धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत

Bitcoin की चार दिन की चांदनी फिर घाटे की रात, फिर धड़ाम हुई Cryptocurrency
राज एक्सप्रेस। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक ऐसी करेंसी है, जो ज्यादातर सुर्ख़ियों में बनी रहती है। इसको लेकर कई नियम निर्धारित किए गए हैं। क्योंकि, कई देशों में इसे इल्लीगल भी माना जाता है। क्रिप्टोकरेंसी में सबसे ज्यादा नाम जो सुना जाता है वो बिटकॉइन (Bitcoin) का है और बिटकॉइन आज कल काफी ट्रैंड में चल रहा है। आज कल आपने हर किसी को बिटकॉइन में इन्वेस्ट करने की बात कहते सुना होगा। Bitcoin में पिछले दिनों गिरावट के बाद बीच में हल्की-फुल्की बढ़त दर्ज होने के बाद फिर लुढ़कता नजर आया।
क्रिप्टोकरेंसी में फिर दर्ज हुई गिरावट :
दरअसल, पिछले काफी समय से क्रिप्टो मार्केट के नंबर वन पर रहने वाली वर्चुल कॉइन Bitcoin की कीमत में लगातार गिरावट दर्ज की गई, लेकिन पिछले दिनों Bitcoin में बढ़त दर्ज होने से थोड़ी राहत महसूस हुई ही थी कि, आज फिर Bitcoin में गिरावट दर्ज हो गई है। इसी कड़ी में गुरुवार को भारत के समय के अनुसार सुबह 9:41 बजे तक ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कैप Bitcoin में 0.11% की गिरावट दर्ज हुई। इस गिरावट के बाद Bitcoin की कीमत 895.66 बिलियन डॉलर पर जा पहुंची है। हालांकि, आज Bitcoin के साथ ही Ethereum में भी गिरावट का मंजर देखने को मिला है। जबकि Shiba Inu (शिबा इनु) में काफी बढ़त देखने को मिली है।
किस करेंसी में कितनी गिरावट और बढ़त :
Coinmarketcap द्वारा जारी किये गए आंकड़ों के अनुसार, आज गुरुवार को Bitcoin की कीमत में 0.53% की गिरावट दर्ज हुई। जिसके बाद यह 20,230.29 डॉलर पर ट्रेड करता नजर आया। वहीं, दूसरे सबसे बड़े कॉइन Ethereum की कीमत देखी जाए तो इसकी कीमत में पिछले 24 घंटों में 1.70% की गिरावट दर्ज हुई जिसके बाद यह 1,076.18 डॉलर पर जा पंहुचा। Shiba Inu में दर्ज हुई बढ़त पर नजर डालें तो, पिछले 48 घंटों के दौरान Shiba Inu में काफी बढ़त दर्ज की गई है। इस बढ़त के बाद गुरुवार को इसकी कीमत 0.000009943 अमेरिकी डॉलर पर नजर आई। वहीं, एक नजर एवलॉन्च (Avalaunch) पर डालें तो इसमें 2% की बढ़त दर्ज हुई है। जबकि, पॉलिगॉन (Polygon – MATIC) में 20% की बढ़त दर्ज हुई है। बता दें, यह सभी क्रिप्टोकरेंसी के ही प्रकार है।
जारी हुए आंकड़े :
पॉलिगॉन (Polygon – MATIC) की कीमत $0.4885, बदलाव: +20.88%
शिबा इनु (Shiba Inu) – की कीमत $0.000009943, बदलाव: +2.48%
एवलॉन्च (Avalanche) – की कीमत $16.66, बदलाव: +2.44%
बीएनबी (BNB) – की कीमत $217.80, बदलाव: +0.93%
एक्सआरपी (XRP) – की कीमत $0.3245, बदलाव: +0.63%
सोलाना (Solana – SOL) – की कीमत $35.15, बदलाव: +0.62%
कार्डानो (Cardano – ADA) – की कीमत $0.4681, बदलाव: +0.37%
पोल्काडॉट (Polkadot – DOT) – की कीमत $7.52, बदलाव: +0.22%
डोज़कॉइन (Dogecoin – DOGE) – की कीमत $0.06272, बदलाव: -0.72%
ट्रोन (Tron TRX) – की कीमत $0.06379, बदलाव: -0.52%
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cryptocurrency न्यूज़
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Cryptocurrency से आरबीआई की Digital Currency अलग कैसे? किसमें निवेश फायदेमंद, कौन डुबाएगा लुटिया
Cryptocurrency vs Digital Currency: अगर आप डिजिटल करेंसी को भी क्रिप्टोकरेंसी समझने की भुल करते हैं तो आपको जान लेना चाहिए कि दोनों में क्या अंतर है और डिजिटल करेंसी किन मायनों में क्रिप्टोकरेंसी से अलग है।
RBI की डिजिटल करेंसी से ले रहे सीख! अपने यहां जल्द लॉन्च करेंगे अमेरिका समेत 100 देश, 2024 के लिए ये है योजना
