कॉमर्स का इतिहास

कॉमर्स आधारित प्रश्न और उत्तर हिंदी में
प्रश्न 2. बाजार के विभिन्न हिस्सों की प्रतिक्रियाओं की विशेषताओं में मतभेदों को पुन: संगठित करके सिमित विपणन संसाधनों से अधिकतम बाजार प्रतिक्रियाएं प्राप्त करने के लिए एक विधि को किसके रूप में जाता है ?
[क] बाजार की स्थिति
[ख] बाजार लक्ष्यीकरण
[ग] बाजार रणनीति
[घ] बाजार विभाजन
प्रश्न 3. कौन कर्मचारियों के प्रेरण से संबंधित है?
[क] प्रशिक्षण – कार्यक्रम
[ख] संगठनात्मक जागरूकता
[ग] परिचय
[घ] कर्तव्यों का स्वत्यार्पण
प्रश्न 4. लेखा सॉफ्टवेयर जिसे उपयोगकर्ता की विशेष आवश्यकता को पूरा करने के लिए अनुकूलित किया जा सकता है, उसे किसके रूप में जाना जाता है?
[क] रेडी-टू-यूज
[ख] टेलर्ड
[ग] कस्टमाइज्ड
[घ] हार्डवेयर
प्रश्न 5. 2017 और 2018 के बैलेंस शीत में 350000 रुपए और 450000 रूपये ऋण पत्र (डिबेंचर) है| प्रत्येक 100 रुपए के 1000 ऋण पत्रों (डिबेंचर्स) को 2018 के सम मूल्य पर जारी किया गया था, जिसमें 400 ऋण पत्रों (डिबेंचर्स) को एक मशीन की खरीद के लिए आपूर्तिकर्ता को जारी किया गया था| निधि प्रवाह विवरण के प्रयोजन हेतु ऋण पत्रों (डिबेंचर्स) के लिए जारी की गयी राशि निर्धारित करें|
[क] 1,00,000 रुपए
[ख] 60,000 रुपए
[ग] 30,000 रुपए
[घ] 40,000 रुपए
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प्रश्न 6. भारत में लेखा मानक जारी करने के लिए कौन जिम्मेदार है?
[क] इंस्टीट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ़ इंडिया
[ख] राज्य शासन
[ग] भारतीय रिजर्व बैंक
[घ] केंद्र शासन
प्रश्न 7. एक निवेशक के पास राईट चोइस लिमिटेड के 1000 शेयर है| कम्पनी द्वारा भुगतान किए गए लाभांश की वर्तमान दर प्रति शेयर 5 /- रुपए है| लंबी अवधि की वृद्धि दर 10% होने की उम्मीद है और वापसी की अनुमानित दर 25% है| शेयर का वर्तमान बाजार मूल्य क्या है?
[क] 45.60 रुपए
[ख] 45.90 रुपए
[ग] 36.66 रुपए
[घ] 50.50 रुपए
प्रश्न 8. R लिमिटेड ने D लिमिटेड से 1,20,000 रपये में बिल्डिंग और 1,00,000 रूपये में संयंत्र और मशीनरी 2,00,000 रूपये वाले एक सहमत खरीद विचार के अंतर्गत संतुष्ट होते हुए 2000 जारी किया, और प्रत्येक 100 रूपये वाले 12% के डिबेंचर्स ख़रीदे| R लिमिटेड की किताबों में आरक्षित जमा पूंजी की राशि की गाड़ना करें|
[क] 10,000 रुपए
[ख] 30,000 रुपए
[ग] 20,000 रुपए
[घ] 15,000 रुपए
प्रश्न 9. कम्पनी के परिसमापन का अर्थ क्या है?
[क] एक कंपनी के समापन
[ख] समामेलन
[ग] असोसिएशन के ज्ञापन में परिवर्तन
[घ] एक कम्पनी का निर्माण
प्रश्न 10. _____, आवश्यक सॉफ्टवेर और हार्डवेयर को प्राप्त करने के लिए और इसके इस्तेमाल हेतु समन्वय और निगरानी के लिए डेटाबेस तक प्राधिकरण पहुँच के लिए जिम्मेदार है?
