ट्रेड फोरेक्स

क्या भारत में Forex कानूनी है

क्या भारत में Forex कानूनी है

जांच के घेरे में फॉरेक्स डीलर

विदेशी मुद्रा विनिमय कारोबारी इस समय केंद्रीय जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं। उन पर कथित रूप क्या भारत में Forex कानूनी है से विदेश में धन भेजने की सुविधा के दुरुपयोग का आरोप है, जिसमें भारतीय रिजर्व बैंक की उदारीकृत धनप्रेषण योजना (एलआरएस) भी शामिल है। इस मामले से जुड़े सूत्रों ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने पाया है कि भारत का धन भेजे जाने में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है, खासकर थाईलैंड, दुबई, सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग में धन भेजा जा रहा है। इसकी वजह से जांच एजेंसियां यह देखने को प्रेरित हुई हैं कि क्या यह कानूनी तौर पर जा रहा है या काले धन के लिए इसका दुरुपयोग हो रहा है।

अनुमान से पता चलता है कि इन देशों में 2018 में करीब 20,000 से 30,000 करोड़ रुपये भेजे गए हैं। इनमें से सिर्फ थाईलैंड में 5,000 करोड़ रुपये भेजे गए हैं। इस मामले से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, 'हम अन्य देशों से भी आंकड़े प्राप्त कर रहे हैं, जिनसे पता चलता है कि इन देशों में भारी मात्रा में धन भेजा जा रहा है। यह आंकड़े कानूनी तौर पर भेजे जाने वाले धन के हैं, जिससे भारतीयों को विदेश में धन भेजने की अनुमति है।' पिछले सप्ताह वित्त मंत्रालय व भारतीय क्या भारत में Forex कानूनी है रिजर्व बैंक के साथ बैठक में जांच एजेंसियों ने अस्वाभाविक स्थिति को लेकर चिंता जताई थी। इस मामले की तत्काल जांच की मांग करते हुए केंद्रीय एजेंसियों ने धन भेजने के एलआरएस व अन्य कानूनी माध्यमों को सख्त करने को भी कहा था।

एक सूत्र ने कहा कि नियामकीय ध्यान हटाने के लिए विदेशी मुद्रा के डीलर अक्सर एलआरएस के तहत फर्जी रसीद तैयार करते हैं और तमाम खातों की पहचान छिपा लेते हैं। उपरोक्त उल्लिखित अधिकारी ने कहा, 'जिन मामलों में हमें इस तरह की अनियमितता की संभावना नजर आई है, हमने वहां नोटिस भेजा है।' रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों के मुताबिक कोई भी भारतीय एक वित्त वर्ष में किसी अनुमति प्राप्त चालू खाते या पूंजी खाते के लेनदेन के माध्यम से एलआरएस के तहत केंद्रीय बैंक की अनुमति के बगैर 2,50,000 डॉलर भेज सकता है। बहरहाल रिजïर्व बैंक तकनीकी खामी पाए जाने पर नियमित रूप से स्पष्टीकरण मांगता है। जुर्माने भी लगाए जाते हैं।

एचएसबीसी स्विस सूची और पनामा पेपर में भारतीयों के नाम आने के बाद धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत ईडी ने विदेश में धन भेजे जाने को लेकर तमाम नोटिस जारी किए हैं। एलआरएस के माध्यम से निवेश से होने वाली आमदनी पर भारत में कर लगता है।

Forex Reserves: लगातार चौथे सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार में आई कमी, जानिए कितना है गोल्ड रिजर्व

प्रतीकात्मक तस्वीर

India Forex Reserves: 17 दिसंबर, 2021 को खत्म हुए सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 16 करोड़ डॉलर घटकर 635.667 अरब डॉलर पर पहुंच गया. विदेशी मुद्रा भंडार में यह गिरावट मुख्य रूप से फॉरेन करेंसी एसेट यानी एफसीए (FCA) में आई कमी की वजह से हुई.

  • पीटीआई
  • Last Updated : December 25, 2021, 15:13 IST

मुंबई. देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves/Forex Reserves) में लगातार चौथे सप्ताह कमी आई है. 17 दिसंबर, 2021 को खत्म हुए सप्ताह में यह 16 करोड़ डॉलर घटकर 635.667 अरब डॉलर रह गया. भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई (RBI) की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है.

इससे पहले 10 दिसंबर, 2021 को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 7.7 करोड़ डॉलर घटकर 635.828 अरब डॉलर रह गया था. इससे पहले 3 दिसंबर को खत्म हुए सप्ताह में यह 1.783 अरब डॉलर घटकर 635.905 अरब डॉलर रह गया था. इससे पहले 26 नवंबर को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.713 अरब डॉलर घटकर 637.687 अरब डॉलर रह गया था.