RBI Digital Currency: हाल ही में भारत की केंद्रीय बैंक आरबीआई ने डिजिटल करेंसी की शुरुआत की है, जिसके बाद से इसकी चर्चा जोरों पर पूरे विश्व में हो रही है। ये 100 देश अब अपने यहां भी इसे लॉन्च करने की प्लानिंग कर रहे हैं।
RBI की डिजिटल करेंसी के साथ भारत में शुरू हो रहा नया युग, जानिए आपको कितना फायदा होगा
डिजिटल करेंसी भारत में हमेशा से ही चर्चा का विषय रही है। कारण है क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को लेकर सख्ती। लेकिन अब आरबीआई की तरफ से डिजिटल करेंसी पेश करने की बात हो रही है। जाहिर है यह कदम भारत के कई सेक्टर्स को नई दिशा देगा। तो चलिए जानते हैं कि डिजिटल करेंसी क्या होती है और इसके क्या फायदे हैं।
Cryptocurrency निवेशकों को तीसरी तिमाही में 3490 करोड़ का नुकसान, यह रही बड़ी वजह
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Digital Currency: 7% भारतीय के पास डिजिटल करेंसी, सबसे ज्यादा यूक्रेन के पास है 12.7 फीसदी
Digital Currency: संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी के दौरान दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल अभूतपूर्व दर से बढ़ा है। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि भारत में सात फीसदी से अधिक आबादी के पास डिजिटल करेंसी है।
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धोखेबाज पहले नकली डोमेन बनाते हैं जो वैध क्रिप्टो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का कॉपी होता है। इसी के जरिये वो फर्जीवाड़ा को अंजाम देते हैं।
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बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी में भारी गिरावट की वजह वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव और महंगाई है।
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क्रिप्टो को ‘फिएट करेंसी’ बनने की परीक्षा पास करनी अभी बाकी है। फिएट करेंसी सरकार द्वारा समर्थित मुद्रा है।
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आरबीआई के अधिकारियों ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी का बैंकिंग प्रणाली पर भी नकारात्मक असर होगा क्योंकि आकर्षक परिसंपत्तियां होने के कारण हो सकता है।
Cryptocurrency धड़ाम! Bitcoin समेत सारे क्वाइन 10% से 50% तक लुढ़के, 30% Tax के बाद अब 28% GST वसूलने की तैयारी
बिटक्वाइन क्रिप्टोकरेंसी का 11:30 बजे रेट इनवेस्टिंग डॉट कॉम पर 31,956.70 डॉलर का चल रहा है। हालांकि, आज मार्निंग में यह टूटकर 30 हजार के नीचे पहुंच गया था।
Confusion On Crypto: भारत में क्रिप्टो करेंसी से जुड़े नियम आने में लगेगा समय, वित्त मंत्री सीतारमण ने बताया कारण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टो करेंसी के दुरुपयोग की आशंका जताते हुए कहा कि भारत इस डिजिटल मुद्रा के नियमन को लेकर सोच-विचार कर निर्णय करेगा।
क्रिप्टोकरेंसी से मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग का डर, सीतारमण ने दुनियाभर से की सख्ती की मांग
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग के जोखिम को कम करने के लिए वैश्विक स्तर पर क्रिप्टोकरेंसी को नियमित करने की एक सुदृढ़ योजना का सुझाव दिया है।
RBI, राजस्व विभाग और DEA तैयार कर रहा क्रिप्टोकरेंसी पर 'FAQ', जानिए, इसके फायदे
क्रिप्टोकरेंसी और अन्य डिजिटल मुद्राओं का लेनदेन करने वालों के लिए कराधान के पहलू स्पष्ट हो सकेगा।
क्रिप्टो करेंसी में आई भारी गिरावट, बिटकॉइन, इथीरियम धड़ाम, अमेरिका में बढ़ती महंगाई बनी वजह
Cryptocurrency: अमेरिका में बढ़ती महंगाई और रिटेल इंफ्लेशन की रिपोर्ट के बाद क्रिप्टोकरेंसी में तेज गिरावट देखने को मिली. गुरुवार को सुबह शुरुआती कारोबार में क्रिप्टो 4-6 फीसदी नीचे रहा.
