क्रिप्टो ब्रोकर क्या है

Short Sell करें बिटकॉइन को Wazirx और Binance पर ?
सोशल मीडिया पर यह सवाल बहुत बार पूछा जाता है कि क्या हम किसी तरह से क्रिप्टो एक्सचेंज WAZIRX और BINANCE पर शॉर्ट सेल कर सकते हैं ?
क्रिप्टोकरन्सी या क्रिप्टो टोकन में निवेश करने वाले अक्सर यह सवाल तब पूछते हैं जब बढ़ती हुई क्रीपटों मार्केट अचानक से गिरावट दिखने लगती है। तब उन्हें लगता है कि अगर हम स्टॉक मार्केट की तरह क्रिप्टो मार्केट में भी शॉर्ट सेल कर सकें तो यहाँ भी गिरावट के समय कुछ मुनाफा कमाया जा सकता है।
अगर आप क्रिप्टो पर शॉर्ट सेलिंग का हमारे लेख को पूरा नहीं पढ़ना चाहते तो आप यह विडिओ देख कर भी जानकारी प्राप्त कर सकते है :
यह सवाल पूछने वालों में से काफी ट्रैडर क्रिप्टो ब्रोकर क्या है और निवेशक स्टॉक मार्केट से आयें है और काफी ज्यादा तो पहली बार ही किसी भी तरह की मार्केट से परिचित हो रहें है। क्रिप्टो में बढ़ते क्रैज़ को देख कर काफी लोगों का रुझान इसकी तरफ हुआ है, उन्हें मार्केट की परिभाषा से किओ मतलब नहीं है, इसके बजाय वो लोग सीधे मुनाफे को देख कर मार्केट में दाव लगा रहें है। इसी को क्रिप्टो ब्रोकर क्या है क्रिप्टो ब्रोकर क्या है जुआ या गैम्ब्लिंग कहा जाता है।
खैर!! हम बिटकॉइन को WAZIRX और BINANCE जैसे दो बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज पर शॉर्ट सेल करने की बात कर रहे है।
हम आपको यह बता देना चाहते है कि आप बिटकॉइन या किसी भी क्रिप्टोकरन्सी या क्रिप्टोटोकन को शॉर्ट सेल नहीं कर सकते, चाहे वह क्रिप्टो एक्सचेंज WAZIRX हो या BINANCE हो , आप किसी भी एक्सचेंज के स्पॉट मार्केट में किसी भी क्रिप्टो को सीधे शॉर्ट सेल नहीं कर सकते।
क्रिप्टो मार्केट में शॉर्ट सेलिंग
आप किसी भी क्रिप्टोकरन्सी या क्रिप्टोटोकन को सीधे ही शॉर्ट सेल नहीं कर सकते जैसा कि आप स्टॉक मार्केट में करते आए हैं ।
स्टॉक मार्केट की शॉर्ट सेलिंग :
आप स्टॉक मार्केट में जब भी किसी स्टॉक को शॉर्ट सेल करते है तो आप अपनी तरफ से आपने स्टॉक ब्रोकर से पहले उस स्टॉक उधार लेते हैं क्योंकि आपके पास बेचने के लिए वो स्टॉक है ही नहीं, फिर ब्रोकर अपने पास से आपको वो स्टॉक उधार देता है जिसे आप बेच देते है । इस तरह आप स्टॉक को बिना खरीदे ही पहले उच्च दाम पर बेच देते हैं ये सोच कर कि भाव जब नीचे गिरेगा तब आप स्टॉक दोबारा से खरीद कर अपने स्टॉक ब्रोकर को वापस लौटा देंगे और सब हिसाब-किताब बराबर हो जाएगा। स्टॉक ब्रोकर को दिन की ट्रैडिंग खत्म होते होते अपने स्टॉक वापस चाहिए होते हैं।
क्रिप्टो मार्केट की शॉर्ट सेलिंग :
क्रिप्टो एक्सचेंज में स्टॉक ब्रोकर जैसा कोई बिचौलिया होता ही नहीं है जो आपको उधार पर क्रिप्टोकॉइन या क्रिप्टोटोकन दे। आप सबका खाता सीधे ही एक्सचेंज पर खुलता है। जिसके कारण आप वही बेच सकते हैं जो आपके पास होता है ।
तो क्या क्रिप्टो में शॉर्ट सेलिंग किसी भी तरह से नहीं कर सकते हैं ?
