Trading कितने प्रकार के होते हैं

अगर आप एक सामान्य भारतीय नागरिक है तो यह अकाउंट आपके लिए एक आदर्श अकाउंट है जिसमे आप अपनी सिक्योरिटीज तथा इक्विटीज को होल्ड करके रख सकते हो तथा इसकी मदद से आप IPOs में भी इन्वेस्ट कर सकते हो।
शेयर और शेयर के प्रकार
इससे पहले की आप शेयर मार्किट की बारीकियों को समझे, यह जरूरी है की आप शेयर को ठीक से समझे | इस आर्टिकल के जरिये आप निम्नलिखित विषयों के बारे में ठीक से समझेंगे :
- शेयर क्या है
- शेयर कितने प्रकार होते हैं
शेयर क्या हैं:
जब भी हम किसी चीज़ का निर्माण करते है तो उस पे हमारा पूर्ण स्वामित्व होता है और जब भी हमे पैसों की जरुरत पड़ती है तो हम उसे चीज़ को बेच देते है | एक गौर करने वाली बात यह हैं कि जब हम उस चीज़ को बचेंगे तो हमारा अधिकार उस पे से पूर्ण रूप से खत्म हो जाता है | लेकिन जब कोई व्यक्ति किसी कंपनी का निर्माण करता है तो वह नहीं चाहता की उसका अधिकार उस कंपनी से पूर्ण रूप से खत्म हो अतः वह अपना ही एक हिस्सा ही बेचता है और वह ऐसा इसलिए करता है क्योंकि किसी भी कंपनी में हिस्सा होना एक तरह का एसेट या संपत्ति होता है जो भविष्य में उस व्यक्ति को आय देगा | इसलिए जब भी कोई व्यक्ति किसी कंपनी का निर्माण करता है तो कानूनी तौर Trading कितने प्रकार के होते हैं पे एक कंपनी एक इकाई जगह कई सरे इकाई में बाँट दिया जाता है | तो जब भी किसी भी व्यक्ति को अगर कभी भी पैसों की जरुरत पड़े तो उससे पूरी कंपनी बेचने की जरुरत न पड़े | सामान्यता कंपनी मालिक को पैसों की जरुरत पड़ती है – जब उससे कंपनी का विस्तार करना होता है या फिर निजी कारणों से उससे अपना हिस्सा बेच के पैसा जुटाना पड़ता हैं | यदि शेयर्स की संकल्पना न होते तो उस व्यक्ति को पैसे जुटाने के लिए अपने कंपनी में से पूर्ण रूप से अपना स्वामित्व खोना पड़ता | अब जबकि शेयर की आवश्यकता या महत्व हम जाते है इसलिए अब हम शेयर को ठीक तरीके से परिभाषित कर सकते हैं |
चार्ट पैटर्न कितने प्रकार के होते हैं ?
चार्ट पैटर्न तीन प्रकार के होते हैं :- चार्ट पैटर्न बहुत प्रकार के होते हैं जब हम किसी के जो मार्केट में जो सौदा हुआ रहता है वह जो आकृति दर्शाता है उसे उसका चार्ट पैटर्न कहते हैं! चार्ट पैटर्न ना बहुत प्रकार के हो सकते हैं ! आप किसी भी चार्ट को उससे उसकी आकृति के अनुसार उसे उसका नाम दे सकते हैं !
ऊपर के ऊपर जाने वाले चार्ट :- इस तरह के चार्ट के दिशा ऊपर के तरफ होती और यह चार्ट के दिशा ऊपर के तरफ होती है ! यह चार्ट में हमे लॉन्ग टाइम में हमे अच्छा रिटर्न है !
निचे के तरफ जाने वाले चार्ट :- यह चार्ट कि जो दिशा होती है वह निचे के तरफ होती है यह चार्ट में जो शेयर होता है वह नुकसान होता है इसमें हमे केवल नुकसान होता है , इस तरह के स्टॉक से हमे बच कर रहना होता है इसमें हमे निवेश नहीं करना है
What Is Trading In Hindi ?(Trading किसे कहते है ?)
Stock market में आप Trading से बहुत ज्यादा पैसा कमा सकते हो.क्युकी यहां Profit कमाने की कोई limit नहीं है.
लेकिन एक बात याद रखना Trading में बहुत ज्यादा risk होता है.Trading में आप शेयर को Short Term के लिए Buy करते हो.
Short Term के लिए Buy करना मतलब 1 साल या 1 साल से कम टाइम तक अपने पास वो शेयर Hold करके रखना.अब उस शेयर को Trader अपने पास,
- 1 Min के लिए,
- 1 week के लिए,
- एक महिन के लिए,
- 6 महिने के लिए,
- या ज्यादा से ज्यादा एक साल के लिए अपने पास hold करके रख सकता है.
