विशेषज्ञों के कुछ सुझाव

जमा करने की विधि

जमा करने की विधि
    आधार - अगर आपके पास आधार है तो आपको किसी अन्य पहचान या एड्रेस प्रूफ की जरूरत नहीं है, नहीं तो

KYC क्या है और इसे कैसे करें?

आजकल KYC बहुत प्रचलित शब्द हो गया है। आप बैंक जाइए वहां सुनाई देगा, आप लोन के लिए आवेदन करिये आपको KYC शब्द सुनाई देगा। आप किसी भी टेलिकॉम कंपनी का पोस्टपेड कनेक्शन लीजिये वहां पर आपको KYC शब्द सुनाई देगा। लेकिन क्या जानते हैं कि KYC क्या है?

KYC का फुलफॉर्म Know Your Customer होता है। मतलब अपने ग्राहक को जानने का प्रपत्र। केवाईसी एक ग्राहक के बारें में जानकारी देना वाला प्रपत्र होता है। इस प्रपत्र पर ग्राहक अपने बारें में सभी जरूरी जानकारियां लिखकर देता है।

इसे आप बैंकिंग के क्षेत्र में देखें तो हर 6 महीने पर या 1 साल पर बैंक अपने ग्राहकों से केवाईसी फॉर्म भरने के लिए कहता है। इस केवाईसी फॉर्म में अपना नाम, बैंक अकाउंट का नंबर, पैन कार्ड नंबर, आधार कार्ड नंबर, मोबाइल नंबर और पूरा पता भरना होता है। इस तरह बैंक को ग्राहक की सभी जानकारियां प्राप्त हो जाती जमा करने की विधि है।

ऐसा नहीं है कि बैंक में अकाउंट खुलवाते समय में ये सब जानकारियां नहीं देना होता है। बिल्कुल देना होता है। लेकिन बैंक के तरफ से 6 महीने बाद या 1 साल बाद इसलिए केवाईसी फॉर्म भरवाया जाता है कि अगर इस बीच ग्राहक के व्यक्तिगत सूचना में से कोई सूचना बदली गई होगी, तो केवाईसी फॉर्म के जरिये नई सूचना अपडेट हो जाएगी।

इस तरह बैंक को जरूरत पड़ने पर अपने ग्राहकों से संपर्क करने में किसी तरह की कोई कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। केवाईसी ग्राहक और संबंधित संस्थान दोनों के लिए लाभकारी है। आइये केवाईसी के बारें में विस्तारपूर्वक समझते हैं।

कृपया OTP के साथ सत्यापित करें

Ziploan व्यवसायों के लिए लोकप्रिय लोनदाता है।

logo

बेहद कम कागजी दस्तावेज प्रक्रिया

बैलेंस शीट की जरूरत नहीं

logo

बिना कुछ गिरवी रखें

10 लाख सालाना टर्नओवर कारोबार के लिए

logo

सिर्फ 3 दिनों* के भीतर लोन मिलेगा

घर बैठे आपके बैंक अकाउंट में

logo

6 महीने बाद प्री-पेमेंट फ्री

आसान किश्तों में वापस करें

न्यूनतम कागजात

बैलेंस शीट की जरूरत नहीं है

प्री-पेमेंट चार्जेंस फ्री

6 EMI का भुगतान करने के बाद

सिर्फ 3 दिन * में बिजनेस लोन

रकम आपके बैंक खाते में

क्या लोन लेने के लिए भी केवाईसी जरूरी होता है?

लोन एक फाइनेंशियल प्रोडक्ट है। फाइनेंशियल प्रोडक्ट होने के नाते लोन की वापसी सुनिश्चित करना संबंधित बैंक शाखा और ग्राहक की जिम्मेदारी होती है। कई बार जिस बैंक में ग्राहक का खाता होता है, उस बैंक से भी उस ग्राहक को लोन लेने के लिए केवाईसी फॉर्म अनिवार्य तौर पर भरना होता है। क्योंकि बैंक को यह
जानकारी हो सके कि ग्राहक का पता क्या है? ग्राहक का आधार कार्ड नंबर क्या है? ग्राहक का पैन कार्ड नंबर क्या है? इन्हीं सब बेसिक जानकारियों के हिसाब से ही ग्राहक से दोबारा संपर्क किया जाता है।