64.5 करोड़ डॉलर घटी एफसीए
आरबीआई के शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार 17 दिसंबर को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में यह गिरावट मुख्य रूप से फॉरेन करेंसी एसेट यानी एफसीए (Foreign Currency Assets) में आई कमी की वजह से हुई जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. रिजर्व बैंक ने कहा कि रिपोर्टिंग वीक में भारत की एफसीए (FCA) 64.5 करोड़ डॉलर घटकर 572.216 अरब डॉलर हो गई. डॉलर में बताई जाने वाली एफसीए में विदेशी मुद्रा भंडार में रखी यूरो, पाउंड और येन जैसी दूसरी विदेशी मुद्राओं के मूल्य में वृद्धि या कमी का प्रभाव भी शामिल होता है.

गोल्ड रिजर्व बढ़ा
इसके अलावा रिपोर्टिंग वीक में गोल्ड रिजर्व का मूल्य 47.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 39.183 अरब डॉलर हो गया. रिपोर्टिंग वीक में इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी एमआईएफ (IMF) में देश का एसडीआर यानी स्पेशल ड्राइंग राइट (Special Drawing Rights) 19.089 अरब डॉलर पर अपरिवर्तित रहा. आईएमएफ में देश का मुद्रा भंडार 90 लाख डॉलर बढ़कर 5.179 अरब डॉलर हो गया.

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फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करे Forex Trading in India in Hindi

आज बहुत से लोग शेयर मार्किट के अन्दर ट्रेडिंग करते है और अच्छे पैसे कमाते है इसके साथ बहुत से लोग Forex ट्रेडिंग भी करते है इसके अन्दर भी बहुत से लोग अच्छे पैसे कमाते है लेकिन बहुत से लोगो को Forex ट्रेडिंग के बारे में इतना पता नही है इस लिए वह ट्रेडिंग नही कर पाते है तो आपको बता दे Forex , जिसे विदेशी मुद्रा, एफएक्स या Currency Trading, के रूप में भी जाना जाता है|

Forex Trading in India in Hindi

एक Decentralized Global Market है जहां दुनिया की सभी Currency Trading करती हैं। विदेशी मुद्रा बाजार दुनिया का सबसे बड़ा, सबसे अधिक तरल बाजार है, जिसकी औसत दैनिक ट्रेडिंग मात्रा $ 6 ट्रिलियन से अधिक है। दुनिया के तमाम शेयर बाजार इसके करीब भी नहीं आते। लेकिन आपके लिए इसका क्या मतलब है? विदेशी मुद्रा व्यापार पर करीब से नज़र डालें और आपको कुछ रोमांचक व्यापारिक अवसर मिल सकते हैं जो अन्य निवेशों के साथ उपलब्ध नहीं हैं।

फॉरेक्स मार्केट क्या है? Forex Trading Details hindi

फॉरेक्स (जिसे फॉरेक्स या FX भी कहा जाता है) का मतलब ग्लोबल, ओवर-द-काउंटर मार्केट (OTC) से है जहां ट्रेडर, निवेशक, संस्थान और बैंक, एक्सचेंज सट्टा लगाते हैं, विश्व क्या भारत में Forex कानूनी है करेंसियां खरीदते और बेचते हैं।

ट्रेडिंग ‘इंटरबैंक बाजार’ पर किया जाने वाला ऑनलाइन चैनल, जिसके माध्यम से, सप्ताह में पांच दिन चौबीसों घंटे करेंसियां ट्रेड की जाती हैं। फॉरेक्स सबसे बड़े ट्रेडिंग बाजारों में से एक है, ग्लोबल दैनिक ट्रेड 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक होने का अनुमान है।

फॉरेक्स ट्रेडिंग मार्केट कैसे काम करती है

शेयरों या वस्तुओं के विपरीत Forex Trading एक्सचेंजों पर नहीं बल्कि सीधे Two Parties के बीच एक ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) बाजार में होता है। विदेशी मुद्रा बाजार बैंकों के वैश्विक नेटवर्क द्वारा चलाया जाता है, जो अलग-अलग समय क्षेत्रों में चार प्रमुख Forex Trading केंद्रों में फैला हुआ है: लंदन, न्यूयॉर्क, सिडनी और टोक्यो। क्योंकि कोई केंद्रीय स्थान नहीं है, आप 24 घंटे विदेशी मुद्रा व्यापार कर सकते हैं।

फॉरेक्स ट्रेडिंग मार्किट के तीन अलग-अलग प्रकार हैं: Forex Trading Details hindi

स्पॉट फॉरेक्स मार्केट: एक मुद्रा जोड़ी का भौतिक आदान-प्रदान, क्या भारत में Forex कानूनी है जो व्यापार के ठीक उसी बिंदु पर होता है – यानी ‘मौके पर’ – या थोड़े समय के भीतर