क्रिप्टो की स्पॉट मार्केट में तो आप किसी भी तरह से शॉर्ट सेल नहीं कर सकते। फिलहाल यह विकल्प क्रिप्टो एक्सचेंज पर उपलब्ध नहीं है। मगर आप क्रिप्टो के डेरिवेटिवे मार्केट ( Derivative Market) जहां FUTURE और OPTIONS में उस क्रिप्टो की ओर से Contract ट्रैड होते है, वहाँ जाकर उस क्रिप्टो के CONRACT को शॉर्ट सेल कर सकते हैं। ये Contract उस क्रिप्टो की ऊपर या नीचे की चाल के अनुमान पर बनाए जाते हैं ।
निष्कर्ष
हमनें जाना कि हम किस प्रकार क्रिप्टो कॉइन या क्रिप्टो टोकन को शॉर्ट सेल कर सकते हैं। एक्सचेंज कोई भी हो अगर वह DERIVATIVE Market Segment को अपने यहाँ चलाता है तो आप शॉर्ट सेलिंग कर सकते हैं। WAZIRX पर फिलहाल डेरिवेटिवे मार्केट का कोई भी विक्लप नहीं है तो आप इसपर सिर्फ खरीद कर ही बेच सकते हो, मगर BINANCE और COINDCX पर डेरिवेटिवे मार्केट का विक्लप उपलब्ध है।
आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की DERIVATIVE MARKET SEGMENT काफी जोखिम भर होता है। इसमें सिर्फ मंझे हुए खिलाड़ी ही भाग लेते हैं। नौसिखियों का DERIVATIVE MARKET में कोई काम नहीं, वह पल भर में अपनी सारी जमा पूंजी समाप्त कर सकते हैं। इसीलिए सोच समझ कर और किसी व्यावसायिक व अनुभवी ट्रैडर की निगरानी में ही डेरिवेटिवे मार्केट में ट्रैड करें, और अपनी जांच पड़ताल खुद करें और खुद सीखें क्योंकि नुकसान की जिम्मेदारी अंततः आपकी ही होती है ।
कैसे काम करती है क्रिप्टोकरेंसी? क्या है सरकार व RBI का रुख? जानें हर सवाल का जवाब
Cryptocurrency News: क्रिप्टोकरेंसी एक वर्चुअल करेंसी है। इसे नोट या सिक्के की तरह हाथ में नहीं लिया जा सकता। ये डिजिटल एसेट्स होते हैं।
- क्रिप्टोकरेंसी को कोई सेंट्रल अथॉरिटी रेगुलेट नहीं करती।
- क्रिप्टोकरेंसी की संख्या हजारों में हैं, जिनकी अलग-अलग कीमत है जो बढ़ती-घटती रहती है।
- भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई कानून नहीं है, न ही रेगुलेशन का कोई सिस्टम है।
नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के बारे में अबतक आपने बहुत पढ़ा-सुना देखा होगा। आज हम आपके सारे डाउट क्लियर कर देंगे।। जैसे- क्रिप्टोकरेंसी भारत में अवैध तो नहीं है, सरकार का इस मामले में स्टैंड क्या है, चिंताएं क्या-क्या हैं? क्या क्रिप्टोकरेंसी में इंवेस्टमेंट रिस्क वाला फैसला है? ऐसे ही 10 सवालों के जवाब यहां मिलेंगे।
सवाल 1: क्रिप्टोकरेंसी होती क्या है?
क्रिप्टोकरेंसी एक तरह की वर्चुअल करेंसी है। मतलब ये कि नोट या सिक्के की तरह इसे हाथ में ले नहीं सकते, कोई फिजिकल एग्जीस्टेंस नहीं होता है, ये डिजिटल एसेट्स होते हैं। और क्रिप्टोग्राफी से इन्हें सेक्योर किया जाता है। हर एक क्रिप्टोकरेंसी, यूनिक प्रोग्राम कोड से बनाई जाती है जिससे कि एक ही क्रिप्टोकरेंसी की कॉपी बना लेना या धोखाधड़ी कर पाना तकरीबन नामुमकिन है।
सवाल 2: काम कैसे करती है क्रिप्टोकरेंसी?