अगर कोई व्यक्ति किसी नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (एनबीएफसी) से बिजनेस लोन के लिए आवेदन करता है तो उसे भी अनिवार्य रुप से KYC फॉर्म भरकर जमा करना होता है। हालांकि एनबीएफसी कंपनी एक बार पहले ही इस तरह की जानकारियां बिजनेस लोन आवेदन पत्र के साथ ही प्राप्त कर लेती है लेकिन फिर भी केवाईसी फॉर्म ग्राहकों को भरना हो पड़ता है।

KYC फॉर्म में पहचान के लिए इनमें से कोई एक दस्तावेज अटैक करना होता है

  • पासपोर्ट ड्राइविंग लाइसेंस
  • मतदाता पहचान पत्र
  • पैन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • एनआरजीए कार्ड

KYC फॉर्म में पता के लिए इनमें से कोई एक दस्तावेज अटैक करना होता है

  • आधार कार्ड की फोटोकॉपी
  • टेलीफोन की बिल की फोटोकॉपी
  • बिजली बिल की फोटोकॉपी
  • गैस का रि-फिलिंग बिल की फोटोकॉपी
    पासपोर्ट की फोटोकॉपी
    राशन कार्ड की फोटोकॉपी
    नियोक्ता द्वारा जारी नियुक्ति पत्र का फोटोकॉपी

Quick Links

KYC क्यों है महत्वपूर्ण

केवाईसी ग्राहक और वित्तीय संस्थान दोनों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। बैंकिंग संस्थान को जहां KYC के जरिये ग्राहक की सभी अपडेटेड जानकारियां प्राप्त हो जाती हैं। वहीं ग्राहक को इस बात की सुरक्षा मिल जाती है कि उसके अकाउंट में से कोई और व्यक्ति धन का हेरफेर नहीं कर सकता है। क्योंकि जब भी बैंकिंग होगी तो उसकी जानकारी ऑनलाइन/मैसेज के माध्यम से ग्राहक को तुरंत प्राप्त हो जाएगी। कुछ मामलों में बिना ग्राहक के मंजूरी के कोई ट्रांजेक्शन भी नहीं हो सकता है।

इस तरह हम देखते हैं कि के नाउ योर कस्टमर यानी अपने ग्राहक को जानिए सुविधा एक बेहतरीन सुविधा है। इस सुविधा का लाभ ग्राहक और बैंकिंग संस्थान को समान रुप में मिलता है। यह सुरक्षा के साथ – साथ जानकारी अपडेट करने का माध्यम भी है।
KYC कैसे होता है?

केवाईसी करना बहुत ही आसान है। सबसे पहले ऊपर बताए गये कागजी दस्तावेज इक्कठा करें। इसके बाद उस बैंक की ब्रांच में जाइए जिस ब्रांच में आपका बैंक अकाउंट है। वहां पर जाकर संबंधित डेस्क से केवाईसी फॉर्म लीजिये और उस फॉर्म को भरने के बाद और सभी जरूरी कागजात अटैच करने के बाद जमा कर दीजिये। अब जमा करने की विधि समझिये आपका केवाईसी कम्पलीट हो गया है। क्योंकि केवाईसी फॉर्म जमा होने के 3 दिन के भीतर केवाईसी अपडेट हो जाता है।

आपको जानकारी के लिए बता दें कि कोरोना महामारी के चलते हुए लॉकडाउन में बहुत सारे बैंकों की वेबसाइट पर अब ऑनलाइन केवाईसी का विकल्प उपलब्ध है। ऑनलाइन केवाईसी करने के लिए संबंधित बैंक की वेबसाइट लॉग इन करना होता है। वेबसाइट लॉग इन करने के बाद ऑनलाइन केवाईसी विकल्प पर जाना होता है। इसके बाद सभी जरूरी जानकारी भरकर कागजातों की पीडीऍफ़ फाइल अपलोड करके सबमिट कर देना होता है। फॉर्म सबमिट होने के बाद आपका केवाईसी एक सप्ताह के भीतर हो जाता है। केवाईसी कम्पलीट होने का मैसेज और ईमेल आपको प्राप्त हो जाता है। इतना सिंपल है केवाईसी करना।