Cryptocurrency: महंगाई पर उम्मीद से बदतर आई रिपोर्ट के बाद अमेरिकी शेयर बाजार पर इसका असर देखने को मिल रहा है और शेयर लगभग 2 साल के अपने सबसे कमजोर स्तर तक जा रहे हैं. अमेरिका में रिटेल इंफ्लेशन की रिपोर्ट आने के बाद गुरुवार की सुबह S&P 500 कारोबार में 1.4 फीसदी नीचे था. रिपोर्ट में महंगाई दर अधिक व्यापक रूप से फैल रही है और यह अपने 40 साल में सबसे ऊपरी स्तर पर जा रही है. इसे देखते हुए फेड को ब्याज दरों में और बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है और मंदी की भी आशंका की जा सकती है. वहीं क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में भी 4-6 फीसदी तक गिरावट देखने को मिली.
क्रिप्टो में आई 4 फीसदी की गिरावट
गुरुवार को क्रिप्टोकरेंसी में 4 से 6 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली. BITCOIN 3.5 फीसदी की गिरावट पर ट्रेड धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत कर रहा था और ETHEREUM भी 3.13 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे. टेक कंपनियों ने वॉल स्ट्रीट पर शेयरों की गिरावट का नेतृत्व किया. वहीं सोना भी 1.5 फीसदी की गिराट पर था.
एक चौथाई टूटे शेयर
सुबह 10 बजे के करीब Dow Jones Industrial Average 287 अंक या 1 फीसदी तक गिरकर 28,923 पर आ गई. वहीं नैस्डैक (Nasdaq) कंपोजिट 2.2% कम था. गुरुवार सुबह ट्रेडिंग की शुरुआत में तीनों इंडेक्स नीचे थे, जिसमें एसएंडपी 500 2.4% और डॉव 549 अंक नीचे था. चार दशकों में सबसे खराब मुद्रास्फीति की चिंता और फेडरल रिजर्व के कठोर उपायों के बीच स्टॉक्स में इस उनके वैल्यू के एक चौथाई की गिरावट आ चुकी है.
फेड के इन उपायों ने न केवल कर्ज को अधिक महंगा और विकास दरों की धीमा किया है, बल्कि ये स्टॉक, क्रिप्टोकरेंसी और लगभग हर दूसरे निवेश की कीमतों को भी गिराते है, क्योंकि उनका मतलब है कि बॉन्ड ब्याज में अधिक भुगतान कर रहे हैं, जो डॉलर को अन्य निवेश से दूर खींचता है.
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अजब-गजब: पाकिस्तानियों के 'क्रिप्टो प्रेम' ने उड़ाए सरकार के होश, बैन के बावजूद खरीद डाले 1 अरब के Bitcoin
फेडरेशन ऑफ पाकिस्तान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में तेजी से इजाफा हुआ है।
Bitcoin रिकॉर्ड उच्चतम स्तर से 40% टूटा, 42,000 डॉलर से नीचे लुढ़की कीमत
सिर्फ बिटकॉइन में ही बड़ी गिरावट नहीं आई बल्कि सभी क्रिप्टो करेंसी में गिरावट दर्ज की गई। इथर में भी करीब पांच फीसदी की गिरावट शुक्रवार को आई।
Top 5 Crypto: दुनिया की इन टॉप 5 क्रिप्टोकरंसी का मुनाफा देखकर उड़ जाएंगे होश, 520000 % तक चढ़ी कीमतें
अब सवाल उठता है कि इतनी कानूनी अड़चनों के बाद भी लोग बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टोकरेंसी में पैसा क्यों झोंक रहे हैं?