[क] एंड यूजर्स
[ख] एप्लीकेशन प्रोग्रामर्स
[ग] डेटाबेस डिजाईनर्स
[घ] डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर
जेफ बेजोस की अमेज़न कंपनी $1 ट्रिलियन बाजार पूंजीकरण खोने वाली इतिहास की पहली कंपनी बन गई
जेफ बेजोस की कंपनी अमेज़न एक ट्रिलियन डॉलर खोने वाली दुनिया की पहली सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनी बन गई है । अमेरिका में मंदी की आशंका , बढ़ती मुद्रास्फीति, सख्त मौद्रिक नीतियों और और निराशाजनक कमाई के संयोजन ने इस साल कंपनी के शेयरों में ऐतिहासिक बिकवाली शुरू कर दी है, जिसके कारण कंपनी के बाजार पूंजीकरण में एक ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा गिरावट आई है।
अमेज़न जो ई-कॉमर्स और क्लाउडबिजनेस कंपनी है इसका बाजार मूल्य जुलाई 2021 में 1.88 ट्रिलियन डॉलर के रिकॉर्ड स्तर से लगभग वर्तमान में 879 बिलियन डॉलर हो गया है।
अमेरिका की पांच बड़ी टेक कॉमर्स का इतिहास कंपनियां , इंटेल, माइक्रोसॉफ्ट, अल्फाबेट (गूगल के मालिक), मेटा (पूर्व में फेसबुक) और अमेज़ॅन के शेयर लगातार गिर रहे हैं , क्योंकि उनकी विकास संभावनाएं मंदी के डर से ग्रस्त अर्थव्यवस्था में अनिश्चित दिख रही हैं।
राजस्व के लिहाज से शीर्ष पांच अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनियों को इस साल बाजार मूल्य में लगभग 4 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है।
अक्टूबर 2022 में, अमेज़ॅन ने कंपनी के इतिहास में छुट्टियों की तिमाही के लिए सबसे धीमी राजस्व वृद्धि का अनुमान घोषित किया है । आर्थिक अनिश्चितता को देखते हुए खरीदारों ने अपने खर्च को कम कर दिया है जिससे अमेजन के ई-कॉमर्स पर बुरा प्रभाव हुआ है । पिछले महीने कंपनी के इतिहास में तिमाही के लिए सबसे धीमी राजस्व वृद्धि दर्ज की है और पहली बार कंपनी का बाजार मूल्य $ 1 ट्रिलियन से नीचे चला गया है।
बाजार पूंजीकरण या एम-कैप क्या है?
बाजार पूंजीकरण निकालने के लिए किसी कंपनी के फ्री फ्लोटिंग शेयरों की कुल संख्या को प्रत्येक शेयर के मौजूदा बाजार मूल्य से गुणा किया जाता है।
व्याख्या
मान लीजिए कि टाटा मोटर्स नामक एक कंपनी है और इसके प्रमोटर श्री रतन टाटा हैं। कंपनी के पास 100 शेयर हैं और कंपनी के सभी शेयर रतन टाटा के पास हैं। रतन टाटा ने फैसला किया कि उन्हें पैसे की जरूरत है। उन्होंने टाटा मोटर्स के 20 शेयरों को टाटा मोटर्स इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) के माध्यम से 10 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से जनता को बेचने का फैसला किया। लोग शेयर खरीदेंगे और फिर इस प्रक्रिया के पूरा होने पर , टाटा मोटर्स कंपनी बीएसई जैसे भारतीय स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होगी। अब रतन टाटा के पास कंपनी के केवल 80 शेयर हैं।
ध्यान रहे कंपनी के सिर्फ 20 शेयर ही बीएसई पर सूचीबद्ध होंगे क्योंकि कंपनी ने जनता को सिर्फ 20 शेयर ही बेचे हैं। शेयर बाजार की भाषा में कहा जाएगा कि टाटा मोटर्स का फ्री फ्लोटिंग शेयर 20 हैं न की 100 ।