- क्रिप्टोकरेंसी को कोई भी सेंट्रल अथॉरिटी मतलब कि सरकार या समझ लीजिए रिजर्व बैंक रेगुलेट नहीं करता है। ये पूरी तरह से डिसेंट्रलाइज्ड है और इंटरनेट पर ही इसका क्रिएशन, इंवेस्टमेंट,ट्रांजेक्शन होता है।
- भारत के लिहाज से बात करें तो सरकार या रिजर्व बैंक को नहीं पता कि ये कैसे बनाए जा रहे हैं, इसकी वैल्यू कैसे घट बढ़ रही है और इसका एक्सचेंज कैसे हो रहा है।
- एक पूरा इंटरनेट नेटवर्क है, जहां पर हर एक ट्रांजेक्शन की जानकारी सेव होती रहती है औैर इसे कोई सिंगल पर्सन या कोई संस्था मॉनिटर नहीं कर रही होती। एक ही साथ इस पर कई जगह काम होता रहता है।
सवाल 3: कितने तरह की होती है क्रिप्टोकरेंसी?
अब आपने बिटक्वॉइन, डॉजक्वाइन, लाइटक्वाइन, पोलकाडॉट, चेनलिंक, मूनक्वाइन ये सब नाम भी आपने सुने होंगे, तो ये सब क्रिप्टोकरेंसी ही हैं, इनकी संख्या हजारों में हैं जिनकी अलग-अलग वैल्युज है जो बढ़ती घटती रहती है।जैसे 16 नवंबर को एक बिटक्वाइन की कीमत करीब 48 लाख रुपये है और ये महज कुछ ही घंटों में हजारों बढ़ घट सकती है। इसका तेजी से बढ़ना घटना भी एक वजह है जिसके बारे में एक्सपर्ट कहते हैं कि जमा पूंजी को इसमें निवेश कर देना कभी-कभार तगड़ा घाटे का सौदा हो सकता है।
सवाल 4: कैसे खरीद सकते हैं?
आपको जानकार हैरानी होगी कि देश में करीब 10 करोड़ क्रिप्टो करेंसी ओनर हैं, हालांकि, ये इंडिपेंडेंट प्लेटफॉर्म की तरफ से जारी आंकड़े हैं। लेकिन फिर भी इतनी संख्या में ये जो क्रिप्टो ऑनर हैं, वहां कहां खरीदते बेचते हैं क्रिप्टोकरेंसी?ठीक वैसे ही जैसा स्टॉक मार्केट होता है वैसे ही एक्सचेंज या ब्रोकर क्रिप्टोकरेंसी के लिए है । भारत क्रिप्टो ब्रोकर क्या है में जो टॉप क्रिप्टो एक्सचेंज हैं वो हैं CoinDCX, Coinswitch, WazirX, Kuber- ये सब मोबाइ्ल एप की मदद से रजिस्ट्रेशन लेते हैं और अपने प्लेटफॉर्म से ट्रांजेक्शन करने देते हैं। शुरुआत में ये आपको क्रिप्टो मार्केट समझने में भी हेल्प करते हैं।
ये तो हो गई क्रिप्टोकरेंसी को समझने की बात अब भारत में क्या नियम-कानून हैं और सरकार-एजेंसियों की चिंता क्या है?
सवाल 5: भारत में वैध या अवैध है क्रिप्टोकरेंसी?
मौजूदा वक्त में भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई कानून नहीं है, न ही रेगुलेशन का कोई सिस्टम है लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि क्रिप्टोकरेंसी को रखना अवैध है।
सवाल 6: भारत सरकार का क्या रुख है?
ऐसा माना जा रहा है कि सरकार संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टो करेंसी पर विधेयक ला सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 नवंबर को क्रिप्टो करेंसी पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इससे संकेत मिलता है कि सरकार इस मुद्दे से निपटने के लिए टफ रेगुलेटरी स्टेप ले सकती है।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अगस्त में कहा था कि उन्हें क्रिप्टो करेंसी विधेयक पर मंत्रिमंडल की मंजूरी का इंतजार है
सवाल 7: रिजर्व बैंक का क्या रुख है?