RBI लाएगा अपना 'बिटकॉइन'? रिजर्व बैंक की केंद्रीय बोर्ड की बैठक में हुई डिजिटल करेंसी पर चर्चा
रिजर्व बैंक क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ कई बार राय व्यक्त कर चुका है। वह इसे देश की वित्तीय स्थिरता के लिए गंभीर मानता है।
बिटकॉइन को करेंसी की मान्यता नहीं देगी सरकार, लोक सभा में वित्त मंत्रालय का जवाब
सरकार से पूछा कि क्या सरकार के पास देश में बिटकॉइन को मुद्रा के रूप में मान्यता देने का कोई प्रस्ताव है
क्रिप्टोकरेंसी उद्योग ने की निवेशकों से शांत रहने की अपील,सरकार से सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर कदम उठाने का आग्रह
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी इस महीने के प्रारंभ में क्रिप्टोकरेंसी को अनुमति दिए जाने के खिलाफ सख्त विचार व्यक्त किए थे और कहा था कि ये वित्तीय प्रणाली के लिए गंभीर खतरा है।
भारत में शिकंजे की खबरों के बीच भरभरा कर गिरे BitCoin के भाव, जानिए आप पर क्या होगा क्रिप्टो बैन का असर?
देश में लगभग 9-10 करोड़ लोगों का क्रिप्टो करेंसी में निवेश है। अभी तक लोगों ने करीब 70 हजार करोड़ रुपये डिजिटल करेंसी के रूप में इन्वेस्टमेंट किया है।
बिटकॉइन मूल्य के धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत फिर रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के पीछे क्या कारण है?
यह पहली बार है जब निवेशक न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में बिटकॉइन से संबंधित संपत्ति का व्यापार करने में सक्षम हुए हैं। इससे मीडिया और वित्तीय बाजारों में यह काफी चर्चा धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत में है।
CoinSwitch Kuber बनी भारत की दूसरी क्रिप्टो यूनिकॉर्न, निवेशकों से जुटाये 1943 करोड़ रुपये
कॉइनस्विच ने कहा कि इस राशि का इस्तेमाल वह घरेलू बाजार में क्रिप्टो का एक नाम बनाने के साथ-साथ देश में क्रिप्टो उद्योग के बारे लोगों को समझाने के लिए करेगी।
crypto Ban: चीन ने लगाया क्रिप्टो करेंसी में सभी लेन-देन पर बैन, धड़ाम हुई BitCoin की कीमत
मुद्राओं की तरह उपयोग होने वाले डिजिटल करेंसी डेरिवेटिव सौदे अवैध वित्तीय गतिविधियां हैं और यह प्रतिबंधित है।
Cryptocurrency: भारत में लाने की तैयारी, चीन ने किया सभी क्रिप्टोकरेंसी लेनदेन को अवैध घोषित
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कह चुकी हैं कि वह क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े विधेयक को लेकर मंत्रिमंडल की मंजूरी का इंतजार कर रही हैं। प्रस्तावित विधेयक उसके सामने है।
Bitcoin ने फिर पार किया 50,000 डॉलर का स्तर, मई में आई थी बड़ी गिरावट
चीन के बिटकॉइन की माइनिंग पर सख्ती करने और क्रिप्टो करेंसीज की ट्रेडिंग पर बंदिशें लगाने से क्रिप्टो मार्केट में कुछ सप्ताह पहले काफी गिरावट आई थी।
भारत में इस साल के अंत तक आएगा डिजिटल करेंसी मॉडल, RBI ने दी जानकारी
केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी पर काम कई वर्षों से चल रहा है। प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी जैसे बिटकॉइन के माध्यम से डिजिटल करेंसी ने बहुत अधिक लोकप्रियता हासिल कर ली है।
बिटकॉइन से होगी अमेजन पर शॉपिंग, जल्द ही ऑनलाइन पेमेंट के लिए दे सकता है मंजूरी
ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजॉन जल्द ही पेमेंट के तौर पर बिटक्वाइट या क्रिप्टोकरेंसी लेना शुरू करेगा।
क्रिप्टो करेंसी के विज्ञापनों पर दिशानिर्देशों को लेकर उच्च न्यायालय ने केंद्र, सेबी से मांगा जवाब