अब मान लीजिए बाजार में टाटा मोटर्स की कीमत 100 रुपये है तो टाटा मोटर्स का बाजार पूंजीकरण होगा: कंपनी का फ्री फ्लोटिंग शेयर x कंपनी के प्रति शेयर का बाजार मूल्य।
इस कॉमर्स का इतिहास प्रकार यह 20 X 100 रुपये = 2000 रुपये होगा ।
बाजार पूंजीकरण के प्रकार
भारत में बाजार पूंजीकरण के आधार पर कंपनियों को लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप में वर्गीकृत किया जाता है। यहाँ कैप का अर्थ पूंजीकरण है।
सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनियां जिनका बाजार पूंजीकरण 20,000 करोड़ रुपये या उससे अधिक है, उन्हें लार्ज कैप कंपनियां कहा जाता है।
मिड-कैप: सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनियां जिनका बाजार पूंजीकरण 20,000 करोड़ रुपये से कम और 5000 करोड़ रुपये तक है।
स्मॉल कैप : सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनियां जिनका बाजार पूंजीकरण 5,000 करोड़ रुपये से कम है।
कॉमर्स का इतिहास
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इंटरनेट के अनुप्रयोग- इंटरनेट कई सेवाओं की सुविधा देता है, चीजों को ऑनलाइन खरीदने और बेचने से लेकर, वेब ब्राउज़िंग, एक स्थान से दूसरे स्थान पर फाइनों के हस्तांतरण (transfer of files), ई-मेल (email), वर्ल्ड वाइड वेब (www), चैट रूम (Chat room), ब्लॉगिंग (blogging), नोटिस बोर्ड एवं इनके अलावा शोपिंग से मनोरंजन तक की सभी ऑनलाइन सेवाएँ।
इस अध्याय में हम इंटरनेट के कुछ महत्वपूर्ण अनुप्रयोगों का अध्ययन करेंगे एवं उन्हें कॉमर्स का इतिहास समझने की कोशिश करेंगे।
ई-कॉमर्स | e-Commerce –
ई-कॉमर्स (इलेक्ट्रोनिक कॉमर्स) electronic channels (मुख्यतः इंटरनेट) के माध्यम से उत्पाद और सेवाओं की खरीद और बिक्री को दर्शाता है। पारंपरिक खुदरा (retail channel) के मुकाबले, ऑनलाइन खुदरा 24 घंटे की उपलब्धता, वैश्विक पहुँच, उत्पादों की व्यापक श्रृंखला एवं कुशल ग्राहक सेवा के कारण अत्यन्त सुविधाजनक है।
ई-कॉमर्स के परिदृश्यों के कुछ प्रकार नीचे दिए गए हैं –
व्यापार से उपभोक्ता | Business to consumer –B2C
इस परिदृश्य में companies अपने सामान ऑनलाइन उन उपभोक्ताओं को बेचती हैं जो उत्पादों या सेवाओं के उपयोगकर्त्ता हैं। सामान्यतः B2C ई-कॉमर्स वेब स्टोर्स किसी भी आगंतुक और उपयोगकर्त्ता के द्वारा इस्तेमाल किए जा सकते है। B2C ई-कॉमर्स के कुछ उदाहरण इस प्रकार से है – amazon, flipkart, snapdeal आदि।
व्यापार से व्यापार | Business to Business – B2B
इस परिदृश्य में companies अपने ऑनलाइन सामान एवं सेवा को उपभोक्ता को नहीं बेच कर सीधे अन्य कम्पनीज को बेचती हैं। इसके कुछ उदाहरण हैं – alibaba, amazonbusiness आदि।
उपभोक्ता से व्यापार | Consumer to Business-C2B
इस स्थिति में उपभोक्ता आमतौर पर अपने उत्पादों या सेवाओं को ऑनलाइन पोस्ट करते हैं, जिन पर companies अपनी बोलियाँ लगाती है। उपभोक्ता बोलियों की समीक्षा करता है और उस कंपनी का चयन करता है जो उसके उत्पादों या सेवाओं का सही कीमत लगाता है।
उपभोक्ता से उपभोक्ता | Consumer to Consumer- C2C