बुनियादी समस्याओं का हल

मैं बारह वर्षों से अपना कारोबार चला रहा हूं लेकिन अपने बिजनेस का विस्तार करने के लिए सक्षम नहीं था। मैंने Ziploan में आवेदन किया और उन्होंने मेरे लोन आवेदन को बहुत ही कम समय में मंजूरी दे दी।

मैंने अपने कारोबार की ज़रूरतों के लिए ZipLoan से संपर्क किया। कंपनी से लोन पाने की शर्तें पूरा करना आसान था। उन्हें सिर्फ 1 साल का ITR और बिजनेस का सालाना टर्नओवर 10 लाख तक की जरूरत थी।

मैंने हमेशा सोचता था कि लोन और क्रेडिट सुविधाएं केवल बड़े कारोबार के साथ बड़े व्यवसायों के लिए उपलब्ध होती हैं। मैंने कभी सोचा नहीं कि मैं भी बिजनेस लोन के लिए योग्यता प्राप्त करने के लिए सक्षम होऊंगा। Ziploan मेरे जैसे छोटे व्यवसायों के लिए वरदान है।

जमा करने की विधि

कंपनी जमा संबंधी सूचना

कंपनी रजिस्ट्रार के पास दायर ऐसे विज्ञापन के ब्यौरे ‘सार्वजनिक दस्तावेज देखें’ (वीपीडी) सुविधा के माध्यम से देखे जा सकते हैं। विज्ञापन देखने के लिए दिशा-निर्देश:

  1. एमसीए पोर्टल पर लॉगइन करें, कृपया निम्नलिखित निदेशों का पालन करें.
  2. विशिष्ट कंपनियों से संबंधित दस्तावेज देखने के लिए “सेवा” टैब के अधीन ‘सार्वजनिक दस्तावेज देखें’ लिंक पर क्लिक करें।.
  3. कंपनी (कंपनियों) का चयन हो जाने के बाद आपको कंपनी जमा करने की विधि के अऩुसार निर्धारित शुल्क अदा करना है।.
  4. शुल्क की अदायगी हो जाने पर प्रणाली आपको पोर्टल पर लॉगइन कर लेने के पश्चात् ‘मेरे दस्तावेज’ लिंक से चयनित कंपनी से संबंधित दस्तावेज देखने की अनुमति देगा।.
  5. प्ररूप जीएनएल-2 दस्तावेज पहचान संख्या के साथ अन्य दस्तावेज ई-प्ररूप वर्ग में उपलब्ध होगा।.

आप कंपनी रजिस्ट्रार (आरओसी) के पास पंजीकृत कंपनियों के मास्टर ब्यौरे भी देख सकते हैं। किसी कंपनी के मास्टर ब्यौरे में जमा करने की विधि उसकी पंजीयन संख्या, आरओसी कोड, श्रेणी, उपश्रेणी और कंपनी का वर्ग, पंजीकृत पता, प्राधिकृत और प्रदत्त शेयरपूंजी शामिल होते हैं। इसमें कंपनी की स्थिति (फाइलिंग हेतु) आदि के साथ-साथ कंपनी की सूचीकरण स्थिति भी शामिल होती है। कंपनी मास्टर डाटा लिंक पर क्लिक करके इस सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है।.

कंपनी अधिनियम, 2013 के उपबंधों के अऩुसार किसी कंपनी को जनता से जमा आमंत्रित करने से पूर्व विज्ञापन की एक प्रति निर्धारित फार्मेट में (प्ररूप डीपीटी-1) कंपनी रजिस्ट्रार (आरओसी) के पास जमा करनी होती है। कंपनियों द्वारा उक्त फार्मेट प्ररूप जीएनएल-2 द्वारा दायर की जा रही है। विज्ञापन की प्रति दायर करने वाली कंपनियों की सूची नीचे दी गई है;.