कोर्ट ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, सेबी और भारत में संचालन करने वाले, तथा खुदरा निवेशकों के लिये क्रिप्टो करेंसी के विज्ञापन देने वाले तीन क्रिप्टो-एक्सचेंजों को नोटिस जारी किया।
क्या भारत में खरीद सकते हैं बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसीज? RBI ने दी ये जानकारी
क्रिप्टोकरेंसीज की आसमान छूती कीमतों के बीच हर किसी के मन में यही सवाल है कि क्या भारत में हम बिटकॉइन खरीद सकते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी और ब्लॉकचेन के पक्ष में PayPal, कहा ये वित्तीय सेवाओं को लोकतांत्रिक बनाने में हैं मददगार
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल या वर्चुअल मुद्रा है, जिसमें उनकी यूनिट को जनरेट करने और फंड के ट्रासंफर को वेरीफाई करने में एनक्रिप्शन तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है।
एलन मस्क ने मारी पल्टी, Tesla ने Bitcoin से वाहन खरीद पर रोक लगाई
फरवरी में टेस्ला इंक (Tesla Inc) ने कहा था कि उसने बिटक्वॉइन (Bitcoin) में 1.5 अरब डॉलर का निवेश किया था।
क्रिप्टो करेंसी को लेकर सरकार का बड़ा फैसला? कंपनियों को लेनदेन का करना होगा खुलासा
बिटकॉइन जैसी किप्टो करेंसी की चर्चा आज कल जोरों पर है। भारत में भी सरकार से इस पर स्पष्ट दिशा निर्देश जारी करने की मांग की जा रही है।
Twitter CEO डोरसे ने किया Bitcoin में 17 करोड़ डॉलर का निवेश, राकेश झुनझुनवाला ने किया इसका विरोध
राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) ने बिटकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी का विरोध करते हुए कहा कि वह 5 डॉलर में भी बिटकॉइन को नहीं खरीदेंगे।
Bitcoin Price India INR: बिटक्वाइन हुआ धड़ाम, 50 हजार रुपये से ज्यादा टूटा, यहां पहुंचा सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी का भाव
Bitcoin Price Update In INR: शुक्रवार को दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन में 1.69 फीसदी अथवा 50,000 रुपये से ज्यादा की गिरावट आई और इस कमी के साथ बिटक्वाइन का दाम 32,60,223 रुपये पर आ गया। इस कीमत पर बिटक्वाइन का बाजार पूंजीकरण 61.7 खरब रुपये हो गया है।
दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन ने साल 2022 की शुरुआत के बाद से कई बुरे दौर देखे, हालांकि कुछ सत्रों में इसमें उछाल भी देखने को मिला। बहरहाल, शुक्रवार को दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन में 1.69 फीसदी अथवा 50,000 रुपये से ज्यादा की गिरावट आई और इस कमी के साथ बिटक्वाइन का दाम 32,60,223 रुपये पर आ गया। इस कीमत पर बिटक्वाइन का बाजार पूंजीकरण 61.7 खरब रुपये हो गया है। गौरतलब है कि बीते साल नवंबर 2021 में अपनी ऑल टाइम हाई पर पहुंचने के बाद अब तक इसका दाम 50 फीसदी से ज्यादा कम हो गया है।
नवंबर 2021 के बाद से 50% टूटा
गौरतलब है सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की कीमत नवंबर 2021 में 69,000 डॉलर (51.28 लाख रुपये) के अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई थी। लेकिन इसके बाद से ही इसकी कीमत में अब तक करीब 29 लाख रुपये या करीब 50 पर्सेंट की गिरावट आ चुकी है। सिर्फ बीती 7 जनवरी को बिटक्वाइन के दाम 4.9 प्रतिशत तक गिरकर 41,008 डॉलर (30.48 लाख रुपये) तक पहुंच गए थे। साल 2021 में क्रिप्टोकरेंसी में जमकर निवेश हुआ और नए साल में भी क्रिप्टो बाजार में रौनक बरकरार रहने की उम्मीद है। लेकिन साल 2021 के अंत में और साल 2022 की शुरुआत धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत में क्रिप्टो बाजार में बड़ा भूचाल आया और निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है।