इस परिदृश्य में उपभोक्ता अपना सामान ऑनलाइन अन्य उपभोक्ताओं को बेचते हैं। इसका एक बहुत लोकप्रिय उदाहरण eBay है।
सोशल नेटवर्किंग साइट्स | Social Networking Sites
एक सामाजिक नेटवर्किंग सेवा (SNS) एक ऐसे सामाजिक नेटवर्क या लोगों का मंच है जो आपस में समान रुचि, गतिविधियाँ, पृष्ठभूमि या वास्तविक जीवन को साझा करते है।
सामाजिक नेटवर्क सेवा प्रत्येक उपयोगकर्त्ता को एक प्रोफाइल द्वारा या उसके सामाजिक लिंक द्वारा प्रदर्शित करती है तथा
बहुत सी अतिरिक्त सेवाएँ जैसे करियर सेवाओं इत्यादि को प्रस्तुत करती है।
प्रमुख सोशल नेटवर्किंग साइट्स facebook, Twitter, instagram आदि हैं।
ई-लर्निंग/ऑनलाइन शिक्षा | E-Learning/Online Education –
ई-लर्निंग या ‘इलेक्ट्रोनिक लर्निंग’ का अर्थ आम तौर पर एक कम्प्यूटर या इंटरनेट आधारित PC का उपयोग कर ज्ञान अर्जित करने के लिए होता है।
एक अच्छे ई-लर्निंग Tool की सहायता से आप घर में ही अपनी कक्षा (Classroom) बना सकते है और प्रभावी शिक्षा प सकते है।
ई-लर्निंग में पाठ्य सामग्री आपको वीडियो, स्लाइडशो, वर्ड डॉक्यूमेंट और PDF में उपलब्ध होती है।
E-Learning में छात्र के पास अपने शिक्षक से संवाद करने के लिए webinar, chat एवं message forums जैसे विकल्प होते है।
ई-लर्निंग एक किफायती (और अक्सर मुफ्त) समाधान है जो विद्यार्थी को उनकी व्यस्त जीवन शैली के बावजूद प्रभावी रूप से ज्ञान अर्जित करने, पेशे को आगे बढ़ाने और नई योग्यता और कौशल हासिल करने का मौका देती है।
मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स (Massive Open Online Courses –MOOC) एक ऑनलाइन कोर्स पोर्टल है
जो लोगो को कॉमर्स का इतिहास ऑनलाइन कोर्सेज के माध्यम से ज्ञान अर्जित करने के मौका देता है।
MOOC दूरस्थ शिक्षा के मामले में एक नया Development है जिसे पहली बार 2008 में शुरू किया गया था और 2012 तक यह बहुत लोकप्रिय हो चूका था।
ओपन रिसोर्स/क्लाउड बेस्ड स्टोरेज | Open Resource/Cloud Based Storage –
क्लाउड स्टोरेज एक सेवा आधारित मॉडल है जिसमें डेटा का प्रबंधन एवं रख-रखाव किया जाता है,
डेटा का रिमोट तौर पर बैकअप लिया जाता है और उपयोगकर्ताओं को प्रायः इंटरनेट के जरिए उपलब्ध कराया जाता है।
क्लाउड स्टोरेज प्रदाता डेटा को उपलब्ध और सुलभ रखने के लिए और भौतिक वातावरण को सुरक्षित और चालू हालत में रखने के लिए जिम्मेदार हैं।
संगठन व लोग अपने डेटा को स्टोर करने के लिए प्रदाताओं से भण्डारण क्षमता खरीदते या लीज पर लेते हैं।
क्लाउड स्टोरेज के प्रमुख उदाहरण google drive, OneDrive आदि हैं।
जॉब सर्च और रजिस्ट्रेशन | Job Search & Registration –
नौकरी मिलाने से पहले प्रायः नौकरी हेतु साक्षात्कार की आवश्यकता होती है,
उसमें सफल होने पर ही नियुक्ति मिल पाती है।
आवश्यकता एवं योग्यता के आधार पर कोई व्यक्ति सरकारी या निजी क्षेत्र में नौकरी देख सकता है।
नौकरी के लिए पहला कदम एक प्रोफेशनल रिज्यूम तैयार करना है,
उसके बाद ऑनलाइन जॉब पोर्टल्स पर उपयुक्त नौकरी के लिए रजिस्ट्रेशन कर के कॉमर्स का इतिहास आवेदन करना होता है।
आवेदन करने के समय जरुरी योग्यता और पात्रता दस्तावेज रिज्यूम के साथ Submit करना होता है।