फॉरवर्ड फॉरेक्स मार्केट: एक अनुबंध एक निर्दिष्ट मूल्य पर एक मुद्रा की एक निर्धारित राशि को खरीदने या बेचने के लिए सहमत है, भविष्य में एक निर्धारित तिथि पर या भविष्य की तारीखों की एक सीमा के भीतर तय किया जाएगा।

फ्यूचर फॉरेक्स मार्केट: भविष्य में एक निर्धारित मूल्य और तारीख पर किसी दिए गए मुद्रा की एक निर्धारित राशि को खरीदने या बेचने के लिए एक अनुबंध पर सहमति व्यक्त की जाती है। आगे के विपरीत, एक वायदा अनुबंध कानूनी रूप से बाध्यकारी है
​विदेशी मुद्रा की कीमतों पर अटकलें लगाने वाले अधिकांश व्यापारी मुद्रा की डिलीवरी स्वयं लेने की योजना नहीं बनाएंगे; इसके बजाय वे बाजार में मूल्य आंदोलनों का लाभ उठाने के लिए विनिमय दर की भविष्यवाणी करते हैं।

फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए जरुरी टर्म्स

भारत में करेंसी ट्रेड से संबंधित कुछ विशिष्ट शब्द इस प्रकार हैं:

स्पॉट प्राइस और फ्यूचर्स प्राइस – स्पॉट प्राइस वह कीमत है जिस पर एक करेंसी पेयर वर्तमान में मार्केट में ट्रेड कर रही है। फ्यूचर प्राइस वह मूल्य है जिस पर फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट मार्केट में ट्रेड करता है।

लॉट साइज – करेंसी ट्रेडिंग बहुत सारे पेयर्स में किया जाता है और विभिन्न पेयर्स के लिए लॉट साइज तय किया गया है। USD / INR, GBP / INR, EUR / INR के लिए, यह 1000 है और JPY / INR के लिए, यह 10000 है।

कॉन्ट्रैक्ट साइकल – एक महीने, दो महीने, तीन महीने से बारहवें महीने तक की करेंसी के फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट के लिए अलग-अलग एक्सपायरी साइकल हैं।

एक्सपायरी डेट – इसमें एक फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट की समाप्ति तिथि निर्दिष्ट है। यह कॉन्ट्रैक्ट महीने का अंतिम कार्य दिवस (शनिवार को छोड़कर) है। कॉन्ट्रैक्ट के ट्रेडिंग के लिए अंतिम दिन अंतिम सेटलमेंट की तारीख या मूल्य की तारीख से दो दिन पहले होगा।

सेट्लमेंट की तारीख – सभी कॉन्ट्रैक्ट के लिए, लास्ट सेट्लमेंट डेट महीने का लास्ट बिज़नेस डे है।

बेस: आधार, फ्यूचर प्राइस और स्पॉट प्राइस के बीच का अंतर है।

बेस = फ्यूचर प्राइस – स्पॉट प्राइस Forex Trading Details hindi

एक सामान्य मार्केट में, आधार सकारात्मक होता है क्योंकि फ्यूचर प्राइस सामान्य रूप से स्पॉट प्राइस से अधिक होता हैं।

पिप या टिक – पिप प्रतिशत में एक बिंदु के लिए संक्षिप्त रूप है। इसे टिक भी कहा जाता है। पिप एक करेंसी पेयर में परिवर्तन की एक स्टैंडर्ड यूनिट है।

1 पिप सबसे छोटी राशि का प्रतिनिधित्व करता है जिसके द्वारा एक करेंसी क्वोट बदल सकती है। सभी चार करेंसी पेयर, USD / INR, GBP / INR, EUR / INR और JPY / INR के लिए 1 पाइप का मूल्य 0.0025 निर्धारित है।

मार्जिन – एक फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट में प्रवेश करने से पहले, एक प्रारंभिक मार्जिन आवश्यक होती है जिसे ट्रेडिंग खाते में जमा करने की आवश्यकता होती है।

फ्यूचर ट्रेडिंग करते समय, हमें बस हर ट्रेड के लिए मार्जिन राशि जमा करने की आवश्यकता होती है। पूरी राशि खाते में होने की आवश्यकता नहीं है।

किसी ट्रेडर के लिए यह एक अच्छा लाभ है, अगर मार्केट अपेक्षित दिशा में आगे बढ़ता है।

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क्या भारत में Forex कानूनी है