Types Of Trading In Hindi (Trading के प्रकार)
मैने आपको उपर पहिले ही कहा था,की Trading एक Short Term Investment होती है.इसलिए,
Scalp Trading
अगर कोई Trader कुछ मिनिट के लिए Share को Buy करके अपने पास रखेगा और उसे बाद में तुरंत Sell कर देगा तो उसे Scalp trading कहा जायेगा.
Intraday Trading
वहीं अगर कोई Trader सिर्फ एक दिन के लिए shares को Buy और Sell करेगा,तो उसे Intraday trading कहा जायेगा.
Swing Trading
Trader अगर कुछ दिनों के लिए,या कुछ हफ्तों के लिए Shares को Hold पे रखता है और बाद में उसे sell करता है, तो उसे Swing Trading कहेंगे.
Position Trading
अगर कोई Trader किसी Shares को कुछ महीने के लिए अपने पास Hold करके रखता है,तो उसे Position Trading कहेंगे.
क्या Trading से रेगुलर Income कमाई जा सकता है ?
तो इसका जवाब है हा,लेकिन इसके लिए आपके अंदर कई सारी क्वालिटी होनी चाहिए.जैसे की,
- Trading से पैसे कमाने के लिए कई सारे shares को खरीदना पड़ता है,इसलिए आपके पास बहुत ज्यादा पैसा होना चाहिए.
- जरूरी नहीं कि अपको पहिले बार में सफलता मिले,सुरु सुरु में अपको loss भी हो सकता है.लेकिन आपके पास Patience होना चाहिए.
- यहां अपको अच्छी खासी Practice और सीखते रहने की चाह होनी चाहिए.
- Trading से अच्छे खासे पैसे कमाने के लिए आपके पास Technical Analysis की भी अच्छी खासी knowlege होनी चाहिए.
अगर ये सारी क्वालिटी आपके पास Trading कितने प्रकार के होते हैं है,तो आप Trading करके इनकम कमा सकता है .
Trading क्या है?
जैसे कि हमने पहले भी चर्चा की थी कि एक डीमैट अकाउंट में आप केवल सिक्योरिटीज को होल्ड करके रख सकते है लेकिन अगर आप इनकी खरीददारी तथा बिकवाली करना चाहते है तो इसके लिए आपके पास एक ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए Trading कितने प्रकार के होते हैं इसको भी हम निम्नलिखित प्रकारों में बाँट सकते है -
1. Equity तथा Derivatives Trading Account
यह सबसे आम ट्रेडिंग अकाउंट है जिसकी मदद से आप Shares , Futures तथा Options में ट्रेड कर सकते है। ये सारे Transactions आप अपने घर से ही कर सकते हो या फिर अपने ब्रोकर को कॉल करके भी बता Trading कितने प्रकार के होते हैं सकते हो तथा आपका ब्रोकर आपका ये काम कर देगा। आपके सभी अकाउंट T+1 Day के हिसाब से Execute हो जाएंगे।
अगर आप केवल Futures and Options में ही ट्रेड करते है तो आपको डीमैट अकाउंट की भी जरूरत नहीं पड़ती क्योंकि यह ट्रेड एक विशेष समय में ही ख़तम हो जाता है लेकिन स्टॉक्स के लिए आपको डीमैट अकाउंट की जरूरत पड़ सकती है।
डीमैट अकाउंट तथा ट्रेडिंग अकाउंट में अंतर :-
आधार
डीमैट अकाउंट
ट्रेडिंग अकाउंट
उपयोग
शेयर्स तथा सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में स्टोर करने के लिए एक डीमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है
सिक्योरिटीज को खरीदने तथा बेचने के लिए एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है
पहचान
डीमैट अकाउंट खुलने के बाद इन्वेस्टर को एक यूनिक ID नंबर दिया जाएगा
इसमें आपको अकाउंट खुलवाने के बाद एक ट्रेडिंग ID दी जाएगी
उद्देश्य
शेयर्स की सुरक्षा के लिए
शेयर्स तथा सिक्योरिटीज की खरीददारी तथा बिकवाली की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए
एक ट्रेडिंग तथा डीमैट अकाउंट कैसे खुलवाएं?