डिजिटल हस्ताक्षर | Digital Signature –
डिजिटल हस्ताक्षर को इलेक्ट्रोनिक हस्ताक्षर के रूप में जाना जाता है।
एक डिजिटल signature के द्वारा डिजिटल दस्तावेजों को प्रमाणित कर के स्वीकृति प्रदान की जा सकती है।
डिजिटल हस्ताक्षर मूल और असंशोधित दस्तावेजों को साबित करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
यह पीडीएफ डॉक्यूमेंट, ईमेल संदेश, वर्ड प्रोसेसिंग डॉक्यूमेंट के साथ इस्तेमाल किया जा सकता है।
डिजिटल हस्ताक्षर ई-कॉमर्स, सॉफ्टवेयर वितरण, वित्तीय लेनदेन और अन्य ऐसी परिस्थितियों में उपयोग किया जा सकता है
जगदाले कॉलेज का इतिहास बचाने आगे आया शहर
इंदौर। देवी अहिल्या ऑर्ट्स एंड कॉमर्स (जगदाले) कॉलेज को बंद करने की खबर से शहर के शिक्षाविद् और कॉलेज के पूर्व छात्र सकते में हैं। नईदुनिया से बातचीत में कई ने कहा कि आपसी मतभेद के कारण कॉलेज बंद नहीं होने देंगे।
पूर्व कुलपति भरत छपरवाल का तो कहना है कि गवर्निंग बॉडी अपनी मर्जी से कॉलेज बंद करने का निर्णय नहीं ले सकती। सरकार की अनुमति के बगैर नए सत्र में प्रवेश भी बंद नहीं किए जा सकते। कॉलेज से 50 सालों में पासआउट हजारों छात्र भी कॉलेज को सुचारू चलाने के लिए मदद के लिए आगे आए हैं।
जगदाले कॉलेज में 2004 से 2006 तक प्रिंसिपल रही पुष्पा मिश्रा कहती हैं संस्थान सिर्फ पढ़ाई नहीं, संस्कार भी देता रहा है। जिन हजारों पूर्व छात्रों को इसके बंद होने की सूचना मिल रही है, वे नाराज हैं। शिक्षाविद् डॉ. रमेश मंगल कहते हैं, इंदौर के शिक्षा इतिहास में जगदाले कॉलेज का नाम सम्मान से लिया जाता है। इसे बंद करना गलत होगा। सोसाइटी और संस्थान को विवाद आपस में सुलझा लेना चाहिए।
सरकार की ओर से हम तो मना कर देंगे
सरकार की ओर से गवर्निंग बॉडी में प्रतिनिधि रहने वाले उच्च शिक्षा विभाग के एडिशनल डायरेक्टर डॉ. नरेंद्र धाकड़ कहते हैं, संस्थान की गवर्निंग बॉडी अपने स्तर पर कॉलेज बंद करने का निर्णय नहीं ले सकती। अब जब भी गवर्निंग बॉडी की बैठक होगी, हम कॉलेज में प्रवेश नहीं देने या कॉलेज बंद करने के पुख्ता कारण पूछेंगे। आपसी खींचतान के कारण ऐसे निर्णय लेंगे तो सरकार की ओर से भी जवाब ना ही होगा।
जबकि कॉलेज ने दिए हैं कई खिलाड़ी
संस्थान शिक्षा के साथ-साथ खेल में भी हमेशा आगे रहा है। फिजिकल एजुकेशन के एक्सपर्ट डॉ. दीपक मेहता कहते हैं, जगदाले कॉलेज के छात्र यूनिवर्सिटी ही नहीं बल्कि नेशनल लेवल पर भी पहुंचे हैं। इससे इंदौर को भी पहचान मिली है। वैसे भी कोई कॉलेज तो किसी भी लिहाज से छात्रों का नुकसान नहीं कर सकता।
टूट जाएंगे हजारों सपने
पूर्व छात्रा योगिता मिश्रा कहती हैं कि कॉलेज शहर के बीचोबीच होने और अन्य कॉलेजों के मुकाबले सस्ता होने से मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। कई छात्राएं और उनके पैरेंट्स इसी संस्थान में पढ़ाना चाहते हैं। यदि इसे बंद किया तो हजारों सपने सच होने से पहले ही टूट जाएंगे। इसमें सुचारू रूप से पढ़ाई जारी रखने के लिए पूर्व छात्र भी पूरी मदद करने के लिए तैयार हैं।
- मैनेजमेंट के आपसी मतभेद से छात्र-छात्राओं का नुकसान क्यों ?