यहां एक बात और जान लीजिए कि साल 2018 में रिजर्व बैंक ने क्रिप्टो ट्रांजेक्शन पर पूरी तरह रोक लगाने वाला सर्कुलर जारी कर दिया था। मार्च 2020 में सुप्रम कोर्ट ने क्रिप्टो ब्रोकर क्या है क्रिप्टो ब्रोकर क्या है इस सर्कुलर को निरस्त कर दिया, और क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड की मंजूरी दे दी।हाल ही में एक कार्यक्रम में रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास क्रिप्टोकरेंसी को लेकर फिर चेतावनी दी थी। उनका कहना था कि इससे रिजर्व बैंक के सामने एक चुनौती आई है। माइक्रोइकनॉमिक बैंलेस और फाइनेंशियल स्टेबिलिटी दोनों के लिए क्रिप्टोकरेंसी ने चिंता पैदा की है।इस कार्यक्रम में दास ने ये भी कहा था कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेशकों की संख्या को बढ़ा चढ़ाकर बताया जा रहा है।
सवाल 8: भारत में चिंताएं क्या-क्या हैं?
अभी तक मैंने जो जानकारी दी है उससे समझ गए क्रिप्टो ब्रोकर क्या है होंगे कि देश में पिछले कुछ सालों से क्रिप्टोकरेंसी पर लगातार बहस चलती आई है। आशंका है कि इसका इस्तेमाल निवेशकों को भ्रामक दावों के साथ आकर्षित करने और आतंक के वित्तपोषण के लिए किए जाने की आशंका है।और जब से ये क्रिप्टोकरेंसी टीओआर, फ्ऱीनेट, जीरोनेट और परफेक्टडार्क जैसे डार्क नेट पर लेन-देन के लिए इस्तेमाल किए जाने लगी है तब से सुरक्षा एजेंसियों की चिंता और बढ़ गई है।
सवाल 9: साइबर क्राइम में क्यों इस्तेमाल होने लगी है क्रिप्टोकरेंसी?
मनी लॉन्ड्रिंग करने वाले, साइबर अपराधी और आतंकवादी क्रिप्टोकरेंसी को आसान मानते हैं क्योंकि इसका पता लगाना मुश्किल होता है, क्योंकि क्रेडिट-डेबिट कार्ड या बैंक जैसा कोई मध्यस्थ नहीं होता है ऐसा में पता लगाना नामुमकिन सा हो जाता है कि आखिर पैसा गया तो गया कहां।आपको एक उदाहरण देते हैं पिछले साल पीएम मोदी के पर्सनल वेबसाइट के टि्वटर अकाउंट को हैक कर लिया गया था। हैकर ने बदले में बिटक्वॉइन की ही मांग की थी, तो ये चिंताएं हैं सरकार और एजेंसियों के सामने जिसका सवाल ढूंढा जा रहा है।
सवाल 10: क्या किसी देश में क्रिप्टोकरेंसी लीगल करेंसी भी है?
जवाब है हां, जून 2021 में अल सल्वाडोर पहला क्रिप्टो ब्रोकर क्या है ऐसा देश बन गया जहां बिटक्वॉइन को ऑफिशियली लीगल करेंसी बनाया गया है। इसके अलावा किसी दूसरे देश में बिटक्वॉइन या कोई दूसरी क्रिप्टोकरेंसी, लीगल करेंसी के तौर पर इस्तेमाल नहीं की जाती। हालांकि, अपने देश के अलावा यूएस, कनाडा में इसकी ट्रेडिंग हो रही है, रूस, चीन जैसे देश इसके खिलाफ हैं।
Cryptocurrency: किसी को रातोंरात कर सकती है मालामाल तो किसी को कंगाल, जानिए क्रिप्टोकरेंसी के फायदे और नुकसान
भारत में बिटकॉइन, इथेरियम और डॉजकॉइन समेत अन्य क्रिप्टोकरेंसी की लेटेस्ट कीमत क्या है?