इस साल जोरदार उछाल की उम्मीद
विश्लेषकों ने पहले अनुमान लगाया था कि 2021 के अंत में बिटक्वाइन दोबारा 48,00,000 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच सकता है, जिसे इस पसंदीदा क्रिप्टोकरेंसी ने पार कर लिया था। इसके साथ ही आने वाले समय में विश्लेषकों ने इसके 98000 डॉलर (73,50,000 रुपये) के स्तर को छूने का अनुमान लगाया है। 2022 के लिए तो क्रिप्टो विशेषज्ञों का कहना है कि यह दोबारा रिकॉर्ड तोड़कर एक लाख डॉलर यानी करीब 75 लाख रुपये पर पहुंच जाएगा। वहीं साल के अंत तक इसकी कीमत 1,35,000 डॉलर (1,01,25,000 रुपये) तक पहुंचने की संभावना जताई गई है।
क्रिप्टोकरेंसी में सबसे मूल्यवान है बिटक्वाइन
क्रिप्टोकरेंसी आभाषी करेंसी है यानी आप इसे देख नहीं सकते। आसान शब्दों में कहें तो आप इसे डिजिटल रुपया कह सकते हैं। क्रिप्टोकरेंसी को कोई बैंक जारी नहीं करती है। इसे जारी करने वाले ही इसे कंट्रोल करते हैं। इसका इस्तेमाल डिजिटल दुनिया में ही होता है। वर्तमान में विश्व में बिटक्वान के साथ ही कई तरह की वर्चुअल करेंसी मौजूद हैं। मगर इनमें से बिटक्वाइन का मूल्य सबसे अधिक है।पिछले कुछ समय से निवेशकों का आकर्षण बिटक्वाइन की ओर तेजी से बढ़ा है। बिटक्वाइन ने निवेशकों को जोरदार रिटर्न भी दिया है।
कब हुई थी बिटक्वाइन की शुरुआत?
इस डिजिटल करेंसी को सामने लाने का श्रेय सतोशी नाकामोतो नामक व्यक्ति को जाता है। लोग मानते हैं कि साल 2009 में सतोशी नाकामोतो नामक समूह ने पहली बार बिटक्वाइन को दुनिया के सामने पेश किया था। हालांकि, ये कौन हैं और कहां हैं यह सवाल आज भी एक रहस्य बना हुआ है। इसकी शुरुआत 2009 में हुई और देखते ही देखते ये अब बहुत अधिक लोकप्रियता हासिल कर चुकी है। गौरतलब है कि इस करेंसी पर कोई सरकारी नियंत्रण नहीं हैं। इसका इस्तेमाल डिजिटल दुनिया में ही होता है। इसको कोई बैंक या सरकार कंट्रोल नहीं करती है।
क्रिप्टो के कारोबार में जोखिम भी कम नहीं
यह क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थिर है और इसलिए इसका कारोबार भी बहुत जोखिम भरा है। उदाहरण के लिए, जनवरी 2021 में बिटक्वाइन का मूल्य बढ़कर 42,000 डॉलर हो गया था और फिर ये 30,000 डॉलर तक गिर गया। एक हफ्ते के दौरान फिर से बढ़कर 40,000 डॉलर हो गया था। बिटक्वाइन के लिए आपके पास एक एप होता है जिसके जरिए आप लेन देन करते हैं। मान कर चलिए कि सर्वर से आपकी फाइल हट गई या पासवर्ड गलत हो गया तो समझ लो आपके पैसे हमेशा के लिए खो गए। हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि कुछ लोगों ने लाखों के बिटक्वाइन इसलिए खो दिए क्योंकि उनके पास पासवर्ड नहीं है वह भूल गए।
विस्तार
दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन ने साल 2022 की शुरुआत के बाद से कई बुरे दौर देखे, हालांकि कुछ सत्रों में इसमें उछाल भी देखने को मिला। बहरहाल, शुक्रवार को दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन में 1.69 फीसदी अथवा 50,000 रुपये से ज्यादा की गिरावट आई और इस कमी के साथ बिटक्वाइन का दाम 32,60,223 रुपये पर आ गया। इस कीमत पर बिटक्वाइन का धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत बाजार पूंजीकरण 61.7 खरब रुपये हो गया है। गौरतलब है कि बीते साल नवंबर 2021 में अपनी ऑल टाइम हाई पर पहुंचने के बाद अब तक इसका दाम 50 फीसदी से ज्यादा कम हो गया है।