- क्या सिर्फ गवर्निंग बॉडी संस्थान में प्रवेश बंद करने का निर्णय ले सकती है?
- गवर्निंग बॉडी में सरकार और यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधि भी होते हैं। इनका निर्णय भी महत्वपूर्ण है।
- शिक्षकों की सेवा से जुड़े कोड 28 का उल्लंघन करने का अधिकार गवर्निंग बॉडी को नहीं। कॉलेज बंद करेंगे तो शिक्षक कहां जाएंगे?
- कॉलेज और स्कूल की जमीन शासन ने लीज पर दी है। इसे भी देखा जाएगा कि शासन की शर्तें क्या थीं?कॉमर्स का इतिहास
e-Commerce बिज़नेस आईडिया और प्लान [2022] | eCommerce Business Idea & Plan in Hindi
आज के डिजिटल युग में लोग सामान खरीदने के लिए Ecommerce वेबसाइट जैसे की अमेज़न और फ्लिपकार्ट का इस्तेमाल अधिक कर रहे हैं इसलिए अगर आप ई कॉमर्स बिज़नेस करने की सोच रहे हैं तो यह पोस्ट सिर्फ आपके लिए हैं क्यूंकि इसमें मैंने ई-कॉमर्स बिज़नेस प्लान और आईडिया के बारे में आसान भाषा में बताया है – eCommerce Business Idea & Plan in Hindi?
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भारत में ईकामर्स व्यवसाय कैसे शुरू करें – बिज़नेस आईडिया और प्लान
स्मार्टफोन और इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ने के कारण भारत में ई-कॉमर्स उद्योग में जबरदस्त वृद्धि देखी जा रही है। इंटरनेट सेवा प्रदाताओं में वृद्धि और सस्ती कीमतों पर 3G और 4G सेवाओं के लॉन्च के साथ ई-कॉमर्स और एम-कॉमर्स (Mobile-Commerce) उद्योग और भी अधिक वृद्धि दर्ज करने के लिए तैयार हैं। इस लेख में, हम भारत में एक सफल ईकामर्स व्यवसाय शुरू करने की प्रक्रिया और प्लान को देखेंगे।
eCommerce बिज़नेस कैसे शुरू करें?
- सबसे पहले यह निर्धारित करें की आपको खुद का नया वेबसाइट बनाना है या फिर ई कॉमर्स वेबसाइट जैसे की अमेज़न से जुड़ना है
- अगर आपने अमेज़न को चुना है तो पूरी क़ानूनी प्रक्रिया का पालन करें
- GST & LLP पंजीकरण करें और क़ानूनी दस्तावेज़ बनवाएं
- उसके बाद अपने प्रोडक्ट को अमेज़न के वेबसाइट पर लिस्ट करें
- अब अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग प्लान बनाये
- उसके बाद अपने प्रोडक्ट को बेचें और लाभ कमाए
एक ईकामर्स व्यवसाय कॉमर्स का इतिहास कैसे स्थापित करें?