पिछले 24 घंटे में बिटकॉइन की वैल्यू 2.57 फीसदी बढ़ी है, जिसके बाद यह 16,40,733 रुपये पर कारोबार कर रहा है। बिटकॉइन का मार्केट कैपिटलाइजेशन 31.4 लाख करोड़ रुपये का है। इसके अलावा, इथेरियम में भी 1.30 फीसदी की बढ़त देखी गई है। वर्तमान में इथेरियम 1,10,006 रुपये पर कारोबार कर रहा है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 13.5 लाख करोड़ रुपये का है। एक हफ्ते में बिटकॉइन की वैल्यू 5.77 फीसदी और इथेरियम की 3.67 फीसदी की बढ़त देखी गई है।
BNB कॉइन 23,958 रुपये पर कारोबार कर रहा है। कल की तुलना में BNB की वैल्यू में 2.18 फीसदी क्रिप्टो ब्रोकर क्या है की बढ़त देखी गई है। इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 3.9 लाख करोड़ रुपये का है। आज रिपल XRP की कीमत 38.74 रुपये (4.28 फीसदी ऊपर) पर कारोबार कर रहा है। कार्डानो और डॉजकॉइन की कीमत क्रमशः 35.15 रुपये (0.77 फीसदी ऊपर) और 5.26 रुपये (5.09 फीसदी ऊपर) पर कारोबार कर रहे हैं।
सोलाना 2,730.1 रुपये (फ्लैट), शीबा इनु कॉइन 0.000934 रुपये (2.68 फीसदी ऊपर), पोल्का डॉट 521.80 रुपये (0.50 फीसदी ऊपर) और पॉलीगॉन वर्तमान में 68.8 रुपये (2.39 फीसदी ऊपर) पर कारोबार कर रहे हैं। साप्ताहिक चार्ट के आधार पर सोलाना (3.42 फीसदी ऊपर) और पोल्का डॉट (0.93 फीसदी ऊपर) है। शीबा इनु पिछले सात दिनों में अपने मूल्य से (3.89 फीसदी ऊपर) क्रिप्टो ब्रोकर क्या है और पॉलीगॉन (13.55 फीसदी ऊपर) है।
लिस्ट में हीलियम, कॉन्वेक्स फाइनेंस, डॉजकॉइन, टेरा लुना और बिटकॉइन कैश है, जो क्रमशः 434.28 रुपये (9.64 फीसदी ऊपर), 436.25 रुपये (9.25 फीसदी ऊपर), 5.28 रुपये (7.89 फीसदी ऊपर), 212.64 रुपये (6.75 फीसदी ऊपर) और 9,957.69 रुपये (5.29 फीसदी ऊपर) पर कारोबार कर रहे हैं।
स्थिर कॉइन इथेरियम टोकन हैं। इन्हे एक निश्चित मूल्य पर रहने के लिए डिजाइन किया गया है, चाहे भले ही ETH की कीमत क्यों न बदल जाए। जैसे- फिएट मुद्रा या फिर सोना (गोल्ड) है। लोकप्रिय टोकन में टेथर USD, USD कॉइन और बिनेंस USD क्रमशः 81.42 रुपये (005 फीसदी नीचे), 81.40 रुपये (0.08 फीसदी नीचे) और 81.34 रुपये (0.22 फीसदी नीचे पर कारोबार कर रहे हैं। टेरा क्लासिक USD 2.54 रुपये (0.66 फीसदी ऊपर) पर लिस्ट है।
टॉप लूजर की लिस्ट में रिजर्व राइट्स, चिलीज और रावेन कॉइन शामिल हैं। यह क्रमशः 0.7425 रुपये (3.75 फीसदी नीचे), 17.54 (1.40 फीसदी नीचे) और 2.87 रुपये (0.42 फीसदी नीचे) पर कारोबार कर रहे हैं।
ट्रैफिक, लिक्विडिटी, ट्रेडिंग वॉल्यूम और ट्रेडिंग वॉल्यूम की वैधता में विश्वास के हिसाब से टॉप-3 क्रिप्टोकरेंसी स्पॉट एक्सचेंज में बायनेन्स, कॉइनबेस एक्सचेंज और FTX शामिल हैं। बायनेन्स और कॉइनबेस एक्सचेंज में 24 घंटे के अंदर क्रमशः 1.257 लाख करोड़ रुपये (17.74 फीसदी ऊपर) और लगभग 13,060 करोड़ रुपये (14.38 फीसदी ऊपर) वॉल्यूम पर देखा गया है। FTX में लगभग 12,062 करोड़ रुपये (17.97 फीसदी ऊपर) वॉल्यूम पर देखा गया है।