एक ट्रेडिंग तथा डीमैट अकाउंट खुलवाने के लिए आपकी उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए या फिर आपको अभिभावकों की कानूनी परमिशन चाहिए होगी तथा उसके बाद आप शेयर्स तथा सिक्योरिटीज की खरीददारी तथा बिकवाली कर सकते है।
इसके अलावा आपको एक पैन कार्ड की जरूरत Trading कितने प्रकार के होते हैं पड़ेगी तथा इन स्टेप्स को फॉलो करना होगा -
1 डीमैट अकाउंट खुलवाने के लिए आपको Depository Participant या DP से संपर्क करना होगा जिसके बारे में आप Central Depository Services या फिर National Securities Depository Limited से जानकारी प्राप्त कर सकते है। ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए आपको एक ब्रोकर या ब्रोकिंग फर्म से संपर्क करना होगा।
2 अपने एड्रेस प्रूफ, पैन कार्ड, ID प्रूफ आदि देने के बाद आपको एक KYC भरनी पड़ेगी।
3 डीमैट अकाउंट की स्थिति में आपको एक एग्रीमेंट साइन करना होगा। इसकी एक कॉपी अपने पास जरूर रखें।
Insider Trading अवैध (illegal) क्यों है ?
दोस्तों ! अगर बात करें कि – Insider trading अवैध (illegal) क्यों है ? यानी कि यह legal नहीं है, क्योंकि यह एक अपराध के दायरे में आता है। क्योंकि insider trading में trader जिस कंपनी के stock में trade करता है तो वह प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष के तौर पर company से जुड़ा हुआ होता है।
तो इससे उसे company की report अर्थात company की performance के बारे में कंपनी मैनेजर द्वारा पहले से ही जानकारी हो जाती है। जिससे वह trader प्रॉफिट तो कमा लेता है लेकिन loss से बच जाता है।
वहीँ दूसरी तरफ जो लोग insider trading के बारे Trading कितने प्रकार के होते हैं में नहीं जानते हैं तो उन्हें direct तौर पर insider trade न उठाकर आम public की तरह trade उठाते हैं। जिसमे उन्हें यह नहीं पता होता कि – उनकी company की performance कैसी है ? और शायद इसी वजह से आम traders और investors को loss होता है।
Insider Trading के दुष्परिणाम क्या है ?
तो अब हम बात करें कि – Insider Trading के दुष्परिणाम क्या – क्या हैं ? अगर हम insider trading के दुष्परिणाम की बात करें तो इतिहास में ऐसे कई बार इसके दुष्परिणाम सामने आये हैं जिन्हे हम विभिन्न प्रकार के Scam के रूप में जानते हैं।
जैसे कि – हर्षद मेहता Scam 1992, जी हाँ दोस्तों ! हर्षद मेहता scam Insider Trading का ही एक उदाहरण है। आज जितने बड़े – बड़े investor और Trader के नाम से जाने जाते है वे सभी Insider trading से ही अमीर बने हैं।
लेकिन उस समय Insider trading को अवैध नहीं माना जाता था, जिसके चलते Harshad Mehta scam के रूप में सामने आया। तभी इसके बाद SEBI अर्थात Security Exchange Board OF India का गठन हुआ और तभी से Insider Trading अवैध मानी जाती है।
SEBI का गठन होना बहुत ही जरुरी था क्योंकि इसमें company से जुड़े ख़ास व्यक्तियों का तो फ़ायदा हो जाता था। लेकिन आम public को इससे भारी भरकम नुकसान उठाना पड़ता था। अब आप समझ ही गए होंगे कि – SEBI का गठन क्यों जरुरी था ?
आखिर में –
तो हमारी अंतिम राय यही रहेगी कि – हमें Insider trading को किसी भी प्रकार से बढ़ावा न नहीं देना चाहिए। हमें एक अच्छे trader का Role निभाते हुए legal आम public की तरह trade लेना चाहिए। Trading कितने प्रकार के होते हैं और यही एक अच्छे Trader की पहचान होती है। शायद इसी के चलते SEBI का गठन किया गया ताकि दोबारा कभी भी हर्षद मेहता जैसे scam को दोहराया न जा सके।
तो दोस्तों ! हम उम्मीद करते है Trading कितने प्रकार के होते हैं कि – आपको हमारा यह Article Insider trading क्या है ? और यह कैसे काम करता है ? इससे Related सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त हो गयी होगी। और हम आशा करते है कि – आप अच्छी Trading को बढ़ावा देंगे न कि insider trading को।
आपको हमारा यह लेख – Insider Trading क्या है और यह कैसे काम करती है ? कैसा लगा Comment करके जरूर बताये। यदि आपको यह article अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर ज़रूर करें। यदि आप भी अपनी मातृभाषा हिंदी से प्यार करते है आप हमारे ब्लॉग के साथ बने रहिये। जहाँ हम आपको नयी-नयी जानकारी से अवगत कराते रहेंगे।