इंटरनेट पर किए जाने वाले व्यवसाय को ई कॉमर्स (eCommerce) कहा जाता है। हाल के वर्षों में, एम-कॉमर्स या मोबाइल कॉमर्स – स्मार्टफोन के माध्यम से किया जाने वाला व्यवसाय बहुत लोकप्रिय हो गया है। वर्तमान में, ईकामर्स व्यवसाय शुरू करने के दो मुख्य तरीके हैं, एक खुद का ईकामर्स वेबसाइट या एक स्थापित बाज़ार में शामिल होना।
एक मालिकाना (स्वयं की) ईकामर्स वेबसाइट बनाना
एक मालिकाना ईकामर्स वेबसाइट बनाना ईकामर्स व्यवसाय शुरू करने के सबसे कठिन तरीकों में से एक है। मालिकाना ईकामर्स व्यवसाय शुरू करने के लिए भुगतान प्राप्त करने के लिए एक वेब डेवलपमेंट टीम, ऑनलाइन मार्केटिंग टीम और एक पेमेंट गेटवे की आवश्यकता होती है। एक मालिकाना ईकामर्स वेबसाइट शुरू करने में अधिक समय लग सकता है और एक सफल व्यवसाय बनाने के लिए धन और प्रयास के मामले में अच्छी मात्रा में निवेश की आवश्यकता होती है।
एक स्थापित बाज़ार में शामिल होना
एक स्थापित बाज़ार से जुड़ना ईकामर्स व्यवसाय शुरू करने या उत्पादों / सेवाओं को ऑनलाइन बेचने का एक आसान तरीका है। एक विक्रेता के रूप में ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस में शामिल होने के लिए अक्सर केवल एक बैंक खाते और जीएसटी पंजीकरण की आवश्यकता होती है, जिससे प्रक्रिया आसान और सरल हो जाती है।
इसके अलावा, एक ईकामर्स या एम-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर जैसे तकनीकी विकास, मार्केटिंग, पेमेंट गेटवे, लॉजिस्टिक्स आदि का मार्केटप्लेस प्लेटफॉर्म द्वारा ध्यान रखा जाता है, जिससे विक्रेता पर काम का बोझ कम हो जाता है। इसके अलावा, विक्रेता अक्सर कई मार्केटप्लेस से जुड़ सकते हैं और अपने उत्पादों को बेच सकते हैं, जिससे यह ऑनलाइन या ईकामर्स व्यवसाय शुरू करने का सबसे आसान तरीका बन जाता है।
कुछ लोकप्रिय ईकामर्स या एम-कॉमर्स मार्केटप्लेस हैं:
ईकॉमर्स व्यवसाय शुरू करने के लिए कानूनी औपचारिकताएं
ईकामर्स व्यवसाय, मालिकाना ईकामर्स वेबसाइट शुरू करने या बाज़ार में विक्रेता बनने के लिए, निम्नलिखित पंजीकरण आवश्यक है:
कंपनी या LLP पंजीकरण
एक ईकामर्स उद्यम शुरू करते समय एक कंपनी या LLP होना अच्छा होता है, जिसमें सीमित देयता संरक्षण होता है और व्यवसाय करने में आसानी होती है। कंपनी या एलएलपी होने से यह सुनिश्चित होगा कि व्यवसाय के नाम पर बैंक खाते खोलना या जीएसटी पंजीकरण प्राप्त करना आसान और तेज है।
लगभग सभी मार्केटप्लेस प्रोपराइटरशिप और पार्टनरशिप फर्मों को अपनी वेबसाइट पर बेचने की अनुमति देते हैं। हालांकि, मुकदमेबाजी के मामले में कोई सीमित देयता संरक्षण नहीं होगा। इसलिए, एलएलपी या कंपनी के साथ बिक्री शुरू करना सबसे अच्छा है।
यदि प्रमोटर एक मालिकाना ईकामर्स वेबसाइट शुरू करना चाहते हैं, तो कंपनी के साथ शुरुआत करना सबसे अच्छा है, क्योंकि यह एकमात्र प्रकार की इकाई है जो एंजेल फंडिंग या इक्विटी फंडिंग की अनुमति दे सकती है – सफल ईकामर्स उपक्रमों के लिए जरूरी है।