DeFi लेनेदेन के लिए किसी भी थर्ड पार्टी या फिर ब्रोकर की जरुरत नहीं होती। इसके सभी लेनदेन का रिकॉर्ड ब्लॉकचेन के ऊपर मौजूद रहता है, जिसे कोई भी देख सकता है। Dai, एवंलॉन्च, यूनिस्वैप, रैप्ड बिटकॉइन और चेनलिंक कुछ लोकप्रिय DeFi टोकन हैं। वे वर्तमान में क्रमशः 81.36 रुपये (0.05 फीसदी ऊपर), 1,406.84 (0.66 फीसदी ऊपर), 541.31 रुपये (0.43 फीसदी ऊपर), 16,39,377.02 रुपये (2.88 फीसदी ऊपर) और 627.91 रुपये (2.26 फीसदी ऊपर) पर कारोबार कर रहे हैं।
कोई भी ऐसी चीज जिसे डिजिटल रूप में बदला जा सकता है, वह NFT (नॉन फंजिबल टोकन) हो सकता है। जैसे- ड्रॉइंग, फोटो, वीडियो, GIF, संगीत। फ्लो, ऐपकॉइन, तेजोस, डीसेंट्रालैंड और चिलीज कुछ प्रमुख NFT टोकन हैं। ये वर्तमान में क्रमशः 138.68 रुपये (1.38 फीसदी ऊपर), 424.93 रुपये (0.22 फीसदी ऊपर), 118.07 रुपये (1.24 फीसदी ऊपर), 57.56 रुपये (1.74 फीसदी ऊपर) क्रिप्टो ब्रोकर क्या है और 17.54 रुपये (1.68 फीसदी नीचे) पर कारोबार कर रहे हैं।
मौजूदा समय में वैश्विक स्तर पर क्रिप्टो की मार्केट कैपिटलाइजेशन 78.3 लाख करोड़ रुपये है, जबकि पिछले 24 घंटों में कुल क्रिप्टो वॉल्यूम 4.8 लाख करोड़ रुपये है।
क्रिप्टोकरेंसी में करना चाहते हैं निवेश? इन 9 बातों का रखें ध्यान
छोटे शहरों से लेकर महानगरों में रहने वाले लोगों में भी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर आकर्षण बढ़ा है और वे इसमें निवेश करना चाहते हैं.
- Money9 Hindi
- Updated On - September 3, 2021 / 11:45 AM IST
हाई रिटर्न के कारण क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) ने समय के साथ काफी लोकप्रियता हासिल की है. केवल एक क्लिक पर ही आसानी से खरीदी और बिक्री की प्रक्रिया ने इसे खास तौर पर युवाओं के बीच लोकप्रिय बना दिया है. छोटे शहरों से लेकर महानगरों में रहने वाले लोगों में भी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को लेकर आकर्षण बढ़ा है और वे इसमें निवेश करना चाहते हैं. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की दुनिया में जाने से पहले आपको इन नौ चीजों के बारे में जान लेनी चाहिए.
1. अच्छे क्रिप्टो प्लेटफॉर्म का करें चुनाव – क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में निवेश करने से पहले आपको इसके उपयोग के बारे में क्रिप्टो ब्रोकर क्या है सबकुछ जान लेना चाहिए. भारत में क्रिप्टो स्पेस रेगुलेटेड नहीं है. यहां पर कई छोटे-छोटे प्लेटफॉर्म हैं, जो आपको क्रिप्टो में पैसा लगाने की सलाह देते हैं. निवेशकों को इन प्लेटफॉर्म के बारे में सावधान रहना चाहिए. जिस तरह आप शेयर बाजार में निवेश करते समय अच्छे ब्रोकर का चुनाव करते हैं, उसी तरह क्रिप्टो में निवेश करते समय अच्छे क्रिप्टो प्लेटफॉर्म का चुनाव करें. आप जिस क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना चाहते हैं उसके बारे में अच्छी तरह से रिसर्च करें. हालांकि बिट कॉइन सबसे ज्यादा पॉपुलर है. लेकिन बिट कॉइन के अलावा बाजार में Dogecoin,Ethereum, Cardano, Ripple और Litecoin हैं.