कंपनी रजिस्ट्रार के पास दायर ऐसे विज्ञापन के ब्यौरे ‘सार्वजनिक दस्तावेज देखें’ (वीपीडी) सुविधा के माध्यम से देखे जा सकते हैं। विज्ञापन देखने के लिए दिशा-निर्देश:

  1. एमसीए पोर्टल पर लॉगइन करें, कृपया निम्नलिखित निदेशों का पालन करें.
  2. विशिष्ट कंपनियों से संबंधित दस्तावेज देखने के लिए “सेवा” टैब के अधीन ‘सार्वजनिक दस्तावेज देखें’ लिंक पर क्लिक करें।.
  3. कंपनी (कंपनियों) का चयन हो जाने के बाद आपको कंपनी के अऩुसार निर्धारित शुल्क अदा करना है।.
  4. शुल्क की अदायगी हो जाने पर प्रणाली आपको पोर्टल पर लॉगइन कर लेने के पश्चात् ‘मेरे दस्तावेज’ लिंक से चयनित कंपनी से संबंधित दस्तावेज देखने की अनुमति देगा।.
  5. प्ररूप जीएनएल-2 दस्तावेज पहचान संख्या के साथ अन्य दस्तावेज ई-प्ररूप वर्ग में उपलब्ध होगा।.

आप कंपनी रजिस्ट्रार (आरओसी) के पास पंजीकृत कंपनियों के मास्टर ब्यौरे भी देख सकते हैं। किसी कंपनी के मास्टर ब्यौरे में उसकी पंजीयन संख्या, आरओसी कोड, श्रेणी, उपश्रेणी और कंपनी का वर्ग, पंजीकृत पता, प्राधिकृत और प्रदत्त शेयरपूंजी शामिल होते हैं। इसमें कंपनी की स्थिति (फाइलिंग हेतु) आदि के साथ-साथ कंपनी की सूचीकरण स्थिति भी शामिल होती है। कंपनी मास्टर डाटा लिंक पर क्लिक करके इस सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है।.

बड़ौदा कर बचत सावधि जमा

रु. 5 लाख तक की जमाराशियों के समय-पूर्व भुगतान के मामले में समय-पूर्व भुगतान के लिए कोई दण्ड नहीं लगाया जाएगा बशर्ते कि जमाराशियां बैंक में न्यूनतम 12 माह की अवधि के लिए जमा रही हों. रू. 5 लाख से अधिक व रू. 1 करोड़ तक की जमाराशि के परिपक्वता पूर्व खाता बंद कराने पर जमा रखते समय लागू दर अथवा संविदा दर, जो भी कम हो, पर 1% का दण्ड वसूला जाएगा.

रू. 1 करोड़ से अधिक की जमाराशि के परिपक्वतापूर्व बंदी के लिए निम्नलिखित शर्तें लागू होंगी.

  • ग्राहक द्वारा 31 दिनों की पूर्व सूचना देना आवश्यक है एवं
  • जमाराशि को बैंक में रखे जाने की अवधि के लिए लागू ब्याज दर पर 1.50% की दर से दण्ड वसूल किया जाएगा.
स्वतः नवीकरण

जमा न्यूनतम 12 महीने की अवधि के लिए स्वतः नवीकृत हो जाएगा

ऋण/ओवरड्राफ्ट की उपलब्धता

मांग किए जाने पर ऋण की तिथि को खाते में बकाया राशि के 95% तक ओवरड्राफ्ट/ऋण प्रदान किया जाता है. समय-समय पर बैंक के मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार ब्याज प्रभारित किया जाएगा.

