लगाना लंबी अवधि के लिए फायदेमंद है। रियल एस्टेट में निवेश करने के कई विकल्प हैं सीधे प्रॉपर्टी खरीद सकते हैं या फिर इन्फ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड खरीदकर प्रॉपर्टी में अप्रत्यक्ष निवेश कर सकते हैं। रियल एस्टेट म्यूचुअल फंड्स, रीट और फ्रैक्शनल रियल एस्टेट आदि के जरिये भी इस क्षेत्र में पैसे लगा सकते हैं।
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वह बताते हैं कि निवेश के तरीके बदलने के साथ अब कोई प्रॉपर्टी खरीदने के लिए बड़ी पूंजी की जरूरत भी नहीं है। आपके पास जितनी पूंजी है, उससे ही रियल एस्टेट में निवेश कर सकते हैं सीधे रियल एस्टेट में निवेश के बजाय अप्रत्यक्ष तरीके से पैसे लगाकर अधिक लिक्विडिटी का भी फायदा पा सकते हैं।
रीट: इक्विटी की तरह खरीद बिक्री
रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (रीट) रियल एस्टेट में निवेश का आकर्षक विकल्प है। इसके जरिये निवेशकों से पैसे जुटाकर निवेश होता है। इसमें निवेशकों को उसी अनुपात में यूनिट मिलते हैं, जो एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होते हैं। इनकी खरीद-बिक्री इक्विटी शेयरों जैसी होती है। रीट एक्सचेंज ट्रेडेड फंड की तरह है, जिसका पैसा कई हिस्सों में बांटकर रियल एस्टेट में लगाया जाता है। इसकी 90 फीसदी करयोग्य कमाई को निवेशकों के बीच डिविडेंड के रूप में बांटा Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे जाता है। कमाई मालिकाना हक वाली प्रॉपर्टी से मिलने वाले किराये और कुछ हद तक दाम बढ़ने से होती है। इसमें आप एक यूनिट भी खरीद सकते हैं।
म्यूचुअफ फंड: देश के बाहर भी निवेश
म्यूचुअल फंड- ऑफ-फंड्स के Invesment क्या होता है और इन्वेस्टमेंट कैसे करे पैसे एशिया-प्रशांत क्षेत्र में रीट में निवेश होता है। इसके पैसे अधिकत्तर सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया के रियल एस्टेट में लगाए जाते हैं। इसका मतलब है कि निवेशकों को देश के बाहर भी रीट मार्केट में निवेश का मौका मिलता है, जो अधिक विकसित है।
फ्रैक्शनल रियल एस्टेट पूंजी की रहती है समस्या
फ्रैक्शनल रीयल एस्टेट (एफआरई) असंगठित स्ट्रक्चर है। इसमें रियल एस्टेट कारोबार या सर्विसेज की कंपनी कई निवेशकों से लीगल दस्तावेजों के जरिये पैसे जुटाकर किसी संपत्ति में निवेश करती है। यह रीट की तरह है, लेकिन दोनों में अंतर है कि एफआरई के तहत एक्सचेंज पर यूनिट सूचीबद्ध नहीं होते। इसमें लिक्विडिटी की समस्या आती है। हालांकि, इसमें प्रॉपर्टी को जानने का अधिक मौका मिलता है।