2. टोकन की मांग और आपूर्ति को समझना जरूरी : बिटकॉइन एक वर्चुअल यानी आभाषी मुद्रा है. बिटकॉइन आपूर्ति में सीमित हैं और वर्तमान में 21 मिलियन में से केवल 18.78 मिलियन ही सर्कुलेशन में हैं. निवेश करने से पहले आपको इन वर्चुअल टोकन की मांग और आपूर्ति को समझने की कोशिश करनी चाहिए.
3. नहीं है कोई कानून : देश में क्रिप्टोकरेंसी का प्रचलन तेजी से बढ़ा है, लेकिन इसको लेकर कोई कानून या गाइडलाइंस नहीं है. भारत में नियामक ने क्रिप्टो को मंजूदी नहीं दी है. सोने की तरह ही इसकी कीमतें मुख्य रूप से मांग और आपूर्ति के नियम से निर्धारित होती हैं. यहां किसी भी तरह की धोखाधड़ी या अपराध होने पर आपके मामले को उठाने के लिए कोई शिकायत तंत्र नहीं है.
4. लागतों की तुलना : किसी भी एक्सचेंज के साथ साइन अप करने से पहले, खरीदने और बेचने की लागतों की तुलना करनी चाहिए. इसके अलावा, पारदर्शी और बड़े एक्सचेंजों के साथ जुड़ना सुरक्षित तरीकों में से एक है।
5. बैंकिंग सेवाएं: साइन अप करने से पहले, यह जांच लें कि एक्सचेंज कितने बैंकों से जुड़ा हुआ है. चेक करें कि जमा करने और निकालने की सुविधा कितनी आसान है ताकि खरीदने और बेचने के समय आपको कोई दबाव महसूस न हो.
6. उतार-चढ़ाव से भरा हुआ है बाजार : क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले आपको यह समझना चाहिए कि इसका बाजार उतार-चढ़ाव से भरा हुआ है. इसमें इतना ज्यादा जोखिम है कि एक बार में ही आपके निवेश किए गए सारे पैसे खत्म हो सकते हैं. इन बातों को ध्यान रखते हुए आपको ज्यादा रिटर्न के बहकावे में नहीं आना चाहिए. एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आप नए हैं तो आपको निवेश की शुरुआत बेहद कम पैसों से करनी चाहिए.
7. पर्यावरण संबंधी चिंताएं: खनन कार्यों पर चीन में हालिया कार्रवाई पर्यावरण संबंधी चिंताओं के कारण हुई. बिटकॉइन माइनिंग सुपर कंप्यूटर के ज़रिए किया जाता है और इसलिए बिटकॉइन माइनिंग के लिए बहुत अधिक विद्युत ऊर्जा की जरूरत होती है, जिसे कई लोगों द्वारा एक पर्यावरणीय चुनौती के रूप में देखा जाता है.
8. आंशिक खरीदारी की है अनुमति : शेयर बाजार में आपको एक पूरा शेयर खरीदना होता है, लेकिन इसके उलट क्रिप्टोकरेंसी में आंशिक खरीदारी की अनुमति होती है. इसका मतलब है कि आप आसानी से 100 रुपये से कम में एक्सचेंजों के ज़रिए डिजिटल मुद्रा के अंश खरीद सकते हैं.
9. RBI ने निवेशकों को किया है कई बार सतर्क : सरकार ने “RBI द्वारा जारी आधिकारिक डिजिटल मुद्रा के लिए एक सुविधाजनक ढांचा बनाने” और “भारत में सभी निजी क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित करने” के लिए द क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल 2021 का प्रस्ताव पेश किया है. भारत में क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को लेकर अलग-अलग तरह के अनुमान लगाए जा रहे हैं. भारतीय रिजर्व बैंक ने समय-समय पर निवेशकों को सतर्क किया है और उन्हें आभासी मुद्राओं से जुड़े जोखिमों के बारे में चेतावनी दी है.