सरकारी विभागों द्वारा प्रतिभूति के रूप में स्वीकृत

गैर-निधि आधारित गतिविधियों के लिए मार्जिन के रूप में स्वीकृत

  • वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज दर: केवल 1 करोड़ से कम जमा पर रु.0.50% की दर से अतिरिक्त ब्याज देय है.
  • नामांकन की सुविधा : नामांकन की सुविधा उपलब्ध
  • स्रोत पर कर कटौती: आयकर नियमों के अनुसार टीडीएस की कटौती की जाएगी. यदि कोई व्यक्ति फॉर्म 15G/15H लागू जमा करता है तो कोई टीडीएस नहीं काटा जाएगा.
  • परिपक्वता पर या उससे पहले ब्याज की गणना की विधि: "घरेलू सावधि जमा के सभी मामलों में जहां टर्मिनल तिमाही अधूरी है, ब्याज की गणना वर्ष 365/366 दिनों की गणना करते हुए, वास्तविक दिनों की संख्या के लिए की जानी चाहिए, अर्थात ब्याज की गणना ऐसी जमाराशियों पर पूर्ण तिमाहियों और दिनों के क्रम में होना चाहिए. ब्याज की गणना और चक्रवृद्धि तिमाही अंतराल पर की जाएगी.
  • टीडीएस प्रमाणपत्र: सभी ग्राहकों को टीडीएस प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा.
  • अतिदेय जमा: यदि परिपक्वता की तारीख के बाद नवीकरण अनुरोध प्राप्त होता है, तो ऐसी अतिदेय जमाराशि परिपक्वता की तारीख से देय तिथि पर लागू ब्याज दर पर नवीकृत की जाएगी, बशर्ते ऐसा अनुरोध जमा की परिपक्वता के 14 दिनों के भीतर प्राप्त हो, जिसके बाद ब्याज अतिदेय अवधि के लिए बैंक द्वारा समय-समय पर निर्धारित दर पर भुगतान किया जाएगा.
  • जमाराशियों के एवज में अग्रिम: यह सुविधा नाबालिग खाते में एकल नाम और एचयूएफ में उपलब्ध नहीं है. यदि ब्याज 2 तिमाहियों से अधिक के लिए जमा नहीं किया जाता है, तो सावधि जमा को तुरंत विभाजित किया जाएगा.
  • ग्राहक के अनुरोध पर उपलब्ध ब्याज प्रमाणपत्र
  • जमा प्रमाणपत्र : सावधि जमा रसीद प्रदान की जाती है
  • ग्राहक के अनुरोध पर सावधि जमा को एक शाखा से दूसरी शाखा में अंतरित किया जा सकता है.
  • भुगतान का माध्यम : परिपक्वता राशि ग्राहक के बचत बैंक/चालू खाते में जमा की जाती है. ऐसे मामलों में जहां ग्राहक के कोई ऑपरेटिव खाते नहीं हैं, रू. 20,000 से कम की परिपक्वता राशि नकद में दी जा सकती है उससे अधिक राशि हेतुर डीडी/पे आर्डर जारी किया जाएगा.
  • 10 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए अधिकतम रु. 1,00,000 तक की राशि के साथ नाबालिग खाते खोले जा सकते हैं.
बल्क डिपॉजिट (थोक जमा) (1 करोड़ रुपये से अधिक)
  • खुदरा सावधि जमा के तहत उपरोक्त किसी भी योजना के तहत बल्क डिपॉजिट (थोक जमा) खाता खोला जा सकता है.
  • बैंक रु.25 करोड़ से अधिक जमा स्वीकार करने का अधिकार सुरक्षित रखता है.
  • थोक जमाराशियों के लिए ब्याज दर रिटेल सावधि जमाओं से अलग होती है जिसे नियमित रूप से बैंक की वेबसाइट पर अपडेट किया जाता है.
  • बैंक परिपक्वता पूर्व भुगतान के लिए अनुरोध स्वीकार करने का अधिकार सुरक्षित रखता है क्योंकि ग्राहक द्वारा खाता खोलने के समय इस बारे में सहमति ली जाती है. समयपूर्व भुगतान अनुरोध की स्वीकृति पर, दंडात्मक क्लॉज वही होगा जो खुदरा सावधि जमा के तहत योजनाओं में होता है.
ब्याज भुगतान :
  • भारतीय रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों के अनुसार सावधि जमाराशियों पर ब्याज की गणना तिमाही चक्रवृद्धि अंतराल पर की जाएगी और जमाराशियों की अवधि के आधार पर बैंक द्वारा निर्धारित दर पर भुगतान किया जाएगा. मासिक जमा योजना के मामले में ब्‍याज की गणना चक्रवृद्धि आधार पर तिमाही के लिए की जाएगी और डिस्काउंटिड वैल्यू पर मासिक भुगतान किया जाएगा. सावधि जमाओं बैंक द्वारा पर ब्याज की गणना भारतीय बैंक संघ द्वारा बताए गए सूत्रों और विधि के अनुसार की जाती है.