नवंबर 2021 के बाद से 50% टूटा
गौरतलब है सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की कीमत नवंबर 2021 में 69,000 डॉलर (51.28 लाख रुपये) के अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई थी। लेकिन इसके बाद से ही इसकी कीमत में अब तक करीब 29 लाख रुपये या करीब 50 पर्सेंट की गिरावट आ चुकी है। सिर्फ बीती 7 जनवरी को बिटक्वाइन के दाम 4.9 प्रतिशत तक गिरकर 41,008 डॉलर (30.48 लाख रुपये) तक पहुंच गए थे। साल 2021 में क्रिप्टोकरेंसी में जमकर निवेश हुआ और नए साल में भी क्रिप्टो बाजार में रौनक बरकरार रहने की उम्मीद है। लेकिन साल 2021 के अंत में और साल 2022 की शुरुआत में क्रिप्टो बाजार में बड़ा भूचाल आया और निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है।
इस साल जोरदार उछाल की उम्मीद
विश्लेषकों ने पहले अनुमान लगाया था कि 2021 के अंत में बिटक्वाइन दोबारा 48,00,000 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच सकता है, जिसे इस पसंदीदा क्रिप्टोकरेंसी ने पार कर लिया धड़ाम हुई बिटकॉइन की कीमत था। इसके साथ ही आने वाले समय में विश्लेषकों ने इसके 98000 डॉलर (73,50,000 रुपये) के स्तर को छूने का अनुमान लगाया है। 2022 के लिए तो क्रिप्टो विशेषज्ञों का कहना है कि यह दोबारा रिकॉर्ड तोड़कर एक लाख डॉलर यानी करीब 75 लाख रुपये पर पहुंच जाएगा। वहीं साल के अंत तक इसकी कीमत 1,35,000 डॉलर (1,01,25,000 रुपये) तक पहुंचने की संभावना जताई गई है।
क्रिप्टोकरेंसी में सबसे मूल्यवान है बिटक्वाइन
क्रिप्टोकरेंसी आभाषी करेंसी है यानी आप इसे देख नहीं सकते। आसान शब्दों में कहें तो आप इसे डिजिटल रुपया कह सकते हैं। क्रिप्टोकरेंसी को कोई बैंक जारी नहीं करती है। इसे जारी करने वाले ही इसे कंट्रोल करते हैं। इसका इस्तेमाल डिजिटल दुनिया में ही होता है। वर्तमान में विश्व में बिटक्वान के साथ ही कई तरह की वर्चुअल करेंसी मौजूद हैं। मगर इनमें से बिटक्वाइन का मूल्य सबसे अधिक है।पिछले कुछ समय से निवेशकों का आकर्षण बिटक्वाइन की ओर तेजी से बढ़ा है। बिटक्वाइन ने निवेशकों को जोरदार रिटर्न भी दिया है।
कब हुई थी बिटक्वाइन की शुरुआत?
इस डिजिटल करेंसी को सामने लाने का श्रेय सतोशी नाकामोतो नामक व्यक्ति को जाता है। लोग मानते हैं कि साल 2009 में सतोशी नाकामोतो नामक समूह ने पहली बार बिटक्वाइन को दुनिया के सामने पेश किया था। हालांकि, ये कौन हैं और कहां हैं यह सवाल आज भी एक रहस्य बना हुआ है। इसकी शुरुआत 2009 में हुई और देखते ही देखते ये अब बहुत अधिक लोकप्रियता हासिल कर चुकी है। गौरतलब है कि इस करेंसी पर कोई सरकारी नियंत्रण नहीं हैं। इसका इस्तेमाल डिजिटल दुनिया में ही होता है। इसको कोई बैंक या सरकार कंट्रोल नहीं करती है।
क्रिप्टो के कारोबार में जोखिम भी कम नहीं
यह क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थिर है और इसलिए इसका कारोबार भी बहुत जोखिम भरा है। उदाहरण के लिए, जनवरी 2021 में बिटक्वाइन का मूल्य बढ़कर 42,000 डॉलर हो गया था और फिर ये 30,000 डॉलर तक गिर गया। एक हफ्ते के दौरान फिर से बढ़कर 40,000 डॉलर हो गया था। बिटक्वाइन के लिए आपके पास एक एप होता है जिसके जरिए आप लेन देन करते हैं। मान कर चलिए कि सर्वर से आपकी फाइल हट गई या पासवर्ड गलत हो गया तो समझ लो आपके पैसे हमेशा के लिए खो गए। हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि कुछ लोगों ने लाखों के बिटक्वाइन इसलिए खो दिए क्योंकि उनके पास पासवर्ड नहीं है वह भूल गए।