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Q72. Consider the following functions of the Foreign Exchange Management Act FEMA1. FEMA restricts activities such as payments made to any person outside India and receipts from them.2. FEMA imposes restriction on people living in India who carry out transactions in foreign exchange, foreign security or who own or क्या भारत में Forex कानूनी है hold immovable property abroad.3. FEMA regulates the exporters to furnish their export details to RBI. Which of the above statements is/ are correct?विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम फेमा के निम्नलिखित कार्यों पर विचार करें?1. फेमा भारत के बाहर किसी भी व्यक्ति को किए गए भुगतान और उनसे होने वाले प्राप्तियों जैसे गतिविधियों को प्रतिबंधित करता है।2. फेमा भारत में रहने वाले लोग जो विदेशों में विदेशी मुद्रा, विदेशी प्रतिभूति या विदेशों में अचल संपत्ति रखते हैं पर प्रतिबंध लगाता है।3. फेमा, निर्यातकों द्वारा आरबीआई को अपने निर्यात विवरण प्रस्तुत करने के लिए नियंतिरत करता है। उपर्युक्त कथनों में से कौन सा सत्य है?

Q72. Consider the following functions of the Foreign Exchange Management Act (FEMA)

1. FEMA restricts activities such as payments made to any person outside India and receipts from them.

2. FEMA imposes restriction on people living in क्या भारत में Forex कानूनी है India who carry out transactions in foreign exchange, foreign security or who own or hold immovable property abroad.

3. FEMA regulates the exporters क्या भारत में Forex कानूनी है to furnish their export details to RBI.

Which of the above statement(s) is/ are correct?

विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के निम्नलिखित कार्यों पर विचार करें?

1. फेमा भारत के बाहर किसी भी व्यक्ति को किए गए भुगतान और उनसे होने वाले प्राप्तियों जैसे गतिविधियों को प्रतिबंधित करता है।

2. फेमा भारत में रहने वाले लोग जो विदेशों में विदेशी मुद्रा, विदेशी प्रतिभूति या विदेशों में अचल संपत्ति रखते हैं पर प्रतिबंध लगाता है।

3. फेमा, निर्यातकों द्वारा आरबीआई को अपने निर्यात विवरण प्रस्तुत करने के लिए नियंत्रित करता है।

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा, जानें सोने के भंडार में हुई कितनी वृद्धि

देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार छठे सप्ताह बढ़ता हुआ 446.10 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, एक नवंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.52.

 भारत का विदेशी मुद्रा भंडार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा, जानें सोने के भंडार में हुई कितनी वृद्धि

देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार छठे सप्ताह बढ़ता हुआ 446.10 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। रिजर्व बैंक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, एक नवंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 3.52 अरब डॉलर की वृद्धि के साथ 446.10 अरब डॉलर क्या भारत में Forex कानूनी है पर रहा जो अब तक का रिकॉर्ड स्तर है।

यह लगातार छठा सप्ताह है जब इसमें बढ़ोतरी देखी गयी है। इससे पहले 25 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 1.832 अरब डॉलर बढ़कर 442.58 अरब डॉलर पर रहा था। छह सप्ताह में यह 17.क्या भारत में Forex कानूनी है 53 अरब डॉलर बढ़ चुका है। विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति एक नवंबर को समाप्त सप्ताह में 3.20 क्या भारत में Forex कानूनी है अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 413.65 अरब डॉलर हो गयी।

इस दौरान स्वर्ण भंडार 30.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 27.53 अरब डॉलर पर पहुँच गया। आलोच्य सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास आरक्षित निधि एक करोड़ डॉलर चढ़कर 3.65 अरब डॉलर पर और विशेष आहरण अधिकार 20 लाख डॉलर बढ़कर 1.44 अरब डॉलर पर रहा।

गोल्ड-सिल्वर के दामों में आई भारी गिरावट, जानें क्या आज का रेट

सोना तथा चांदी में ग्राहकी सुस्ती से हाजिर भाव नरमी लिए रहे। बीते सप्ताह में सोने के भाव में लगभग 180 रुपये प्रति 10 ग्राम तथा चांदी के भाव 1800 रुपये की गिरावट लिए रहे। कारोबार की शुरुआत में सोमवार को सोना 38920 रुपये पर खुलने के बाद शनिवार को 38740 रुपये प्रति दस ग्राम होकर थमा। चांदी में व्यापार की शुरुआत 46575 रुपये पर हुई वहीं अंतिम दिन सौदे 44875 रुपये के स्तर हुए।

कामकाज में सोना ऊंचे में 39010 नीचे में 38700 रुपये प्रति 10 ग्राम बिका। व्यापार में चांदी ऊपर में 46775 तथा नीचे 44850 रुपये प्रति किलोग्राम बिकी। कारोबार के अंतिम दिन विदेशी बाजार में सोना 1459.00 डॉलर तथा चांदी 16.76 सेन्ट प्रति औंस बिकी।

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