तदनुसार बैंक ने निम्नलिखित पद्धति अपनाई है :

“घरेलू सावधि जमाराशि (एक वर्ष से अधिक के लिए रखी गई जमा राशि) के ऐसे सभी मामलों में जहां तिमाही अपूर्ण है वहां ब्‍याज की गणना पूर्ण तिमाही और वर्ष के 365 / 366 दिनों को ध्‍यान में रखते हुए वास्‍तविक दिनों की संख्‍या के आधार पर की जानी चाहिए अर्थात् ऐसी जमाराशियों पर ब्‍याज की गणना संपूर्ण तिमाहियों और दिनों के अनुसार की जाएगी.

ऐसे मामलों में आयकर की कटौती की जाएगी जहां किसी जमाकर्ता के नाम पर बैंक में उसके एकल नाम पर या संयुक्त रूप से (पहले नाम वाले व्यक्ति के रूप में) रखी गई सभी सावधि जमाराशियों पर प्रदत्त या जमा कुल ब्याज आयकर अधिनियम, 1961 के तहत प्रति वित्तीय वर्ष के लिए निर्दिष्ट सीमा से अधिक है. कर की कटौती खाते को क्रेडिट करते समय या जमाकर्ता को ब्याज का भुगतान करते समय, इनमें से जो भी पहले हो, की जाएगी, जो समय-समय पर कर सीमा हेतु पात्र ब्याज सीमाओं में परिवर्तन के अधीन होगी.

यदि जमाकर्ता प्रति वर्ष अप्रैल माह की समाप्ति से पहले निम्नलिखित फॉर्म जमा करता है, तो कोई कर कटौती नहीं की जाएगी.

तथापि, एनआरओ सावधि जमा पर प्रदत्त / देय किसी भी ब्याज पर विनिर्दिष्ट दरों पर स्रोत पर कर कटौती करना बैंक का सांविधिक दायित्व है. यदि दोहरा कराधान बचाव संधि (डबल टैक्स अवॉइडेंस ट्रीटी) के तहत लागू घोषणापत्र के साथ पैन प्रस्‍तुत किया जाता है - ग्राहक के निवास के देश में लागू दर पर टीडीएस की कटौती की जाती है.

यदि ग्राहक अवधि में परिवर्तन करना चाहता है या सावधि जमा को समयपूर्व आहरित करना चाहता है, तो ग्राहक के लिखित अनुरोध पर इसकी अनुमति है. प्रतिदेय (कॉलेबल) योजना के अंतर्गत रखी गई जमाराशियों के मामले में थोक जमाराशि का समयपूर्व आहरण बैंक के विवेकाधिकार पर किया जाता है.

Post Office की ये योजना पैसा कर देती है डबल, 1000 रुपए से कर सकते हैं निवेश की शुरुआत

India post office

नई दिल्ली। इंडिया पोस्ट ऑफिस देश में ऐसा पोस्टल संस्थान है जहां पर निवेश के पैसे सुरक्षित होने की पूरी गारंटी है। पोस्ट ऑफिस में कोई भी व्यक्ति करोड़ों रुपए भी जमा कर दे तो इस पैसे की सुरक्षा की गारंटी केंद्र सरकार देती है। कहने का मतलब है कि डाकघर में जमा पैसा कभी डूब नहीं सकता है। जबकि बैंक में जमा पूरी तरह से सुरक्षित नहीं होता।

फिर बैंक चाहे सरकारी हो या प्राइवेट, केवल आपका 5 लाख रुपए ही सुरक्षित होता है। इसमें मूलधन और ब्याज दोनों शामिल होते हैं। वहीं पोस्ट ऑफिस के पास अच्छी बचत योजनाएं भी हैं और ज्यादा ब्याज भी मिलता है। पोस्ट ऑफिस की एक बचत स्कीम ऐसी भी है जहां एक बार पैसा जमा करने के बाद दोगुना वापस मिल जाता है।