GST पंजीकरण
ईकामर्स पोर्टल पर विक्रेता बनने या मालिकाना ईकामर्स वेबसाइट शुरू करने के लिए जीएसटी पंजीकरण अनिवार्य है।
बैंक खाता
एक बार कंपनी या एलएलपी शामिल हो जाने के बाद, बैंक से संपर्क करके व्यवसाय के नाम पर एक बैंक खाता आसानी से खोला जा सकता है। प्रोपराइटरशिप फर्म के मामले में, व्यवसाय के नाम पर बैंक खाता खोलने के लिए पहले जीएसटी पंजीकरण प्राप्त करना होगा। ईकामर्स मार्केटप्लेस पर सूचीबद्ध होने या मालिकाना ईकामर्स वेबसाइट के लिए भुगतान गेटवे प्राप्त करने के लिए बैंक खाता खोलना आवश्यक है।
पेमेंट गेटवे
ग्राहक भुगतान को संसाधित करने के लिए एक मालिकाना ईकामर्स वेबसाइट के लिए भुगतान गेटवे की आवश्यकता होगी। पेमेंट गेटवे वेबसाइट को कई बैंकों और क्रेडिट कार्ड कंपनियों से क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग भुगतान स्वीकार करने की अनुमति प्रदान करता है।
इसलिए, एक भुगतान गेटवे ऑनलाइन भुगतान के कई रूपों को स्वीकार करने के लिए पर्याप्त है। एक बार, ग्राहक से भुगतान प्राप्त हो जाने पर, भुगतान एक या दो व्यावसायिक दिनों में प्रदान किए गए भुगतान गेटवे द्वारा व्यवसाय के बैंक खाते में भेज दिया जाता है। अधिक जानने के लिए “पेमेंट गेटवे कैसे प्राप्त करें” पर लेख पढ़ें।
ऑनलाइन मार्केटप्लेस के माध्यम से बेचने के मामले में, मार्केटप्लेस अपने पेमेंट गेटवे के माध्यम से भुगतान स्वीकार करेगा और पैसे सीधे विक्रेता के बैंक खाते में जमा करेगा। इसलिए, इसे भुगतान गेटवे की आवश्यकता नहीं है और केवल एक बैंक खाता आवश्यक है।
कानूनी दस्तावेजों
ऑनलाइन बिक्री करते समय, नियम और शर्तों के दस्तावेज़ और गोपनीयता नीति के उचित उपयोग के माध्यम से व्यवसाय और व्यवसाय के प्रमोटरों की रक्षा करना महत्वपूर्ण है। एक मालिकाना ईकामर्स वेबसाइट के मामले में, नियम और शर्तें, अस्वीकरण और गोपनीयता नीति को व्यवसाय द्वारा अपनी गतिविधियों और ऑनलाइन बेचे जाने वाले उत्पादों की प्रकृति के आधार पर तैयार करना होगा।
यदि व्यवसाय ऑनलाइन मार्केटप्लेस के माध्यम से बेचता है, तो कानूनी दस्तावेज या विक्रेता समझौता बाज़ार द्वारा प्रदान किया जाता है और विक्रेता को विक्रेता के समझौते का पालन करना चाहिए। किसी भी व्यवसाय के लिए समझौते पर सहमत होने से पहले विक्रेता समझौतों को पढ़ना महत्वपूर्ण है।
हमें आशा है की यह पसत पढ़ने के बाद आपके सवाल ई कॉमर्स बिज़नेस आईडिया और प्लान (eCommerce Business Idea & Plan in Hindi) के बारे में पूरी जानकारी हो गयी होगी तो बिना देर किये आप भी ऑनलाइन ई कॉमर्स बिज़नेस शुरू करें और लाखों रुपये कमाए।
FAQ – eCommerce से जुड़े सवाल
विकास तिवारी इस ब्लॉग के मुख्य लेखक हैं. इन्होनें कम्प्यूटर साइंस से Engineering किया है और इन्हें Technology, Computer और Mobile के बारे में Knowledge शेयर करना काफी अच्छा लगता है.