इन 7 चीजों की Credit Card से न करें पेमेंट, ऐसा करने पर हो सकता है बड़ा नुकसान

इस स्कीम के तहत होता है पैसा डबल

इंडिया पोस्ट ऑफिस की जिस योजना के तहत पैसा डबल होता है उसका नाम किसान विकास पत्र ( केवीपी ) है। पोस्ट ऑफिस की इस योजना में पैसा डबल हो जाता है। इस वक्त केवीपी में 6.9 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है। यह ब्याज बैंकों की एफडी से काफी ज्यादा है। पोस्ट ऑफिस की किसान विकास पत्र (केवीपी) स्कीम में पैसा डबल होने में 10 साल और 4 माह लगता है।

पोस्ट ऑफिस की केवीपी जमा योजना में न्यूनतम 1000 रुपए जमा किया जा सकता है। इसके बाद इसमें 100 रुपए के गुणांक में कितना भी पैसा जमा किया जा सकता है। यानी केवीपी में 1000 रुपए के बाद 1100 रुपए या इसी तरह आगे कितना भी पैसा जमा किया जा सकता है।

किसान विकास पत्र को कोई भी अपने अकेले के नाम से या अधिकतम 3 लोग संयुक्त नाम भी निवेश कर सकते हैं। यही नहीं कोई भी व्यक्ति एक से ज्यादा बार भी केवीपी में निवेश कर सकता है।

पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट ( टीडी ) 1 से तीन साल तक के लिए टाइम डिपोजिट करने पर ब्याज दर 5.5 प्रतिशत है। अगर आप टाइम डिपॉजिट (टीडी) 5 साल के लिए करते हैं तो आपको 6.7 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। पोस्ट ऑफिस की जमा योजनाओं की ब्याज दरें घटने से जहां नए जमाकर्ताओं को कम ब्याज मिलेगा, वहीं पहले से पैसे जमा करने वालों को कई स्कीमों का ब्याज भी घट जाएगा।

बैंक अकाउंट कैसे खोलते है: Bank Mein Khata Kaise Kholte Hain

सेविंग्स अकाउंट एक बेसिक बैंक अकाउंट होता है, और जैसा कि नाम से पता चलता है, इसका प्राथमिक उद्देश्य आपके सेविंग्स में मदद करना है। इस अकाउंट से, आप किसी भी समय सुरक्षित रूप से फंड जमा या निकाल सकते हैं और अकाउंट में जमा राशि पर इंटरेस्ट प्राप्त कर सकते हैं। सेविंग्स अकाउंट खोलना बहुत आसान है जिसमें सिर्फ 15 मिनट लग सकते हैं। अधिकांश बैंकों में आमतौर पर समान प्रक्रियाएं होती हैं, इसलिए सेविंग्स अकाउंट खोलना काफी आसान है।

जानिए बैंक अकाउंट कैसे खोलते है -

स्टेप 1 - सबसे पहले आप अपने मोबाइल या लैपटॉप का इस्तेमाल करके इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन जाएं।

स्टेप 2 - सेविंग्स अकाउंट खोलने के लिए आवश्यक डॉक्युमेंट प्रदान करे।

स्टेप 3 - वीडियो केवाईसी के साथ बेहतर बैंकिंग का अनुभव लें।

स्टेप 4 - ऑनलाइन वेरिफिकेशन में समस्या आने पर निकटतम शाखा में जाकर स्वयं वेरिफिकेशन करे।

स्टेप 5 - ऑनलाइन ट्रांज़ैक्शन शुरू करने के लिए नेटबैंकिंग या मोबाइलबैंकिंग के माध्यम से लॉगिन करें।

स्टेप बाय स्टेप ऑनलाइन सेविंग्स अकाउंट कैसे खुलता है इसे विस्तार से जानिए –

स्टेप 1 : ऑनलाइन जाएं:

इंस्टा-अकाउंट के माध्यम से अपने मोबाइल फोन या लैपटॉप से ऑनलाइन सेविंग्स अकाउंट खोलें। आप केवल अपने मोबाइल नंबर, अपने डॉक्युमेंट और एक फॉर्म भरकर प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। यह सब हमारे ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से आसानी से किया जा सकता है, जिससे आप बैंक जाने से बच सकते हैं।

आप यहां विभिन्न प्रकार के सेविंग्स अकाउंट के बारे में अधिक पढ़ सकते हैं।

स्टेप 2: सेविंग्स अकाउंट खोलने के लिए आवश्यक डॉक्युमेंट को संभाल कर रखें

भले ही आप किसी भी विधि को सिलेक्ट करें, आपको अपना सेविंग्स अकाउंट खोलने के लिए कुछ डॉक्युमेंट प्रदान करने की आवश्यकता है। जैसे की

    आधार - अगर आपके पास आधार है तो आपको किसी अन्य पहचान या एड्रेस प्रूफ की जरूरत नहीं है, नहीं तो

स्टेप 3: वीडियो केवाईसी के साथ बेहतर बैंकिंग का अनुभव लें

अब आप अपने केवाईसी डॉक्युमेंट जमा कर सकते हैं और खुद को ऑनलाइन वेरीफाई करवा सकते हैं! यह सब एचडीएफसी बैंक के एक अधिकारी के साथ वीडियो कॉल पर किया जा सकता है। बस अपने स्मार्टफोन पर अपने लोकेशन, कैमरा और माइक्रोफोन का एक्सेस प्रदान करें, और आप अपने नए सेविंग्स अकाउंट को संचालित करने के लिए तैयार हैं!

स्टेप 4: एचडीएफसी बैंक सेविंग्स अकाउंट का पता लगाएं - लगभग तुरंत बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करने के लिए।

क्या होगा यदि आप अपने डेबिट कार्ड और बैंक अकाउंट के डिटेल्स के लिए अपने घर आने की प्रतीक्षा नहीं करना चाहते हैं? यदि बैंक आपके डॉक्युमेंट और डिटेल्स को वेरीफाई नहीं कर सकता है, तो बैंक कैसे आपको अकाउंट जारी कर सकता है? यदि आपने पहले ही अपने आप को वेरीफाई कर लिया है और स्टेप 3 सम्पूर्ण कर लिया है, तो डेबिट कार्ड आपके पते पर 15-25 दिनों में पहुंच जाएगा। अन्यथा, केवाईसी के लिए निकटतम शाखा में जाएं और स्वयं वेरीफाई करें।

स्टेप 5: लेन-देन शुरू करने के लिए नेटबैंकिंग या मोबाइलबैंकिंग के माध्यम से लॉगिन करें

एक बार जब आप अपने ग्राहक आईडी और अकाउंट नंबर प्राप्त कर लेते हैं तो आप पैसे ट्रांसफर करने और अपने अकाउंट का उपयोग शुरू करने में सक्षम हो जाते हैं। नेटबैंकिंग और मोबाइलबैंकिंग में लॉग इन करें और पासवर्ड बनाकर शुरू करें।

एचडीएफसी बैंक सुरक्षित और सुविधाजनक डिजिटल सेवाओं की पेशकश करके अपने ग्राहक अनुभव को बढ़ाने का प्रयास करता है, और इंस्टा-अकाउंट इस वादे पर खरा उतारने का एक और पेशकश है। एचडीएफसी बैंक इंस्टा-अकाउंट के साथ जमा करने की विधि कुछ आसान स्टेप्स में सेविंग्स अकाउंट खोलें। यह एचडीएफसी बैंक नेटबैंकिंग और मोबाइलबैंकिंग के साथ प्री-इनेबल्ड आता है और आप कार्डलेस कैश विथड्रावल का आनंद ले सकते हैं ।

अपना सेविंग्स अकाउंट खोलने के लिए यहां क्लिक करें!

* नियम और शर्तें लागू । इस लेख में दी गई जानकारी प्रकृति में सामान्य है और केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है। यह आपकी अपनी परिस्थितियों में विशिष्ट सलाह का विकल्प नहीं है ।

रेटिंग: 4.38
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 494
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *